टॉन्सिल बढ़ने के लक्षण

  1. tips to reduce tonsillitis symptoms.
  2. टॉन्सिल कैंसर के लक्षण, कारण, इलाज, दवा, उपचार
  3. टॉन्सिल कैंसर के शुरुआती लक्षण
  4. Tonsils in hindi
  5. How To Stop Having Tonsillitis Early Symptoms Warning Sign Throat tenderness pain yellow white coating
  6. tips to reduce tonsillitis symptoms.
  7. How To Stop Having Tonsillitis Early Symptoms Warning Sign Throat tenderness pain yellow white coating
  8. टॉन्सिल का घरेलू उपचार जानना चाहते हैं तो यहाँ पढ़ें
  9. टॉन्सिल कैंसर के लक्षण, कारण, इलाज, दवा, उपचार
  10. टॉन्सिल कैंसर के शुरुआती लक्षण


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tips to reduce tonsillitis symptoms.

दर्दनाक होते हैं टॉन्सिलाइटिस के लक्षण, इनसे राहत पाने के लिए ये 5 घरेलू उपाय कर सकती हैं ट्राई बच्चे और बड़े सभी टॉन्सिल के दर्द से काफी ज्यादा विचलित हो जाते हैं। ऐसे में टॉन्सिलाइटिस की समस्या से राहत पाने में आपकी मदद करेंगे ये 5 प्रभावी घरेलु उपाय। टॉन्सिल्स के लक्षणों को कंट्रोल करने के उपाय। चित्र एडॉबीस्टॉक। टॉन्सिलाइटिस (tonsillitis) की समस्या एक आम समस्या है जो बड़ों की तुलना में बच्चों में ज्यादा देखने को मिलती है। इसके कारण गले में सूजन आ जाता है और काफी तेज दर्द महसूस होता है। टॉन्सिलाइटिस की स्थिति (tonsillitis symptoms) में आमतौर पर लोगों को खाना खाने, पानी पीने यहां तक कि थूक घोंटने में भी काफी परेशानी होती है। वहीं यह समस्या आमतौर पर वायरल और बैक्टीरियल इनफेक्शन के कारण होती है। ऐसे में इसे जल्द से जल्द ठीक करना बहुत जरूरी है, क्योंकि यह पूरे दिनचर्या को बुरी तरह प्रभावित कर देती है। खासकर बच्चे दर्द के कारण काफी ज्यादा विचलित हो जाते हैं। ऐसे में आज हम लेकर आए हैं ऐसे 5 प्रभावी घरेलू उपाय (how to reduce tonsillitis symptoms) जो टॉन्सिलाइटिस की समस्या से राहत पाने में आपकी मदद करेंगे। तो चलिए जानते हैं इन्हें किस तरह इस्तेमाल करना है साथ ही जानेंगे यह टॉन्सिलाइटिस की स्थिति में किस तरह कारगर होते हैं। पहले जानते हैं क्या है टॉन्सिलाइटिस (What is Tonsillitis) टॉन्सिल ऑवल शेप्ड पैड है, जो गले के पीछे के अंदरूनी हिस्से में दोनों ओर मौजूद होता है। टॉन्सिलाइटिस की स्थिति में टॉन्सिल में सूजन आ जाता है, जिसकी वजह से गले में दर्द का अनुभव होता है। वहीं आमतौर पर वायरल और बैक्टीरियल इन्फेक्शन के कारण टॉन्सिल की समस्या होती है। टॉन्सिल्स के ऊपर पीले और सफेद रंग की पर...

टॉन्सिल कैंसर के लक्षण, कारण, इलाज, दवा, उपचार

ऐसा माना जाता है कि टॉन्सिल कैंसर से ग्रस्त 10 में से 9 लोग ठीक हो सकते हैं. गले में दर्द, सूजन व कान में दर्द आदि इसके मुख्य लक्षण हैं. इसके अन्य लक्षण निम्न प्रकार से हो सकते हैं - • • ऐसा महसूस होना कि गले के पिछले भाग में कोई चीज अटकी हुई है. • • • जबड़े का थोड़ा सख्त हो जाना. • मुंह में दर्द का अहसास होना. • थूक के साथ रक्त के क्लॉट आना. (और पढ़ें - यह ये सेल्स एक दूसरे से जुड़ कर एक • • • (और पढ़ें - myUpchar के डॉक्टरों ने अपने कई वर्षों की शोध के बाद आयुर्वेद की 100% असली और शुद्ध जड़ी-बूटियों का उपयोग करके myUpchar Ayurveda Kesh Art Hair Oil बनाया है। इस आयुर्वेदिक दवा को हमारे डॉक्टरों ने 1 लाख से अधिक लोगों को बालों से जुड़ी कई समस्याओं (बालों का झड़ना, सफेद बाल और डैंड्रफ) के लिए सुझाया है, जिससे उनको अच्छे प्रभाव देखने को मिले हैं। टॉन्सिल कैंसर का इलाज टॉन्सिल के साइज व उसके स्टेज पर निर्भर करता है. टॉन्सिल कैंसर के इलाज के लिए सर्जरी या थेरेपी दी जा सकती हैं. आइए, इनके बारे में विस्तार से जानते हैं - सर्जरी सर्जरी के द्वारा जितना हो सके उतने कैंसर सेल्स को हटा दिया जाता है. यह तरीका टॉन्सिल कैंसर की हर स्टेज के लिए प्रभावि हो सकता है. इस प्रक्रिया में डॉक्टर मुंह में विभिन्न इंस्ट्रूमेंट से इस कैंसर को हटाते हैं. बहुत ही कम केसों में यह जरूरत पड़ती है कि डॉक्टर को गर्दन में एक कट लगा कर सर्जरी करनी पड़े. (और पढ़ें - रेडिएशन थेरेपी (और पढ़ें - कीमोथेरेपी (और पढ़ें - myUpchar के डॉक्टरों ने अपने कई वर्षों की शोध के बाद आयुर्वेद की 100% असली और शुद्ध जड़ी-बूटियों का उपयोग करके myUpchar Ayurveda Urjas Energy & Power Capsule बनाया है। इस आयुर्वेदिक दवा को हमारे डॉक...

टॉन्सिल कैंसर के शुरुआती लक्षण

​किन्हें होता है टॉन्सिल कैंसर का खतरा टॉन्सिल कैंसर किसी भी उम्र में विकसित हो सकता है, लेकिन यह 50 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों में अधिक आम है। यह कैंसर पुरुषों को महिलाओं की तुलना में चार गुना अधिक होता है। इसके अतिरिक्त, गोरे लोगों में काले लोगों की तुलना में टॉन्सिल कैंसर का निदान होने की संभावना थोड़ी अधिक होती है। ​कैसे करें टॉन्सिल कैंसर से बचाव टॉन्सिल कैंसर के जोखिम को कम करने के लिए धूम्रपान या किसी भी प्रकार के तम्बाकू उत्पादों से परहेज करें। साथ ही एचपीवी से बचें। इसमें टेस्ट करवाना, सुरक्षित यौन संबंध बनाना और एचपीवी वैक्सीन लगवाना शामिल है। इसके अलावा मुंह के कैंसर की नियमित जांच कराएं, जिससे टॉन्सिल कैंसर का जल्द पता लगाने में मदद मिलती है।डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। यह किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।

Tonsils in hindi

होम > क्या होता है टॉन्सिल, जानें इसके लक्षण, कारण, बचाव और इलाज! क्या आप बार-बार गले में खराश और टॉन्सिलाइटिस के वायरल संक्रमण से परेशान हैं? ‘प्रिस्टीन केयर’ के (ENT)विशेषज्ञ सर्जन वर्षों से टॉन्सिल्लेक्टोमी की दर्द रहित टॉन्सिलहटाने की सर्जरी का अनुभव रखते हैं| यहाँ आपको किफ़ायती दर परऔर बिना किसी अतिरिक्त लागत (No Cost EMI) के साथ सुरक्षित टॉन्सिल्लेक्टोमी सर्जरी करवाने की सुविधा मिलती है| टॉन्सिल गले में मौजूद टिश्यू होते है। यह ज़्यादातर जीभ के पीछे होते है, जहां नाक और मुंह की ग्रंथियां आपस में मिलती हैं। ये ग्रंथियां शरीर में संक्रमण का कारण बनने वाले बैक्टीरिया को अंदर जाने से रोकती हैं। टॉन्सिल में संक्रमण का असर वोकल कॉर्ड (स्वर यंत्र) पर दिखाई देता है। अगर यह किसी व्यक्ति को हो जाएं, तो उसे ज्यादा बात करने में परेशानी हो सकती है। अगर वह ज्यादा बात करने की कोशिश करता है, तो उसे गले में अधिक दर्द महसूस हो सकता है। निदान अगर आपको लगता है कि आपको या आपके बच्चे को टॉन्सिलाइटिस की समस्या हो गई तो ऐसे में डॉक्टर सबसे पहले लक्षणों की पहचान करेंगे और इसके साथ ही निम्नलिखित शारीरिक जांच करेंगे :- • स्कार्लेटिना के रूप में जाने जाने वाले दाने की जाँच करना, जो स्ट्रेप गले के कुछ मामलों से जुड़ा होता है। • सूजी हुई ग्रंथियों (लिम्फ नोड्स) की जांच के लिए अपने बच्चे की गर्दन को धीरे से महसूस करना (धड़कना।) • स्टेथोस्कोप से उसकी सांसों को सुनना। • प्लीहा (spleen) के बढ़ने की जाँच करना (मोनोन्यूक्लिओसिस पर विचार करने के लिए, जो टॉन्सिल को भी फुलाता है)। कंठ फाहा Throat swab इस सरल परीक्षण के साथ, डॉक्टर स्राव का एक नमूना प्राप्त करने के लिए आपके बच्चे के गले के पीछे एक स्टेराइल स...

How To Stop Having Tonsillitis Early Symptoms Warning Sign Throat tenderness pain yellow white coating

How To Stop Having Tonsillitis Early Symptoms Warning Sign Throat tenderness pain yellow white coating | Tonsillitis: गले में टॉन्सिल बढ़ने से पहले ही रोक दें, इस तरह पहचानें बीमारी के शुरुआती लक्षण | Hindi News Tonsillitis: गले में टॉन्सिल बढ़ने से पहले ही रोक दें, इस तरह पहचानें बीमारी के शुरुआती लक्षण What Is Tonsillitis: टॉन्सिलिटिस एक आम ईयर नोज एंड थ्रोट प्रॉब्लम (ENT problem) इसमें गले की अंदरूनी हिस्से में अंडे के आकार का पैड बन जाता है, जिसकी वजह से सूजन का सामना करना पड़ता है . दरअसल टॉन्सिल एक डिफेंस मैकेनिज्म के रूप में काम करते हैं और किसी भी संक्रमण को शरीर के अंदर जाने से रोकता है. हालांकि जब टॉन्सिल पर खुद एक संक्रमण विकसित हो जाता है, तो इसे टॉन्सिलिटिस कहा जाता है. हालांकि ये परेशानी बच्चों को ज्यादा होती है लेकिन किसी भी उम्र के लोग इसके शिकार हो सकते हैं. ऐसे मामले या तो वायरस या फिर बैक्टीरिया के कारण होते हैं. आइए इसके बारे में विस्तार से जानते हैं. टॉन्सिल (Tonsils) को संक्रमण से शरीर की रक्षा करने का पहला कदम माना जाता है, वो व्हाइट ब्लड सेल्स (WBC) का उत्पादन करते हैं, जिससे संक्रमण से लड़ने में मदद मिलती है. वो सिर्फ उस वायरस और बैक्टीरिया का मुकाबला करते हैं जो नाक और मुंह के जरिए से शरीर में प्रवेश करते हैं, लेकिन टॉन्सिल भी संक्रमण के प्रति बहुत संवेदनशील होते हैं, और वो अक्सर इन वायरस और बैक्टीरिया से संक्रमित हो जाते हैं. स्ट्रेप्टोकोकल बैक्टीरिया (Streptococcal Bacteria) जैसे सूक्ष्मजीव टॉन्सिल को संक्रमित कर सकते हैं और समस्या को बढ़ा कर सकते हैं. इसके अलावा ये कॉमन कोल्ड और गले की खराश के कारण भी हो सकते हैं. टॉन्सिलिटिस के लक्षण अब जब हमे...

tips to reduce tonsillitis symptoms.

दर्दनाक होते हैं टॉन्सिलाइटिस के लक्षण, इनसे राहत पाने के लिए ये 5 घरेलू उपाय कर सकती हैं ट्राई बच्चे और बड़े सभी टॉन्सिल के दर्द से काफी ज्यादा विचलित हो जाते हैं। ऐसे में टॉन्सिलाइटिस की समस्या से राहत पाने में आपकी मदद करेंगे ये 5 प्रभावी घरेलु उपाय। टॉन्सिल्स के लक्षणों को कंट्रोल करने के उपाय। चित्र एडॉबीस्टॉक। टॉन्सिलाइटिस (tonsillitis) की समस्या एक आम समस्या है जो बड़ों की तुलना में बच्चों में ज्यादा देखने को मिलती है। इसके कारण गले में सूजन आ जाता है और काफी तेज दर्द महसूस होता है। टॉन्सिलाइटिस की स्थिति (tonsillitis symptoms) में आमतौर पर लोगों को खाना खाने, पानी पीने यहां तक कि थूक घोंटने में भी काफी परेशानी होती है। वहीं यह समस्या आमतौर पर वायरल और बैक्टीरियल इनफेक्शन के कारण होती है। ऐसे में इसे जल्द से जल्द ठीक करना बहुत जरूरी है, क्योंकि यह पूरे दिनचर्या को बुरी तरह प्रभावित कर देती है। खासकर बच्चे दर्द के कारण काफी ज्यादा विचलित हो जाते हैं। ऐसे में आज हम लेकर आए हैं ऐसे 5 प्रभावी घरेलू उपाय (how to reduce tonsillitis symptoms) जो टॉन्सिलाइटिस की समस्या से राहत पाने में आपकी मदद करेंगे। तो चलिए जानते हैं इन्हें किस तरह इस्तेमाल करना है साथ ही जानेंगे यह टॉन्सिलाइटिस की स्थिति में किस तरह कारगर होते हैं। पहले जानते हैं क्या है टॉन्सिलाइटिस (What is Tonsillitis) टॉन्सिल ऑवल शेप्ड पैड है, जो गले के पीछे के अंदरूनी हिस्से में दोनों ओर मौजूद होता है। टॉन्सिलाइटिस की स्थिति में टॉन्सिल में सूजन आ जाता है, जिसकी वजह से गले में दर्द का अनुभव होता है। वहीं आमतौर पर वायरल और बैक्टीरियल इन्फेक्शन के कारण टॉन्सिल की समस्या होती है। टॉन्सिल्स के ऊपर पीले और सफेद रंग की पर...

How To Stop Having Tonsillitis Early Symptoms Warning Sign Throat tenderness pain yellow white coating

How To Stop Having Tonsillitis Early Symptoms Warning Sign Throat tenderness pain yellow white coating | Tonsillitis: गले में टॉन्सिल बढ़ने से पहले ही रोक दें, इस तरह पहचानें बीमारी के शुरुआती लक्षण | Hindi News Tonsillitis: गले में टॉन्सिल बढ़ने से पहले ही रोक दें, इस तरह पहचानें बीमारी के शुरुआती लक्षण What Is Tonsillitis: टॉन्सिलिटिस एक आम ईयर नोज एंड थ्रोट प्रॉब्लम (ENT problem) इसमें गले की अंदरूनी हिस्से में अंडे के आकार का पैड बन जाता है, जिसकी वजह से सूजन का सामना करना पड़ता है . दरअसल टॉन्सिल एक डिफेंस मैकेनिज्म के रूप में काम करते हैं और किसी भी संक्रमण को शरीर के अंदर जाने से रोकता है. हालांकि जब टॉन्सिल पर खुद एक संक्रमण विकसित हो जाता है, तो इसे टॉन्सिलिटिस कहा जाता है. हालांकि ये परेशानी बच्चों को ज्यादा होती है लेकिन किसी भी उम्र के लोग इसके शिकार हो सकते हैं. ऐसे मामले या तो वायरस या फिर बैक्टीरिया के कारण होते हैं. आइए इसके बारे में विस्तार से जानते हैं. टॉन्सिल (Tonsils) को संक्रमण से शरीर की रक्षा करने का पहला कदम माना जाता है, वो व्हाइट ब्लड सेल्स (WBC) का उत्पादन करते हैं, जिससे संक्रमण से लड़ने में मदद मिलती है. वो सिर्फ उस वायरस और बैक्टीरिया का मुकाबला करते हैं जो नाक और मुंह के जरिए से शरीर में प्रवेश करते हैं, लेकिन टॉन्सिल भी संक्रमण के प्रति बहुत संवेदनशील होते हैं, और वो अक्सर इन वायरस और बैक्टीरिया से संक्रमित हो जाते हैं. स्ट्रेप्टोकोकल बैक्टीरिया (Streptococcal Bacteria) जैसे सूक्ष्मजीव टॉन्सिल को संक्रमित कर सकते हैं और समस्या को बढ़ा कर सकते हैं. इसके अलावा ये कॉमन कोल्ड और गले की खराश के कारण भी हो सकते हैं. टॉन्सिलिटिस के लक्षण अब जब हमे...

टॉन्सिल का घरेलू उपचार जानना चाहते हैं तो यहाँ पढ़ें

टॉन्सिल होना एक आम समस्या है जो बच्चों और वयस्क दोनों में देखा जाता है। टॉन्सिल छोटे, अंडाकार आकार के ऊतक होते हैं जो गले के पीछे दोनों तरफ स्थित होते हैं। वे लसीका तंत्र [लिमफेटिक सिस्टम]का हिस्सा होते हैं, जो शरीर में संक्रमण से लड़ने में मदद करता है। टॉन्सिल मुंह और नाक के माध्यम से प्रवेश करने वाले हानिकारक रोगजनकों के खिलाफ शरीर की रक्षा की पहली पंक्ति के रूप में कार्य करते हैं, बैक्टीरिया और अन्य कीटाणुओं को फँसाते हैं जो हवा या भोजन के माध्यम से शरीर में प्रवेश करते हैं। टॉन्सिल इन आक्रमणकारियों से लड़ने के लिए एंटीबॉडी का उत्पादन करते हैं और संक्रमण को पूरे शरीर में फैलने से रोकने में मदद करते हैं। हालांकि, कभी-कभी टॉन्सिल स्वयं संक्रमित हो सकते हैं, जिससे टॉन्सिलिटिस नामक स्थिति पैदा हो सकती है। तो क्या है टॉन्सिल का घरेलू उपचार? हम आपको टॉन्सिल के लक्षण और उपचार के बारे में विस्तृत जानकारी देंगे। हम इस लेख के माध्यम से आपको टॉन्सिल से संबंधित सभी महत्वपूर्ण जानकारी देंगे, जिससे आप इस समस्या से बेहतर ढंग से निपट सकें। Table of Contents • • • • • • • • • टॉन्सिल के लक्षण टॉन्सिल्स के संक्रमण के लक्षण व्यक्ति के उम्र और संक्रमण के प्रकार पर निर्भर करते हैं। कुछ सामान्य लक्षण निम्नलिखित हैं: • गले में दर्द या तकलीफ • स्वाभाविक से बढ़ी हुई टॉन्सिल्स का दिखाई देना • सूजन या गांठ का उत्पादन • गले में खराश या खराशीले आवाज • गले में छोटी-छोटी दाने या पुराने घावों का उत्पादन • बुखार और ठंड लगना • सामान्य बुखार के साथ थकान या अनियमित नींद • बदबू या मुंह से अच्छी तरह साँस न लेना • खाने पीने में तकलीफ या बदबू • फेफड़ों में संक्रमण के फैलने के कारण सांस लेने में तकलीफ टॉन्सिल ...

टॉन्सिल कैंसर के लक्षण, कारण, इलाज, दवा, उपचार

ऐसा माना जाता है कि टॉन्सिल कैंसर से ग्रस्त 10 में से 9 लोग ठीक हो सकते हैं. गले में दर्द, सूजन व कान में दर्द आदि इसके मुख्य लक्षण हैं. इसके अन्य लक्षण निम्न प्रकार से हो सकते हैं - • • ऐसा महसूस होना कि गले के पिछले भाग में कोई चीज अटकी हुई है. • • • जबड़े का थोड़ा सख्त हो जाना. • मुंह में दर्द का अहसास होना. • थूक के साथ रक्त के क्लॉट आना. (और पढ़ें - यह ये सेल्स एक दूसरे से जुड़ कर एक • • • (और पढ़ें - myUpchar के डॉक्टरों ने अपने कई वर्षों की शोध के बाद आयुर्वेद की 100% असली और शुद्ध जड़ी-बूटियों का उपयोग करके myUpchar Ayurveda Kesh Art Hair Oil बनाया है। इस आयुर्वेदिक दवा को हमारे डॉक्टरों ने 1 लाख से अधिक लोगों को बालों से जुड़ी कई समस्याओं (बालों का झड़ना, सफेद बाल और डैंड्रफ) के लिए सुझाया है, जिससे उनको अच्छे प्रभाव देखने को मिले हैं। टॉन्सिल कैंसर का इलाज टॉन्सिल के साइज व उसके स्टेज पर निर्भर करता है. टॉन्सिल कैंसर के इलाज के लिए सर्जरी या थेरेपी दी जा सकती हैं. आइए, इनके बारे में विस्तार से जानते हैं - सर्जरी सर्जरी के द्वारा जितना हो सके उतने कैंसर सेल्स को हटा दिया जाता है. यह तरीका टॉन्सिल कैंसर की हर स्टेज के लिए प्रभावि हो सकता है. इस प्रक्रिया में डॉक्टर मुंह में विभिन्न इंस्ट्रूमेंट से इस कैंसर को हटाते हैं. बहुत ही कम केसों में यह जरूरत पड़ती है कि डॉक्टर को गर्दन में एक कट लगा कर सर्जरी करनी पड़े. (और पढ़ें - रेडिएशन थेरेपी (और पढ़ें - कीमोथेरेपी (और पढ़ें - myUpchar के डॉक्टरों ने अपने कई वर्षों की शोध के बाद आयुर्वेद की 100% असली और शुद्ध जड़ी-बूटियों का उपयोग करके myUpchar Ayurveda Urjas Energy & Power Capsule बनाया है। इस आयुर्वेदिक दवा को हमारे डॉक...

टॉन्सिल कैंसर के शुरुआती लक्षण

​किन्हें होता है टॉन्सिल कैंसर का खतरा टॉन्सिल कैंसर किसी भी उम्र में विकसित हो सकता है, लेकिन यह 50 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों में अधिक आम है। यह कैंसर पुरुषों को महिलाओं की तुलना में चार गुना अधिक होता है। इसके अतिरिक्त, गोरे लोगों में काले लोगों की तुलना में टॉन्सिल कैंसर का निदान होने की संभावना थोड़ी अधिक होती है। ​कैसे करें टॉन्सिल कैंसर से बचाव टॉन्सिल कैंसर के जोखिम को कम करने के लिए धूम्रपान या किसी भी प्रकार के तम्बाकू उत्पादों से परहेज करें। साथ ही एचपीवी से बचें। इसमें टेस्ट करवाना, सुरक्षित यौन संबंध बनाना और एचपीवी वैक्सीन लगवाना शामिल है। इसके अलावा मुंह के कैंसर की नियमित जांच कराएं, जिससे टॉन्सिल कैंसर का जल्द पता लगाने में मदद मिलती है।डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। यह किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।