तत्व किसे कहते हैं

  1. तत्व किसे कहते हैं? और यह कितने प्रकार के होते हैं?
  2. तत्व किसे कहते हैं
  3. तत्व किसे कहते हैं? परिभाषा एवं प्रकार! ( Tatv Kise Kahate Hain )
  4. NCERT Solutions Class 7th Hindi Grammar लिंग (gender)
  5. पंच तत्व किसे कहते हैं? जाने पंच तत्वों का महत्व, Panch Tatva Kya Hai
  6. कविता किसे कहते है? कविता का क्या अर्थ हैं
  7. तत्व, यौगिक, मिश्रण किसे कहते हैं – Electric Jankari
  8. तत्सम और तद्भव शब्द किसे कहते हैं
  9. तत्व, यौगिक, मिश्रण किसे कहते हैं – Electric Jankari
  10. तत्सम और तद्भव शब्द किसे कहते हैं


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तत्व किसे कहते हैं? और यह कितने प्रकार के होते हैं?

तत्व रसायन विज्ञान का एक महत्वपूर्ण भाग होता है। तत्व से संबंधित प्रश्न अक्सर प्रतियोगी परीक्षाओं में भी पूछे जाते हैं। इसलिए छात्र गूगल पर अक्सर यह सर्च करते हैं कि तत्व किसे कहते हैं? (tatva ki paribhasha in hindi) इसके कितने प्रकार होते हैं इत्यादि। तो आइए आज के इस लेख के माध्यम से हम जानते हैं कि तत्व किसे कहते हैं? साथ ही हम तत्व के प्रकारों के ऊपर भी चर्चा करेंगे। तत्व किसे कहते हैं ? | tatva kitne hote hain तत्व एक शुद्ध पदार्थ है जो केवल एक ही परमाणु से मिलकर बना होता है। इसके सभी नाभिक में समान संख्या में प्रोटोन पाए जाते हैं। इसमें प्रोटोन की संख्या तो समान होती है लेकिन नेटवर्क अलग-अलग संख्या में उपस्थित होते हैं इसीलिए तत्व का द्रव्यमान भी अलग अलग होता है। रासायनिक तत्व को सबसे पहले एक वैज्ञानिक रॉबर्ट बॉयल ने पेश किया था और उन्होंने तत्व को अपघटन में अक्षम पदार्थ के रूप में परिभाषित किया था। पूरी धरती पर जितने भी रासायनिक पदार्थ हैं वह सभी तत्वों के अंतर्गत आते हैं। जैसे- हाइड्रोजन, नाइट्रोजन, सोना, चांदी, ऑक्सीजन इत्यादि। अभी तक कुल 118 तत्वों की खोज हो चुकी है जिनमें से 94 तत्व प्राकृतिक रूप से उपस्थित है। कुछ रिसर्च साइंटिस्ट 120 तत्वों की खोज पर निकल चुके हैं तो अगर आगे दो तत्व और मिल जाते हैं तो हमारे पीरियोडिक टेबल में 118 की जगह 120 तत्व शामिल हो जाएंगे। तत्वों के कुछ उदाहरण क्या है ? यहाँ हम आपको 118 तत्वो की जानकारी दे रहे है, जिन्हे आवर्त सारणी में शामिल किया गया है। tatva in hindi | tatva ko udaharan sahit paribhashit kijiye हाइड्रोजन (H) हीलियम (He) लीथियम (Li) बेरेलियम (Be) बोरॉन (B) कार्बन (C) नाइट्रोजन (N) ऑक्सीजन (O) फ्लोरीन (F) नियॉन (Ne) सोडि...

तत्व किसे कहते हैं

संसार मे कोई भी वस्तु तत्व से बने होते हैं। इस पोस्ट मे हम तत्व के बारे मे जानकारी प्राप्त करेंगे। तत्व दो प्रकार के होते हैँ धात्विक और आधात्विक तत्व इसके अलग अलग गुण होते हैं। मानव हजारों सालों से इन तत्वों का उपयोग करता आ रहा हैं। तत्व किसे कहते हैं तत्वएक ही परमाणुओं से मिलकर बना होता है और इसके नाभिक में एक निश्चित संख्या में प्रोटॉन होते हैं। रासायनिक तत्वों को किसी भी रासायनिक प्रतिक्रिया से सरल पदार्थों में नहीं तोड़ा जा सकता है। नाभिक में प्रोटॉन की संख्या, एक तत्व के होने या ना होने को बताता है, और इसे इसकी परमाणु संख्या के आधार पर Z द्वारा दर्शाया गया जाता है। समान परमाणु संख्या वाले सभी परमाणु एक ही तत्व के परमाणु होते हैं। हाइड्रोजन, ऑक्सीजन, तथा नाइट्रोजन आदि तत्व के उदाहरण हैं। कृत्रिम नाभिकीय अभिक्रियाओं के परिणामस्वरूप उच्च परमाणु क्रमांक वाले तत्व समय-समय पर खोजे जाते रहे हैं। आवर्त सारणी में काला रंग ठोस, लाल रंग गैस और हरा रंग द्रव को दर्शाता हैं। ब्रह्मांड के लगभग सभी बैरोनिक पदार्थ रासायनिक तत्वों से बने होते हैं। जब विभिन्न तत्व रासायनिक प्रतिक्रियाओं से गुजरते हैं, तो परमाणुओं को रासायनिक बंधों द्वारा एक साथ रखे गए नए यौगिकों में पुनर्व्यवस्थित किया जाता है। चांदी और सोना जैसे तत्व खनिजों के रूप में पाए जाते हैं। पृथ्वी मेंलगभग सभी अन्य प्राकृतिक रूप से पाए जाने वाले तत्व यौगिक या मिश्रण के रूप में पाए जाते हैं। वायु मुख्य रूप से नाइट्रोजन, ऑक्सीजन और आर्गन तत्वों का मिश्रण है, हालांकि इसमें कार्बन डाइऑक्साइड और पानी सहित यौगिक होते हैं। तत्वों की खोज और उपयोग का इतिहास आदिम मानव समाजों से शुरू हुआ है। जिन्होंने कार्बन, सल्फर, तांबा और सोना जैसे खनि...

तत्व किसे कहते हैं? परिभाषा एवं प्रकार! ( Tatv Kise Kahate Hain )

इस लेख में तत्व ( Elements ) विषय से सम्बन्धित सभी जानकारी मिलेगी जैसे कि – तत्व किसे कहते हैं? परिभाषा एवं प्रकार! ( Tatv Kise Kahate Hain ) आदि । तो चलिए आगे जानते है इन सभी प्रश्नों के बारे में ” उत्तर “ । तत्व किसे कहते हैं? ( What are the Elements Called ) तत्व किसे कहते हैं :— वे पदार्थ जो एक ही प्रकार के परमाणुओं से मिलकर बने होते है , तत्त्व ( Elements ) कहलाते हैं । तत्त्व के प्रकार ( Type of Element ) तत्त्व 2 प्रकार के होते हैं — ( 1 ). धातु और , ( 2 ). अधातु आदि । ( 1 ). धातु ( Metal ) अवस्था — सभी धातुएं सामान्य तापमान पर ठोस होती हैं । पारा ( Mercury ) सामान्य तापमान पर द्रव के रूप में होता है । आघात वर्धनीयता — धातुओं को पीटकर चादर ( Sheet ) में बदला जा सकता है । सोना सबसे अच्छा आघात वर्धनीय धातु है । तन्यता — धातुओं को खींचकर तारों में बदला जा सकता है । सोना सबसे ज्यादा तन्य धातु है । ध्वानिक — धातु टकराने पर ध्वनि उत्पन्न करती हैं । चमकीलापन — सभी धातुएं चमकीली होती हैं । कठोरता — कठोर होती हैं लेकिन सोडियम और पोटैशियम नरम होते हैं । इन्हें चाकू से काटा जा सकता है । चालकता — सभी धातुएं ऊष्मा और विद्युत की सुचालक होती हैं । चाँदी सबसे अच्छी सुचालक हैं । भंगुरता — धातुएं आसानी से नहीं टूटती हैं । घनत्व — घनत्व बहुत ज्यादा होता है । गलनांक और क्वथनांक बिन्दु — गलनांक बहुत ऊँचा होता है । सोडियम और पोटैशियम का यह बिन्दु बहुत कम होता है । ( 2 ). अधातु ( Non-Metal ) अवस्था — अधातुएं सामान्य तापमान पर तीनों अवस्थाओं में मिलती हैं । • ठोस — कार्बन , सल्फर , फॉस्फोरस • द्रव — ब्रोमीन • गैस — हाइड्रोजन , ऑक्सीजन , नाइट्रोजन , क्लोरीन आघात वर्धनीयता — अधातुओं को पीटकर...

NCERT Solutions Class 7th Hindi Grammar लिंग (gender)

Contents • 1 NCERT Solutions Class 7th Hindi Grammar लिंग (gender) • 1.1 NCERT Solutions Class 7th Hindi Grammar लिंग (gender) • 2 तत्व किसे कहते हैं? • 3 लिंग किसे और कितने भेद होते हैं? • 4 1. पुल्लिंग किसे कहते हैं? • 5 2. स्त्रीलिंग किसे कहते हैं? • 6 पुल्लिंग शब्दों की पहचान हैं? • 7 पुल्लिंग की पहचान क्या हैं? • 8 कुछ अन्य नाम हैं? • 9 स्त्रीलिंग शब्दों की पहचान कीजिये? • 10 स्त्रीलिंग की पहचान कीजिये? • 11 आइन या आनी लगाकर शब्द बनाइए? • 12 कुछ सदैव अलग रूप हैं? NCERT Solutions Class 7th Hindi Grammar लिंग (gender) Textbook NCERT Class Class 7 th Subject Hindi Chapter हिन्दी व्याकरण (Grammar) Grammar Name लिंग (gender) Category Class 7th Hindi हिन्दी व्याकरण Medium Hindi Source NCERT Solutions Class 7th Hindi Grammar लिंग (gender) जिसमे हम लिंग पुल्लिंग शब्द क्या होता है? पुल्लिंग कैसे पहचाने? स्त्रीलिंग और पुल्लिंग क्या है? गाय का पुल्लिंग शब्द क्या है? स्त्रीलिंग शब्द कौन कौन से है? स्त्रीलिंग कैसे लिखते हैं? लिंग के 4 प्रकार कौन से हैं? लिंग के उदाहरण क्या हैं? स्त्रीलिंग की पहचान क्या है? तत्व क्या है?, NCERT Solutions Class 7th Hindi Grammar लिंग (gender) हिन्दी व्याकरण लिंग तत्व किसे कहते हैं? जो शब्द संज्ञा में विकार या परिवर्तन लाते हैं, वे विकारी तत्व कहलाते हैं। लिंग, वचन तथा कारक के कारण संज्ञा का रूप बदल जाता है। लिंग किसे और कितने भेद होते हैं? शब्द के जिस रूप से स्त्री या पुरुष जाति का बोध हो, वह लिंग कहलाता है। स्त्री तथा पुरुष जाति का बोध कराने के आधार पर लिंग के दो भेद हैं 1. पुल्लिंग 2. स्त्रीलिंग 1. पुल्लिंग किसे कहते हैं? पुरुष जाति को बोध कराने व...

पंच तत्व किसे कहते हैं? जाने पंच तत्वों का महत्व, Panch Tatva Kya Hai

हिंदू धर्म में प्रकृति की हर एक सजीव व निर्जीव वस्तु की उत्पत्ति के बारे में विस्तार से बताया गया (Panch Tatva In Hindi) हैं। सभी वस्तुएं मुख्यतया केवल 5 तत्वों से मिलकर बनी होती है जिन्हें प्रकृति के पांच तत्व कहते हैं। अंत में सभी वस्तुएं इन्हीं पंच तत्वों में समा जाती है फिर चाहे वह मानव शरीर हो या किसी जानवर का या फिर कोई निर्जीव वस्तु या पेड़-पौधे। अब आप सोच रहे होंगे कि यह पंच तत्व कौन कौन से हैं? तो इन पांच तत्वों के नाम हैं: आकाश, पृथ्वी, जल, वायु व अग्नि। इन्ही पांच तत्वों से मिलकर ही हर चीज़ का निर्माण होता (5 Tatva In Hindi) है किंतु विभिन्न वस्तुओं में इनकी मात्रा भिन्न-भिन्न होती है। इनके मिलने से एक निर्जीव वस्तु का निर्माण होता है जिसमें प्राण नही होते है। किसी वस्तु को सजीव बनाने के लिए इसमें परमात्मा का स्वरुप अर्थात आत्मा का होना आवश्यक है। कहने का अर्थ यह हुआ कि पंचतत्व मिलकर एक निर्जीव वस्तु का निर्माण कर सकते है या सरल शब्दों में (Panch Tatva Of Human Body In Hindi) कहे तो एक देह का निर्माण। जब इस देह में आत्मा का प्रवेश होता है तो इसमें प्राण आते है और वह वस्तु सजीव बन जाती है। जब आत्मा उस देह को त्याग देती है तब वह निर्जीव हो जाती हैं और फिर से इन्ही पंचतत्वो में मिल जाती है। पंचतत्व क्या है (Panchtatva In Hindi) पंचतत्व में 5 तत्व आते है जिनका अलग-अलग अर्थ हैं। यहाँ पर पांचो तत्व भिन्न-भिन्न चीजों का प्रतिनिधित्व करते है। आइये जाने: #1. आकाश तत्व के बारे में जानकारी (Aakash Tatva In Hindi) आकाश का तात्पर्य अनंत से है जो हमारा शारीरिक संतुलन बनाए रखता है। इसी के द्वारा हमारे शरीर में शब्दों व वाणी का निर्माण होता है। इसका वर्ण काला रंग है। शरीर की स्थि...

कविता किसे कहते है? कविता का क्या अर्थ हैं

कविता साहित्य का एक अंग है। कविता की एक निश्चित परिभाषा देना कठिन है लेकिन इतना कहा जा सकता है कि कविता आत्मा द्वारा अनुभूत भावों एवं विचारों का प्रस्फुटन है जो छन्द और नियमित गति से बंधी होने के कारण ताल तथा लय को अपने में समाविष्ट करती हैं। हिन्दी के कई विद्वानों ने अपने विचारासार कविता को परिभाषित करने का प्रयास किया हैं। कविता की परिभाषा (kavita ki paribhasha) प्रो. रमन बिहारी के अनुसार," मानव सौन्दर्यात्मक प्राणी है। वह समाज में रहकर कुछ अनुभूति करता है एवं उसे प्रकट करता है, भिन्न-भिन्न माध्यमों से। जब वह अपनी अनुभूति को भाषा के माध्यम से इस प्रकार अभिव्यक्त करता है कि उसमें सरलता एवं सरसता हो, माधुर्य तथा ओज हो और ह्रदय को स्पन्दित करने की शक्ति हो, तो हम उसे कविता कहते हैं।" श्री जयशंकर प्रसाद के अनुसार," पद्य (कविता) आत्मा की संकल्पनात्मक अनुभूति हैं।" आन्नर्धनाचार्य के अनुसार," काव्यास्यात्मा ध्वनिः", काव्य की आत्मा ध्वनि हैं।" सुप्रसिद्ध समालोचक एवं चिन्तक आचार्य रामचंद्र शुक्ल ने कविता को परिभाषित करते हुए लिखा है कि " कविता वह साधन है जिसके द्वारा सृष्टि के साथ मनुष्य के रागात्मक संबंध की रक्षा और निर्वाह होता है।" रामचन्द्र शुक्ल के अनुसार दी गई परिभाषा के अनुसार कविता की तीन विशेषताएं स्पष्ट होती है--- 1. कविता मानव एकता की प्रतिष्ठा करने का एक साधन है और यहि उसकी उपयोगिता है। 2. कविता में भावों एवं कल्पना की प्रधानता रहती है। 3. कविता मे कवि की अनुभूति की अभिव्यक्ति रहती हैं। महादेवी वर्मा के अनुसार; कविता कवि विशेष की भाषाओं का चित्रण हैं। कविता के दो स्वरूप है-- (अ) कविता का बाहरी स्वरूप कविता के दो पक्ष है--- अनुभूति और अभिव्यक्ति। अनुभूति पक्ष का संबंध ...

तत्व, यौगिक, मिश्रण किसे कहते हैं – Electric Jankari

पोस्ट में ये जानकारी है - • • • • • तत्व किसे कहते हैं केवल एक ही प्रकार के परमाणुओं से बने पदार्थों को तत्व कहते हैं उदाहरण – हाइड्रोजन, सिलिकॉन, कार्बन आदि । यौगिक किसे कहते हैं दो या दो से अधिक प्रकार के परमाणुओं के रासायनिक संयोग से बने पदार्थों को योगिक कहते हैं उदाहरण – नमक, जल आदि । मिश्रण किसे कहते हैं दो या दो से अधिक पदार्थों के भौतिक संयोग से बने पदार्थ को मिश्रण कहते हैं । उदाहरण – नमक और पानी का घोल मिश्रण दो प्रकार के होते हैं समांगी मिश्रण – वह मिश्रण जिसमे मिलाये गये सभी तत्व आपस में पूर्णतः मिल जाये और उन्हें पुनः अलग-अलग न किया जा सके । जैसे – पानी और नमक का घोल विष्मांगी मिश्रण – वह मिश्रण जिसमे मिलाये गये सभी तत्व आपस में पूर्णतः न मिलें और उन्हें पुनः अलग-अलग किया जा सके । जैसे – चावल में कंकड़ का मिश्रण अन्य: ● ● मिश्रण और यौगिक में क्या अंतर है ? यौगिक, किसी निश्चित अनुपात में तत्वों के रासायनिक संयोग से बनता है । मिश्रण, तत्वों के किसी भी अनुपात (अनिश्चित) के भौतिक संयोग से बनता है ।

तत्सम और तद्भव शब्द किसे कहते हैं

प्रस्तुत लेख के अंतर्गत तत्सम और तद्भव शब्द किसे कहते हैं। इसी टॉपिक का अध्ययन किया जाएगा। tadbhav tatsam shabd kise kahate Hain का निम्न प्रकार से वर्णन किया गया है। तत्सम शब्द तत्सम शब्द दो शब्दों से मिलकर बना है। तत् + सम। ‘तत्’ का अर्थ होता है। ‘उसके’ तथा ‘सम’ का अर्थ होता है ‘समान’। अतः तत्सम शब्द का अर्थ होता है उसके समान। यहां उसके से तात्पर्य स्रोत भाषा अर्थात ‘संस्कृत के समान’ से है। संस्कृत भाषा के ऐसे शब्द जो अपने मूल रूप में ही हिंदी में प्रयुक्त किए जाते हैं। उन्हें तत्सम शब्द (tatsam shabd in Hindi) कहते हैं। जैसे – बालक, पुस्तक, गुरु, कवि, नारी, पृथ्वी, सुंदर, साहस, माता, सौंदर्य, राष्ट्र, वायु, नवीन, नित्य आदि। तद्भव शब्द तत् + भव से मिलकर बना है जिसका अर्थ होता है उससे उत्पन्न या उससे होना। यहां उससे उत्पन्न संस्कृत भाषा की ओर संकेत करता है। वह शब्द जो संस्कृत से उत्पन्न या विकसित हुए हैं उन्हें तद्भव शब्द (tadbhav shabd in Hindi) कहते हैं। इसे इस प्रकार भी परिभाषित कर सकते हैं। – संस्कृत के वे शब्द जो प्राकृत, अपभ्रंश, पुरानी हिंदी से गुजरने के कारण आज परिवर्तित रूप में मिलते हैं। उन्हें तद्भव शब्द कहते हैं। जैसे – दुग्ध से दूध, रात्रि से रात, दधि से दही, वानर से बंदर आदि से विकसित हुए हैं। तत्सम और तद्भव शब्द के उदाहरण तत्सम तद्भव तत्सम तद्भव अग्नि आग अक्षि आंख अज्ञान अनजान अमावस्या अमावस आम्र आम आश्रय आसरा अश्रु आंसू आलस्य आलस अंगुष्ठ अंगूठा आशा आस अन्न अनाज आर्दक अदरक अंधकार अंधेरा आश्चर्य अचरज अर्द्ध आधा आषाढ़ असाढ़ अद्य आज उष्ट्र ऊंट इक्षु ईख उच्च ऊंचा ईर्ष्या ईर्षा उलूक उल्लू ऋतु रितु एकादश ग्यारह उत्साह उछाह ओष्ठ ओठ कर्म काम कच्छप कछुआ कर्पूर कपूर ...

तत्व, यौगिक, मिश्रण किसे कहते हैं – Electric Jankari

पोस्ट में ये जानकारी है - • • • • • तत्व किसे कहते हैं केवल एक ही प्रकार के परमाणुओं से बने पदार्थों को तत्व कहते हैं उदाहरण – हाइड्रोजन, सिलिकॉन, कार्बन आदि । यौगिक किसे कहते हैं दो या दो से अधिक प्रकार के परमाणुओं के रासायनिक संयोग से बने पदार्थों को योगिक कहते हैं उदाहरण – नमक, जल आदि । मिश्रण किसे कहते हैं दो या दो से अधिक पदार्थों के भौतिक संयोग से बने पदार्थ को मिश्रण कहते हैं । उदाहरण – नमक और पानी का घोल मिश्रण दो प्रकार के होते हैं समांगी मिश्रण – वह मिश्रण जिसमे मिलाये गये सभी तत्व आपस में पूर्णतः मिल जाये और उन्हें पुनः अलग-अलग न किया जा सके । जैसे – पानी और नमक का घोल विष्मांगी मिश्रण – वह मिश्रण जिसमे मिलाये गये सभी तत्व आपस में पूर्णतः न मिलें और उन्हें पुनः अलग-अलग किया जा सके । जैसे – चावल में कंकड़ का मिश्रण अन्य: ● ● मिश्रण और यौगिक में क्या अंतर है ? यौगिक, किसी निश्चित अनुपात में तत्वों के रासायनिक संयोग से बनता है । मिश्रण, तत्वों के किसी भी अनुपात (अनिश्चित) के भौतिक संयोग से बनता है ।

तत्सम और तद्भव शब्द किसे कहते हैं

प्रस्तुत लेख के अंतर्गत तत्सम और तद्भव शब्द किसे कहते हैं। इसी टॉपिक का अध्ययन किया जाएगा। tadbhav tatsam shabd kise kahate Hain का निम्न प्रकार से वर्णन किया गया है। तत्सम शब्द तत्सम शब्द दो शब्दों से मिलकर बना है। तत् + सम। ‘तत्’ का अर्थ होता है। ‘उसके’ तथा ‘सम’ का अर्थ होता है ‘समान’। अतः तत्सम शब्द का अर्थ होता है उसके समान। यहां उसके से तात्पर्य स्रोत भाषा अर्थात ‘संस्कृत के समान’ से है। संस्कृत भाषा के ऐसे शब्द जो अपने मूल रूप में ही हिंदी में प्रयुक्त किए जाते हैं। उन्हें तत्सम शब्द (tatsam shabd in Hindi) कहते हैं। जैसे – बालक, पुस्तक, गुरु, कवि, नारी, पृथ्वी, सुंदर, साहस, माता, सौंदर्य, राष्ट्र, वायु, नवीन, नित्य आदि। तद्भव शब्द तत् + भव से मिलकर बना है जिसका अर्थ होता है उससे उत्पन्न या उससे होना। यहां उससे उत्पन्न संस्कृत भाषा की ओर संकेत करता है। वह शब्द जो संस्कृत से उत्पन्न या विकसित हुए हैं उन्हें तद्भव शब्द (tadbhav shabd in Hindi) कहते हैं। इसे इस प्रकार भी परिभाषित कर सकते हैं। – संस्कृत के वे शब्द जो प्राकृत, अपभ्रंश, पुरानी हिंदी से गुजरने के कारण आज परिवर्तित रूप में मिलते हैं। उन्हें तद्भव शब्द कहते हैं। जैसे – दुग्ध से दूध, रात्रि से रात, दधि से दही, वानर से बंदर आदि से विकसित हुए हैं। तत्सम और तद्भव शब्द के उदाहरण तत्सम तद्भव तत्सम तद्भव अग्नि आग अक्षि आंख अज्ञान अनजान अमावस्या अमावस आम्र आम आश्रय आसरा अश्रु आंसू आलस्य आलस अंगुष्ठ अंगूठा आशा आस अन्न अनाज आर्दक अदरक अंधकार अंधेरा आश्चर्य अचरज अर्द्ध आधा आषाढ़ असाढ़ अद्य आज उष्ट्र ऊंट इक्षु ईख उच्च ऊंचा ईर्ष्या ईर्षा उलूक उल्लू ऋतु रितु एकादश ग्यारह उत्साह उछाह ओष्ठ ओठ कर्म काम कच्छप कछुआ कर्पूर कपूर ...