Vidhansabha adhyaksh

  1. Vidhan Sabha क्या होता है
  2. Delhi Legislative Assembly
  3. विधानसभा अध्यक्ष का नाम
  4. विधानसभा अध्यक्ष
  5. विधानसभा अध्यक्ष
  6. विधानसभा अध्यक्ष का नाम
  7. Delhi Legislative Assembly
  8. Vidhan Sabha क्या होता है
  9. विधान सभा


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Vidhan Sabha क्या होता है

दोस्तों आज हम आपको विधानसभा के बारे में बता रहे हैं कि Vidhan Sabha Kya Hota Hai , विधानसभा के कार्य क्या होते हैं और सदस्यों का कार्यकाल कितने समय तक जारी रहता है जैसा कि आप जानते हैं आज के समय में भारत सबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश माना जाता है इसलिए यहां चुनाव समय-समय पर होते रहते हैं देश के हर राज्य में एक विधानसभा होती है इसी के बारे में हम आज आपको बता रहे हैं इसलिए इस आर्टिकल को बड़े ध्यान से पढ़ें। भारत एक लोकतांत्रिक देश होने की वजह से यहां पर सरकार का चुनाव जनता द्वारा किया जाता है जनता मतदान के द्वारा Vidhan Sabha Chunav में नेशनल लेवल की पार्टियों के अलावा रीजनल पार्टियां भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लेती हैं। इस इलेक्शन में चुने गए उम्मीदवार को एमएलए कहते हैं और जिस सदन में बैठकर यह कार्य करते हैं उसे विधानसभा कहते हैं। Vidhan Sabha का क्या अर्थ है ? जैसा कि आप जानते हैं भारत के संविधान के अनुसार देश के हर राज्य में एक विधानसभा होती है। साल 2017 तक महाराष्ट्र जम्मू कश्मीर तेलंगाना उत्तर प्रदेश आंध्र प्रदेश समेत 7 राज्यों में दो सदनों का प्रावधान था जिन्हें विधानमंडल और विधान परिषद कहते हैं। बाकी बचे राज्य में एक ही सदन होता है दो सदन वाले विधानमंडल में उच्चतम वाले को विधान परिषद और निम्न सदन वाले को Vidhan Sabha कहते हैं। हर राज्य में 5 साल में एक बार चुनाव प्रक्रिया होती है और उसमें 18 वर्ष वह व्यक्ति मतदान कर सकता है उसमें जो उम्मीदवार चुनकर आता है उसे एमएलए या विधायक कहते हैं। Vidhan Sabha यह भी पढ़े: विधानसभा का चुनाव कैसे होता है ? हर राज्य के क्षेत्र को विधानसभा क्षेत्रों में बांट दिया जाता है लोकसभा चुनाव की तरह Vidhan Sabha चुनाव, चुनाव आयोग द्वारा ही कराए जाते हैं औ...

Delhi Legislative Assembly

Next election Meeting place Old Secretariat, Delhi, India Website The Delhi Legislative Assembly, also known as the Delhi Vidhan Sabha, is a The seat of assembly is the Old Secretariat building, which is also the seat of the History [ ] The Delhi Legislative Assembly was first constituted on 7 March 1952 under the Government of Part C States Act, 1951; it was inaugurated by Home Minister However, the In September 1966, with "The Delhi Administration Act, 1966", the assembly was replaced by the Delhi Metropolitan Council with 56 elected and five nominated members with the This Council was finally replaced by the Delhi Legislative Assembly through the Constitution (Sixty-ninth Amendment) Act, 1991, followed by the Government of National Capital Territory of Delhi Act, 1991 the Sixty-ninth Amendment to the Assembly building [ ] The building was originally built in 1912, designed by E. Montague Thomas to hold the The building also housed the Secretariat of the List of assemblies [ ] Assembly Election year Speaker Chief Minister Party Opposition Leader Party Interim Assembly N/A N/A State Reorganization N/A Vacant (no opposition with at least 10% seats) 7th Delhi Assembly [ ] The Seventh Legislative Assembly of Delhi was constituted on 16 February 2020 after the This section is ( Elections for 70 assembly seats in Delhi were concluded on 8 February 2020 and results were announced on 11 February 2020. The The In August 2022 a floor majority test was scheduled in the assembly. Of...

विधानसभा अध्यक्ष का नाम

सही उत्तर : श्री सतीश महाना आपकी बेहतर जानकारी के लिए बता दे की श्री सतीश महाना उत्तरप्रदेश विधानसभा के 29 मार्च 2022 से वर्तमान समय तक अध्यक्ष है। ध्यान रहे की सतीश महाना ने यहाँ इस पद पर "श्री हृदय नारायण दीक्षित" का स्थान लिया था। विधानसभा अध्यक्ष कौन होता है? विधानसभा अध्यक्ष विधानसभा एवं विधानसभा सचिवालय का प्रमुख, पीठासीन अधिकारी (अध्यक्ष) होता है, जिसे संविधान, प्रक्रिया, नियमों एवं स्थापित संसदीय परंपराओं के अन्तर्गत व्यापक अधिकार होते हैं। सभा के परिसर में उनका प्राधिकार सर्वोच्च है। सभा की व्यवस्था बनाए रखना उनकी जिम्मेदारी होती है और वे सभा में सदस्यों से नियमों का पालन सुनिश्चित कराते हैं। सभा के सभी सदस्य अध्यक्ष की बात बड़े सम्मान से सुनते हैं। अध्यक्ष सभा के वाद-विवाद में भाग नहीं लेते, अपितु वे विधान सभा की कार्यवाही के दौरान अपनी व्यवस्थाएँ/निर्णय देते हैं। जो पश्चात् नज़ीर के रूप में संदर्भित की जाती हैं।सभा में अध्यक्ष और उनकी अनुपस्थिति में उपाध्यक्ष सभा का सभापतित्व करते हैं और दोनों की अनुपस्थिति में सभापति तालिका का कोई एक सदस्य। सभापति तालिका की घोषणा प्रत्येक सत्र में माननीय अध्यक्ष सदन में करते हैं। यह भी ध्यान रखे की प्रत्येक राज्य की विधान सभा, यथाशक्य शीघ्र अपने दो सदस्यों को अपना अध्यक्ष और उपाध्यक्ष चुनती है और जब-जब अध्यक्ष या उपाध्यक्ष का पद रिक्त होता है, तब-तब विधान सभा किसी अन्य सदस्य को, यथास्थिति, अध्यक्ष या उपाध्यक्ष चुनती है। राजनितिक विज्ञानं से सम्बन्धित अधिक प्रश्न पढने के लिए यहाँ क्लिक करें

विधानसभा अध्यक्ष

अनुक्रम • 1 चयन प्रक्रिया • 2 पद रिक्त होना, पदत्याग और पद से हटाया जाने की प्रक्रिया • 3 पद में निहित शक्तियां • 4 विवाद की स्थिति में • 5 सन्दर्भ चयन प्रक्रिया [ ] प्रत्येक राज्य की विधान सभा, यथाशक्य शीघ्र अपने दो सदस्यों को अपना अध्यक्ष और उपाध्यक्ष चुनती है और जब-जब अध्यक्ष या उपाध्यक्ष का पद रिक्त होता है, तब-तब विधान सभा किसी अन्य सदस्य को, यथास्थिति, अध्यक्ष या उपाध्यक्ष चुनती है। पद रिक्त होना, पदत्याग और पद से हटाया जाने की प्रक्रिया [ ] विधान सभा के अध्यक्ष या उपाध्यक्ष के रूंप में पद धारण करने वाला सदस्य- • यदि विधान सभा का सदस्य नहीं रहता है तो अपना पद रिक्त कर देगा। • किसी भी समय, यदि वह सदस्य अध्यक्ष है तो उपाध्यक्ष को संबोधित और यदि वह सदस्य उपाध्यक्ष है तो अध्यक्ष को संबोधित अपने हस्ताक्षर सहित लेख द्वारा अपना पद त्याग सकेगा। • विधान सभा के तत्कालीन समस्त सदस्यों के बहुमत से पारित संकल्प द्वारा अपने पद से हटाया जा सकेगा, परंतु खंड (ग) के प्रयोजन के लिए कोई संकल्प तब तक प्रस्तावित नहीं किया जाएगा, जब तक कि उस संकल्प को प्रस्तावित करने के आशय की कम से कम चौदह दिन की सूचना न दे दी गई हो, परंतु यह और कि जब कभी विधान सभा का विघटन किया जाता है तो विघटन के पश्चात होने वाले विधान सभा के प्रथम अधिवेशन के ठीक पहले तक अध्यक्ष अपने पद को रिक्त नहीं करेगा। पद में निहित शक्तियां [ ] अध्यक्ष के पद के कर्तव्यों का पालन करने या अध्यक्ष के रूंप में कार्य करने की उपाध्यक्ष या अन्य व्यक्ति की शक्ति- • जब अध्यक्ष का पद रिक्त है तो उपाध्यक्ष या यदि उपाध्यक्ष का पद भी रिक्त है तो विधान सभा का ऐसा सदस्य, जिसको • विधान सभा की किसी बैठक से अध्यक्ष की अनुपस्थिति में उपाध्यक्ष या यदि...

विधानसभा अध्यक्ष

अनुक्रम • 1 चयन प्रक्रिया • 2 पद रिक्त होना, पदत्याग और पद से हटाया जाने की प्रक्रिया • 3 पद में निहित शक्तियां • 4 विवाद की स्थिति में • 5 सन्दर्भ चयन प्रक्रिया [ ] प्रत्येक राज्य की विधान सभा, यथाशक्य शीघ्र अपने दो सदस्यों को अपना अध्यक्ष और उपाध्यक्ष चुनती है और जब-जब अध्यक्ष या उपाध्यक्ष का पद रिक्त होता है, तब-तब विधान सभा किसी अन्य सदस्य को, यथास्थिति, अध्यक्ष या उपाध्यक्ष चुनती है। पद रिक्त होना, पदत्याग और पद से हटाया जाने की प्रक्रिया [ ] विधान सभा के अध्यक्ष या उपाध्यक्ष के रूंप में पद धारण करने वाला सदस्य- • यदि विधान सभा का सदस्य नहीं रहता है तो अपना पद रिक्त कर देगा। • किसी भी समय, यदि वह सदस्य अध्यक्ष है तो उपाध्यक्ष को संबोधित और यदि वह सदस्य उपाध्यक्ष है तो अध्यक्ष को संबोधित अपने हस्ताक्षर सहित लेख द्वारा अपना पद त्याग सकेगा। • विधान सभा के तत्कालीन समस्त सदस्यों के बहुमत से पारित संकल्प द्वारा अपने पद से हटाया जा सकेगा, परंतु खंड (ग) के प्रयोजन के लिए कोई संकल्प तब तक प्रस्तावित नहीं किया जाएगा, जब तक कि उस संकल्प को प्रस्तावित करने के आशय की कम से कम चौदह दिन की सूचना न दे दी गई हो, परंतु यह और कि जब कभी विधान सभा का विघटन किया जाता है तो विघटन के पश्चात होने वाले विधान सभा के प्रथम अधिवेशन के ठीक पहले तक अध्यक्ष अपने पद को रिक्त नहीं करेगा। पद में निहित शक्तियां [ ] अध्यक्ष के पद के कर्तव्यों का पालन करने या अध्यक्ष के रूंप में कार्य करने की उपाध्यक्ष या अन्य व्यक्ति की शक्ति- • जब अध्यक्ष का पद रिक्त है तो उपाध्यक्ष या यदि उपाध्यक्ष का पद भी रिक्त है तो विधान सभा का ऐसा सदस्य, जिसको • विधान सभा की किसी बैठक से अध्यक्ष की अनुपस्थिति में उपाध्यक्ष या यदि...

विधानसभा अध्यक्ष का नाम

सही उत्तर : श्री सतीश महाना आपकी बेहतर जानकारी के लिए बता दे की श्री सतीश महाना उत्तरप्रदेश विधानसभा के 29 मार्च 2022 से वर्तमान समय तक अध्यक्ष है। ध्यान रहे की सतीश महाना ने यहाँ इस पद पर "श्री हृदय नारायण दीक्षित" का स्थान लिया था। विधानसभा अध्यक्ष कौन होता है? विधानसभा अध्यक्ष विधानसभा एवं विधानसभा सचिवालय का प्रमुख, पीठासीन अधिकारी (अध्यक्ष) होता है, जिसे संविधान, प्रक्रिया, नियमों एवं स्थापित संसदीय परंपराओं के अन्तर्गत व्यापक अधिकार होते हैं। सभा के परिसर में उनका प्राधिकार सर्वोच्च है। सभा की व्यवस्था बनाए रखना उनकी जिम्मेदारी होती है और वे सभा में सदस्यों से नियमों का पालन सुनिश्चित कराते हैं। सभा के सभी सदस्य अध्यक्ष की बात बड़े सम्मान से सुनते हैं। अध्यक्ष सभा के वाद-विवाद में भाग नहीं लेते, अपितु वे विधान सभा की कार्यवाही के दौरान अपनी व्यवस्थाएँ/निर्णय देते हैं। जो पश्चात् नज़ीर के रूप में संदर्भित की जाती हैं।सभा में अध्यक्ष और उनकी अनुपस्थिति में उपाध्यक्ष सभा का सभापतित्व करते हैं और दोनों की अनुपस्थिति में सभापति तालिका का कोई एक सदस्य। सभापति तालिका की घोषणा प्रत्येक सत्र में माननीय अध्यक्ष सदन में करते हैं। यह भी ध्यान रखे की प्रत्येक राज्य की विधान सभा, यथाशक्य शीघ्र अपने दो सदस्यों को अपना अध्यक्ष और उपाध्यक्ष चुनती है और जब-जब अध्यक्ष या उपाध्यक्ष का पद रिक्त होता है, तब-तब विधान सभा किसी अन्य सदस्य को, यथास्थिति, अध्यक्ष या उपाध्यक्ष चुनती है। राजनितिक विज्ञानं से सम्बन्धित अधिक प्रश्न पढने के लिए यहाँ क्लिक करें

Delhi Legislative Assembly

Next election Meeting place Old Secretariat, Delhi, India Website The Delhi Legislative Assembly, also known as the Delhi Vidhan Sabha, is a The seat of assembly is the Old Secretariat building, which is also the seat of the History [ ] The Delhi Legislative Assembly was first constituted on 7 March 1952 under the Government of Part C States Act, 1951; it was inaugurated by Home Minister However, the In September 1966, with "The Delhi Administration Act, 1966", the assembly was replaced by the Delhi Metropolitan Council with 56 elected and five nominated members with the This Council was finally replaced by the Delhi Legislative Assembly through the Constitution (Sixty-ninth Amendment) Act, 1991, followed by the Government of National Capital Territory of Delhi Act, 1991 the Sixty-ninth Amendment to the Assembly building [ ] The building was originally built in 1912, designed by E. Montague Thomas to hold the The building also housed the Secretariat of the List of assemblies [ ] Assembly Election year Speaker Chief Minister Party Opposition Leader Party Interim Assembly N/A N/A State Reorganization N/A Vacant (no opposition with at least 10% seats) 7th Delhi Assembly [ ] The Seventh Legislative Assembly of Delhi was constituted on 16 February 2020 after the This section is ( Elections for 70 assembly seats in Delhi were concluded on 8 February 2020 and results were announced on 11 February 2020. The The In August 2022 a floor majority test was scheduled in the assembly. Of...

Vidhan Sabha क्या होता है

दोस्तों आज हम आपको विधानसभा के बारे में बता रहे हैं कि Vidhan Sabha Kya Hota Hai , विधानसभा के कार्य क्या होते हैं और सदस्यों का कार्यकाल कितने समय तक जारी रहता है जैसा कि आप जानते हैं आज के समय में भारत सबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश माना जाता है इसलिए यहां चुनाव समय-समय पर होते रहते हैं देश के हर राज्य में एक विधानसभा होती है इसी के बारे में हम आज आपको बता रहे हैं इसलिए इस आर्टिकल को बड़े ध्यान से पढ़ें। भारत एक लोकतांत्रिक देश होने की वजह से यहां पर सरकार का चुनाव जनता द्वारा किया जाता है जनता मतदान के द्वारा Vidhan Sabha Chunav में नेशनल लेवल की पार्टियों के अलावा रीजनल पार्टियां भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लेती हैं। इस इलेक्शन में चुने गए उम्मीदवार को एमएलए कहते हैं और जिस सदन में बैठकर यह कार्य करते हैं उसे विधानसभा कहते हैं। Vidhan Sabha का क्या अर्थ है ? जैसा कि आप जानते हैं भारत के संविधान के अनुसार देश के हर राज्य में एक विधानसभा होती है। साल 2017 तक महाराष्ट्र जम्मू कश्मीर तेलंगाना उत्तर प्रदेश आंध्र प्रदेश समेत 7 राज्यों में दो सदनों का प्रावधान था जिन्हें विधानमंडल और विधान परिषद कहते हैं। बाकी बचे राज्य में एक ही सदन होता है दो सदन वाले विधानमंडल में उच्चतम वाले को विधान परिषद और निम्न सदन वाले को Vidhan Sabha कहते हैं। हर राज्य में 5 साल में एक बार चुनाव प्रक्रिया होती है और उसमें 18 वर्ष वह व्यक्ति मतदान कर सकता है उसमें जो उम्मीदवार चुनकर आता है उसे एमएलए या विधायक कहते हैं। Vidhan Sabha यह भी पढ़े: विधानसभा का चुनाव कैसे होता है ? हर राज्य के क्षेत्र को विधानसभा क्षेत्रों में बांट दिया जाता है लोकसभा चुनाव की तरह Vidhan Sabha चुनाव, चुनाव आयोग द्वारा ही कराए जाते हैं औ...

विधान सभा

• दे • वा • सं विधान सभा या वैधानिक सभा जिसे भारत के विभिन्न राज्यों में निचला सदन( विधान सभा के सदस्य राज्यों के लोगों के प्रत्यक्ष प्रतिनिधि होते हैं क्योंकि उन्हें किसी एक राज्य के 18 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के नागरिकों द्वारा सीधे तौर पर चुना जाता है। इसके अधिकतम आकार को प्रत्येक विधान सभा का कार्यकाल पाँच वर्षों का होता है जिसके बाद पुनः चुनाव होता है। अनुक्रम • 1 सदस्य बनने हेतु योग्यता • 2 विधान सभा की विशेष शक्तियां • 3 विधान सभाओं की सूची • 4 इन्हें भी देखें • 5 सन्दर्भ • 6 बाहरी कड़ियाँ सदस्य बनने हेतु योग्यता विधानसभा का सदस्य बनने के लिए, व्यक्ति को विधान सभा की विशेष शक्तियां सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव केवल विधान सभा में पारित किया जा सकता है। अगर यह बहुमत के साथ पारित हो जाता है तो उसके बाद मुख्यमंत्री और उसके मंत्रियों की परिषद् सामूहिक रूप से इस्तीफा दे देते हैं। साधारण बिलों में विधान सभा का ही मत चलता है और यहाँ संयुक्त बैठक का भी कोई प्रावधान नहीं होता। इस तरह के मामलों में, विधान परिषद् विधानसभा को केवल 4 महीनों ( बिल लाने पर पहली बार 3 महीनों के लिया व दूसरी बार 1 महीनों के लिए ) स्थगित किया जा सकता है। विधान सभाओं की सूची विधान सभा निर्वाचन क्षेत्रों की सूची स्थान /राज्य की राजधानी सीटों की संख्या 175 60 126 243 90 70 40 182 90 68 जम्मू और कश्मीर विधान सभा के निर्वाचन क्षेत्रों की सूची 87 झारखण्ड विधान सभा के निर्वाचन क्षेत्रों की सूची 82 कर्नाटक विधान सभा के निर्वाचन क्षेत्रों की सूची 225 141 230 288 मणिपुर विधान सभा के निर्वाचन क्षेत्रों की सूची 60 मेघालय विधान सभा के निर्वाचन क्षेत्रों की सूची 60 मिजोरम विधान सभा के निर्वाचन क्षेत्रों की सूची 4...