उज्जैन महाकाल इमेज

  1. उज्जैन : रात के अंधेरे में ही नहीं दिन के उजाले में भी चमकता है महाकाल कॉरिडोर, देखिए तस्वीरें
  2. उज्जैन मेयर ने महाकाल के गर्भगृह में आराम फरमाते खिंचवाया फोटोः इमेज वायरल होने के बाद मचा बवाल, कांग्रेस ने साधा निशाना, विवाद बढ़ने के बाद मांगी माफी
  3. Ujjain Mahakal Darshan: उज्जैन के महाकाल मंदिर में 31 दिसंबर व 1 जनवरी को नई दर्शन व्यवस्था होगी लागू, जानें पूरी डिटेल
  4. उज्जैन में महाकाल का भव्य कॉरिडोर बनकर तैयार, 11 अक्टूबर को PM मोदी करेंगे उद्घाटन


Download: उज्जैन महाकाल इमेज
Size: 59.71 MB

उज्जैन : रात के अंधेरे में ही नहीं दिन के उजाले में भी चमकता है महाकाल कॉरिडोर, देखिए तस्वीरें

उज्जैन, 5 अक्टूबर : प्रदेश की धार्मिक नगरी उज्जैन में बनाए गए महाकाल कॉरिडोर का लोकार्पण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आगामी 11 अक्टूबर को करेंगे, जहां इससे पहले अब महाकाल कॉरिडोर की तस्वीरें सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही हैं। अक्सर रात के अंधेरे में खूबसूरत दिखने वाला महाकाल कॉरिडोर दिन के उजाले में भी बेहद खूबसूरत दिखाई देता है, जहां इन दिनों सोशल मीडिया पर वायरल हो रही तस्वीरों में महाकाल कॉरिडोर की खूबसूरती देखते ही बनती है। इन दिनों के लोकार्पण को लेकर तैयारियों का सिलसिला जारी है, जहां लगातार तैयारियां की जा रही हैं। वहीं आगामी 11 अक्टूबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी धार्मिक नगरी महाकाल कॉरिडोर का लोकार्पण करेंगे। दर्शन के लिए आने वालों को मिलेंगी सुविधाएं द्वादश ज्योतिर्लिंगों में शामिल भगवान महाकालेश्वर न केवल देश-प्रदेश, बल्कि विश्व में प्रसिद्ध हैं, बल्कि लाखों श्रद्धालु प्रतिवर्ष भगवान महाकालेश्वर की एक झलक पाने के लिये एकत्रित होते हैं। मोक्षदायी सप्तपुरियों में से एक अवन्तिका में विराजित हैं भगवान महाकाल। भगवान शिव से जुड़ी कथाओं, ज्ञान, भक्तिभाव और तन-मन शिवमय हो सके, इसके लिये ही बनाया गया है 'महाकाल लोक'। शासन द्वारा यहां आने वाले श्रद्धालुओं के लिये हर तरह की सुविधा का बंदोबस्त किया गया है। श्रद्धालुओं के लिये खोल दिया जायेगा प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बनारस के कॉरिडोर की तर्ज पर उज्जैन में भी इसी तरह का विकास करने के बारे में संकल्प लिया, और यह संकल्प अब पूर्ण हो चुका है। महाकाल लोक श्री महाकाल महाराज विकास योजना के प्रथम चरण के अन्तर्गत निर्मित हुआ है। वर्ष 2023 तक इस प्रोजेक्ट के द्वितीय चरण के कार्य भी पूर्ण हो जाने की पूरी-पूरी संभावन...

उज्जैन मेयर ने महाकाल के गर्भगृह में आराम फरमाते खिंचवाया फोटोः इमेज वायरल होने के बाद मचा बवाल, कांग्रेस ने साधा निशाना, विवाद बढ़ने के बाद मांगी माफी

प्रदीप मालवीय, उज्जैन। उज्जैन मेयर मुकेश टटवाल (Ujjain Mayor Mukesh Tatwal) का महाकाल मंदिर (Mahakal temple) गर्भगृह में आराम फरमाते फोटो खिंचवाने के मामले में विवाद बढ़ गया है। गर्भगृह में अशोभनीय तरीके से फोटो खिंचवाने पर कांग्रेस ने निशाना साधा। कांग्रेस नेता अरुण सुभाष यादव ने फोटो को ट्वीट करते हुए कहा कि तुम्हारी हैसियत नहीं कि राजाओं के राजा महाकाल के दरबार में इस तरह से बैठो। वहीं विवाद बढ़ता देख उज्जैन महापौर मुकेश टटवाल ने माफी मांग ली है। मुकेश टटवाल ने माफी मांगते हुए सफाई दिया कि मैं अनुसूचित जाति सीट से महापौर चुना गया हूं। शायद यही मेरा दोष है। उज्जैन महापौर मुकेश टटवाल का महाकालेश्वर मंदिर में आराम की मुद्रा वाला एक फोटो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद अब महापौर के फोटो पर राजनीति होने लगी है। फोटो वायरल होते ही कांग्रेस नेता अरुण यादव और के के मिश्रा ने महापौर के शिवलिंग के पास बैठने की मुद्रा पर सवाल खड़े किये। दरअसल महापौर मुकेश टटवाल महाकालेश्वर मंदिर दर्शन करने गए थे । इस दौरान उन्होंने दर्शन के बाद पंडित से आशीर्वाद लेते हुए यह फोटो खिंचवाया था। यही फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। फोटो में महापौर गर्भ गृह के अंदर शिव लिंग के पास जलाधारी पर हाथ रख कर बैठे है। उनकी इस मुद्रा को लेकर पहले सोशल मीडिया पर महापौर ट्रोल होते रहे। कांग्रेस की और से भी महापौर द्वारा मंदिर में बैठने की मुद्रा पर सवाल खड़े किए। तुम्हारी हैसियत नहीं कि राजाओं के राजा महाकाल के दरबार में इस तरह से बैठो कांग्रेस नेता अरुण यादव (Congress leader Arun Yadav) ने उज्जैन महापौर मुकेश टटवाल के फोटो को ट्वीट कर लिखा है- तुम्हारी हैसियत नहीं कि राजाओं के राजा महाकाल के दरबार में इस तरह से ...

Ujjain Mahakal Darshan: उज्जैन के महाकाल मंदिर में 31 दिसंबर व 1 जनवरी को नई दर्शन व्यवस्था होगी लागू, जानें पूरी डिटेल

डीएनए हिंदीः उज्जैन के प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर में 31 दिसंबर व 1 जनवरी को लेकर नया दर्शन प्लान बनाया गया है. इसके तहत 31 दिसंबर व 1 जनवरी को दर्शनार्थियों को त्रिवेणी संग्रहालय से मंदिर में प्रवेश दिया जाएग. श्रद्वालु गणेश मंडपम से भगवान महाकाल के दर्शन करने के बाद महाकाल महालोक के पिनाकी द्वार से बाहर आएंगे. दर्शनार्थियों के लिए जूता स्टैंड की व्यवस्था त्रिवेणी संग्रहालय के सामने पार्किंग में रहेगी. इस व्यवस्था से श्रद्धालु स्टैंड पर जूते चप्पल रखने के बाद त्रिवेणी द्वार से मंदिर में प्रवेश करेंगे. निर्गम पिनाकी द्वार से होने से वें सीधे जूता स्टैंड पहुंचेंगे. महाकाल मंदिर परिसर में बंद नहीं होगा प्रवेश मंदिर प्रशासन ने इस बार 31 दिसंबर व 1 जनवरी को परिसर में प्रवेश चालू रखने का निर्णय लिया है. अब तक विशेाष पर्व व त्यौहारों पर अत्यधिक भीड़ होने की स्थिति में परिसर में प्रवेश बंद कर दिया जाता था. इस व्यवस्था से परिसर स्थित मंदिरों में सन्नाटा पसरा रहता था. इस व्यवस्था का कई बार परिसर स्थित मंदिरों के पुजारी विरोध कर चुके हैं. इसलिए इस बार परिसर में भक्तों का प्रवेश चालू रखा गया है. प्रशासन ने 31 दिसंबर व 1 जनवरी के लिए इंदौर रोड स्थित मेघदूत वन तथा हरसिद्धि के पीछे कर्कराज मंदिर परिसर में पार्किंग की व्यवस्था की है. श्रद्धालु इन पार्किंग में वाहन पार्क कर त्रिवेणी संग्रहालय तक आएंगे तथा मंदिर में प्रवेश करेंगे. मंदिर समिति कर्कराज पार्किंग से निशुल्क ई रिक्शा चलाने पर भी विचार कर रही है.

उज्जैन में महाकाल का भव्य कॉरिडोर बनकर तैयार, 11 अक्टूबर को PM मोदी करेंगे उद्घाटन

Mahakal Corridor Ujjain: मध्य प्रदेश के उ,ज्जैन में ज्योतिर्लिंग महाकालेश्वर के नए कॉरिडोर का पहला चरण बनकर तैयार हो गया है. प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार को कॉरिडोर का दौरा किया. निरिक्षण के बाद उन्होंने कहा कि आज हमने जो काम देखा है उससे मैं संतुष्ट हूं. नए कॉरिडोर का उद्घाटन 11 अक्टूबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे. बता दें कि महाकाल कॉरिडोर का काम दो चरणों में हो रहा, जिसके लिए करीब 750 करोड़ रुपए खर्च किए जा रहे हैं. पहले चरण के लिए करीब 350 करोड़ रुपए खर्च किए गए. महाकाल मंदिर कॉरिडोर करीब 900 मीटर एरिया में बना है. उज्जैन में बन रहे कॉरिडोर का आकार काशी विश्वनाथ मंदिर से करीब 4 गुना बड़ा है. कॉरिडोर में शिव तांडव स्त्रोत, शिव विवाह, महाकालेश्वर वाटिका, महाकालेश्वर मार्ग, शिव अवतार वाटिका, प्रवचन हॉल, नूतन स्कूल परिसर, गणेश विद्यालय परिसर, रूद्रसागर तट विकास, अर्ध पथ क्षेत्र, धर्मशाला और पार्किंग सर्विसेस भी तैयार किया जा रहा है. इससे भक्तों को दर्शन करने और कॉरिडोर घूमने के दौरान खास अनुभव होने वाला है. खास बात है कि भव्य कॉरिडोर को चलाने के लिए करीब एक हजार लोगों की जरूरत होगी. ऐसे में लोकल लोगों के लिए रोजगार के नए मौके भी बनेंगे. - महाकाल का भव्य कॉरिडोर बनकर तैयार - पीएम PM मोदी करेंगे कॉरिडोर का लोकार्पण बता दें कि महाकाल कॉरिडोर का निर्माण कार्य 2019 में शुरू हुआ था. पूरा मंदिर परिसर दो हेक्टेयर में है, जिसके लिए करीब 750 करोड़ रुपए खर्च होंगे. निर्माण कार्य में खर्च होने वाले कुल खर्च में से 422 करोड़ रुपए राज्य सरकार करेगी, जबकि 21 करोड़ रुपए मंदिर समिति और शेष रकम केंद्र सरकार खर्च करेगी. कॉरिडोर निरिक्षण के बाद मुख्यमंत्री शिवराज ...