Vishnu sahasranamam in hindi

  1. विष्णु सहस्रनाम का पाठ करने के नियम और लाभ
  2. विष्णु सहस्त्रनाम स्तोत्रम
  3. Vishnu Sahasranamam
  4. बृहस्पतिवार के दिन इस स्तोत्र का पाठ करने से मनोकामना पूर्ण होने की है मान्यता, प्रसन्न होते हैं भगवान विष्णु
  5. Vishnu Sahasranamam in Hindi


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विष्णु सहस्रनाम का पाठ करने के नियम और लाभ

हर व्यक्ति के जीवन में अच्छा समय भी आता है और बुरा समय भी। कई बार बुरे समय के आने के पहले ही हमें अहसास होने लगता है कि कोई होनी अनहोनी होने वाली है। हालांकि पारंपरिक विश्‍वास के आधार पर भी यह जाना जाता है कि बुरा वक्त कब आने वाला है। ऐसे 5 संकेत हैं जिससे यह जाना जा सकता है कि बुरा समय आने वाला है। इसे जानकर पहले ही सतर्क हो जाएं। हालांकि इसकी हम पुष्टि नहीं करते हैं। Amarnath Yatra 2023 : वर्ष 2023 में अमरनाथ यात्रा 1 जुलाई 2023 से शुरू होने की संभावना है जोकि 31 अगस्त को समाप्त होगी। यदि आप भी अमरनाथ यात्रा करना चाहते हैं तो अमरनाथ यात्रा के पंजीकरण के लिए करीब 542 बैंक शाखाओं में 17 अप्रैल से ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन का काम शुरू हो गया है। यदि आप यात्रा की दुर्गमता को जानकर या रजिस्ट्रेशन नहीं होने के कारण अमरनाथ यात्रा नहीं जा पा रह हैं तो यहां चले जाएं। Yogini Ekadashi festival 2023 : वर्ष 2023 में योगिनी एकादशी व्रत 14 जून, दिन बुधवार को मनाया जाएगा। यह एकादशी तीनों लोकों में प्रसिद्ध तथा परलोक में मुक्ति देने वाली मानी जाती है। हिन्दू पंचांग के अनुसार प्रतिवर्ष आषाढ़ मास के कृष्ण पक्ष ग्यारस तिथि को योगिनी एकादशी व्रत किया जाता है। यहां पढ़ें एकादशी के बारे में खास जानकारी-

विष्णु सहस्त्रनाम स्तोत्रम

लेख सारिणी • • • • विष्णु सहस्त्रनाम – Vishnu Sahasranamam Vishnu Sahasranamam Stotram :भगवान् विष्णु की उपासना के लिए विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ ( Vishnu Sahasranamam Hindi PDF) सबसे ज्यादा फलदायी होता है. इससे श्री हरि की कृपा से सारे काम आसानी से बनने लगते हैं. इसमें भगवान् के सहस्त्र नामों का उल्लेख है. इसके अद्भुत श्लोक हर ग्रह और हर नक्षत्र को नियंत्रित कर सकते हैं परन्तु ॐ नमो भगवते वासुदेवाय । ॐ विश्वं विष्णु:-वषठ्कारो भूत-भव्य-भवत-प्रभुः । भूत-कृत भूत-भृत भावो भूतात्मा भूतभावनः ।। १ ।। पूतात्मा परमात्मा च मुक्तानां परमा गतिः । अव्ययः पुरुशः साक्षी क्षेत्रज्ञो अक्षर एव च ।। २ ।। योगो योग-विदां नेता प्रधान-पुरुशेश्वरः । नारसिंह-वपुः श्रीमान केशवः पुरुशोत्तमः ।। ३ ।। सर्वः शर्वः शिवः स्थाणु: भूतादि: निधि:-अव्ययः । संभवो भावनो भर्ता प्रभवः प्रभु:-ईश्वरः ।। ४ ।। स्वयंभूः शम्भु: आदित्यः पुष्कराक्षो महास्वनः । अनादि-निधनो धाता विधाता धातुरुत्तमः ।। ५ ।। अप्रमेयो हृषीकेशः पद्मनाभो-अमरप्रभुः । विश्वकर्मा मनुस्त्वष्टा स्थविष्ठः स्थविरो ध्रुवः ।। ६ ।। अग्राह्यः शाश्वतः कृष्णो लोहिताक्षः प्रतर्दनः । प्रभूतः त्रिककुब-धाम पवित्रं मंगलं परं ।। ७ ।। ईशानः प्राणदः प्राणो ज्येष्ठः श्रेष्ठः प्रजापतिः । हिरण्य-गर्भो भू-गर्भो माधवो मधुसूदनः ।। ८ ।। ईश्वरो विक्रमी धन्वी मेधावी विक्रमः क्रमः । अनुत्तमो दुराधर्षः कृतज्ञः कृति:-आत्मवान ।। ९ ।। सुरेशः शरणं शर्म विश्व-रेताः प्रजा-भवः । अहः संवत्सरो व्यालः प्रत्ययः सर्वदर्शनः ।। १० ।। अजः सर्वेश्वरः सिद्धः सिद्धिः सर्वादि:-अच्युतः । वृषाकपि:-अमेयात्मा सर्व-योग-विनिःसृतः ।। ११ ।। वसु:-वसुमनाः सत्यः समात्मा संमितः समः । अमोघः पुण्डरीकाक्षो वृषकर...

Vishnu Sahasranamam

विष्‍णु सहस्‍त्रनामम् स्‍तोत्र Vishnu Sahasranamam Stotra in Hindi ॐ नमो भगवते वासुदेवाय नम: ॐ विश्वं विष्णु: वषट्कारो भूत-भव्य-भवत-प्रभुः । भूत-कृत भूत-भृत भावो भूतात्मा भूतभावनः ।। 1 ।। पूतात्मा परमात्मा च मुक्तानां परमं गतिः। अव्ययः पुरुष साक्षी क्षेत्रज्ञो अक्षर एव च ।। 2 ।। योगो योग-विदां नेता प्रधान-पुरुषेश्वरः । नारसिंह-वपुः श्रीमान केशवः पुरुषोत्तमः ।। 3 ।। सर्वः शर्वः शिवः स्थाणु: भूतादि: निधि: अव्ययः । संभवो भावनो भर्ता प्रभवः प्रभु: ईश्वरः ।। 4 ।। स्वयंभूः शम्भु: आदित्यः पुष्कराक्षो महास्वनः । अनादि-निधनो धाता विधाता धातुरुत्तमः ।। 5 ।। अप्रमेयो हृषीकेशः पद्मनाभो-अमरप्रभुः । विश्वकर्मा मनुस्त्वष्टा स्थविष्ठः स्थविरो ध्रुवः ।। 6 ।। अग्राह्यः शाश्वतः कृष्णो लोहिताक्षः प्रतर्दनः । प्रभूतः त्रिककुब-धाम पवित्रं मंगलं परं ।। 7।। ईशानः प्राणदः प्राणो ज्येष्ठः श्रेष्ठः प्रजापतिः । हिरण्य-गर्भो भू-गर्भो माधवो मधुसूदनः ।। 8 ।। ईश्वरो विक्रमी धन्वी मेधावी विक्रमः क्रमः । अनुत्तमो दुराधर्षः कृतज्ञः कृति: आत्मवान ।। 9 ।। सुरेशः शरणं शर्म विश्व-रेताः प्रजा-भवः । अहः संवत्सरो व्यालः प्रत्ययः सर्वदर्शनः ।। 10 ।। अजः सर्वेश्वरः सिद्धः सिद्धिः सर्वादि: अच्युतः । वृषाकपि: अमेयात्मा सर्व-योग-विनिःसृतः ।। 11 ।। वसु:वसुमनाः सत्यः समात्मा संमितः समः । अमोघः पुण्डरीकाक्षो वृषकर्मा वृषाकृतिः ।। 12 ।। रुद्रो बहु-शिरा बभ्रु: विश्वयोनिः शुचि-श्रवाः । अमृतः शाश्वतः स्थाणु: वरारोहो महातपाः ।। 13 ।। सर्वगः सर्वविद्-भानु:विष्वक-सेनो जनार्दनः । वेदो वेदविद-अव्यंगो वेदांगो वेदवित् कविः ।। 14 ।। लोकाध्यक्षः सुराध्यक्षो धर्माध्यक्षः कृता-कृतः । चतुरात्मा चतुर्व्यूह:-चतुर्दंष्ट्र:-चतुर्भुजः ।। 15 ।...

बृहस्पतिवार के दिन इस स्तोत्र का पाठ करने से मनोकामना पूर्ण होने की है मान्यता, प्रसन्न होते हैं भगवान विष्णु

Vishnu Sahasranamam : बृहस्पतिवार के दिन भगवान विष्णु की पूजा करने का फल अनेकों गुणा अधिक मिलता है। कहते हैं कि इस दिन विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करने से भगवान विष्णु की विशेष कृपा प्राप्त होती है। मान्यता है कि जो लोग भी अपनी इच्छा पूर्ण करवाना चाहते हों उन्हें बृहस्पतिवार के दिन पीले रंग के आसन पर बैठकर भगवान विष्णु का ध्यान करते हुए इस स्तोत्र का पाठ करना चाहिए। माना जाता है कि ऐसा करने से बहुत जल्द मनोकामना पूर्ण होती है। विष्णु सहस्त्रनाम स्तोत्र (Vishnu Sahasranam Stotra) ॐ श्री परमात्मने नमः । ॐ नमो भगवते वासुदेवाय । अथ श्रीविष्णुसहस्त्रनाम स्तोत्रम यस्य स्मरणमात्रेन जन्मसंसारबन्धनात्‌। विमुच्यते नमस्तमै विष्णवे प्रभविष्णवे ॥ वैशम्पायन उवाच श्रुत्वा धर्मानशेषेण पावनानि च सर्वशः। युधिष्टिरः शान्तनवं पुनरेवाभ्यभाषत ।१। युधिष्टिर उवाच किमेकं दैवतं लोके किं वाप्येकं परायणम्‌। स्तुवन्तः कं कमर्चन्तः प्राप्नुयुर्मानवाः शुभम्‌ ।२। को धर्मः सर्वधर्माणां भवतः परमो मतः। किं जपन्मुच्यते जन्तुर्जन्मसंसारबन्धनात्‌ ।३। भीष्म उवाच जगत्प्रभुं देवदेवमनन्तं पुरुषोत्तमम्‌। स्तुवन्नामसहस्त्रेण पुरुषः सततोत्थितः ।४। तमेव चार्चयन्नित्यं भक्त्या पुरुषमव्ययम्‌। ध्यायन्स्तुवन्नमस्यंश्च यजमानस्तमेव च ।५। अनादिनिधनं विष्णुं सर्वलोकमहेश्वरम्‌। लोकाध्यक्षं स्तुवन्नित्यं सर्वदुःखातिगो भवेत्‌ ।६। ब्रह्मण्यं सर्वधर्मज्ञं लोकानां कीर्तिवर्धनम्‌। लोकनाथं महद्‌भूतं सर्वभूतभवोद्भभवम्‌ ।७। एष मे सर्वधर्माणां धर्माऽधिकतमो मतः। यद्भक्त्या पुण्डरीकाक्षं स्तवैरर्चेन्नरः सदा ।८। परमं यो महत्तेजः परमं यो महत्तपः। परमं यो महद्‌ब्रह्म परमं यः परायण्म्‌ ।९। पवित्राणां पवित्रं यो मङ्गलानां च मङ्गलम्‌। दैवतं देवतान...

Vishnu Sahasranamam in Hindi

WhatsApp Telegram Facebook Twitter LinkedIn Vishnu Sahasranamam is the 1000 names of Lord Vishnu, who is the protector of the worlds according to the Vedas and Puranas, and other Hindu scriptures. Get Sri Vishnu Sahasranamam in Hindi Lyrics pdf here and chant the 1000 names of Lord Vishnu in Hindi or Vishnu ji ke 1000 naam. विष्णु सहस्रनाम श्री महाविष्णु के हजार नाम हैं। वेदों और पुराणों के अनुसार, श्री महा विष्णु विश्व के रक्षक हैं। विष्णु सहस्रनाम का पाठ करें, श्री महा विष्णु की कृपा प्राप्त करें। Vishnu Sahasranamam in Hindi – विष्णु सहस्रनाम का पाठ ओं विश्वस्मै नमः । ओं विष्णवे नमः । ओं वषट्काराय नमः । ओं भूतभव्यभवत्प्रभवे नमः । ओं भूतकृते नमः । ओं भूतभृते नमः । ओं भावाय नमः । ओं भूतात्मने नमः । ओं भूतभावनाय नमः । ओं पूतात्मने नमः । १० ॥ ओं परमात्मने नमः । ओं मुक्तानाम्परमगतये नमः । ओं अव्ययाय नमः । ओं पुरुषाय नमः । ओं साक्षिणे नमः । ओं क्षेत्रज्ञाय नमः । ओं अक्षराय नमः । ओं योगाय नमः । ओं योगविदांनेत्रे नमः । ओं प्रधानपुरुषेश्वराय नमः । २० ॥ ओं नारसिंहवपुषे नमः । ओं श्रीमते नमः । ओं केशवाय नमः । ओं पुरुषोत्तमाय नमः । ओं सर्वस्मै नमः । ओं शर्वाय नमः । ओं शिवाय नमः । ओं स्थाणवे नमः । ओं भूतादये नमः । ओं निधयेऽव्ययाय नमः । ३० ॥ ओं सम्भवाय नमः । ओं भावनाय नमः । ओं भर्त्रे नमः । ओं प्रभवाय नमः । ओं प्रभवे नमः । ओं ईश्वराय नमः । ओं स्वयम्भुवे नमः । ओं शम्भवे नमः । ओं आदित्याय नमः । ओं पुष्कराक्षाय नमः । ४० ॥ ओं महास्वनाय नमः । ओं अनादिनिधनाय नमः । ओं धात्रे नमः । ओं विधात्रे नमः । ओं धातुरुत्तमाय नमः । ओं अप्रमेयाय नमः । ओं हृषीकेशाय नमः । ओं पद्मनाभाय नमः । ओं अमरप्रभवे नम...