उत्तराखंड में भूकंप

  1. उत्तराखंड में भूकंप का खतरा बरकरार
  2. Earthquake In Uttarakhand Tremors Felt Once Again In Pithoragarh Munsiyari And Talla Johar
  3. उत्तराखंड में भूकंप के तेज झटके, तीव्रता 7.7 दर्ज की गई
  4. Earthquake tremors felt again in Uttarakhand
  5. जम्मू कश्मीर में 12 घंटे में दूसरी बार हिली धरती, महसूस किए गए भूकंप के झटके
  6. earthquake in delhi ncr and north india


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उत्तराखंड में भूकंप का खतरा बरकरार

photo: devbhoomimedia.com चार माह में छह बार आ चुका है भूकंप सुनील परमार देहरादून । उत्तर भारत में भूकंप आने का सिलसिला बढ़ गया है। पिछले चार माह की अवधि में उत्तराखंड में आधा दर्जन से भी अधिक बार यह झटके महसूस किये गये हैं। गत सोमवार को पिथौरागढ़ और बागेश्वर जिले के कई हिस्सों में भूकंप के झटकों से धरती हिल गई। रिक्टर पैमाने पर भूकंप की तीव्रता 3.7 आंकी गई है। शाम को 4 बजकर 6 मिनट पर भूकंप के झटके आने से नाचनी, थल और मदकोट क्षेत्र के लोग घरों से बाहर निकल आए। वहीं, बागेश्वर जिला मुख्यालय समेत कपकोट, गरुड़, कांडा और अन्य इलाकों में इसी दौरान भूकंप के झटके महसूस किए गए। भूकंप से जिले में किसी तरह के जानमाल की क्षति नहीं हुई। पिथौरागढ़ के जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी आरएस राणा और मौसम विभाग देहरादून के अनुसार भूकंप का केंद्र 29.8 डिग्री नॉर्थ, 80.1 डिग्री ईस्ट और 10 किमी की गहराई में पिथौरागढ़ जिले के थल-बेरीनाग के बीच में स्थित थर्प गांव में था। इंडियन प्लेट्स लगातार घंस रहीं उत्तर भारत को भूकंप अभी और बड़ा झटका दे सकता है। वैज्ञानियों का कहना है कि इंडियन प्लेट और यूरेशियन प्लेट के नीचे धंसती जा रही है, जैसे-जैसे इनर्जी स्टोर होगी और प्लेट बीच-बीच में टूटेगी भूकंप आते रहेंगे। यह तय नहीं है कि कब और कितने रिएक्टर स्केल पर भूकंप आएगा। यह प्लेट के टूटने वाले स्थान पर इनर्जी की मात्रा पर निर्भर है, लेकिन कभी भी भूकंप का बड़ा झटका धरती हिला सकता है। वाडिया हिमालय भू विज्ञान संस्थान के कोठी, मनाली स्थित वेधशाला में हिंदूकुश में आए भूकंप को रिकार्ड किया गया था। संस्थान के भू-भौतिकी समूह के अध्यक्ष वरिष्ठ विज्ञानी डा. सुशील कुमार ने बताया कि इंडियन प्लेट साढ़े तीन सौ किमी नीचे तक धंस...

Earthquake In Uttarakhand Tremors Felt Once Again In Pithoragarh Munsiyari And Talla Johar

Uttarakhand Earthquake Today: उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले (Pithoragarh) में एक बार फिर भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं. भूकंप रविवार (22 जनवरी) सुबह 8:58 बजे पिथौरागढ़ के मुनस्यारी और तेजम इलाके के तल्ला जोहार में भूकंपमापी यंत्र पर 3.8 मैग्नीट्यूट तीव्रता का भूकंप का झटका महसूस किया गया. राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्रमुताबिक भूकंप का केंद्र पिथौरागढ़ जिले के ही रामगंगा नदी किनारे रुइनाथल और उपराडा पाठक के पास था. इसकी गहराई दस किलो मीटर थी.किसी भी प्रकार की क्षति की सूचना सामने नहीं आई है. पिथौरागढ़ जिला आपदा प्रबंधन कार्यालय से मिली जानकारी के मुताबिक भूकंप का केंद्र पिथौरागढ़ जिले में 10 किलोमीटर की गहराई पर था. भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 3.8 मेग्नीट्यूड मापी गई. भूकंप की वजह से किसी तरह का नुकसान होने की सूचना नहीं है. इससे पहले उत्तराखंड स्थित पिथौरागढ़ में नौ नवंबर, 2022 को सुबह 6 बजकर 27 मिनट पर भूकंप के हल्के झटके महसूस किए गए थे. उस समय भूकंप का केंद्र नेपाल था वहीं भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 4.3 मापी गई थी. नौ नवंबर को पिथौरागढ़ के पूरे जनपद में भूकंप के झटके महसूस किए गए थे. भूकंप के बाद लोग दहशत में घरों से बाहर आ गए थे. उसी दिन उत्तराखंड के अल्मोड़ा में भी भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए थे. रिएक्टर स्केल पर 5.7 तीव्रता मापी गई. इसके अलावा रामपुर,उधमसिंहनगर और हलद्वानी में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए.उधमसिंहनगर में भूकंप के झटके रुद्रपुर, किच्छा, गदरपुर क्षेत्र में महसूस किए गए. जानें क्यों आता है भूकंप? सिस्मिक जोन 3 मध्यम खतरनाक होता है, इसमें भूकंप की तीव्रता सात या उससे कम होती है. इसमें केरल, गोवा, लक्षद्वीप, यूपी, गुजरात और पश्चिम बंगाल के बचे ...

उत्तराखंड में भूकंप के तेज झटके, तीव्रता 7.7 दर्ज की गई

सोमवार दोपहर उत्तराखंड की राजधानी देहरादून समेत कई शहरों में भूकंप के तेज झटके आते ही लोग घरों और दफ्तरों के बाहर जमा हो गए. सोमवार दोपहर करीब 2 बजकर 40 मिनट पर प्रदेश में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए. मौसम विभाग के निदेशक विक्रम सिंह ने बताया किए उत्तर भारत में आए इस भूकंप का केंद्र हिंदकुश पर्वत श्रंख्ला को बताया गया है. रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 7.7 थी. जैसे भूकंप के तेज झटके आने शुरू हुए लोग घबराहट के कारण सड़कों पर जाम हो गए. अभी तक उत्तराखंड में कहीं भी किसी जान माल के नुकसान की जानकारी नहीं है. क्यों आता है भूकंप पृथ्वी के अंदर 7 प्लेट्स हैं जो लगातार घूम रही हैं. जहां ये प्लेट्स ज्यादा टकराती हैं, वह जोन फॉल्ट लाइन कहलाता है. बार-बार टकराने से प्लेट्स के कोने मुड़ते हैं. जब ज्यादा दबाव बनता है तो प्लेट्स टूटने लगती हैं. नीचे की एनर्जी बाहर आने का रास्ता खोजती है. डिस्टर्बेंस के बाद भूकंप आता है. . Tags: ,

Earthquake tremors felt again in Uttarakhand

उत्तराखंड में सुबह पांच बजकर 32 मिनट पर भूंकप का झटका महसूस किया गया। भूकंप का केन्द्र उत्तराखंड में पिथौरागढ़ से चालीस किलोमीटर दूर पश्चिमी नेपाल में रहा। फिलहाल किसी जन हानि की सूचना नहीं है। नेशनल सेंटर फॉर सेस्मोलॉजी में दर्ज जानकारी के मुताबिक भूकंप की तीव्रता 3.1 व गहराई पांच किलोमीटर रही। मार्च माह में अभी तक उत्तराखंड में दस से अधिक भूकंप महसूस किए जा चुके हैं। गत रविवार को भी उत्तराखंड में भूकंप का हल्की तीव्रता (2.1) का भूकंप आया था। जिसका केन्द्र जोशीमठ के पश्चिम उत्तर में 45 किलोमीटर दूर रुद्रप्रयाग में रहा।

जम्मू कश्मीर में 12 घंटे में दूसरी बार हिली धरती, महसूस किए गए भूकंप के झटके

नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के मुताबिक, मंगलवार-बुधवार की दरमियानी रात 2 बजे भूकंप के झटके महसूस किए गए. रिक्टर स्केल पर इनकी तीव्रता 4.3 थी. भूकंप का केंद्र कटरा था. एक दिन पहले तीन देशों में आया था भूकंप इससे पहले मंगलवार दोपहर 1.30 बजे भारत, पाकिस्तान और चीन में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए थे. भूकंप का असर भारत के दिल्ली-एनसीआर, जम्मू कश्मीर, चंडीगढ़ समेत कई जगहों पर रहा. रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 5.4 मापी गई थी. नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के मुताबिक, भूकंप का केंद्र जम्मू-कश्मीर के डोडा में था. क्यों आता है भूकंप? धरती मुख्यत: चार परतों से बनी हुई है. इनर कोर, आउटर कोर, मैनटल और क्रस्ट. क्रस्ट और ऊपरी मैन्टल कोर को लिथोस्फेयर कहा जाता है. अब ये 50 किलोमीटर की मोटी परत कई वर्गों में बंटी हुई है जिन्हें टैकटोनिक प्लेट्स कहा जाता है. यानि धरती की ऊपरी सतह 7 टेक्टोनिक प्लेटों से मिलकर बनी है. ये प्लेटें कभी भी स्थिर नहीं होती, ये लगातार हिलती रहती हैं, जब ये प्लेटें एक दूसरे की तरफ बढ़ती है तो इनमें आपस में टकराव होता है. कई बार ये प्लेटें टूट भी जाती हैं. इनके टकराने से बड़ी मात्रा में ऊर्जा निकलती है जिससे इलाके में हलचल होती है. कई बार ये झटके काफी कम तीव्रता के होते हैं, इसलिए ये महसूस भी नहीं होते. जबकि कई बार इतनी ज्यादा तीव्रता के होते हैं, कि धरती फट तक जाती है.

जम्मू

जम्मू: जम्मू एवं कश्मीर के डोडा जिले में बुधवार को 5.4 तीव्रता के भूकंप के बाद 4.2 और 2.7 तीव्रता के दो झटके महसूस किए गए। अधिकारियों ने बताया कि रिक्टर पैमाने पर 4.2 तीव्रता का पहला आफ्टरशॉक बुधवार सुबह 2.20 बजे आया। इसके थोड़ी देर बाद दो झटके और आए। डोडा से आई खबरों में कहा गया है कि भूकंप से लोग सहमे हुए हैं। इलाके की कुछ सरकारी और निजी संपत्तियों में दरारें आ गई हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि भूकंप ने स्थानीय लोगों में भय और दहशत पैदा कर दी है। डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.

earthquake in delhi ncr and north india

Earthquake in Delhi:उत्तर भारत के कई राज्यों समेत दिल्ली-एनसीआर में भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। करीब 10 सेकेंड तक धरती हिलती रही। हिमाचल प्रदेश, जम्मू कश्मीर, पंजाब, हरियाणा समेत कई राज्यों में झटके महसूस किए गए।भूकंप का केंद्र जम्मू-कश्मीर में किश्तवाड़ से 30 किमी दक्षिण पूर्व में था। रिक्टर पैमाने पर तीव्रता 5.4मापी गई। फिलहालकहीं से किसी तरह के नुकसान की कोई खबर नहीं है। झटके दोपहर 1.33 मिनट पर महसूस किए गए। जम्मू-कश्मीर और हिमाचल में भूकंप के झटके ज्यादा तेज महसूस किए गए। पड़ोसी राज्य पंजाब में भी लोग डरकर घर से बाहर आ गए। डोडा में केंद्र की वजह से जम्मू-कश्मीर के अधिकतर इलाकों और सीमा से सटे पाकिस्तान, चीन में भी लोगों ने झटके महसूस किए। पड़ोसी राज्य हिमाचल प्रदेश के कई जिलों में भी झटके काफी तेज थे।कांगड़ा, चम्बा, हमीरपुर और बिलासपुर समेत राज्य के कई जिलों में लोगों ने झटके महसूस किए और घरों से बाहर निकल आए। हरियाणा और दिल्ली-एनसीआर में भी कुछ देर तक धरती हिलती रही। हालांकि, दिल्ली-एनसीआर मेंइसका असर कम था। ऊंची इमारतों में रहने वाले लोगों ने इसे महसूस किया और डरकर जल्दी से नीचे उतरे। दोपहर का समय होने की वजह से बहुत से लोग कामकाज के सिलसिले में घरों से बाहर थे। झटका महसूस करने वाले एक शख्स ने कहा,'मैं जब मेट्रो से बाहर निकल रहा था तभी मुझे भूकंप के झटके महसूस हुए। मुझे थोड़ा डर लगा, मैं फिर जल्दी-जल्दी सीढ़ियों से बाहर आया।' फिर हल्के झटके की संभावना भूकंप विज्ञान दिल्ली के निदेशक ओपी मिश्रा ने न्यूज एजेंसी एएनआई को बताया कि दोपहर 1:33 बजे जम्मू-कश्मीर के डोडा में 5.4 रिक्टर स्केल का एक भूकंप आया। 5.4 की तीव्रता का भूकंप मध्यम से ताकतवर भूकंप की श्रेणी में आता है...