वैदिक मैथ इन हिंदी

  1. वैदिक धर्म
  2. पीएम के मन की बात में वैदिक मैथ, शिक्षा मंत्रालय ने कहा, गणित हमारी समृद्ध विरासत
  3. वैदिक
  4. Vedic Maths: वैदिक गणित क्या है, जानिए पूरी जानकारी
  5. वैदिक सभ्यता का इतिहास
  6. {Easy Tricks} Vedic Maths Book Pdf Download
  7. जन्म कुंडली
  8. जन्म कुंडली
  9. Vedic Maths: क्या कठिन गणनाएं जल्दी कर लेना ही 'वैदिक गणित' है?
  10. Vedic Maths: वैदिक गणित क्या है, जानिए पूरी जानकारी


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वैदिक धर्म

इस संदूक को: देखें • संवाद • संपादन सम्बन्धित ऐतिहासिक वैदिक धर्म (जिसे वैदिकवाद, वेदवाद या प्राचीन हिंदू धर्म के रूप में भी जाना जाता है), और बाद में उत्तर-पश्चिम भारत (पंजाब और पश्चिमी गंगा) के कुछ भारतीय ऋषियों ने धार्मिक विचारों और वैदिक जीवन शैली का गठन किया। वैदिक काल (15000-5000 ईसा पूर्व) के दौरान प्राचीन भारत का मैदान। ये विचार और व्यवहार वैदिक ग्रंथों में पाए जाते हैं, और कई वैदिक अनुष्ठान आज भी प्रचलित हैं। यह उन प्रमुख परंपराओं में से एक है, जो सनातन धर्म को आकार देती हैं, हालांकि वर्तमान हिंदू धर्म ऐतिहासिक वैदिक धर्म ही है। वैदिक धर्म का विकास प्रारंभिक वैदिक काल (15000–11000 ईसा पूर्व) के दौरान हुआ था, लेकिन इसकी जड़ें (22000-18000 ईसा पूर्व) और उसके बाद के मध्य एशियाई ऐंड्रोनोवो संस्कृति (20000-9000 ईसा पूर्व) और संभवतः वैदिक काल के दौरान (11000-5000 ईसा पूर्व) आश्रमो गुरूकुलो से धर्म विकसित हुआ, जो कुरु-पांडव क्षेत्र की विचारधारा के रूप में विकसित हुआ, जो कुरु-पांडव युग के बाद एक व्यापक क्षेत्र में विस्तारित हुआ। आधुनिक वैदिक धर्म और सभ्यता की जड़ में सन्सार के सभी सभ्यता किसी न किसी रूपमे दिखाई देता है। अनुक्रम • 1 आत्मा की एकता • 2 दीक्षा और तप • 2.1 तप का अर्थ • 2.2 ब्रह्मयज्ञ • 3 इन्हें भी देखें • 4 सन्दर्भ • 5 बाहरी कड़ियां आत्मा की एकता [ ] वैदिक धर्म में आत्मा की एकता पर सबसे अधिक जोर दिया गया है। जो आदमी इस तत्व को समझ लेगा, वह किससे प्रेम नहीं करेगा? जो आदमी यह समझ जाएगा कि 'घट-घट में तोरा साँईं रमत हैं!' वह किस पर नाराज होगा? किसे मारेगा? किसे पीटेगा? किसे सताएगा? किसे गाली देगा? किसके साथ बुरा व्यवहार करेगा? वैदिक वेदों में हमें बहुत से प्राकृति...

पीएम के मन की बात में वैदिक मैथ, शिक्षा मंत्रालय ने कहा, गणित हमारी समृद्ध विरासत

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा मन की बात कार्यक्रम के दौरान गणित जैसे महत्वपूर्ण विषय की चर्चा करने पर केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने उनका अभिनंदन किया है। शिक्षा मंत्री ने कहा कि गणित के क्षेत्र में भारत के योगदान, आचार्य पिंगला, आचार्य आर्यभट्ट, रामानुजन व पुरी के पूर्व शंकराचार्य जगद्गुरू स्वामी भारतीकृष्ण तीर्थ महाराज जैसे गणितज्ञों द्वारा पोषित भारत की समृद्ध गणित परंपराओं से युवाओं का मार्गदर्शन करने के लिए प्रधानमंत्री का अभिनंदन। गौरतलब है कि रविवार को मन की बात कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि विश्व को गणित के सबसे महžवपूर्ण सूत्रों से अवगत कराने वाले भारत के लोगों के लिए गणित एक समस्या नहीं सहज विषय होना चाहिए। अपने बच्चों को यदि हम वैदिक गणित सिखाएंगे तो उनका गणित को लेकर डर भी समाप्त हो जाएगा। केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने कहा कि इससे पहले प्रधानमंत्री ने परीक्षा पर चर्चा के दौरान भी छात्रों से इस विषय पर बात की थी। रविवार को मन की बात में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ग्लोरी ऑफ इंडियन मैथमेटिक्स एवं वैदिक गणित की हमारी समृद्ध विरासत पर चर्चा की। अपने मन की बात कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री ने कहा कि विश्व को गणित के सबसे महžवपूर्ण सूत्रों से अवगत कराने वाले भारत के लोगों के लिए गणित एक समस्या नहीं सहज विषय होना चाहिए। यही नहीं वैदिक मैथ्स से आप बड़ी-बड़ी साइंटिफिक प्रॉब्लम भी सॉल्व कर सकते हैं। मैं चाहूंगा कि सभी माता-पिता अपने बच्चों को वैदिक मैथ जरूर सिखाएं। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि वैदिक मैथ सीखने से छात्रों का कॉन्फिडेंस तो बढ़ेगा ही साथ ही उनके ब्रेन की एनालिटिकल पावर भी बढ़ेगी। प्रधानमंत्री ने कहा कि इससे बच्चों क...

वैदिक

The on-screen keyboard can be used to type English or Indian language words. The keyboard uses the ISCII layout developed by the Government of India. It is also used in Windows, Apple and other systems. There is a base layout, and an alternative layout when the Shift key is pressed. If you have any questions about it, please contact us. Definitions and Meaning of वैदिक in Hindi वैदिक ADJ • जो वेदों में कहा गया हो । वेदविहित । • वेद- संबंधी । वेद का । जैसे, वैदिक काल । • धर्मात्मा । • वेदज्ञ । वेदों का ज्ञाता । • पूत । शुद्ध । पवित्र । वैदिक NOUN • वह जो वैदों में बतलाए हुए कर्मकांड का अनुष्ठान करता हो । वेद में कहे हुए कृत्यों को करनेवाला । • वह जो वेदों आदि का अच्छा ज्ञाता हो । वेदों का पंडित । Synonyms of वैदिक • Description ऐतिहासिक वैदिक धर्म, और बाद में उत्तर-पश्चिम भारत के कुछ भारतीय ऋषियों ने धार्मिक विचारों और वैदिक जीवन शैली का गठन किया। वैदिक काल के दौरान प्राचीन भारत का मैदान। ये विचार और व्यवहार वैदिक ग्रंथों में पाए जाते हैं, और कई वैदिक अनुष्ठान आज भी प्रचलित हैं। यह उन प्रमुख परंपराओं में से एक है, जो सनातन धर्म को आकार देती हैं, हालांकि वर्तमान हिंदू धर्म ऐतिहासिक वैदिक धर्म ही है। Also see " वैदिक धर्म" on Wikipedia More matches for वैदिक noun What is वैदिक meaning in English? The word or phrase वैदिक refers to . See Tags for the entry "वैदिक" What is वैदिक meaning in English, वैदिक translation in English, वैदिक definition, pronunciations and examples of वैदिक in English. वैदिक का हिन्दी मीनिंग, वैदिक का हिन्दी अर्थ, वैदिक का हिन्दी अनुवाद, vaidika का हिन्...

Vedic Maths: वैदिक गणित क्या है, जानिए पूरी जानकारी

वैदिक गणित को भारतीय गणितज्ञ जगद्गुरु श्री भारती कृष्ण तीर्थजी ने 1911 और 1918 के बीच खोजा था। उन्होंने अपने निष्कर्षों के बारे में तीर्थ महाराज द्वारा वैदिक गणित नामक पुस्तक में लिखा था। वैदिक गणित का इतिहास श्री भारती कृष्ण तीर्थजी महाराज का जन्म मार्च 1884 में उड़ीसा राज्य के पुरी गाँव में हुआ था। उन्हें गणित, विज्ञान, मानविकी और संस्कृत भाषा अच्छा ज्ञान था। उनकी रुचि अध्यात्मवाद और मध्यस्थता में भी थी। श्री भारती कृष्ण तीर्थजी जब श्रृंगेरी के पास के जंगल में रहते थे और वही अभ्यास कर रहे थे जिसके जरिए उन्होंने वैदिक सूत्रों की खोज की। उनका कहना है कि उन्होंने इन सूत्रों और तकनीकों को वेदों, विशेष रूप से “ऋग्वेद” से सीखा और जब उन्होंने आठ साल तक ध्यान किया तो उन्हें फिर से मिला। इसके तुरंत बाद, उन्होंने पांडुलिपियों पर सूत्र लिखे, लेकिन वह खो गया। अंत में, 1957 में, उन्होंने “वैदिक गणित” नामक 16 सूत्रों का परिचय लिखा। उन्होंने बाद में और सूत्र लिखने की योजना बनाई लेकिन जल्द ही उनकी दोनों आंखों में मोतियाबिंद हो गया और वर्ष 1960 में उनका निधन हो गया। वैदिक गणित क्यों सीखना चाहिए? उपरोक्त लाभों के अलावा, वैदिक गणित आपको गणित की समस्याओं को बेहतर ढंग से समझने में मदद करता है। मुझे लगता है कि यह छात्र के जीवन के हर हिस्से में उपयोगी होगा। वैदिक गणित सीखने से आप गणित के किसी भी प्रश्न आप आसानी से हल कर सकते है। वैदिक गणित आपके लिए बहोत उपयोगी है। परंपरागत रूप से आप बाएं से दाएं जोड़, घटाव, गुणा आदि करते हैं लेकिन वैदिक गणित में आप इसे बाएं से दाएं या दाएं से बाएं दोनों तरह से कर सकते हैं। वैदिक गणित में आप डिजिटल रूट्स का उपयोग करके उत्तरों को आसानी से और जल्दी से सत्यापित कर...

वैदिक सभ्यता का इतिहास

religion, literature, History Fact, About Vedic Sabhyata In Hindi Pdf, वैदिक सभ्यता का इतिहास: वैदिक सभ्यता अथवा काल को आर्यों के भारत में आगमन का समय माना जाता हैं. इसी समय वेदों की रचना की गई थी. भारतीय इतिहासकारों के अनुसार वैदिक काल अनादिकाल से चला आ रहा हैं. यानि जब से सार्ष्टि की रचना हुई तब से वैदिक काल चला आ रहा हैं. मगर पश्चिमी विद्वान इसे १५०० ईसा पूर्व की टाइमलाइन बताते है जब भारत में आर्यो का आगमन हुआ, तभी से यह सभ्यता अस्तित्व में आई. वैदिक सभ्यता क्या थी उनकी टाइमलाइन व इतिहास (What was the Vedic period, its timeline and history) अभी तक के उत्खनन से हमारे इतिहासकारों को कोई ऐसा साक्ष्य प्राप्त नही हुआ है, जो यह प्रमाणित कर सके कि भारत में आर्य कब आए थे. मगर यह जगजाहिर हैं कि वर्तमान के हिन्दू धर्म का जन्म इसी वैदिक काल में हुआ, जो आज तक चला आ रहा हैं. इस कारण इसे वैदिक धर्म भी कहा जाता हैं. वैदिक काल का साहित्य आज हमारे धर्मग्रंथो के रूप में स्थापित हैं जिनमें वेदांगसूत्र, रामायण, महाभारत,और पुराण, ब्राह्मणग्रंथ और उपनिषद आदि की रचना इसी काल में हुई. वैदिक काल के बाद ही चार्वाक , तान्त्रिकौं ,बौद्ध और जैन धर्म का जन्म हुआ. वैदिक काल की जानकारी हिंदी में (Vedic period information in Hindi) Telegram Group • भारतीय इतिहास में १५०० ई.पू. से ६०० ई.पू तक के कालखंड को वैदिक सभ्यता की संज्ञा दी गई हैं. • वैदिक सभ्यता का विकास ग्रामीण अर्थव्यवस्था के आधार पर हुआ. • आर्यों के भारत में आगमन के विषय पर विद्वान एकमत नही हैं. इस सन्दर्भ में मैक्स मूलर का मत सर्वमान्य है इसके अनुसार मध्य एशिया से आए और उन्होंने खैबर दर्रे के जरिये भारत में प्रवेश किया. • ईरान की धार्मिक पुस...

{Easy Tricks} Vedic Maths Book Pdf Download

Vedic Maths Book Pdf Download - EXAMPURA : Exampura is India's biggest study material provider with the latest pattern of Sarkari exam. we also provide free study material, mock tests, daily updates, latest notification for SSC, UPSC, BANK, Railway, State PCS, UPPSC, MPPSC, BPPSC, HPPSC. Contents • • • • • • • • • • • Vedic Maths PDF in Hindi & English with Tricks: exampura.com पर आपका स्वागत है, आज हम आपको Vedic Maths PDF in Hindi & English with Tricks Book उपलब्ध कराएंगे , यह Vedic Maths PDF आपकी सरकारी एक्साम्स ,प्रतियोगियो में आदि में तैयारी के लिए उपयोगी साबित होगी, आज इस आर्टिकल में आपको Vedic Maths PDF , Vedic Maths Easy Tricks , Vedic Maths formulas , Vedic Maths Short Trciks PDF, Vedic Maths Notes जानकारी दी जाएगी , इस आर्टिकल में आपको वैदिक गणित के सभी सूत्रों की सूची दी जाएगी , इस पीडीऍफ़ की सहायता से आप अपनी तैयारी को बढ़ा सकते हो और साथ ही मैथ्स को हल करने के लिए वैदिक गणित के सूत्रों का उपयोग कर पाएंगे। आर्टिकल में Vedic Maths PDF की लिंक निचे दी जाएगी , वैदिक गणित को पूरा जाने और बुक की पीडीऍफ़ प्राप्त करने के लिए आर्टिकल में अंत तक बने रहिये आइये शुरू करते है। Vedic Maths PDF जैसा की नाम से ही पता चल रहा है की Vedic Maths , प्राचीन काल में गणनाओ को हल करने के लिए Vedic Maths का प्रयोग किया जाता था यह Vedic Maths इतनी उपयोगी थी की पहले न तो कोई कंप्यूटर था न ही कोई कैलकुलेटर फिर भी Vedic Maths के सूत्रों से गणित की कठिन समस्याओ को हल किया जा सकता था Vedic Maths आपके लिए इस प्रकार उपयोगी साबित होगी की Vedic Maths में कुछ ऐसे सूत्र है जिनकी समझ से आप Alzebra एवं...

जन्म कुंडली

जन्म कुंडली - Kundli in Hindi कुंडली (Kundli in Hindi) या जन्मपत्री (Janampatri) को जन्म कुंडली के रूप में भी जाना जाता है, जो किसी व्यक्ति की कुंडली को प्रभावित करने वाले ग्रहों या खगोलीय पिंडों की स्थिति को दर्शाती है। किसी जातक की जन्मकुंडली का विशेष सटीक आंकलन एक अनुभवी ज्योतिष द्वारा ही किया जा सकता है। वैदिक ज्योतिष विज्ञान के अनुसार पृथ्वी, चंद्रमा, सूर्य और ग्रहों के आधार पर जातक के जीवन की भविष्यवाणी की जाती है। कुंडली चार्ट (Birth Chart) भारत में पारंपरिक रूप से एक व्यक्ति के भविष्य को देखने के लिए इस्तेमाल किया जाता है, साथ ही उन घटनाओं पर प्रकाश डाला जाता है जो उनके जीवन को अच्छे या बुरे तरीके से प्रभावित करने वाली है। एस्ट्रोस्वामीजी फ्री कुंडली सॉफ्टवेयर पर आप अपनी जन्मतिथि, जन्म समय, और जन्म स्थान का सटीक विवरण देके हिंदी मे कुंडली प्राप्त कर सकते है। कुंडली माध्यम से आप अपने नक्षत्र, दशा व दशाकाल, जनन राशि, और ग्रहो की स्तिथियों को जान पाएंगे जो आपके करियर, फाइनेंस, स्वास्थ्य, वैवाहिक जीवन, और रिलेशनशिप को प्रभावित करते है। कैसे बनाये हिंदी मे कुंडली? फ्री कुंडली सॉफ्टवेयर से हिंदी मे कुंडली (Kundli in Hindi) बनाने के लिए विशेष जानकारियों की आवश्यकता होती है जैसे जन्म तिथि, जन्म समय और जन्म स्थान। दिए गए कैलेंडर में आप आपका नाम, जन्मतिथि, जन्म समय और जन्म स्थान भरें। इस आधार पर बनाई गयी पत्रिका से ही आपको सही जानकारियां प्राप्त होती है और उनसे ही आप अपने जीवन को परिवर्तित कर सकते है। मूलतः कुंडली से जातक के बारे में पूरी जानकारी प्राप्त होती है। जैसे जिस समय जातक का जन्म हुआ है उस समय के ग्रह की स्तिथि को और समय की स्तिथियों को दर्शाता है। ऐसा भी कह सकते है...

जन्म कुंडली

जन्म कुंडली - Kundli in Hindi कुंडली (Kundli in Hindi) या जन्मपत्री (Janampatri) को जन्म कुंडली के रूप में भी जाना जाता है, जो किसी व्यक्ति की कुंडली को प्रभावित करने वाले ग्रहों या खगोलीय पिंडों की स्थिति को दर्शाती है। किसी जातक की जन्मकुंडली का विशेष सटीक आंकलन एक अनुभवी ज्योतिष द्वारा ही किया जा सकता है। वैदिक ज्योतिष विज्ञान के अनुसार पृथ्वी, चंद्रमा, सूर्य और ग्रहों के आधार पर जातक के जीवन की भविष्यवाणी की जाती है। कुंडली चार्ट (Birth Chart) भारत में पारंपरिक रूप से एक व्यक्ति के भविष्य को देखने के लिए इस्तेमाल किया जाता है, साथ ही उन घटनाओं पर प्रकाश डाला जाता है जो उनके जीवन को अच्छे या बुरे तरीके से प्रभावित करने वाली है। एस्ट्रोस्वामीजी फ्री कुंडली सॉफ्टवेयर पर आप अपनी जन्मतिथि, जन्म समय, और जन्म स्थान का सटीक विवरण देके हिंदी मे कुंडली प्राप्त कर सकते है। कुंडली माध्यम से आप अपने नक्षत्र, दशा व दशाकाल, जनन राशि, और ग्रहो की स्तिथियों को जान पाएंगे जो आपके करियर, फाइनेंस, स्वास्थ्य, वैवाहिक जीवन, और रिलेशनशिप को प्रभावित करते है। कैसे बनाये हिंदी मे कुंडली? फ्री कुंडली सॉफ्टवेयर से हिंदी मे कुंडली (Kundli in Hindi) बनाने के लिए विशेष जानकारियों की आवश्यकता होती है जैसे जन्म तिथि, जन्म समय और जन्म स्थान। दिए गए कैलेंडर में आप आपका नाम, जन्मतिथि, जन्म समय और जन्म स्थान भरें। इस आधार पर बनाई गयी पत्रिका से ही आपको सही जानकारियां प्राप्त होती है और उनसे ही आप अपने जीवन को परिवर्तित कर सकते है। मूलतः कुंडली से जातक के बारे में पूरी जानकारी प्राप्त होती है। जैसे जिस समय जातक का जन्म हुआ है उस समय के ग्रह की स्तिथि को और समय की स्तिथियों को दर्शाता है। ऐसा भी कह सकते है...

Vedic Maths: क्या कठिन गणनाएं जल्दी कर लेना ही 'वैदिक गणित' है?

हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड ने अगले शैक्षणिक सत्र से छठी से दसवीं कक्षा तक के छात्रों को वैदिक गणित पढ़ाने का फैसला लिया है. हिमाचल शिक्षा बोर्ड के इस फैसले को कुछ लोग हमारी संस्कृति और हमारे समृद्ध अतीत से नई पीढ़ी को जोड़ने के पहल के तौर पर देख रहे हैं. इससे ठीक पहले विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय भी वैदिक गणित को देश भर के स्कूलों के पाठ्यक्रम में शामिल करने का सुझाव दे चुका है. वैदिक गणित, दर्शन और प्राचीन भारतीय परंपरा से जुड़े विषयों को महत्व देने के संबंध में नई शिक्षा नीति – 2020 में भी कहा गया है कि ‘इनको तार्किक और वैज्ञानिक आधार पर जाँचने के बाद जहाँ प्रासंगिक होगा, वहाँ पाठ्यक्रम में शामिल किया जाएगा.’ यहां पर ये सवाल उठने लाज़िमी हैं कि आखिर ये ‘वैदिक गणित’ क्या है? इसकी विषय वस्तु क्या है? क्या यह वेदों से लिया गया है? क्या यह स्कूली छात्रों के लिए उपयोगी है? क्या यह आधुनिक गणित के मानकों पर खरा उतरता है? आइए, इन सवालों के संभावित जवाब ढूंढ़ने की कोशिश करते हैं. वैदिक गणित क्या है? ‘वैदिक गणित’ शब्द का सामान्य अर्थ निकलता है – ‘वेदों से प्राप्त गणित’. यानी ऐसा गणित या गणितीय विधि जिनके बारे में वैदिक काल के ऋषियों को पता था. लेकिन वर्तमान में इस वैदिक गणित का मूल आधार जगद्गुरु स्वामी श्री भारती कृष्ण तीर्थ जी महाराज द्वारा लिखित ‘वैदिक मैथेमेटिक्स’ नामक किताब है, जो पहली बार 1965 में लेखक की मृत्यु के बाद बनारस हिंदू विश्वविद्यालय से प्रकाशित हुई थी. स्वामीजी ने अपनी इस किताब की प्रस्तावना में स्पष्ट रूप से लिखा है कि उन्होंने चौथे वेद यानि ‘अथर्ववेद’ के परिशिष्ट से 16 सरल गणितीय सूत्र प्राप्त किए हैं. इसलिए स्वामीजी को लुप्त हो चुके वैदिक गणित को पुनर्ज...

Vedic Maths: वैदिक गणित क्या है, जानिए पूरी जानकारी

वैदिक गणित को भारतीय गणितज्ञ जगद्गुरु श्री भारती कृष्ण तीर्थजी ने 1911 और 1918 के बीच खोजा था। उन्होंने अपने निष्कर्षों के बारे में तीर्थ महाराज द्वारा वैदिक गणित नामक पुस्तक में लिखा था। वैदिक गणित का इतिहास श्री भारती कृष्ण तीर्थजी महाराज का जन्म मार्च 1884 में उड़ीसा राज्य के पुरी गाँव में हुआ था। उन्हें गणित, विज्ञान, मानविकी और संस्कृत भाषा अच्छा ज्ञान था। उनकी रुचि अध्यात्मवाद और मध्यस्थता में भी थी। श्री भारती कृष्ण तीर्थजी जब श्रृंगेरी के पास के जंगल में रहते थे और वही अभ्यास कर रहे थे जिसके जरिए उन्होंने वैदिक सूत्रों की खोज की। उनका कहना है कि उन्होंने इन सूत्रों और तकनीकों को वेदों, विशेष रूप से “ऋग्वेद” से सीखा और जब उन्होंने आठ साल तक ध्यान किया तो उन्हें फिर से मिला। इसके तुरंत बाद, उन्होंने पांडुलिपियों पर सूत्र लिखे, लेकिन वह खो गया। अंत में, 1957 में, उन्होंने “वैदिक गणित” नामक 16 सूत्रों का परिचय लिखा। उन्होंने बाद में और सूत्र लिखने की योजना बनाई लेकिन जल्द ही उनकी दोनों आंखों में मोतियाबिंद हो गया और वर्ष 1960 में उनका निधन हो गया। वैदिक गणित क्यों सीखना चाहिए? उपरोक्त लाभों के अलावा, वैदिक गणित आपको गणित की समस्याओं को बेहतर ढंग से समझने में मदद करता है। मुझे लगता है कि यह छात्र के जीवन के हर हिस्से में उपयोगी होगा। वैदिक गणित सीखने से आप गणित के किसी भी प्रश्न आप आसानी से हल कर सकते है। वैदिक गणित आपके लिए बहोत उपयोगी है। परंपरागत रूप से आप बाएं से दाएं जोड़, घटाव, गुणा आदि करते हैं लेकिन वैदिक गणित में आप इसे बाएं से दाएं या दाएं से बाएं दोनों तरह से कर सकते हैं। वैदिक गणित में आप डिजिटल रूट्स का उपयोग करके उत्तरों को आसानी से और जल्दी से सत्यापित कर...