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  1. वैश्‍वीकरण के नकारात्मक प्रभाव पर निबंध Vaishvikaran ke Nakaratmak Prabhav
  2. वैश्वीकरण क्या है हिंदी में
  3. Class 12 Political Science Chapter 9 वैश्वीकरण Notes In Hindi
  4. Main Answer Writing Practice
  5. वैश्वीकरण
  6. Open a project file
  7. वैश्वीकरण का शिक्षा पर प्रभाव


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वैश्‍वीकरण के नकारात्मक प्रभाव पर निबंध Vaishvikaran ke Nakaratmak Prabhav

वैश्‍वीकरण के नकारात्मक प्रभाव पर निबंध Vaishvikaran ke Nakaratmak Prabhav! वैश्‍वीकरण एक आधी सच्‍चाई और अधूरी अवधारणा है।वैश्‍वीकरण के कुछ बड़े ही नकारात्मक प्रभाव हुए हैं। जैसे कि तमाम विकासशील राष्‍ट्रों में भ्रष्‍ट्राचार का ग्राफ तेजी से बढ़ा है, धनी व गरीब के बीच की खाई भी चिंताजनक रूप से चौड़ी होती गयी है और वित्‍तीय अस्‍थिरता के दौर भी खूब आये हैं। वैश्‍वीकरण के आर्थिक पहलू पर विचार करते हुए हमारा ध्‍यान अनायास ही अंतर्राष्‍ट्रीय मुद्रा कोष और विश्‍व व्‍यापार संगठन जैसी अंतराष्‍ट्रीय संस्‍थाओं पर जाता है। ये दोनों ही संस्‍थाएं बड़े औद्योगिक राष्‍ट्रों के पक्ष में मुख्‍य रूप से उन्‍हीं के निवेश के बूते खड़ी की गयी हैं जो विकासशील राष्‍ट्रों की तरफ आर्थिक प्रवाह को उन्‍हीं की शर्तों पर नियंत्रित करती हैं और यहां तक कि लाभार्थी मुल्‍कों पर बड़ी ही क्रूर शर्तें थोपती हैं। वैश्‍वीकरण एक आधी सच्‍चाई और अधूरी अवधारणा है। इसके कई नकारात्मक प्रभाव भी है। आधी सच्‍चाई इस अर्थ में कि इसके घटित होने की प्रक्रिया जितनी तेज और सुनियोजित है , पूरी दुनिया के पैमाने पर इसकी अमलदारी को लेकर बहुत सारे सवाल खड़े हो रहे हैं जिनके समुचित जवाब तलाशे बगैर यह प्रक्रिया खतरनाक मोड़ ले सकती है। दूसरी तरफ, यह एक सर्वथा आधुनिक अवधारणा है जिसे कभी भी मध्‍यकालीन अंदाज में‘ अंतिम सत्‍य’ मानकर नहीं चला जा सकता। आइए अध्‍ययन की सुविधा के लिए हम पहले इस आधी-अधूरी सच्‍चाई के विभिन्‍न पहलुओं पर क्रमवार चर्चा करें। फिर विचार व विचारधारा की कसौटी पर इस अवधारणा मात्र की शक्‍ति व सीमा को चिन्‍हित करने का प्रयास करें। सामाजिक और समाजशास्‍त्रीय दायरे में इस पर नजर डाली जाये तो कहा जा सकता है कि दुनिया के किसी ...

वैश्वीकरण क्या है हिंदी में

वैश्वीकरण क्या है हिंदी में – Globalization Meaning in Hindi वैश्वीकरण, विभिन्न देशों के लोगों, वहां की कंपनियों और सरकारों के बीच अंतर्क्रिया और एकीकरण की एक ऐसी प्रक्रिया है जो अंतर्राष्ट्रीय व्यापार और निवेश द्वारा संचालित की जा रही है। Information Technology इसमें काफ़ी सहायता प्रदान कर रही है। वैश्वीकरण के कारण पर्यावरण, संस्कृति, राजनैतिक व्यवस्थाओं, आर्थिक विकास और दुनिया भर के समाजों में रह रहे मानवों के भौतिक जीवन पर ख़ासा प्रभाव पड़ रहा है। वैश्वीकरण का इतिहास – History of Globalization in Hindi हालांकि वैश्वीकरण कोई नई चीज़ नहीं है। पिछले हज़ारों सालों से दुनिया के कोने-कोने में बसे लोग एक दूसरे से चीज़े ख्रीद और बेच रहे है जैसे कि मध्य युग में पिछले कुछ दशकों से नीति और तकनीकी विकास के कारण सीमा पार के व्यापार, निवेश और प्रवास में काफ़ी बढ़ोतरी हुई है जिसकी वजह से कई जानकारों का मानना है कि संसार एक नए और अच्छे आर्थिक चरण में प्रवेश कर रहा है। साल 1950 से अब तक विश्व व्यापार में 20 गुणा की बढ़ोतरी हुई है और वर्तमान समय में यह बढ़ोतरी काफ़ी तेज़ी से आगे जा रही है। वैश्वीकरण के कारण वैश्विक स्तर पर प्रति व्यक्ति GDP में पिछली कई सदियों के मुकाबले काफी ज्यादा बढ़ोतरी हुई है। आदिकाल से लगभग 1500 ईस्वी तक यह $90 से $140 प्रति व्यक्ति थी। लेकिन 1500 से 1900 ईस्वी के बीच यह आंकड़ा $680 तक पहुँच गया। पर 20वीं सदी में Globalization के कारण प्रति व्यक्ति GDP $680 से $6,500 तक पहुँच गई। वर्तमान स्थिती वैश्वीकरण की वर्तमान लहर उन नीतियों द्वारा चल रही है जिन की वजह से कई अंतर्राष्ट्रीय और घरेलू अर्थव्यवस्थाओं का जन्म हुआ है। दूसरे विश्व युद्ध के कुछ सालों के बाद में और ख़ा...

Class 12 Political Science Chapter 9 वैश्वीकरण Notes In Hindi

12 Class Political Science Chapter 9 वैश्वीकरण Notes In Hindi Textbook NCERT Class Class 12 Subject Political Science Chapter Chapter 9 Chapter Name वैश्वीकरण Category Class 12 Political Science Medium Hindi Class 12 Political Science Chapter 9 वैश्वीकरण Notes In Hindiइस अध्याय मे हम वैश्वीकरणः अर्थ , अभिव्यक्तियाँ और वाद – विवादके बारे में विस्तार से पड़ेगे । 🔹 वैश्वीकरण बहुआयामी प्रक्रिया है , जिसमें हम अपने निर्णयों को दुनिया के एक क्षेत्रों में कार्यान्वित करते हैं , जो दुनिया के दूरवर्ती क्षेत्र में व्यक्तियों के व्यवहार के निर्धारण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं । 🔹 एक अवधारणा के रूप में वैश्वीकरण का बुनियादी तत्व ‘ प्रवाह ‘ है । प्रवाह कई प्रकार के होते हैं जैसे – वस्तुओं , पूँजी , श्रम और विचारों का विश्व के एक हिस्से से दूसरे अन्य हिस्से में मुक्त प्रवाह । 🔹 वैश्वीकरण को भूमण्डलीयकरण भी कहते है और यह एक बहुआयामी अवधारणाा है । यह न तो केवल आर्थिक परिघटना है और न ही सिर्फ सांस्कृतिक या राजनीतिक परिघटना । 💠 वैश्वीकरण के उदाहरण : – • विभिन्न विदेशी वस्तुओं की भारत में उपलब्धता । • युवाओं को कैरियर के विभिन्न नए अवसरों का मिलना । • किसी भारतीय का अमेरिकी कैलेंडर एवं समयानुसार सेवा प्रदान करना । • फसल के खराब हो जाने से कुछ किसानों द्वारा आत्म – हत्या कर लेना । • अनेक खुदरा ( रिटेल ) व्यापारियों को डर है कि रिटेल में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश ( FDI ) लागू होने से बड़ी रिटेल कम्पनियाँ आयेंगी और उनका रोजगार छिन जायेगा । • लोगों के बीच आर्थिक असमानता में वृद्धि । नोट :- ये उदाहरण सकारात्मक एवं नकारात्मक दोनों प्रकृति के हो सकते है । 💠 वैश्वीकरण के सकारात्मक प्रभाव : – • वस्...

Main Answer Writing Practice

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वैश्वीकरण

Table of Contents • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • आज के आर्टिकल में वैश्वीकरण (Globalization) के बारे में पढ़ेंगे। इसके अन्तर्गत हम वैश्वीकरण/भूमंडलीकरण क्या है (Globalization Meaning in Hindi), वैश्वीकरण का इतिहास (History of globalization in hindi), वैश्वीकरण के कारण (Vaishvikaran Ke Karan), वैश्वीकरण के लाभ और हानि (Vaishvikaran Ke Labh or Haniya), वैश्वीकरण के आयाम (vaishvikaran ke aayam) के बारे में जानेंगे। वैश्वीकरण क्या है – Globalization Meaning in Hindi • वैश्वीकरण अंग्रेजी शब्द ‘Globalization’ (ग्लोबलाइजेशन) का हिन्दी रूपान्तरण है, जिसे भूमंडलीकरण (Bhumandalikaran) भी कहा जाता है। • ग्लोबलाइजेशन शब्द की सर्वप्रथम चर्चा ’जान नेसविर’ की पुस्तक से मिलती है। • ’ग्लोबलाईजेशन’ (1998) समाजशास्त्री मेलकाॅम वाटर्स द्वारा लिखित पुस्तक है। • वैश्वीकरण दो शब्दों से मिलकर बना है विश्व + एकीकरण इन दो शब्दों में विश्व का मतलब है पृथ्वी पर मौजूद विभिन्न देश तथा एकीकरण का मतलब है आपसी सहयोग और एक छत के नीचे आकर एक दूसरे की मदद करना। वैश्वीकरण का अर्थ – Vaishvikaran Ka Arth किसी वस्तु, सेवा, विचार पद्धति, पूँजी, बौद्धिक सम्पदा अथवा सिद्धान्त को विश्वव्यापी करना अर्थात् विश्व के प्रत्येक देश का अन्य देशों के साथ अप्रतिबन्धित आदान-प्रदान करना। वैश्वीकरण/भूमंडलीकरण से आप क्या समझते हैं – Vaishvikaran Se Aap Kya Samajhte Hain वैश्वीकरण (Globalization) विभिन्न देशों के लोगों, कंपनियों और सरकारों के बीच बातचीत और एकीकरण की प्रक्रिया है। वैश्वीकरण में संपूर्ण विश्व को एक बाजार का रूप प्रदान किया जाता है। वैश्वीकरण से आशय विश्व अर्थव्यवस्था में आये खुलेपन,...

Open a project file

Opening a project from your computer is pretty much the same as opening a file in any Office program: • Click File> Open. • Click Computer, and then on the right, choose a recent folder or click Browse. • Click the project you want, and then click Open. Opening a project from a different source or from Project Web App is a little different, as described below. Also in this article • • Open different types of projects In the Open dialog box, do one of the following: • To open a project as read-only or as a copy, click the arrow next to the Open button, and then click the corresponding option. • To open a project in a Project database, click Project Databases in the list to the right of the File name box, and then click Open. • To open a project created in another program, click the file format that you want in the list to the right of the File name box, and then double-click the file name in the folder list. Open a project from Project Web App If you have Project Professional, you can open a project from Project Web App. • • Click File> Open. • Under Project Web App, click the account you’re using, and then click Browse. • In the Open dialog box, click do one of the following: • To open a project from your local cache, double-click the project's name. • To open a project from the server, double-click Show me the list of all projects and then double-click the project's name. • To open a read-only version of the project (for example, if it is already checked out), select Read...

वैश्वीकरण

वैश्वीकरण का अर्थ क्या है ? वैश्वीकरण का अर्थ है प्रवाह- प्रवाह कई तरह का हो सकता है. 1-विचारो का एक हिस्से से दुसरे हिस्से में पहुच जाना. 2-वस्तुओ का एक से अधिक देशो में पहुचना. 3-पूँजी का एक से ज्यादा जगह पर पहुचना. 4-बेहतर आजीविका की तलाश में लोगो की एक देश से दुसरे देश में आवाजाही. वैश्वीकरण के कारण 1) प्रोद्योगीकी. 2) टेलेफोन, टेलीग्राफ का आविष्कार. 3) मुद्रण तकनीक ( छपाई तकनीक ) वैश्वीकरण एक बहु आयामी अवधारणा है. इसके राजनीतिक, आर्थिक, सामजिक परिणाम होते है. वैश्वीकरण के राजनैतिक परिणाम सरकार की नीतियों, कार्यो, भूमिका में बदलाव आया है. उद्योगों में सरकार कम हस्तक्षेप करती है. अब सरकार कल्याणकारी राज्य की धारणा से हटकर न्यूनतम हस्तक्षेप वाली नीति अपना रही है. सरकार के पास उच्च तकनीक आ रही है. जिसके द्वारा सरकारे नागरिको पर नियंत्रण बना रही है. राज्य अब कुछ कामो तक अपने को सीमित रखता है. जैसे – कानून औए व्यवस्था बनाना, नागरिको को सुरक्षा देना राज्य अब भी ताकतवर है. वैश्वीकरण के सांस्कृतिक प्रभाव 1) खान–पान में बदलाव. 2) रहन सहन में बदलाव. 3) संस्कृतियों का हास हो रहा है. 4) अमेरिकी संस्कृतियों की तरफ झुकाव बढ़ रहा है. महिलाओं की स्थिति में कमी तथा सुधार. विदेशी फिल्मों, त्योहारों, संगीत का रुझान बढ़ रहा है. रूढ़िवादिता खत्म हो रही है. विदेशी संस्कृति का प्रसार हुआ है. लोगों के विचारों में बदलाव आ रहा है. वैश्वीकरण के आर्थिक प्रभाव मुक्त व्यापार बढ़ रहे है . आयात से प्रतिबन्ध हटाये जा रहे है. पूंजीवादी देशो को लाभ हो रहा है. विकसित देश अपनी वीजा नीति कठोर बना रहे है. निजीकरण और पूँजीवाद को बढ़ावा मिल रहा है. लाखो लोगो को रोजगार मिल रहा है. बाजार में प्रतिस्पर्धा बढ़ रही है...

वैश्वीकरण का शिक्षा पर प्रभाव

By Aug 7, 2020 यहएकव्यापकरूपसेपरिभाषितशब्दहैजिसमेंकईअर्थोंमेंकईअलग-अलगलोगहैं। यहस्पष्टहैकिवैश्वीकरणकाप्रभावशिक्षाकेक्षेत्रमेंसकारात्मकऔरनकारात्मकदोनोंहीरहाहै। नीचेसूचीबद्धकुछबिंदुहैंजोशिक्षामेंवैश्वीकरणकेसकारात्मकऔरनकारात्मकप्रभावोंकोउजागरकरतेहैं। -वैश्वीकरणनेदुनियाकोहरसूरतमेंमौलिकरूपसेबदलदियाहै।लेकिनइसनेविशेषरूपसेविश्वअर्थव्यवस्थाकोबदलदियाहैजोतेजीसेअंतर-जुड़ेऔरअंतर-निर्भरहोगईहै।लेकिनइसनेविश्वअर्थव्यवस्थाकोतेजीसेप्रतिस्पर्धीऔरअधिकज्ञानआधारितबनादिया, विशेषरूपसेविकसितपश्चिमीदेशोंमें –वैश्विकशिक्षापर्यावरणीयस्थिरताकेअंतर्राष्ट्रीयविकासकोप्रोत्साहितकरनेकेसाथ-साथवैश्विकउद्योगोंकोमजबूतकरनेकीदिशामेंयोगदानदेनेकेलिएदुनियाभरकीप्रणालियोंसेशिक्षणकेतरीकोंकोआपसमेंजोड़तीहै।येशैक्षिकपहलप्राथमिकसेविश्वविद्यालयस्तरतकस्कूलतकवैश्विकपहुंचकोप्राथमिकतादेतीहैं, सीखनेकेअनुभवोंकोप्रेरितकरतीहैंजोछात्रोंकोबहुराष्ट्रीयनेतृत्ववालीभूमिकाओंकेलिएतैयारकरतीहैं। –चूंकिशिक्षावैश्विकस्थिरताकेलिएनींवकेरूपमेंकार्यकरतीहै, इसलिएकमउम्रसेहीबहुसांस्कृतिकजागरूकताकाविकासविभिन्नसमाजोंसेजुड़ीविचारधाराओंकोएकीकृतकरसकताहैताकिदुनियाभरकेमुद्दोंकेबारेमेंअच्छीतरहसेसंतुलितनिष्कर्षपरपहुंचसकें।वैश्वीकरणऔरशिक्षातबसफलभविष्यकेलिएयुवालोगोंकोतैयारकरनेकेआपसीलक्ष्योंकेमाध्यमसेएकदूसरेकोप्रभावितकरनेकेलिएआतेहैं, जिसकेदौरानउनकेराष्ट्रतेजीसेजुड़ेहोंगे। –वैश्वीकरणकेसाथज्ञान, शिक्षाऔरसीखनेकीकुछचुनौतियाँआजकेशिक्षार्थियोंकोअमूर्तअवधारणाओंऔरअनिश्चितस्थितियोंकेसाथअधिकपरिचितऔरआरामदायकहोनेकीक्षमताप्रदानकरेंगी। –सूचनासमाजऔरवैश्विकअर्थव्यवस्थाकेलिएसिस्टमथिंकिंगकीसमग्रसमझकीआवश्यकताहोतीहै, जिसमेंवर्ल्डसिस्टमऔरबिजनेसइकोसिस्टमभीशामिलहै।भूमंडलीकरणसमस्याओंके...