उज्जैन का किंग

  1. महाकालेश्वर मंदिर उज्जैन के बारे में पूरी जानकारी
  2. उज्जैन के महत्व को समझने के लिए एक बार अवश्य पधारें
  3. उज्जैन आज तक
  4. Famous Temples in Ujjain in Hindi
  5. मुस्लिम शासकों ने तोड़ा, हिंदू राजाओं ने संवारा; जानिए
  6. MAHAKAL BHASM AARTI and DARSHAN ONLINE TICKET BOOKING


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महाकालेश्वर मंदिर उज्जैन के बारे में पूरी जानकारी

4/5 - (22 votes) Mahakal Temple Ujjain In Hindi : महाकालेश्वर मंदिर भारत के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है जो मध्य प्रदेश राज्य में रुद्र सागर झील के किनारे बसे प्राचीन शहर उज्जैन में स्थित है जो हिंदुओं के सबसे पवित्र और उत्कृष्ट तीर्थ स्थानों में से एक है। इस मंदिर में दक्षिण मुखी महाकालेश्वर महादेव भगवान शिव की पूजा की जाती है। महाकाल के यहां प्रतिदिन सुबह के समय भस्म आरती होती है। इस आरती की खासियत यह है कि इसमें मुर्दे की भस्म से महाकाल का श्रृंगार किया जाता है। इस जगह को भगवान शिव का पवित्र निवास स्थान माना जाता है। यहां पर आधुनिक और व्यस्त जीवन शैली होने के बाद भी यह मंदिर यहां आने वाले पर्यटकों को पूरी तरह से मन की शांति प्रदान करता है। इस मंदिर के बारे में कहा जाता है कि यह एक अत्यंत पुण्यदायी मंदिर है। माना जाता है कि इस मंदिर के दर्शन मात्र से मोक्ष की प्राप्ति होती है। Tabel Content • • • • • • • • • • • • • • • • • • 1. उज्जैन का महाकालेश्वर मंदिर फेमस क्यों है- Why Is Mahakaleshwar Mandir Ujjain is Famous In Hindi उज्जैन में स्थित महाकालेश्वर मंदिर, रुद्र सागर झील के किनारे स्थित है। महाकालेश्वर मंदिर भगवान शिव को समर्पित प्रसिद्ध हिंदू मंदिरों में से एक है। भगवान शिव का यह मंदिर बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक है जिसको भगवान शिव का सबसे पवित्र निवास स्थान माना जाता है। भगवान शिव मंदिर के प्रमुख देवता हैं जो लिंगम रूप में वहां मौजूद हैं। महाकालेश्वर मंदिर को भारत के टॉप 10 तंत्र मंदिरों में से एक माना जाता है। यह एकमात्र ऐसा मंदिर है जहाँ भस्म-आरती (राख की रस्म) की रस्म निभाई जाती है। यह आरती रोज़ भगवान शिव को जगाने के लिए की जाती है। भगवान शिव का आशीर्वाद लेने ...

उज्जैन के महत्व को समझने के लिए एक बार अवश्य पधारें

उज्जैन देवों के देव भगवान महाकाल की धरती कहलाती है। हर साल यहां देशभर से लाखों श्रद्धालु और पर्यटक आते हैं। आप में से अधिकतर लोग भी उज्जैन से परिचित होंगे और गये भी होंगे। उज्जैन कोई बहुत बड़ा या व्यावसायिक शहर नहीं है बल्कि एक प्राचीन और पौराणिक महत्व का तीर्थ स्थान है। इसलिए यहां लगभग हर गली और चैराहे पर कोई न कोई मंदिर देखने को मिल ही जाता है। उज्जैन के धार्मिक महत्व को लेकर यहां एक प्रचलित है कहावत है कि, “अगर आप उज्जैन में एक बोरी भर कर चावल लेकर लायेंगे और यहां के हर एक सिद्ध और प्रसिद्ध मंदिर में एक-एक दाना भी चढ़ायेंगे तो तब भी दाने कम पड़ जायेंगे, लेकिन, मंदिर स्थल खत्म नहीं होंगे”। इसके अलावा उज्जैन न सिर्फ धार्मिक नगरी है बल्कि यहं के अनेकों ऐतिहासिक स्थानों और पर्यटन स्थानों के लिहाज से भी उत्तम है। भगवान महाकालेशवर का ज्योतिर्लिंंग उज्जैन दर्शन में आप यहां के कुछ सबसे प्रसिद्ध और प्रमुख ऐतिहासिक, धार्मिक सांस्कृतिक महत्व के स्थानों के दर्शन कर सकते हैं जिनमें भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक भगवान महाकालेशवर का ज्योतिर्लिंंग मंदिर, मां भवानी का श्री हरसिद्धि शक्तिपीठ मंदिर, भगवान काल भैरव का मंदिर, चिंतामन गणेश मंदिर, महर्षि सांदीपनि का विश्व प्रसिद्ध आश्रम, खगौलिय महत्व की जंतर-मंतर वैद्यशाला, अद्भूत और आश्चर्य चकीत कर देने वाला ऐतिहासिक 52 कुंड, पवित्र क्षिप्रा नदी का रामघाट, भगवान मंगलनाथ का विश्व प्रसिद्ध मंदिर, देवी गढ़कालिका के दर्शन और इतिहास पुरुष सम्राट विक्रमादित्य के जीवन से जुड़े कुछ ऐतिहासिक तथ्य और प्रमाण। ये सभी स्थान यहां उज्जैन शहर में लगभग 20 से 25 किलोमीटर के दायरे में ही हैं। जहां एक ओर उज्जैन का धार्मिक महत्व और इतिहास अनादिकाल से प्रार...

उज्जैन आज तक

• उज्जैन - लापता 4 वर्षीय बालिका • उज्जैन - कांग्रेस विधायक महेश • उज्जैन के समीप बस हादसा : ट्रा • कल पंवासा में आतंक मचाने वाले • घर की पलंगपेटी में मिली महिला • राजू द्रोणावत हत्याकांड : गोली • वनस्पति घी मिलाकर बना रहे थे न • एक बार फिर ठगाये महाकाल के भक् संपर्क उज्जैन आजतक 115, दुर्गा प्लाजा, देवास रोड, उज्जैन, (म.प्र.) WWW.UJJAINAAJTAK.IN E-MAIL:[email protected], [email protected] मोबाइल- 94245-15148, 94245-15199 हम सामाजिक हैं, हमारे साथ जुड़ें:

Famous Temples in Ujjain in Hindi

Famous Temples in Ujjain in Hindi: भारत के हृदय राज्य मध्य प्रदेश में बसा उज्जैन एक प्राचीन शहर है, जो पवित्र नदी ‘क्षिप्रा’ के किनारे बसा है. ये शहर अपने ऐतिहासिक महत्व के साथ-साथ धार्मिक महत्व के लिए भी जाना जाता है. महापर्व कहा जाने वाला ‘कुंभ मेला’ प्रयागराज, हरिद्वार, नासिक के बाद यहीं उज्जैन में लगता है. इसलिए इस शहर का महत्व और बढ़ जाता है. इसके अलावा, ये शहर प्राचीन हिन्दू तीर्थस्थल महाकालेश्वर मंदिर (Ancient Temples in Ujjain) के लिए भी जाना जाता है, जो महादेव के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है. आइये, इस कड़ी में दर्शन करते हैं प्राचीन शहर उज्जैन के प्रसिद्ध मंदिरों की. आइये, अब विस्तार से नज़र डालते हैं उज्जैन के मौजूद मंदिरों ( Famous Temples in Ujjain in Hindi) पर. 1. महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग Image Source: Famous Shiva Temple in Ujjain: महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग भगवान शिव को समर्पित एक प्रसिद्ध मंदिर है. साथ ही बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक है. इस तीर्थस्थल को भोलेनाथ का पवित्र निवास माना जाता है, जिसके दर्शन करने के लिए न सिर्फ़ देश बल्कि विश्व भर से श्रद्धालुओं का आगमन होता है. ये तीर्थस्थल शिप्रा नदी के किनारे स्थित है. 2. चौबीस खंभा माता मंदिर Image Source: Famous Mandir in Ujjain: उज्जैन में मौजूद ये भी एक प्राचीन मंदिर है. यहां एक बड़ा प्रवेश द्वार है, जिसे चौबीस खंभा कहा जाता है. ये महाकालेश्वर मंदिर से बाज़ार जाने के मार्ग पर पड़ता है. द्वार के दोनों तरफ़ महालाया और महामाया नाम की दो देवियों की मूर्ति स्थापित है. ऐसा कहा जाता है कि राजा विक्रमादित्य इन देवियों की पूजा किया करते थे. 3. इस्कॉन टेंपल उज्जैन Image Source: Famous Temples in Ujjain: भगवान कृष्ण...

मुस्लिम शासकों ने तोड़ा, हिंदू राजाओं ने संवारा; जानिए

बता दें कि 11 अक्टूबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ‘महाकाल लोक’ का लोकार्पण करने उज्जैन आ रहे हैं। वे इसे देश को समर्पित करेंगे। इसके बाद महाकाल लोक को जनता के लिए खोल दिया जाएगा। महाकाल परिसर के विस्तारीकरण से मंदिर का क्षेत्रफल 2.8 से बढ़कर 47 हेक्टेयर हो जाएगा। ये काशी विश्वनाथ कॉरिडोर से 9 गुना बड़ा प्रोजेक्ट है। जानते हैं, कब-कब महाकाल मंदिर का विस्तार हुआ द्वापर युग से पहले का है मंदिर संस्कृति और पुरातत्वविद् भगवती लाल राजपुरोहित ने बताया कि मंदिर को मुस्लिम शासकों ने हमला कर तोड़ा, तो कई राजवंशों ने इसका दोबारा निर्माण करवाया। पौराणिक कथाओं के अनुसार महाकाल मंदिर की स्थापना द्वापर युग से पहले की गई थी। जब भगवान श्रीकृष्ण उज्जैन में शिक्षा प्राप्त करने आए, तो उन्होंने महाकाल स्त्रोत का गान किया था। गोस्वामी तुलसीदास ने भी महाकाल मंदिर का उल्लेख किया है। छठी शताब्दी में बुद्धकालीन राजा चंद्रप्रद्योत के समय महाकाल उत्सव हुआ था। इसका मतलब उस दौरान भी महाकाल उत्सव मनाया गया था। इसका उल्लेख बाण भट्ट ने शिलालेख में किया था। राजा भोज ने निर्माण करवाया 7वीं शताब्दी के बाण भट्‌ट के कादंबिनी में महाकाल मंदिर का विस्तार से वर्णन मिलता है। 11वीं शताब्दी में राजा भोज ने कई मंदिरों का निर्माण करवाया, इनमें महाकाल मंदिर भी शामिल है। उन्होंने महाकाल मंदिर के शिखर को और ऊंचा करवाया था। महाकाल मंदिर पर कब-कब आक्रमण? इतिहास पलटकर देखें तो उज्जैन में 1107 से 1728 ई. तक यवनों का शासन था। इनके शासनकाल में 4500 वर्षों की हिंदुओं की प्राचीन धार्मिक परंपराओं-मान्यताओं को खंडित और नष्ट करने का प्रयास किया गया। 11वीं शताब्दी में गजनी के सेनापति ने मंदिर को नुकसान पहुंचाया था। इसके बाद सन् 1234 ...

MAHAKAL BHASM AARTI and DARSHAN ONLINE TICKET BOOKING

नमस्कार दोस्तों स्वागत है आपका सफ़र जानकारी में आज का हमारा यह लेख अपने देश भारत के एक बहुत ही प्रख्यात धार्मिक स्थल उज्जैन महाकाल मंदिर के बारे में है और मुख्यता आज हम आपको साईं दरबार की एक बहुत ही उत्तम व्यवस्था Mahakaleshwar Ujjain Online Darshan Booking की बात करेंगे यह व्यवस्था खासकर उन लोगो के लिए है जिनके पास समय नहीं है या किसी कारणवश उनको ज्यादा देर तक खड़े रहने में समस्या है अरे घुमा फिरा के बात इतनी है कि जिनको उज्जैन महाकाल मंदिर की भीड़ से बचना भी है और बाबा के दर्शन भी करने है तो क्या करे क्या न करे बस इसी समस्या का समाधान मिलेगा आपको हमारी आज की इस पोस्ट में | Now Online Darshan Booking ticket is very easy and it also saves a lot of valuable time to every devotee. Mahakaleshwar Ujjain Trust introduced Online Darshan Booking for Mahakaleshwar Devotees. It saves a lot of time for Mahakaleshwar devotees and it is providing an option of not standing in a queue for several hours to have darshan of Mahakaleshwar Ujjain Samadhi Mandir to pay their respect. The devotees who register online will not have to stand in a queue for more than one hour. After register process done, they will inform us the exact time in order to pay their respect. Latest Update : मध्य प्रदेश के उज्जैन स्थित ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर में 11 मार्च को महाशिवरात्रि पर भगवान महाकाल के दर्शन के लिए ऑनलाइन अग्रिम बुकिंग एक ही दिन में फुल हो गई है। 11 मार्च को सुबह 6 से रात 12 बजे तक के नौ स्लॉट में 13 हजार 500 भक्तों ने दर्शन की बुकिंग करा ली है। 15 मार्च 2023 से एक बार फिर उज्जैन के महाकाल मंदिर में...