ऊर्जा साक्षरता अभियान

  1. M.P. Urja Saksharta Abhiyan
  2. जलवायु जोखिमों से शान्ति व सुरक्षा के लिए ख़तरा, यूएन मिशन के लिए बढ़ी चुनौतियाँ
  3. बेहतर भविष्य के लिए ऊर्जा की बचत जरूरी : मुख्यमंत्री श्री चौहान
  4. ऊर्जा साक्षरता अभियान से जुड़े 2 लाख से अधिक लोग
  5. डाॅ. चाैधरी ने कहा


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M.P. Urja Saksharta Abhiyan

(Awareness) घटक के तहत् जन साधारण हेतु निम्‍न प्रचार सामग्री के माध्‍यम से जागरूक करना - • अभियान को संचार के प्रभावी तरीके ''वेब पोर्टल'' व मोबाईल एप्‍प आधारित ऑनलाईन प्रशिक्षण पद्धति से क्रियान्वित करना। • पाठ्यक्रम मॉड्यूल की प्रस्‍तावित श्रेणियाँ – लेवल I से IV तक एवं मास्‍टर ट्रेनर एवं वॉलन्टियर्स के लिए। • स्‍कूलों में ऊर्जा साक्षरता बाबत् ''स्‍वयं करके देखो'' (Do it yourself) जैसे प्रयोग। • ''ऊर्जा साक्षरता अभियान'' योजना में सभी की भागीदारी सुनिश्चित करने हेतु वेबपोर्टल आधारित प्रशिक्षण कार्यक्रम के प्रमाणीकरण हेतु प्रेरित करना। • नागरिक द्वारा स्‍वयं का प्रमाणीकरण करना। • परिवार के सदस्‍यों का प्रमाणीकरण कराना। • पास-पड़ोस के लोगों को प्रमाणीकरण हेतु प्रोत्‍साहित करना। • मोहल्‍ले / कॉलोनी के लोगों को प्रमाणीकरण हेतु प्रोत्‍साहित करना। • अभियान को विस्‍तार देने के लिए स्‍कूलों, विद्यालयों, विश्‍वविद्यालय स्‍तर पर छात्रों को Brand Ambassador बनाया जाएगा। • किसान/गृहणी/व्‍यवसायिक/छात्र-छात्रा/नौकरी पेशा/सभी वर्ग के लोगों को उत्‍कर्ष सहभागिता होने पर पुरूस्‍कृत किया जाना प्रस्‍तावित है। • समाज के समस्‍त वर्गो को अभियान से जोड़ने के विशेष रूप से कार्यक्रमों का रूपांकन किया जाएगा। • अक्षय ऊर्जा आधारित संयंत्रों की स्थापना का प्रदर्शन किया जायेगा ताकि जन साधारण में अक्षय ऊर्जा को अपनाने के लिये व्यापक चेतना का प्रचार-प्रसार हो सके। • प्रदेश के प्रमुख पर्यटन स्‍थल साँची शहर को ''सोलर सिटी'' के रूप में विकसित किया जाएगा। • चयनित शासकीय कार्यालयों को सौर ऊर्जीकृत किया जायेगा। जिले के बड़े शासकीय भवनों में ''शून्य निवेश'' आधारित ''रेस्को'' मॉडल पर रूफटॉप संयंत्रों की स्थापना।...

जलवायु जोखिमों से शान्ति व सुरक्षा के लिए ख़तरा, यूएन मिशन के लिए बढ़ी चुनौतियाँ

Lacroix_UN इस पृष्ठभूमि में, यूएन मिशन अपने कार्बन पदचिन्हों को घटाने के लिए क़दम उठा रहे हैं ताकि उनसे उपज रहे दुष्परिणामों से निपटा जा सके. अवर महासचिव ने कहा कि जलवायु परिवर्तन, शान्ति एवं सुरक्षा के बीच बढ़ते सम्बन्ध, और यूएन मिशन वाले क्षेत्रों में आ रहे वृहद बदलावों के मद्देनज़र, हमें आवश्यकता के अनुरूप ढलना होगा. ज्याँ-पियेर लाक्रोआ ने ध्यान दिलाया कि जलवायु परिवर्तन पर अन्तरसरकारी आयोग ( वर्ष 2023 में यह दूसरी बार है जब इन रुझानों पर चर्चा के लिए सुरक्षा परिषद में दूसरी औपचारिक बैठक आयोजित की गई है. बैठक के दौरान कोलम्बिया के पूर्व राष्ट्रपति और नोबेल पुरस्कार विजेता ह्वान मैनुएल सांटोस समेत 70 से अधिक वक्ताओं ने जलवायु परिवर्तन और बदतर हो रही सुरक्षा व्यवस्था पर विचारों का आदान-प्रदान किया. जलवायु एवं सुरक्षा अवर महासचिव लाक्रोआ ने मौजूदा प्रयासों की रूपरेखा साझा करते हुए बताया कि अतीत के कुछ वर्षों में, संयुक्त राष्ट्र के अधिकांश शान्ति अभियानों को पहले से कहीं अधिक ख़तरों और राजनैतिक चुनौतियों से जूझना पड़ा है. “सीमा-पार चुनौतियाँ, पर्यावरणीय क्षरण, और जलवायु परिवर्तन के कारण गहन होती जा रही चरम मौसम घटनाएँ, शासनादेश (mandate) को लागू कर पाने की हमारी सामर्थ्य के समक्ष चुनौती पेश कर रही है.” “हम नाज़ुक हालात का सामना कर रहे सदस्य देशों और जलवायु परिवर्तन का सामना कर रहे [देशों] के बीच एक मज़बूत पारस्परिक सम्बन्ध को देखते हैं.” बताया गया है कि जलवायु परिवर्तन की दृष्टि से 16 देश सबसे संवेदनशील हैं, उनमें से 9 देशों में संयुक्त राष्ट्र फ़ील्ड मिशन सेवारत हैं: अफ़ग़ानिस्तान, मध्य अफ़्रीकी गणराज्य, काँगो लोकतांत्रिक गणराज्य, हेती, माली, सोमालिया, सूडान, दक्षिण सूडान...

बेहतर भविष्य के लिए ऊर्जा की बचत जरूरी : मुख्यमंत्री श्री चौहान

Posted on 14 Dec, 2021 7:25 pm मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेशवासियों से ऊर्जा की बचत के लिए हर संभव प्रयास करने की अपील की है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने 14 दिसंबर - राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण दिवस के मौके पर ट्वीट किया है - "ऊर्जा की बचत ही ऊर्जा का निर्माण है।" मुख्यमंत्री श्री चौहान ने प्रदेशवासियों से अनुरोध किया है कि दैनिक जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में ऊर्जा की अनावश्यक खपत रोकने, ऊर्जा स्रोतों का संरक्षण करने तथा लोगों को इसके महत्व के बारे में जागरूक करने का संकल्प लें और आने वाली पीढ़ी को बेहतर भविष्य की सौगात प्रदान करें। बिजली बचाने के लिए प्रदेशवासियों को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से 25 नवम्बर को ऊर्जा साक्षरता अभियान आरंभ किया गया है। अभियान में जन-जन के सहयोग से 10% बिजली बचाने का लक्ष्य है। मुख्यमंत्री श्री चौहान द्वारा व्यक्तिगत रूप से भी बिजली बचाने का निरंतर प्रयास किया जाता है। इस संबंध में 3 दिसंबर को दिल्ली में आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने कहा था - "मैं अपने निवास में ट्यूबलाइट या बल्ब व्यर्थ जलता देखता हूँ तो स्वयं बंद करता हूँ।" मुख्यमंत्री श्री चौहान ने निवास कार्यालय के सभी अधिकारी-कर्मचारियों को बिजली बचत सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। निवास में पदस्थ समस्त अधिकारी-कर्मचारियों को अनावश्यक जल रही लाइटों को बंद करने, रूम हीटर या एसी का उपयोग आवश्यकतानुसार ही करने के निर्देश दिए हैं। इन निर्देशों का संवेदनशीलता के साथ पालन किया जा रहा है। ऊर्जा साक्षरता अभियान में प्रदेश के सभी नागरिकों को समयबद्ध कार्य-योजना के अनुसार ऊर्जा साक्षर बनाने की दिशा में कार्य किया जा रहा है। अभियान में जन-सामान्य में ऊर्जा के व्यय और अपव्यय की समझ विकसित...

ऊर्जा साक्षरता अभियान से जुड़े 2 लाख से अधिक लोग

Posted on 28 Jul, 2022 6:18 pm नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा मंत्री श्री हरदीप सिंह डंग ने बताया है कि ऊर्जा साक्षरता अभियान में अब तक प्रदेश में 2 लाख 36 हजार से अधिक लोग अपना पंजीयन करा चुके हैं। उन्होंने लोगों से अपील की है कि आप भी गूगल-प्ले स्टोर से "ऊषा'' एप डाउनलोड कर या www.usha.mp.gov.inपर लॉगइन कर अभियान से जुड़ें। ऊर्जा साक्षर बन कर स्वच्छ पर्यावरण के निर्माण में सक्रिय भागीदारी करें। मंत्री श्री डंग ने बताया कि अभियान के प्रति लोगों का रूझान बढ़ता जा रहा है। पिछले 24 घंटे में 28 हजार से अधिक लोगों ने 'ऊषा' एप पर पंजीयन कराया है। ऊर्जा की व्यय-अपव्यय की जानकारी जन-सामान्य तक पहुँचाने के लिये ऊर्जा साक्षरता अभियान प्रदेश में संचालित किया जा रहा है। फोन पर 'ऊषा एप' डाउनलोड कर पंजीयन करवाएँ और पाठ्यक्रम से जुड़कर 'ऊर्जा मित्र' प्रमाण-पत्र प्राप्त करें। साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश

डाॅ. चाैधरी ने कहा

सेवा पखवाड़ा के तहत सांची में आयोजित ऊर्जा साक्षरता अभियान कार्यक्रम में स्वास्थ्य मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी शामिल हुए। उन्होंने लोगों को ऊर्जा साक्षरता अभियान से जुड़ने, प्रतिदिन एक यूनिट बिजली की बचत करने की शपथ दिलाई। उन्हाेंने कहा कि अपने आसपास के लोगों को भी ऊर्जा की बचत के लिए प्रेरित करें, जहां तक हो सके अक्षय ऊर्जा का उपयोग करने तथा पर्यावरण बचाने के लिए हर संभव कोशिश करें। इस दौरान स्वास्थ्य मंत्री डॉ. चौधरी ने कहा कि सांची को मप्र की पहली सोलर सिटी बनाया जा रहा है। यहां सोलर रूफ टाप, कृषि फीडर सौर ऊर्जाकरण, ई-रिक्शा, सोलर स्ट्रीट लाइट, सोलर साइनेज आदि के उपयोग को बढ़ावा दिया जाए। सौर ऊर्जा के क्षेत्र में सांची उदाहरण बनेगा। स्वास्थ्य मंत्री डॉ. चौधरी ने कहा कि बिजली बचाने के लिए सभी को जागरूक होना होगा। सभी नागरिक ऊर्जा साक्षरता अभियान से जुड़ें और अपने परिचितों को भी अभियान से जुड़ने के लिए प्रेरित करें। हम छोटे-छोटे उपाय अपनाकर बिजली बचत कर सकते हैं। सभी नागरिक ऊषा एप को डाउनलोड करें और उस पर रजिस्ट्रेशन करें। स्वास्थ्य मंत्री डॉ. चौधरी ने कहा कि सौर ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए सरकार द्वारा सोलर पंप, सोलर संयंत्रों पर अनुदान भी दिया जा रहा है। रक्तदान में प्रदेश पहले स्थान पर डॉ. चौधरी ने कहा कि 17 सितंबर से मनाए जा रहे सेवा पखवाड़ा के तहत सरकार की विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं से पात्र हितग्राहियों को लाभान्वित करने का काम किया जा रहा है। 17 सितंबर को देश के साथ ही मप्र में भी रक्तदान शिविर लगाए गए। मप्र रक्तदान में पहले स्थान पर रहा। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में मप्र का तेजी से विकास हो रहा है। कई क्षेत्रों में मप्र देश में अग्रणी है। स्...