2023 के नवरात्रि कब है

  1. Chaitra Navratri 2023 Date: चैत्र नवरात्रि में कब है अष्टमी और नवमी? यहां जानें शुभ मुहूर्त और तिथियां
  2. 2023 में नवरात्रि पारणा कब है New Delhi, India में
  3. Ashadha Gupt Navratri 2023: कब है आषाढ़ गुप्त नवरात्रि? वृद्धि योग में होगी कलश स्थापना, देखें मुहूर्त और व्रत कैलेंडर
  4. Shardiya Navratri 2023: Kab Se Shuru Ho Rahi Hai Shardiya Navratri, Shardiya Navratri Start Date And Ghatasthapana muhurt


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Chaitra Navratri 2023 Date: चैत्र नवरात्रि में कब है अष्टमी और नवमी? यहां जानें शुभ मुहूर्त और तिथियां

चैत्र नवरात्रि में नवमी 30 मार्च 2023 को पड़ रही है. महानवमी के दिन इस बार कई शुभ मुहूर्त बन रहे हैं. Chaitra Navratri 2023 Date: नवरात्रि के दिनों में माता दुर्गा के अलग-अलग नौ रूपों में 9 दिन तक पूजा अर्चना की जाती है. माना जाता है नवरात्रि के इन दिनों में जो भी भक्त सच्चे हृदय से माता की पूजा अर्चना करता है. मां उसके जीवन से सभी प्रकार के दुख और कष्टों को दूर करती हैं. 22 मार्च से 30 मार्च तक माता दुर्गा की भक्ति के पर्व चैत्र नवरात्र की शुरुआत हो रही है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार 9 दिन तक माता की आराधना करने वालों को सुख, शक्ति, तेज, बल, आत्मविश्वास और ऊर्जा में वृद्धि होती है. हिंदू धर्म की मान्यताओं के अनुसार यह 9 दिन तक माता अपने भक्तों के कष्ट दूर करने के लिए पृथ्वी पर आती हैं. नवरात्रि के सभी 9 दिन बहुत महत्वपूर्ण होते हैं लेकिन इनमें अष्टमी और नवमी का खास महत्व होता है. चैत्र नवरात्रि की अष्टमी और नवमी की डेट, मुहूर्त और इन दो दिनों में क्या-क्या करना चाहिए आदि की जानकारी दे रहे है भोपाल निवासी ज्योतिषी एवं वास्तु विशेषज्ञ पंडित हितेंद्र कुमार शर्मा. चैत्र नवरात्रि 2023 घटस्थापना मुहूर्त कलश स्थापना मुहूर्त – सुबह 06:29 – सुबह 07:39 (22 मार्च 2023) अष्टमी तिथि कब है? इस वर्ष चैत्र नवरात्र में महा अष्टमी 29 मार्च 2023 को पड़ रही है. नवरात्रि के आठवें दिन माता महागौरी की पूजा होती है. चैत्र शुक्ल अष्टमी तिथि 28 मार्च 2023 शाम 7:02 से शुरू होगी और इसका समापन 29 मार्च 2023 रात 9:07 पर होगा. उदया तिथि के अनुसार दुर्गा अष्टमी का व्रत 29 मार्च 2023 को रखा जा सकता है. यह भी पढ़ें – अष्टमी तिथि पर बन रहे योग इस दिन शोभन योग और रवि योग का संयोग बन रहा है. शोभन योग – 28 म...

2023 में नवरात्रि पारणा कब है New Delhi, India में

आइए जानते हैं कि 2023 में नवरात्रि पारणा कब है व नवरात्रि पारणा 2023 की तारीख व मुहूर्त। चैत्र नवरात्रि का पारणा चैत्र शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को किया जाता है। इस दिन 9 दिनों तक चलने वाली चैत्र नवरात्रि समाप्त हो जाती है। पारणा मुहूर्त को लेकर शास्त्रों में बहुत मतभेद है कि पारण नवमी को होगा या दशमी को। मिमांस (जिन्होंने शास्त्रों की व्याख्या की है) के अनुसार पारण दशमी को करना चाहिए, क्योंकि कई शास्त्रों में ऐसा कहा गया है कि नवमी को उपवास रखा जाता है। यदि नवमी तिथि दो दिन पड़ रही हो, तब उस स्थिति में पहले दिन उपवास रखा जाएगा और दूसरे दिन पारण होगा। ऐसा शास्त्रों में वर्णित है। जैसा की नवमी नवरात्रि पूजा का अंतिम दिन है, इसलिए इस दिन देवी दुर्गा की षोडषोपचार पूजा करके विसर्जन करना चाहिए। पूजा और विसर्जन के बाद ब्राह्मणों को फल, उपहार, वस्त्र, दान-दक्षिणा आदि (अपनी इच्छानुसार) देनी चाहिए। साथ ही उपरोक्त चीज़ें 9 कन्याओं को भी कन्या पूजन करके देनी चाहिए। आप सभी को एस्ट्रोसेज की ओर से चैत्र नवरात्रि दशमी की हार्दिक शुभकामनाएँ!

Ashadha Gupt Navratri 2023: कब है आषाढ़ गुप्त नवरात्रि? वृद्धि योग में होगी कलश स्थापना, देखें मुहूर्त और व्रत कैलेंडर

गुप्त नवरात्रि में मां दुर्गा के 9 स्वरूपों के अलावा 10 महाविद्याओं का भी पूजन होता है. आषाढ़ शुक्ल प्रतिपदा तिथि 18 जून रविवार को सुबह 10 बजकर 06 मिनट से प्रारंभ हो रही है. हर साल आषाढ़ गुप्त नवरात्रि का प्रारंभ आषाढ़ माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से होती है. एक साल में दो गुप्त नवरात्रि, एक चैत्र नवरात्रि और एक शारदीय नवरात्रि होती है. गुप्त नवरात्रि में मां दुर्गा के 9 स्वरूपों के अलावा 10 महाविद्याओं का भी पूजन होता है. तंत्र-मंत्र की साधना के लिए गुप्त नवरात्रि अच्छी मानी जाती है. इस बार आषाढ़ गुप्त नवरात्रि पूरे 9 दिन की है. 9 दिन की नवरात्रि को शुभ माना जाता है. केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय पुरी के ज्योतिषाचार्य डॉ. गणेश मिश्र से जानते हैं कि आषाढ़ गुप्त नवरात्रि कब से है? कलश स्थापना का मुहूर्त क्या है? देखें आषाढ़ गुप्त नवरात्रि व्रत कैलेंडर भी. आषाढ़ गुप्त नवरात्रि 2023 प्रारंभ पंचांग के अनुसार, इस साल आषाढ़ माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि 18 जून रविवार को सुबह 10 बजकर 06 मिनट से प्रारंभ हो रही है. यह तिथि अलगे दिन सोमवार 19 जून को सुबह 11 बजकर 25 मिनट तक है. प्रतिपदा तिथि 19 जून को मान्य है, इसलिए आषाढ़ गुप्त नवरात्रि 19 जून से प्रारंभ होगी. यह भी पढ़ें: गुरुवार को करें केसर के 6 उपाय, संवर जाएगी बिगड़ी किस्मत, महालक्ष्मी होंगी खुश, धन-दौलत रहेगा भरपूर वृद्धि योग में आषाढ़ गुप्त नवरात्रि 2023 इस साल 19 जून को प्रारंभ हो रही आषाढ़ गुप्त नवरात्रि वृद्धि योग में है. उस दिन वृद्धि योग सुबह से लेकर देर रात 01 बजकर 15 मिनट तक है. वृद्धि योग में आप जो भी कार्य करेंगे, उसके फल में वृद्धि होगी. आषाढ़ गुप्त नवरात्रि 2023 कलश स्थापना मुहूर्त आषाढ़ गुप्त नवरात्रि ...

Shardiya Navratri 2023: Kab Se Shuru Ho Rahi Hai Shardiya Navratri, Shardiya Navratri Start Date And Ghatasthapana muhurt

Shardiya Navratri 2023: हिंदू धर्म में नवरात्रि का अत्यधिक महत्व होता है. साल में चार नवरात्रि मनाई जाती हैं जिनमें चैत्र नवरात्रि, शारदीय नवरात्रि और दो गुप्त नवरात्रि शामिल हैं. नवरात्रि पर मान्यतानुसार मां दुर्गा (Maa Durga) के नौ स्वरूपों की पूजा-आराधना की जाती है. भक्त मां का घर में घटस्थापना के साथ स्वागत करते हैं और अष्टमी, नवमी या दशमी तिथि पर कन्याओं को कंजक खिलाने के साथ नवरात्रि की पूजा का समापन करते हैं. नवरात्रि के नौ दिन तो कोई एक से दो दिन देवी मां के लिए उपवास रखता है. जानिए शारदीय नवरात्रि किस दिन से शुरू हो रही है और घटस्थापना किस वक्त की जा सकेगी. शारदीय नवरात्रि कब शुरू हो रही है पंचांग के अनुसार अश्विन मां के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से शारदीय नवरात्रि शुरू हो जाती है और दशमी तिथि पर इसका समापन होता है. साल 2023 में अक्टूबर में शारदीय नवरात्रि पड़ रही है. शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि का प्रारंभ 14 अक्टूबर की रात 11 बजकर 25 मिनट पर हो रहा है और इसका समापन 16 अक्टूबर की सुबह 1 बजकर 13 मिनट पर होगा. उदया तिथि से शारदीय नवरात्रि की शुरूआत होगी जोकि 15 अक्टूबर के दिन है. इसका अर्थ है कि साल 2023 में शारदीय नवरात्रि 15 अक्टूबर से शुरू हो रही है. इस दिन घटस्थापना (Ghatasthapana) का शुभ मुहूर्त सुबह 11 बजकर 44 मिनट से दोपहर 12 बजकर 30 मिनट तक रहेगा. इस 46 मिनट की अवधि में घटस्थापना करना बेहद शुभ रहेगा, हालांकि घटस्थापना आमतौर पर पूरा दिन ही की जा सकती है. नवरात्रि की घटस्थापना के साथ ही मां दुर्गा की पूजा की जाती है. नवरात्रि का पहला दिन मां शैलपुत्री (Maa Shailputri) का होता है और इस दिन मां शैलपुत्री के अनुसार ही भक्त पूजा संपन्न करते हैं. (Disclaimer: यहा...