Veg kise kahate hain

  1. गति किसे कहते हैं
  2. प्रायद्वीप किसे कहते हैं? » Prayadvip Kise Kehte Hain
  3. क्रिया की परिभाषा, प्रकार और उदाहरण
  4. तत्व किसे कहते हैं? परिभाषा एवं प्रकार! ( Tatv Kise Kahate Hain )
  5. आपेक्षिक वेग किसे कहते है? (Aapekshik Veg Kise Kahate Hain)


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गति किसे कहते हैं

यदि कोई वस्तु अन्य वस्तुओं की तुलना में समय के सापेक्ष में स्थान परिवर्तन करती है, तो वस्तु की इस अवस्था को गति (motion/मोशन) कहा जाता है। सामान्य शब्दों में गति का अर्थ - वस्तु की स्थिति में परिवर्तन गति कहलाती है। गति (Motion)= यदि कोई वस्तु अपनी स्थिति अपने चारों ओर कि वस्तुओं की अपेक्षा बतलती रहती है तो वस्तु की इस स्थिति को गति कहते है। जैसे- नदी में चलती हुई नाव, वायु में उड.ता वायुमान आदि।

प्रायद्वीप किसे कहते हैं? » Prayadvip Kise Kehte Hain

चेतावनी: इस टेक्स्ट में गलतियाँ हो सकती हैं। सॉफ्टवेर के द्वारा ऑडियो को टेक्स्ट में बदला गया है। ऑडियो सुन्ना चाहिये। प्रायद्वीप किसे भू-भाग को कहा जाता है वह भाग जो तीन ओर से पानी सिंह की रागनी वह भाग जो तीन ओर से पानी सिंह निरहुआ एक और है उसका जो स्थल से घिरा होता है तो उसे विभाग में ऊपर आई दीपका जाते हैं जैसे उदाहरण के लिए जिए हमारा भारत देश है वह प्रदीप देश है क्योंकि इसके तीन साइड है वह पानी है और एक साइड है भारतीय प्रदेश का वह भाग जो तीन और पानी से घिरा हो तीनो से मशीन प्राइस कहते हैं prayadvip kise bhu bhag ko kaha jata hai vaah bhag jo teen aur se paani Singh ki ragni vaah bhag jo teen aur se paani Singh nirahua ek aur hai uska jo sthal se ghira hota hai toh use vibhag mein upar I dipka jaate hain jaise udaharan ke liye jiye hamara bharat desh hai vaah pradeep desh hai kyonki iske teen side hai vaah paani hai aur ek side hai bharatiya pradesh ka vaah bhag jo teen aur paani se ghira ho teeno se machine price kehte hain प्रायद्वीप किसे भू-भाग को कहा जाता है वह भाग जो तीन ओर से पानी सिंह की रागनी वह भाग जो तीन

क्रिया की परिभाषा, प्रकार और उदाहरण

Table of Contents • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • Kriya Kise Kahate Hain हिंदी व्याकरण में चार विकारी शब्द होते हैं क्रिया की परिभाषा (Kriya ki Paribhasha): जिस शब्द के द्वारा किसी क्रिया के करने या होने का बोध हो, उसे क्रिया कहते है। or वाक्य में प्रयुक्त जिस शब्द अथवा शब्द समूह के द्वारा किसी कार्य के होने अथवा उसकी पूर्णता या अपूर्णता का बोध होता हो, उसे ‘क्रिया’ कहते हैं। जैसे:पढ़ना, लिखना, खाना, पीना, खेलना, सोना आदि। क्रिया के उदाहरण – Kriya Ke Udahran • विक्रम पढ़ रहा है। • शास्त्री जी भारत के प्रधानमंत्री थे। • महेश क्रिकेट खेल रहा है। • सुरेश खेल रहा है। • राजा राम पुस्तक पढ़ रहा है। • बच्चे क्रिकेट खेल रहे हैं। • लड़कियाँ गाना गा रही हैं। • गीता चाय बना रही है। • महेश पत्र लिखता है। • उसी ने बोला था। • राम ही सदा लिखता है। क्रिया के भेद – Kriya Ke Bhed : क्रिया का वर्गीकरण तीन आधार पर किया गया है- कर्म के आधार पर, प्रयोग एवं संरचना के आधार पर तथा काल के आधार पर. • कर्म के आधार पर • प्रयोग एवं संरचना के आधार पर • काल के आधार पर क्रिया का वर्गीकर कर्म के आधार पर क्रिया के भेद 1. सकर्मक क्रिया 2. अकर्मक क्रिया यह भी पढ़े: सकर्मक क्रिया किसे कहते हैं – Sakarmak Kriya Kise Kahate Hain वे क्रियाएँ जिनका प्रभाव वाक्य में प्रयुक्त कर्ता पर न पड़कर कर्म पर पड़ता है उन्हें सकर्मक क्रिया कहते हैं। सकर्मक क्रिया का अर्थ कर्म के साथ में होता है, अर्थात सकर्मक क्रिया में कर्म पाया जाता है। सकर्मक क्रिया दो प्रकार की होती है। सकर्मक शब्द ‘स’ और ‘कर्मक’ से मिलकर बना है, जहाँ ‘स’ उपसर्ग का अर्थ ‘साथ में’ तथा ‘कर्मक’ का अर्थ ‘कर्म के’ होता है। सकर्म...

तत्व किसे कहते हैं? परिभाषा एवं प्रकार! ( Tatv Kise Kahate Hain )

इस लेख में तत्व ( Elements ) विषय से सम्बन्धित सभी जानकारी मिलेगी जैसे कि – तत्व किसे कहते हैं? परिभाषा एवं प्रकार! ( Tatv Kise Kahate Hain ) आदि । तो चलिए आगे जानते है इन सभी प्रश्नों के बारे में ” उत्तर “ । तत्व किसे कहते हैं? ( What are the Elements Called ) तत्व किसे कहते हैं :— वे पदार्थ जो एक ही प्रकार के परमाणुओं से मिलकर बने होते है , तत्त्व ( Elements ) कहलाते हैं । तत्त्व के प्रकार ( Type of Element ) तत्त्व 2 प्रकार के होते हैं — ( 1 ). धातु और , ( 2 ). अधातु आदि । ( 1 ). धातु ( Metal ) अवस्था — सभी धातुएं सामान्य तापमान पर ठोस होती हैं । पारा ( Mercury ) सामान्य तापमान पर द्रव के रूप में होता है । आघात वर्धनीयता — धातुओं को पीटकर चादर ( Sheet ) में बदला जा सकता है । सोना सबसे अच्छा आघात वर्धनीय धातु है । तन्यता — धातुओं को खींचकर तारों में बदला जा सकता है । सोना सबसे ज्यादा तन्य धातु है । ध्वानिक — धातु टकराने पर ध्वनि उत्पन्न करती हैं । चमकीलापन — सभी धातुएं चमकीली होती हैं । कठोरता — कठोर होती हैं लेकिन सोडियम और पोटैशियम नरम होते हैं । इन्हें चाकू से काटा जा सकता है । चालकता — सभी धातुएं ऊष्मा और विद्युत की सुचालक होती हैं । चाँदी सबसे अच्छी सुचालक हैं । भंगुरता — धातुएं आसानी से नहीं टूटती हैं । घनत्व — घनत्व बहुत ज्यादा होता है । गलनांक और क्वथनांक बिन्दु — गलनांक बहुत ऊँचा होता है । सोडियम और पोटैशियम का यह बिन्दु बहुत कम होता है । ( 2 ). अधातु ( Non-Metal ) अवस्था — अधातुएं सामान्य तापमान पर तीनों अवस्थाओं में मिलती हैं । • ठोस — कार्बन , सल्फर , फॉस्फोरस • द्रव — ब्रोमीन • गैस — हाइड्रोजन , ऑक्सीजन , नाइट्रोजन , क्लोरीन आघात वर्धनीयता — अधातुओं को पीटकर...

आपेक्षिक वेग किसे कहते है? (Aapekshik Veg Kise Kahate Hain)

क्या आप आपेक्षिक वेग के बरें में जानते है? यदि नहीं तो आज इस पोस्ट में आपेक्षिक वेग किसे कहते है? (Aapekshik Veg Kise Kahate Hain) के बारे में विस्तार से जानकारी मिलने वाली है | आज मैंने इस पोस्ट में आपेक्षिक वेग की परिभाषा, आपेक्षिक वेग का सूत्र व उदाहरण आदि को विस्तार से समझाया है | यदि आप आपेक्षिक वेग के बारे में जानना चाहते हो तो इस पोस्ट को पूरा पढ़े | • • • • • • • आपेक्षिक वेग किसे कहते है? (Aapekshik Veg Kise Kahate Hain) जब दो वस्तुएँ गतिशील होती है तब एक वस्तु की अपेक्षा दूसरी वस्तु के वेग को आपेक्षिक वेग कहते है | आपेक्षिक वेग का मान धनात्मक, ऋणात्मक व शून्य हो सकता है | जब दोनों वस्तुएँ एक ही दिशा में गतिमान होती है तो पहली वस्तु का दूसरी वस्तु के सापेक्ष आपेक्षिक वेग दोनों वस्तुओं के वेग का अंतर होगा | यदि पहली वस्तु का V 1 है और दूसरी वस्तु का वेग V 2 है और दोनों वस्तुएँ एक ही दिशा में गतिशील हो रही है तो पहली वस्तु का दूसरी वस्तु से आपेक्षिक वेग V= V 1-V 2 होगा | इसी प्रकार जब दोनों वस्तुएँ विपरीत दिशा में गतिमान होती है तो पहली वस्तु का दूसरी वस्तु के सापेक्ष आपेक्षिक वेग दोनों वस्तुओं के वेग का योग होगा | यदि पहली वस्तु का V 1 है और दूसरी वस्तु का वेग V 2 है और दोनों वस्तुएँ विपरीत दिशा में गतिशील हो रही है तो पहली वस्तु का दूसरी वस्तु से आपेक्षिक वेग V= V 1+V 2 होगा | यह भी पढे- आपेक्षिक वेग का सूत्र V= V 1-V 2 (जब दोनों वस्तुएँ एक ही दिशा में गतिशील हो ) V= V 1+V 2 (जब दोनों वस्तुएँ विपरीत दिशा में गतिमान हो ) यह भी पढे- दो वस्तुओं का वह सापेक्ष वेग जब दोनो वस्तुएँ एक ही दिशा में या विपरीत दिशा में गतिशील होती है, उसे आपेक्षिक वेग कहते है | अंतिम दो लाइन ...