Urja sanrakshan par nibandh

  1. पर्यावरण संरक्षण पर निबंध
  2. ऊर्जा संरक्षण के बारे में एक निबंध लिखें? » Urja Sanrakshan Ke Bare Mein Ek Nibandh Likhen
  3. वन्यजीव संरक्षण पर निबंध
  4. ऊर्जा संरक्षण पर निबंध
  5. Save Water Essay in Hindi


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पर्यावरण संरक्षण पर निबंध

पर्यावरण संरक्षण पर निबंध। Hindi Essay on environmental protection प्रस्तावना: हम अगर हमारे चारों और देखे तो ईश्वर की बनाई इस अद्भुत पर्यावरण की सुंदरता देख कर मन प्रफुल्लित हो जाता है पर्यावरण की गोद में सुंदर फूल, लताये, हरे-भरे वृक्षों, प्यारे – प्यारे चहचहाते पक्षी है, जो आकर्षण का केंद्र बिंदु है आज मानव ने अपनी जिज्ञासा और नई नई खोज की अभिलाषा में पर्यावरण के सहज कार्यो में हस्तक्षेप करना शुरू कर दिया है जिसके कारन हमारा पर्यावरण प्रदूषित हो रहा है हम हमारे दोस्तों परिवारों का तो बहुत ख्याल रखते हैं परंतु जब पर्यावरण की बात आती है तो बस गांधी जयंती, या फिर स्वच्छ भारत अभियान, के समय ही पर्यावरण का ख्याल आता है लेकिन यदि हम हमारे पर्यावरण का और पृथ्वी के बारे में सोचेंगे इस प्रदूषण से बच सकते हैं। पर्यावरण संरक्षण की परिभाषा:- हमारे भारत देश में भारतीय संविधान 1950 में लागू हुआ था परंतु पूरे तरीके से पर्यावरण संरक्षण से नहीं जुड़ा था। सन 1972 में स्टॉकहोम सम्मेलन में भारत सरकार द्वारा ध्यान पर्यावरण संरक्षण पर गया और सरकार ने 1976 में संविधान में संशोधन कर नया अनुच्छेद जोड़े गए थे 48A तथा 51A (G ), जोड़े अनुच्छेद 48 सरकार को निर्देश देता है कि वह पर्यावरण की सुरक्षा करें और उनमें सुधार का काम करें और अनुच्छेद 51 A (G )नागरिकों के लिए है कि वह हमारे पर्यावरण की रक्षा करें। पर्यावरण संरक्षण के उपाय:- विश्व पर्यावरण संरक्षण अधिनियम संयुक्त राष्ट्र में पर्यावरण के लिए मनाया जाता है और यह एक उत्सव की तरह होता है। इस दिन पर्यावरण के संरक्षण के लिए जगह-जगह वृक्षारोपण किया जाता है हमारे देश में अक्सर ऐसा होता है कि कोई भी बड़ा कार्य होता है तो हम उम्मीद करते हैं कि वह सरकार करे...

ऊर्जा संरक्षण के बारे में एक निबंध लिखें? » Urja Sanrakshan Ke Bare Mein Ek Nibandh Likhen

चेतावनी: इस टेक्स्ट में गलतियाँ हो सकती हैं। सॉफ्टवेर के द्वारा ऑडियो को टेक्स्ट में बदला गया है। ऑडियो सुन्ना चाहिये। ऊर्जा संरक्षण पर निबंध तो लिखना मुश्किल है क्योंकि हिंदी सब्जेक्ट तो है नहीं जो इसमें हम निबंध लिख सकें लेकिन ऊर्जा संरक्षण के बारे में बात करें तो ऊर्जा संरक्षण का नियम कुछ इस तरह की किसी भी रसायनिक अभिक्रिया में ना तो ऊर्जा की उत्पत्ति होती है ना उसका विनाश बस एक रूप से दूसरे रूप में परिवर्तन किया जा सकता है जैसे कि आप इलेक्ट्रिक एनर्जी को ले ले विद्युत ऊर्जा को लाइट एनर्जी मतलब कि प्रकाश ऊर्जा में परिवर्तित हो जाता है फिर प्रकाश ऊर्जा भी किसी हीट एनर्जी हमारे वातावरण मिल जाता है मतलब कि ऊर्जा कम रहता है संरक्षित रहता है वह कभी खत्म नहीं होता urja sanrakshan par nibandh toh likhna mushkil hai kyonki hindi subject toh hai nahi jo isme hum nibandh likh sake lekin urja sanrakshan ke bare mein baat kare toh urja sanrakshan ka niyam kuch is tarah ki kisi bhi rasayanik abhikriya mein na toh urja ki utpatti hoti hai na uska vinash bus ek roop se dusre roop mein parivartan kiya ja sakta hai jaise ki aap electric energy ko le le vidhyut urja ko light energy matlab ki prakash urja mein parivartit ho jata hai phir prakash urja bhi kisi heat energy hamare vatavaran mil jata hai matlab ki urja kam rehta hai sanrakshit rehta hai vaah kabhi khatam nahi hota ऊर्जा संरक्षण पर निबंध तो लिखना मुश्किल है क्योंकि हिंदी सब्जेक्ट तो है नहीं जो इसमें हम न

वन्यजीव संरक्षण पर निबंध

“वन्यजीव संरक्षण” यह शब्द हमें उन संसाधनों को बचाने की याद दिलाता है जो हमें प्रकृति द्वारा उपहार के रूप में प्रदान किए गए हैं। वन्यजीव उन जानवरों का प्रतिनिधित्व करता है जो पालतू या समझदार नहीं हैं। वे सिर्फ जंगली जानवर हैं और पूरी तरह से जंगल के माहौल में रहते हैं। ऐसे जानवरों और पौधों की प्रजातियों का संरक्षण जरूरी है ताकि वे विलुप्त होने के खतरे से बाहर हो सकें, और इस पूरी क्रिया को ही वन्यजीव संरक्षण कहा जाता है। इस विषय पर हम आपके लिए अलग-अलग शब्द संख्या में कुछ निबंध लेकर आये हैं ताकि आपका दृष्टिकोण पूर्ण रूप से स्पष्ट हो सके। वन्यजीव संरक्षण पर लघु और दीर्घ निबंध (Short and Long Essays on Wildlife Conservation in Hindi, Vanyajiv Sanrakshan par Nibandh Hindi mein) वन्यजीव संरक्षण पर निबंध – 1 (250 – 300 शब्द) परिचय उपयुक्त तरीकों को लागू करने से विलुप्त होने या लुप्त होने से वन्यजीवों की प्रजातियों की सुरक्षा की जा सकती है और इसे ही वन्यजीव संरक्षण कहा जाता है। जंगली जानवर और पौधे उस पारिस्थितिकी तंत्र में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं जहाँ वे रहते हैं। वन्यजीव प्राणी और पौधे हमारी प्रकृति में सुंदरता को जोड़ते हैं। उनकी विशिष्टता, कुछ पक्षियों और जानवरों की सुंदर आवाज, वातावरण और निवास स्थान को बहुत ही मनभावन और अद्भुत बनाती है। वन्यजीव संरक्षण की आवश्यकता पेड़ों और जंगलों की भारी कटाई से वन्यजीवों के आवास नष्ट हो रहे हैं। मानव के विचारहीन कर्म वन्यजीव प्रजातियों के बड़े पैमाने पर विलुप्त होने के लिए जिम्मेदार हैं। शिकार करना या अवैध रूप से शिकार का कार्य भी एक दंडनीय अपराध है, किसी भी वन्यजीव की प्रजाति को अपने आनंद के उद्देश्य से नहीं मारा जाना चाहिए। वन्यजीव स...

ऊर्जा संरक्षण पर निबंध

Urja Sanrakshan Par Nibandh: देश में ऊर्जा का संरक्षण करना बहुत ही जरूरी हो गया है। ऊर्जा का संरक्षण वर्तमान में करने से भविष्य में आने वाली पीढ़ियों के लिए कई प्रकार की समस्याएं कम हो जाएगी। यदि वर्तमान में उर्जा संरक्षण नहीं किया गया तो भविष्य में आने वाली पीढ़ियों को काफी समस्या का सामना करना पड़ेगा। विषय सूची • • • • • ऊर्जा संरक्षण पर निबंध | Urja Sanrakshan Par Nibandh ऊर्जा संरक्षण पर निबंध (250 शब्द) मनुष्य विकास के राह पर तेजी के साथ अग्रसर कर रहा है, उसने समय के साथ खुद के लिए जीवन में सुख के सभी साधन एकत्रित कर लिया हैं। इतना कुछ होने के बाद भी और अधिक सुख पाने के लिए मनुष्य अभी भी खोज किये जा रहा है। समय के साथ मनुष्य की असंतोष प्रवृत्ति बढ़ती ही चली जा रही है। कारखाने,रेलगाड़ी, मोटर-गाड़ियां, हवाई जहाज, कार, दो पहिया वाहन, जेसीबी आदि सभी की खोज वैज्ञानिकों के खोज के द्वारा ही सम्भव हुआ है। प्रकृति में संसाधन सीमित मात्रा मे होते हैं। दूसरे शब्दों में, प्रकृति में उपलब्ध ऊर्जा भी सीमित मात्रा मे होती है। विश्व में जितनी अधिक जनसंख्या बढ़ रही है, उसके साथ-साथ उन सब की आवश्यकताएँ भी बढ़ती ही जा रही हैं। इन सभी प्रकार की मशीनों के संचालन के लिए ऊर्जा की बहुत आवश्कता होती है परंतु जिस गति से ऊर्जा की जरूरत बढ़ रही है। उसको देखते हुए ऊर्जा के सभी संसाधनों को नष्ट करने की आशंका बढ़ने लगी है। खासकर ऊर्जा के उन सभी साधनों को जिन्हें हम पुन: निर्मित नहीं कर सकते है, जैसे पेट्रोल, डीजल, कोयला और खाना पकाने की गैस आदि। अत: यह जरूरत के अनुसार हम ऊर्जा संरक्षण की ओर विशेष ध्यान दे सकते है। क्योंकि यदि समय रहते हम अपने प्रयास करने में सफल नहीं हुए तो सम्पूर्ण विश्व के लोग खत...

Save Water Essay in Hindi

In this article, we are providing Save Water Essay in Hindi. जल संरक्षण पर निबंध, Importance of water, Jal Sanrakshan par Nibandh, पानी बचाओ Paragraph / Speech, Essay on Save Water in Hindi in 150, 200, 300, 500, 1000 words For Class 1,2,3,4,5,6,7,8,9,10,11,12 Students. Save Water Essay in Hindi – जल संरक्षण पर निबंध Essay on Save Water in Hindi ( 200 words ) जल भगवान का दिया हुआ अमूल्य उपहार है और यह हमारी मूलभूत आवश्यकता है। इसकी जरूरत हमें विभिन्न क्रियकलापों के लिए होती है लेकिन मनुष्य इसे अंधाधुंध प्रयोग कर रहा है जिससे जल निरंतर कम होता जा रहा है। जल का सही तरीके से प्रयोग करना ही जल सरंक्षण है। वैसे तो हमारी पृथ्वी का दो तिहाई हिस्सा पानी है लेकिन सिर्फ 1 प्रतिशत जल ही स्वच्छ जल उपलब्ध है और यदि हम इसी तरह से जल को बर्बाद करके रहेंगे तो आने वाले समय में पानी नहीं मिलेगा जिसके अभाव में धरती पर जीवन खत्म हो जाऐगा। जल सरंक्षण आज के समय की सबसे बड़ी जरूरत बन चुका है जिसे हम सबको समधना चाहिए और हमें जल का प्रयोग सुनियोजित तरीके से करना चाहिए। हम वर्षा के जल को भी सरंक्षित कर सकते हैं और उसका प्रयोग कपड़े आदि धोने में कर सकते हैं। हमें नलों को खुला नहीं छोड़ना चाहिए। जल को दुषित होने से भी रोकना होगा। कारखानों को नदियों से दुर लगाना चाहिए। हम सबको मिलकर जल सरंक्षण को अपनाना होगा ताकि आने वाले समय में भी हमें पानी मिल सके और पृथ्वी पर वनस्पति और सभी जीव अच्छे से जीवन यापन कर सकें। Read Also– 10 Lines on Save Water in Hindi Save water Essay in Hindi 300 words धरती पर समस्त जीवन चक्र को बनाए रखने के लिए हवा, पानी और भोजन जरूरी है, किसी एक की कमी के बिना कोई भी जीवित नहीं रह ...