विश्व पर्यावरण दिवस थीम 2023

  1. विश्व पर्यावरण दिवस: जानिए इस बार की थीम और इसका इतिहास
  2. मंत्रियों ने विश्व पर्यावरण दिवस 2023 को वृक्षारोपण के साथ मनाया, प्लास्टिक प्रदूषण को मात देने का आह्वान किया
  3. World Environment Day 2023: कब और कैसे हुई विश्व पर्यावरण दिवस
  4. World Environment Day 2023: आज है विश्व पर्यावरण दिवस 2023... आसान भाषा में समझें इस बार की थीम!
  5. Environment Day 2023: क्‍या है इस साल की थीम, इतिहास और जानें कौन करेगा मेजबानी
  6. World Environment Day 2023: क्यों मनाया जाता है विश्व पर्यावरण दिवस, क्या है इस साल की थीम... जानें महत्व और इतिहास, world environment day 2023 theme significance history and facts
  7. भारत में 'मिशन LiFE' थीम पर मनाया जाएगा विश्व पर्यावरण दिवस 2023: आइए जानते हैं इसके बारे में
  8. विश्व पर्यावरण दिवस 2023: जानिए थीम, इतिहास और मेजबान देश


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विश्व पर्यावरण दिवस: जानिए इस बार की थीम और इसका इतिहास

June 05, 2023 | 11:45 am 1 मिनट में पढ़ें विश्व पर्यावरण दिवस से जुड़ी जानकारी मानव प्रकृति को अपनी सुविधानुसार इस्तेमाल कर रहा है, जिससे पर्यावरण को धीरे-धीरे इतनी क्षति पहुंच रही है कि इससे मानव अस्तित्व भी खतरे में आ सकता है। इस बात की ओर लोगों का ध्यान आकर्षित करने के लिए हर साल 5 जून को ' यह एक वार्षिक वैश्विक कार्यक्रम है। इसका मुख्य उद्देश्य लोगों को पर्यावरण के प्रति जागरूक करना है। आइए आज इस दिवस से जुड़ी महत्वपूर्ण बातें जानते हैं। क्या है इस बार की थीम? विश्व पर्यावरण दिवस की आधिकारिक वेबसाइट के अनुसार, इस बार 5 जून को 'बीट प्लास्टिक पॉल्यूशन' थीम के तहत प्लास्टिक प्रदूषण के समाधान पर ध्यान दिया जाएगा। इसका कारण है कि प्लास्टिक प्रदूषण मानव नियंत्रण से परे बढ़ रहा है। ऐसे में प्लास्टिक के इस्तेमाल को खत्म करके लोगों की दिनचर्या में पर्यावरण के अनुकूल सामग्रियों को शामिल करने की बहुत आवश्यकता है। अगर आप इसका सहयोग करते हैं तो कौन कर रहा मेजबानी? इस बार विश्व पर्यावरण दिवस 2023 की मेजबानी कोटे डी आइवर गणराज्य द्वारा की जा रही है, जिसे पश्चिम अफ्रीका में आइवरी कोस्ट के रूप में भी जाना जाता है। इस साल बता दें कि 1 जनवरी, 2016 से नीदरलैंड में मुफ्त प्लास्टिक बैग प्रतिबंधित हैं। इसका उद्देश्य सड़कों और समुद्री कूड़े को कम करना और संसाधनों की बर्बादी को रोकना है। विश्व पर्यावरण दिवस मनाने की शुरूआत 5 जून, 1972 को इसके 2 साल बाद यानी 5 जून, 1974 से इसे मनाना शुरू किया गया। तब से लगातार हर साल 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस मनाया जा रहा है। पर्यावरणीय मुद्दों की चुनौतियों से निपटने के लिए इस दिन को मनाया जाता है। दुनियाभर में तेजी से बढ़ रहा प्लास्टिक प्रदूषण संयुक्त राष्ट्...

मंत्रियों ने विश्व पर्यावरण दिवस 2023 को वृक्षारोपण के साथ मनाया, प्लास्टिक प्रदूषण को मात देने का आह्वान किया

नई दिल्ली: हर साल 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस मनाया जाता है. ये लाखों लोगों को एक साथ लाने और उन्हें पृथ्वी की रक्षा और पुनर्स्थापना के प्रयास में शामिल करने का दिन है. इस साल आयोजन की 50वीं वर्षगांठ है. विश्व पर्यावरण दिवस 2023 की थीम ‘बीट प्लास्टिक पॉल्यूशन’ है. यह याद दिलाता है कि प्लास्टिक प्रदूषण को लेकर लोगों का एक्शन मायने रखता है. समारोह के भाग में पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय, भारत सरकार ने मिशन LiFE (पर्यावरण के लिए जीवन शैली) पर जोर देने के साथ एक कार्यक्रम आयोजित किया. इस कार्यक्रम में केंद्रीय बजट 2023-24 में घोषित दो योजनाएं – ‘अमृत धरोहर’ और ‘मिष्टी’ शुरू की गईं. On World Environment Day, launched Amrit Dharohar and MISHTI (Mangrove Initiative for Shoreline Habitats & Tangible Incomes). The schemes, announced in the Union Budget 2023-24, are part of PM Shri — Bhupender Yadav (@byadavbjp) अमृत धरोहर का उद्देश्य कंजर्वेशन थ्रू कम्युनिटी पार्टिसिपेशन एंड प्रोस्पेरिटी थ्रू कंजर्वेशन यानी की फिलोसफी के जरिए रामसर साइट्स के कंजर्वेशन वैल्यूज को प्रमोट करना है. दूसरी ओर MISHTI का उद्देश्य हमारे कोस्टल इकोसिस्टम के इकोलॉजिकल और सोश्यो-इकॉनॉमिक रेजिलेंस को बढ़ावा देना है. Amrit Dharohar aims to promote conservation values of Ramsar sites with the philosophy of conservation through community participation & prosperity through conservation. MISHTI, on the other hand, aims to promote ecological & socio-economic resilience of our coastal ecosystems. — Bhupender Yadav (@byadavbjp) इसे भी पढ़ें: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज एक वीडियो संदेश के माध्यम से सभा ...

World Environment Day 2023: कब और कैसे हुई विश्व पर्यावरण दिवस

World Environment Day 2023: जनजीवन को सुरक्षित रखने के लिए पर्यावरण को सुरक्षित रखना बहुत जरूरी है। इसलिए पर्यावरण की रक्षा के लिए लोगों को प्रोत्साहित करने हेतु हर साल 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस (World Environment Day 2023) मनाया जाता है। इंसान और पर्यावरण के बीच गहरा संबंध है। प्रकृति के बिना किसी का भी जीवन संभव नहीं है। लेकिन लोग इस बात को अनदेखा कर दिन-प्रतिदिन प्रकृति को इंसान नुकसान पहुंचा रहे हैं। हमारी लापरवाही की वजह से लगातार पर्यावरण दूषित हो रहा है, जो जनजीवन को प्रभावित करने के साथ ही प्राकृतिक आपदाओं की भी बड़ी वजह बन रहा है। इस दिन पर्यावरण को लेकर लोगों को जागरूक किया जाता है और उन्हें पर्यावरण को संरक्षित करने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है। चलिए जानते हैं कि कब और क्यों मनाया जाता है विश्व पर्यावरण दिवस और इसे मनाने की शुरुआत कैसे हुई। क्या है पर्यावरण दिवस ? World Environment Day 2023 आप सोच रहे होंगे कि इस दिन को क्यों मनाया जाता है और विश्व पर्यावरण दिवस क्या है? आपके इन सवालों के जवाब में हम आपको बता दें कि, ये पर्यावरण को समर्पित एक दिन है जो पर्यावरण के मुद्दों और उसे सुरक्षित रखने के लिए आम लोगों में जागरूक किया जाता है। इस दिन को मनाने का लोगों का अलग-अलग तरीका होता है। कुछ इस दिन पेड़ पौधे लगाते हैं तो कुछ इन्हें लोगों में वितरित करते हैं ताकि ज्यादा से ज्यादा पेड़ लगाए जा सके और आने वाले जीवन को सुरक्षित रखा जा सके। कब मनाते हैं विश्व पर्यावरण दिवस ? हर साल विश्व पर्यावरण दिवस 5 जून को मनाया जाता है। इस मौके पर सभी देश अलग अलग तरीके से पर्यावरण के प्रति जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन करते हैं। साथ ही उसे साफ और स्वच्छ रखने के लिए नए-नए तरीके बत...

World Environment Day 2023: आज है विश्व पर्यावरण दिवस 2023... आसान भाषा में समझें इस बार की थीम!

नई दिल्ली: ताकि जनजीवन रहे सुरक्षित, इसलिए जरूरत महसूस हुई विश्व पर्यावरण दिवस की. प्रत्येक वर्ष आज ही की तारीख यानि 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस मनाया जाता है. जिसका उद्देश्य दुनिया में लगातार बढ़ रहे प्रदूषण और प्रकृति को हो रहे नुकसान पर लगाम लगाना है. हमारे पर्यावरण को सुरक्षित और संरक्षित रखने के लिहाज से विश्व पर्यावरण दिवस पर हर साल एक खास थीम रखी जाती है, ऐसे में इस साल की थीम है "Solutions to Plastic Pollution" यानि आधुनिकता के इस दौर में हमें और हमारी प्रकृति को प्लास्टिक प्रदूषण से हो रहे नुकसान पर केंद्रीत करना है. मौजूदा वक्त की बात की जाए तो, भारत सहित कई अन्य देशों ने भी सिंगल यूज प्लास्टिक पर पूरी तरह से प्रतिबंधित लगा दिया है. बावजूद इसके हमें इस तरह के प्लास्टिक बजारों में आसानी से नजर आ जाते हैं. आज से करीब 116 साल पहले हुए प्लास्टिक की इस खोज ने आज हमारी संपूर्ण जगत का अस्तित्व ही खतरे में डाल दिया है. मिली जानकारी के मुताबिक पूरी तरह से जीवाश्म ईंधन पर निर्भर प्लास्टिक के उत्पादन में कई तरह के नुकसानदायक पदार्थ मिलते हैं, जो हमारे और जनजीवन सहित पूरे पर्यावरण के लिए हानिकारक है. जिस प्लास्टिक को हम कचरा समझ कर कूड़े में फेंक देते हैं, असल में वही कूड़ा हमारे पर्यावरण को दूषित कर रहा है और हमें खतरे में डाल रहा है. हकीकत पर गौर करें तो हम आज पूरी तरह से प्लास्टिक से घिरे हुए हैं. हमारे घरों में पानी की बोतल से लगाकर बाल्टी तक, ब्रश से लगाकर टूथपेस्ट तक, बाजारू चीजों से लगाकर घरेलू सामान तक, सब कुछ या तो प्लास्टिक से बना हुआ है या फिर उससे कवर है. हालांकि इनमें से कुछ प्लास्टिक जरूर रिसाइकल हो जाताे हैं, मगर कुछ हमें और हमारे पर्यावरण को दूषित करते हैं. ...

Environment Day 2023: क्‍या है इस साल की थीम, इतिहास और जानें कौन करेगा मेजबानी

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World Environment Day 2023: क्यों मनाया जाता है विश्व पर्यावरण दिवस, क्या है इस साल की थीम... जानें महत्व और इतिहास, world environment day 2023 theme significance history and facts

नई दिल्ली: World Environment Day 2023: प्रत्येक वर्ष आज यानि 5 जून की तारीख को ‘‘विश्व पर्यावरण दिवस’’ के रूप में मनाया जाता है. आज औद्योगीकरण के इस दौर ने पर्यावरण के लिहाज से भयानक रूप ले लिया है, हर दिन पेड़ों की अंधाधुंध कटाई और बढ़ते प्रदूषण के कारण हमारा इकोसिस्‍टम बड़ी तेजी से नकारात्मक बदलवों का सामना कर रहा है. इसी नुकसान के मद्देनजर पर्यावरण को सुरक्षा देने के संकल्प लेने के मकसद से हर साल 5 जून को ‘‘विश्व पर्यावरण दिवस’’ मनाया जाता है. बता दें कि ये खास दिवस 143 से अधिक देशों को एक मंच पर लाकर समुद्री प्रदूषण, ओवरपॉपुलेशन, ग्लोबल वॉर्मिंग, सस्टनेबल कंजम्पशन और वाइल्ड लाइफ क्राइम जैसे पर्यावरणीय मुद्दों पर जागरूकता बढ़ाता है. ‘‘विश्व पर्यावरण दिवस’’ का इतिहास साल 1973 में संयुक्त राष्ट्र संघ ने पर्यावरण का बिगड़ता संतुलन और बढ़ते प्रदूषण से जूझ रही दुनिया को समस्या से उबारने के लिए और पर्यावरण को हरा भरा बनाने के लिए, साथ ही विश्‍व पर्यावरण सुरक्षा को लेकर जागरूकता फैलाने के लिए ‘विश्‍व पर्यावरण दिवस’ मनाने की शुरुआत की थी, जिसके बाद हर साल नई और अलग थीम के साथ 5 जून का दिन ‘‘‘विश्व पर्यावरण दिवस’’’ के रूप में मनाया गया. गौरतलब है कि ‘‘विश्व पर्यावरण दिवस’’ की स्थापना 1972 में ह्यूमन एनवायरनमेंट पर स्टॉकहोम सम्मेलन में की गई थी, जिसे संयुक्त राष्ट्र द्वारा किया गया था. इस सम्मेलन में करीब119 देश शरीक हुए थे, जिसके बाद से ही दुनियाभर में 5 जून को विश्‍व पर्यावरण दिवस मनाया जाने लगा. क्या है इस बार की थीम? ‘‘‘विश्व पर्यावरण दिवस’’’ को हर साल नए थीम के साथ मनाया जाता है. ऐसे में ‘‘विश्व पर्यावरण दिवस’’ 2023 की थीम "Solutions to Plastic Pollution" यानि प्लास्टिक प्रद...

भारत में 'मिशन LiFE' थीम पर मनाया जाएगा विश्व पर्यावरण दिवस 2023: आइए जानते हैं इसके बारे में

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2021 में ग्लासगो में हुए 26 वें संयुक्त राष्ट्र जलवायु परिवर्तन सम्मेलन (COP26) में मिशन LiFE की घोषणा करते हुए कहा, “मिशन LiFE में LiFE शब्द का मतलब ‘लाइफस्टाइल फॉर एनवायरनमेंट’ से है. यानी पर्यावरण के लिए जीवन जीने की शैली. आज हम सभी को लाइफस्टाइल फॉर एनवायरनमेंट को साथ लेकर बढ़ने की जरूरत है. यह अभियान पर्यावरण के लिए जन आंदोलन का रूप ले सकता है.” मिशन LiFE क्या है? यह एक वैश्विक पहल के साथ-साथ संयुक्त राष्ट्र के सतत विकास लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए एवं जलवायु परिवर्तन का मुकाबला करने और स्थायी जीवन को बढ़ावा देने का भारत का तरीका है. यह पर्यावरण की रक्षा और संरक्षण के लिए “विवेकहीन और विनाशकारी खपत के बजाय सचेत और सोच-समझकर उपयोग” के लिए एक जन आंदोलन का निर्माण करता है. भारत अपने राष्ट्रीय स्तर पर निर्धारित योगदान (NDCs) में LiFE को शामिल करने वाला पहला देश है. ये एक क्लाइमेट एक्शन प्लान है, जो उत्सर्जन में कटौती और जलवायु प्रभावों के अनुकूल बनाता है. इसके लॉन्च के समय अभियान के महत्व को समझाते हुए पीएम मोदी ने कहा, “भारत जलवायु परिवर्तन का मुकाबला करने के लिए एक अपनी परंपराओं, संरक्षण और संयम के मूल्यों के आधार पर जीने के एक स्वस्थ और टिकाऊ तरीके को जन आंदोलन के तौर पर आगे बढ़ाएगा और उसका प्रचार भी करेगा.” पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय ने कहा है कि इस साल अभियान का महत्व बताने के लिए भारत विश्व पर्यावरण दिवस 2023 को मिशन LiFE की अवधारणा पर जोर देगा और इसे बार-बार दोहराया जाएगा. जैसा कि दुनिया 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस को मनाने करने के लिए तैयार है, आइए जानते हैं क्या है मिशन LiFE पहल मिशन LiFE अभियान का उद्देश...

विश्व पर्यावरण दिवस 2023: जानिए थीम, इतिहास और मेजबान देश

World Environment Day की Theme, History और Host Country Vishwa Paryavaran Diwas: 2023 में 5 जून (सोमवार) को 49वां विश्व पर्यावरण दिवस मनाया जा रहा है, इस साल मेजबान देश के तौर पर पश्चिम अफ्रीका में स्थित ‘ कोटे डी आइवर‘ (नीदरलैंड की साझेदारी में) को चुना गया है, और इस वर्ष का विषय ‘ प्लास्टिक प्रदूषण के समाधान‘ पर केन्द्रित है जिसे ‘ #BeatPlasticPollution‘ अभियान के साथ मनाया जा जाएगा, यह नारा प्रकृति के साथ सद्भाव में रहने पर ध्यान केंद्रित करता है। वर्ष 2022 मानव पर्यावरण पर पहले संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन के 50 साल पूरे होने का प्रतीक है, जब 1972 में स्टॉकहोम सम्मेलन हुआ, जिसमें यूएनईपी की स्थापना और 5 जून को वर्ल्ड एनवायरनमेंट डे के रूप नामित किया गया। विषय सूची • • • • • • World Environment Day Information in Hindi: नाम विश्व पर्यावरण दिवस (World Environment Day) तिथि 5 जून शुरुआत 1972 में संयुक्त राष्ट्र द्वारा पहली बार 5 जून 1974 उद्देश्य दुनियाभर में पर्यावरण संरक्षण के प्रति लोगों को सचेत करने और इसके महत्व को समझाना। थीम (2023) Solutions to plastic pollution स्लोगन (नारा) Beat Plastic Pollution मेजबान देश (2023) कोटे डी आइवर (नीदरलैंड के साथ साझेदारी में) विश्व पर्यावरण दिवस कब मनाया जाता है? (इतिहास) विश्व पर्यावरण दिवस हर साल 5 जून को मनाया जाता है, यह पर्यावरण के बारे में जागरूकता फैलाने पर समर्पित सबसे बड़ा अंतरराष्ट्रीय दिवस है। इसकी शुरुआत संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा 1972 में की गई थी, इसे संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम (UNEP) के नेतृत्व में वर्ष 1974 से ही आयोजित किया जा रहा है। पर्यावरण दिवस की नींव उस समय रखी गई जब पहली बार 1972 मे स्वीडन की राजधानी स्टॉ...