उलेमा कौन थे

  1. उलेमा कौन थे और उनका क्या कार्य था?
  2. Why are the two factions of Jamiat Ulema
  3. UP Board Solutions for Class 11 History Chapter 4 The Central Islamic Lands – UP Board Solutions
  4. दस्तार बंदान कौन कहलाते थे?
  5. NIOS Class 10th Social Science (213) Chapter
  6. उलेमा से आप क्या समझते हैं? – ElegantAnswer.com
  7. UP Board Solutions for Class 11 History Chapter 4 The Central Islamic Lands – UP Board Solutions
  8. NIOS Class 10th Social Science (213) Chapter
  9. उलेमा से आप क्या समझते हैं? – ElegantAnswer.com
  10. उलेमा कौन थे और उनका क्या कार्य था?


Download: उलेमा कौन थे
Size: 42.40 MB

उलेमा कौन थे और उनका क्या कार्य था?

उमेला धार्मिक विद्वान थे। ये कुरान से प्राप्त ज्ञान (इल्म) पैगम्बर को आदर्श व्यवहार (सुन्ना) का मार्गदर्शन करते थे। मध्यकाल में उलेमा अपना समय कुरान पर टीका (तफसीर) लिखने और मुहम्मद की प्रामाणिक उक्तियों और कार्यों को लेखबद्ध करने में लगाते थे। कुछ उलेमाओं ने कर्मकाण्डों (इबादत) के माध्यम से ईश्वर के साथ मुसलमानों के सम्बन्ध को नियन्त्रित करने और सामाजिक कार्यों (मुआमलात) के लिए शेष इनसानों के साथ मुसलमानों के सम्बन्धों को नियन्त्रित करने के लिए कानून तैयार करने का कार्य किया। Categories • • (31.9k) • (8.8k) • (764k) • (248k) • (2.9k) • (5.2k) • (664) • (121k) • (26.8k) • (26.9k) • (11.1k) • (18.4k) • (36) • (72.1k) • (3.8k) • (19.6k) • (1.4k) • (14.2k) • (12.5k) • (9.3k) • (7.7k) • (3.9k) • (6.7k) • (63.8k) • (26.6k) • (23.7k) • (14.6k) • (25.7k) • (530) • (84) • (766) • (49.1k) • (63.8k) • (1.8k) • (59.3k) • (24.5k)

Why are the two factions of Jamiat Ulema

भारतीय मुसलमानों के प्रमुख संगठन जमीयत उलमा-ए-हिंद (JUH) के दोनों गुट एक होने जा रहे हैं। मौलाना महमूद मदनी गुट ने शुक्रवार को दो दिवसीय बैठक के बाद, अरशद मदनी गुट के साथ विलय की प्रक्रिया शुरू करने के लिए प्रस्ताव पारित किया। अरशद मदनी गुट की कार्यसमिति ने पिछले महीने इस विलय को हरी झंडी दे दी थी। जेयूएच के देश में 1.5 करोड़ सदस्य और अनुयायी हैं। यह देश के सबसे बड़े मुस्लिम संगठनों में माना जाता है। पिछले शुक्रवार को पारित हुए प्रस्ताव से अब 14 साल बाद दोनों गुटों में सुलह का रास्ता खुला है। एक बयान में संगठन ने कहा कि लंबे विचार-विमर्श के बाद, आम राय से जमीयत उलेमा-ए-हिंद की कार्य समिति संगठन की हालिया सुलह प्रक्रिया की सराहना करती है और सुलह की प्रक्रिया को आगे बढ़ाने के लिए सहमत है। इस प्रक्रिया को आगे बढ़ाने के लिए, वर्किंग कमेटी ने जमीयत के अध्यक्ष मौलाना महमूद, अरशद मदनी को जमीयत के संविधान के अनुसार सुलह की प्रक्रिया जारी रखने के लिए अधिकृत किया है। कार्यसमिति ने अपने प्रस्ताव में कहा है कि धार्मिक कट्टरता और राजनीतिक नेताओं द्वारा प्रचारित धार्मिक नेताओं का अपमान देश के लिए एक गंभीर खतरा है और ग्लोबल बिरादरी के बीच देश की छवि को धूमिल करेगा। विशेष रूप से, सत्तारूढ़ दल, उससे जुड़े राजनीतिक नेताओं और यहां तक कि संसद के सदस्यों और विधानसभाओं के सदस्यों द्वारा अपमानजनक बयानों को तुरंत रोका जाना चाहिए। प्रस्ताव में कहा गया कि जमीयत-उलेमा-ए-हिंद भारत सरकार से सांप्रदायिक विरोधी दंगों और अपमानजनक बयानों को तुरंत रोकने और हिंसा को रोकने के लिए सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों के आलोक में प्रभावी कानून लागू करने का अनुरोध करती है। साथ ही बहुसंख्यक और अल्पसंख्यकों के बीच विश्वास ...

UP Board Solutions for Class 11 History Chapter 4 The Central Islamic Lands – UP Board Solutions

UP Board Solutions for Class 11 History Chapter 4 The Central Islamic Lands (इस्लाम का उदय और विस्तार-लगभग 570 – 1200 ई०) These Solutions are part of पाठ्य – पुस्तक के प्रश्नोत्तर संक्षेप में उत्तर दीजिए प्रश्न 1. सातवीं शताब्दी के आरम्भिक दशकों में बेदुइओं के जीवन की क्या विशेषताएँ थीं? उत्तर : बेदुइओं के जीवन की प्रमुख विशेषताएँ निम्नलिखित थीं (i) अनेक अरब कबीले बेदूइन या बद्दू या खानाबदोश होते थे। (ii) ये अपने खाद्य (खजूर) और अपने ऊँटों के लिए चारे की तलाश में रेगिस्तान के सूखे क्षेत्रों से हरे-भरे क्षेत्रों (नखलिस्तान) की ओर जाते रहते थे। (iii) इनमें से कुछ नगरों में बस गए और व्यापार करने लगे। (iv) खलीफा के सैनिकों में ज्यादा बदू ही थे। ये रेगिस्तान के किनारे बसे शिविर शहरों; जैसे कुफा तथा बसरा में रहते थे। प्रश्न 2. अब्बासी क्रान्ति’ से आपका क्या तात्पर्य है? उत्तर : उमय्यदों के विरुद्ध ‘दावा’ नामक एक सुसंगठित आंदोलन हुआ, फलस्वरूप उनका पतन हो गया। सन् 1750 में उनके स्थान पर मक्काई मूल के अन्य परिवार (अब्बासिदों) को स्थापित कर दिया गया। वास्तव में अब्बासिदों ने उमय्यद शासन की जमकर आलोचना की और पैगम्बर द्वारा स्थापित मूल इस्लाम को पुनः बहाल कराने का वादा किया। वे उसमें सफल भी रहे। इसे ही अब्बासी । क्रान्तिं की संज्ञा दी गई है। इस क्रान्ति से राजवंश में परिवर्तन के साथ राजनीतिक संरचना में बहुत परिवर्तन हुआ। प्रश्न 3. अरबों, ईरानियों व तुर्को द्वारा स्थापित राज्यों की बहुसंस्कृतियों के उदाहरण दीजिए। उत्तर : अरबों, ईरानियों और तुर्को द्वारा स्थापित राज्य जातीय पक्षपातरहित थे। ये राज्य किसी एकल राजनीतिक व्यवस्था या किसी संस्कृति की एकल भाषा (अरबी) के बजाय सामान्य अर्थव्यवस्...

दस्तार बंदान कौन कहलाते थे?

'दस्तार बंदान' उलेमा कहलाते थे। उलेमा सल्तनत काल में मुस्लिम धार्मिक गुरु थे जिनका कार्य मुस्लिम कानूनों की विवेचना करना था। इसके बाद भी उलेमाओं की ​अति सक्रियता और बेवजह सुल्तान पर मुस्लिम कानूनों के अनुपालन की प्रवृत्ति को अलाउद्दीन खिलजी और मुहममद तुगलक जैसे शासकों ने नियंत्रित करते हुए उनके अनावश्यक हस्तक्षेप को रोकने का प्रयास किया। Tags : Explanation : बुलंदीबाग पाटलिपुत्र का प्राचीन स्थान था। बुलंदीबाग नामक प्राचीन स्थल मगध के समीप स्थित पाटलिपुत्र के लिए किया जाता है। यहां पर हुए उत्खनन में कुम्हार एवं बुलंदीाग से पाटलिपुत्र से संबंधित अभिलेखीय साक्ष्य मिले हैं। यहाँ की खुदाई • अमेरिका के स्वतंत्रता संग्राम के दौरान ब्रिटिश सेना का कमांडर कौन था?

NIOS Class 10th Social Science (213) Chapter

Last Doubt NIOS Class 10th Social Science (213) Chapter – 2 मध्यकालीन विश्व (Medieval World) Textbook NIOS class 10 th Subject Social Science Chapter 2 nd Chapter Name मध्यकालीन विश्व (Medieval World) Category Class 10th NIOS Social Science (213) Medium Hindi Source Last Doubt NIOS Class 10th Social Science (213) Chapter – 2 मध्यकालीन विश्व (Medieval World) Question Answer in Hindi जिसमे हम मध्यकालीन इतिहास के जनक कौन है?, मध्यकालीन इतिहास के स्रोत कौन कौन से हैं?, मध्यकालीन इतिहास में नाम क्या था?, मध्यकाल में भारत क्यों प्रसिद्ध था?, मध्यकाल में भारत पर किसने शासन किया?, मध्यकाल की अवधि कितनी थी?, मध्य काल का दूसरा नाम क्या है?, मध्यकालीन भारत का पहला राजा कौन था?, भारत के प्रथम संस्थापक कौन है?, इंडिया का प्रथम नाम क्या था?, भारत में कितने साम्राज्य हैं?, भारत का नाम किसने रखा?, भारत के कितने टुकड़े हो चुके हैं?, भारत की फुल फॉर्म क्या है?, इंडिया का फुल फॉर्म क्या है? आदि के बारे में पढेंगे NIOS Class 10th Social Science (213) Chapter – 2 मध्यकालीन विश्व (Medieval World) Chapter – 2 मध्यकालीन विश्व प्रश्न – उत्तर पाठांत प्रश्न प्रश्न 1. चर्चा करें कि क्यों मध्यकाल एक उल्लेखनीय काल है। जिसका अध्ययन मानव समाज के क्रम-विकास को समझने के लिए जरूरी है। उत्तर – मध्यकाल मानव समाज के क्रम-विकास का एक महत्त्वपूर्ण चरण है जिसका अध्ययन इसकी अपनी विशेषताओं के लिए किया जाना चाहिए। सिर्फ यही बात नहीं है, मध्यकाल की उपलब्धियाँ और गौरव आधुनिक काल की दिशा में महत्त्वपूर्ण कदम भी हैं। एक मायने में आधुनिकता की जड़ ‘मध्यकालीनता’ में है। मध्यकाल इस्लामी जगत् के लिए एक ऐसा काल था जब एक सभ्यत...

उलेमा से आप क्या समझते हैं? – ElegantAnswer.com

उलेमा से आप क्या समझते हैं? इसे सुनेंरोकेंइस्लाम में, उलमा या मौलाना ( अरबी: علماء ulema उलेमा, एकवचन عالِم ,alim,आलिम, बहुवचन) “विद्वान”, शाब्दिक रूप से “सीखे हुए लोग” स्त्री: (आलिमह علی alimah एकवचन) और (उलुमा uluma बहुवचन) इस्लाम में धार्मिक ज्ञान के संरक्षक, ट्रांसमीटर और व्याख्याकार हैं, जिनमें इस्लामी सिद्धांत और कानून शामिल हैं। उलेमा कौन थे इनका क्या कार्य था? इसे सुनेंरोकेंउलमा (आलिम का बहुवचन) इस्लाम धर्म के ज्ञाता थे। इस परिपाटी के संरक्षक होने के नाते वे धार्मिक ,कानूनी और अध्यापन सम्बन्धी जिम्मेदारी निभाते थे। उलमा से यह अपेक्षा की जाती थी कि वे शासन में शरिया का पालन करवायेंगे। प्राय: उलमा को काजी , न्यायाधीश ,अध्यापक आदि के पदों पर नियुक्त किया जाता था। इस्लामी धार्मिक विद्वानों को क्या कहा जाता है? इसे सुनेंरोकेंमें इस्लाम , उलेमा ( / यू एल ə ˌ मीटर ɑː / ; अरबी : علماء ‘Ulamā’ , एकवचन عالم ‘Ālim , “विद्वान”, शाब्दिक “सीखा वाले”, यह भी स्पष्ट उलेमा ; संज्ञा: alimah [एकवचन] और आलिमथ [बहुवचन]) इस्लाम में धार्मिक ज्ञान के संरक्षक, ट्रांसमीटर और दुभाषिए हैं, जिसमें इस्लामी सिद्धांत और कानून शामिल हैं। उलेमा से क्या अभिप्राय है उनके शासन में क्या भूमिका थी? इसे सुनेंरोकेंमुस्लिम वर्गों में सबसे अधिक प्रभावशाली लोग जो धर्माधिकारी होते हैं उन्हें उलेमा कहते हैं। अलाउद्दीन पहला सुल्तान था जिसने स्वतंत्र नीति अपनायी और उनकी राय की उपेक्षा की। वे विद्वान जो ज्ञान की प्राप्ति में रत रहते थे उलेमा और जो राजा के सलाहकार के रूप में चुने जाते थे उन्हें शेखुल इस्लाम कहते थे। मुगल काल में मुस्लिम समुदाय पर किसका प्रभाव था *? इसे सुनेंरोकेंमुस्लिम शासकों पर जब अत्याचार का आरो...

UP Board Solutions for Class 11 History Chapter 4 The Central Islamic Lands – UP Board Solutions

UP Board Solutions for Class 11 History Chapter 4 The Central Islamic Lands (इस्लाम का उदय और विस्तार-लगभग 570 – 1200 ई०) These Solutions are part of पाठ्य – पुस्तक के प्रश्नोत्तर संक्षेप में उत्तर दीजिए प्रश्न 1. सातवीं शताब्दी के आरम्भिक दशकों में बेदुइओं के जीवन की क्या विशेषताएँ थीं? उत्तर : बेदुइओं के जीवन की प्रमुख विशेषताएँ निम्नलिखित थीं (i) अनेक अरब कबीले बेदूइन या बद्दू या खानाबदोश होते थे। (ii) ये अपने खाद्य (खजूर) और अपने ऊँटों के लिए चारे की तलाश में रेगिस्तान के सूखे क्षेत्रों से हरे-भरे क्षेत्रों (नखलिस्तान) की ओर जाते रहते थे। (iii) इनमें से कुछ नगरों में बस गए और व्यापार करने लगे। (iv) खलीफा के सैनिकों में ज्यादा बदू ही थे। ये रेगिस्तान के किनारे बसे शिविर शहरों; जैसे कुफा तथा बसरा में रहते थे। प्रश्न 2. अब्बासी क्रान्ति’ से आपका क्या तात्पर्य है? उत्तर : उमय्यदों के विरुद्ध ‘दावा’ नामक एक सुसंगठित आंदोलन हुआ, फलस्वरूप उनका पतन हो गया। सन् 1750 में उनके स्थान पर मक्काई मूल के अन्य परिवार (अब्बासिदों) को स्थापित कर दिया गया। वास्तव में अब्बासिदों ने उमय्यद शासन की जमकर आलोचना की और पैगम्बर द्वारा स्थापित मूल इस्लाम को पुनः बहाल कराने का वादा किया। वे उसमें सफल भी रहे। इसे ही अब्बासी । क्रान्तिं की संज्ञा दी गई है। इस क्रान्ति से राजवंश में परिवर्तन के साथ राजनीतिक संरचना में बहुत परिवर्तन हुआ। प्रश्न 3. अरबों, ईरानियों व तुर्को द्वारा स्थापित राज्यों की बहुसंस्कृतियों के उदाहरण दीजिए। उत्तर : अरबों, ईरानियों और तुर्को द्वारा स्थापित राज्य जातीय पक्षपातरहित थे। ये राज्य किसी एकल राजनीतिक व्यवस्था या किसी संस्कृति की एकल भाषा (अरबी) के बजाय सामान्य अर्थव्यवस्...

NIOS Class 10th Social Science (213) Chapter

Last Doubt NIOS Class 10th Social Science (213) Chapter – 2 मध्यकालीन विश्व (Medieval World) Textbook NIOS class 10 th Subject Social Science Chapter 2 nd Chapter Name मध्यकालीन विश्व (Medieval World) Category Class 10th NIOS Social Science (213) Medium Hindi Source Last Doubt NIOS Class 10th Social Science (213) Chapter – 2 मध्यकालीन विश्व (Medieval World) Question Answer in Hindi जिसमे हम मध्यकालीन इतिहास के जनक कौन है?, मध्यकालीन इतिहास के स्रोत कौन कौन से हैं?, मध्यकालीन इतिहास में नाम क्या था?, मध्यकाल में भारत क्यों प्रसिद्ध था?, मध्यकाल में भारत पर किसने शासन किया?, मध्यकाल की अवधि कितनी थी?, मध्य काल का दूसरा नाम क्या है?, मध्यकालीन भारत का पहला राजा कौन था?, भारत के प्रथम संस्थापक कौन है?, इंडिया का प्रथम नाम क्या था?, भारत में कितने साम्राज्य हैं?, भारत का नाम किसने रखा?, भारत के कितने टुकड़े हो चुके हैं?, भारत की फुल फॉर्म क्या है?, इंडिया का फुल फॉर्म क्या है? आदि के बारे में पढेंगे NIOS Class 10th Social Science (213) Chapter – 2 मध्यकालीन विश्व (Medieval World) Chapter – 2 मध्यकालीन विश्व प्रश्न – उत्तर पाठांत प्रश्न प्रश्न 1. चर्चा करें कि क्यों मध्यकाल एक उल्लेखनीय काल है। जिसका अध्ययन मानव समाज के क्रम-विकास को समझने के लिए जरूरी है। उत्तर – मध्यकाल मानव समाज के क्रम-विकास का एक महत्त्वपूर्ण चरण है जिसका अध्ययन इसकी अपनी विशेषताओं के लिए किया जाना चाहिए। सिर्फ यही बात नहीं है, मध्यकाल की उपलब्धियाँ और गौरव आधुनिक काल की दिशा में महत्त्वपूर्ण कदम भी हैं। एक मायने में आधुनिकता की जड़ ‘मध्यकालीनता’ में है। मध्यकाल इस्लामी जगत् के लिए एक ऐसा काल था जब एक सभ्यत...

उलेमा से आप क्या समझते हैं? – ElegantAnswer.com

उलेमा से आप क्या समझते हैं? इसे सुनेंरोकेंइस्लाम में, उलमा या मौलाना ( अरबी: علماء ulema उलेमा, एकवचन عالِم ,alim,आलिम, बहुवचन) “विद्वान”, शाब्दिक रूप से “सीखे हुए लोग” स्त्री: (आलिमह علی alimah एकवचन) और (उलुमा uluma बहुवचन) इस्लाम में धार्मिक ज्ञान के संरक्षक, ट्रांसमीटर और व्याख्याकार हैं, जिनमें इस्लामी सिद्धांत और कानून शामिल हैं। उलेमा कौन थे इनका क्या कार्य था? इसे सुनेंरोकेंउलमा (आलिम का बहुवचन) इस्लाम धर्म के ज्ञाता थे। इस परिपाटी के संरक्षक होने के नाते वे धार्मिक ,कानूनी और अध्यापन सम्बन्धी जिम्मेदारी निभाते थे। उलमा से यह अपेक्षा की जाती थी कि वे शासन में शरिया का पालन करवायेंगे। प्राय: उलमा को काजी , न्यायाधीश ,अध्यापक आदि के पदों पर नियुक्त किया जाता था। इस्लामी धार्मिक विद्वानों को क्या कहा जाता है? इसे सुनेंरोकेंमें इस्लाम , उलेमा ( / यू एल ə ˌ मीटर ɑː / ; अरबी : علماء ‘Ulamā’ , एकवचन عالم ‘Ālim , “विद्वान”, शाब्दिक “सीखा वाले”, यह भी स्पष्ट उलेमा ; संज्ञा: alimah [एकवचन] और आलिमथ [बहुवचन]) इस्लाम में धार्मिक ज्ञान के संरक्षक, ट्रांसमीटर और दुभाषिए हैं, जिसमें इस्लामी सिद्धांत और कानून शामिल हैं। उलेमा से क्या अभिप्राय है उनके शासन में क्या भूमिका थी? इसे सुनेंरोकेंमुस्लिम वर्गों में सबसे अधिक प्रभावशाली लोग जो धर्माधिकारी होते हैं उन्हें उलेमा कहते हैं। अलाउद्दीन पहला सुल्तान था जिसने स्वतंत्र नीति अपनायी और उनकी राय की उपेक्षा की। वे विद्वान जो ज्ञान की प्राप्ति में रत रहते थे उलेमा और जो राजा के सलाहकार के रूप में चुने जाते थे उन्हें शेखुल इस्लाम कहते थे। मुगल काल में मुस्लिम समुदाय पर किसका प्रभाव था *? इसे सुनेंरोकेंमुस्लिम शासकों पर जब अत्याचार का आरो...

उलेमा कौन थे और उनका क्या कार्य था?

उमेला धार्मिक विद्वान थे। ये कुरान से प्राप्त ज्ञान (इल्म) पैगम्बर को आदर्श व्यवहार (सुन्ना) का मार्गदर्शन करते थे। मध्यकाल में उलेमा अपना समय कुरान पर टीका (तफसीर) लिखने और मुहम्मद की प्रामाणिक उक्तियों और कार्यों को लेखबद्ध करने में लगाते थे। कुछ उलेमाओं ने कर्मकाण्डों (इबादत) के माध्यम से ईश्वर के साथ मुसलमानों के सम्बन्ध को नियन्त्रित करने और सामाजिक कार्यों (मुआमलात) के लिए शेष इनसानों के साथ मुसलमानों के सम्बन्धों को नियन्त्रित करने के लिए कानून तैयार करने का कार्य किया। Categories • • (31.9k) • (8.8k) • (764k) • (248k) • (2.9k) • (5.2k) • (664) • (121k) • (26.8k) • (26.9k) • (11.1k) • (18.4k) • (36) • (72.1k) • (3.8k) • (19.6k) • (1.4k) • (14.2k) • (12.5k) • (9.3k) • (7.7k) • (3.9k) • (6.7k) • (63.8k) • (26.6k) • (23.7k) • (14.6k) • (25.7k) • (530) • (84) • (766) • (49.1k) • (63.8k) • (1.8k) • (59.3k) • (24.5k)