विष्णु लक्ष्मी फोटो hd

  1. Lord Vishnu
  2. 100+ Lord Vishnu Images (2023) भगवान श्री विष्णु फोटोज वॉलपेपर Best
  3. लक्ष्मी जी की तस्वीर कैसी होनी चाहिए / विष्णु लक्ष्मी की मूर्ति कैसी होनी चाहिए
  4. Yogini Ekadashi 2023: सुख, समृद्धि, शांति के लिए आज रखें योगिनी एकादशी व्रत,जरूर पढ़ें ये व्रत कथा
  5. Maa Laxmi Good Morning Images
  6. Yogini Ekadashi 2023: योगिनी एकादशी के दिन करेंगे यह उपाय तो प्रसन्न होंगे भगवान विष्णु, मां लक्ष्मी की बरसेगी कृपा
  7. Yogini Ekadashi 2023 Wishes: योगिनी एकादशी पर ये विशेज WhatsApp Stickers, HD Wallpapers और GIF Images भेजकर दें बधाई


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Lord Vishnu

हिंदू ग्रंथों में सबसे महत्वपूर्व देवताओं में से एक हैं भगवान विष्णु (lord Vishnu), जिनको त्रिमूर्ति के सदस्य के रूप में पूजा जाता है। वह सबसे बड़े हिंदू संप्रदाय वैष्णवाद के सबसे महत्वपूर्ण देवता हैं। उन्हें नारायण और हरि के नाम से भी जाना जाता है। पौराणिक मान्यता के अनुसार उन्हें संरक्षक और रक्षक के रूप में माना जाता है। उन्होंने धर्म की रक्षा और पृथ्वी को बचाने के लिए 10 अवतार लिए। विष्णु सत्त्वगुण का प्रतिनिधित्व करते हैं और यह केन्द्रित बल है क्योंकि यह सृष्टि के संरक्षण, संरक्षण और रखरखाव के लिए जिम्मेदार थे। व्युत्पत्ति के अनुसार, शब्द 'विष्णु' का अर्थ है, जो व्याप्त है, वह जो हर चीज में प्रवेश कर चुका है। वह आंतरिक कारण और शक्ति है जिसके द्वारा चीजें मौजूद हैं। भगवान विष्णु का जन्म शिवपुराण के अनुसार, जब पूरी सृष्टि में अंधकार था और न ही जल, वायु और अग्नि थी। तब केवल ब्रह्मरूपी भगवान सदा शिव थे और उन्होंने जगत जननी मां अम्बिका को प्रकट किया था। कहा जाता है कि सदाशिव और अंबिका ने सबसे पहले भगवान शंकर की उत्पत्ति की। उसके बाद सदा शिव ने अपने बांये अगर पर अमृत मला जिससे प्रकट हुए भगवान विष्णु, इसके बाद सदाशिव ने अपने दाहिने हाथ से एक दिव्य ज्योति प्रकट की और उसे विष्णु जी की नाभि में डाल दी कुछ समय बाद विष्णु की नाभि से ब्रह्मांड के रचयिता ब्रह्माजी प्रकट हुए। श्रीहरि विष्णु का परिवार: कहा जाता है कि भगवान विष्णु का विवाह मां लक्ष्मी, सरस्वती और मां गंगा से हुआ था। हालांकि तीनों साथ में रहने के लिए राजी नहीं थी। इसलिए अंत में मां गंगा को भगवान शिव के पास और सरस्वती जी को भगवान ब्रह्मा के पास भेजा गया था। कुछ ग्रंथों में विष्णु की पत्नी पृथ्वी माता को भी कहा गया है। आप...

100+ Lord Vishnu Images (2023) भगवान श्री विष्णु फोटोज वॉलपेपर Best

Lord Vishnu Images– lord vishnu is one of the three major gods in hinduism. He is the protector and preserver of the universe, and maintains order and balance. He has many images that reflect his many attributes. the word “vishnu” comes from two words: “vi” which means to dwell, abide or stay; and “sna” which means to sleep or rest. So vishnu’s name can be interpreted as “he who stays awake”. Lord Vishnu is a popular hindu deity and is considered to be the preserver of the world. He has a lot of images and sculptures that are worshipped all over india, nepal, bangladesh and sri lanka. Contents • • • • • Lord Vishnu Images there are many temples dedicated to lord vishnu in india. It is believed that the temple spires represent his crown. The Most Popular Temple for Lord Vishnu is the tirumala temple in andhra pradesh which attracts about 50 million devotees every year. lord vishnu is the hindu god of preservation and protector. He is one of the trimurti, which are the three aspects of the supreme divinity in hinduism. Lord Vishnu is also known as “the preserver” or “the sustainer” in sanskrit language. 120+ Lord Vishnu Has Many Images and forms, but his most common form is that of a man with four arms wielding a lotus flower in one hand, a mace in another hand, and carrying a lotus on his head. good morning vishnu laxmi image download Lord Vishnu Images lord vishnu animated hd wallpaper Lord Vishnu Images shree hari narayan image Lord Vishnu Images vishnu bhagwan good morni...

लक्ष्मी जी की तस्वीर कैसी होनी चाहिए / विष्णु लक्ष्मी की मूर्ति कैसी होनी चाहिए

लक्ष्मी जी की तस्वीर कैसी होनी चाहिए / विष्णु लक्ष्मी की मूर्ति कैसी होनी चाहिए –लक्ष्मी जी को धन और समृद्धि की देवी माना जाता हैं. ऐसा माना जाता है की नियमित रूप से लक्ष्मी जी की पूजा अर्चना करने से उनके शुभ आशीर्वाद की प्राप्ति होती हैं. इसलिए लोग अपने घरों में माता लक्ष्मी की तस्वीर रखते हैं. और उनकी नियमित रूप से पूजा अर्चना करते हैं. लेकिन कई बार लोग लक्ष्मी जी की पूजा अर्चना करते हैं. फिर भी उन्हें धन की प्राप्ति नहीं होती हैं. ऐसा होने के पीछे एक मुख्य कारण हो सकता हैं. और वह है उनकी घर में रखे जाने वाली लक्ष्मी जी की तस्वीर. अगर आपने घर में लक्ष्मी की सही तस्वीर नहीं रखी हैं. तो शायद आपको उतने फल की प्राप्ति नहीं होती हैं. जितनी होनी चाहिए. दोस्तों आज हम आपको इस आर्टिकल के माध्यम से बताने वाले है की लक्ष्मी जी की तस्वीर कैसी होनी चाहिए तथा विष्णु लक्ष्मी की मूर्ति कैसी होनी चाहिए. इसके अलावा इस टॉपिक से जुडी अन्य और भी जानकारी प्रदान करने वाले हैं. यह सभी महत्वपूर्ण जानकारी पाने के लिए हमारा यह आर्टिकल अंत तक जरुर पढ़े. Table of Contents • • • • लक्ष्मी जी की तस्वीर कैसी होनी चाहिए अगर आप घर में लक्ष्मी जी की सही तस्वीर रखते हैं. और सही दिशा में लक्ष्मी जी की प्रतिमा की स्थापना करते हैं. तो आपको उनके पूर्ण फल की प्राप्ति होती हैं. घर में लक्ष्मी जी तस्वीर रखने से पहले नीचे दी गई बातों को ध्यान में रखे. और इसके पश्चात ही हमारे बताए अनुसार लक्ष्मी जी की तस्वीर रखे. • सबसे पहले तो जब भी आप घर में लक्ष्मी जी की तस्वीर रखे. उनकी तस्वीर कमल पर विराजमान होनी चाहिए. अगर आप अपने घर में कमल पर विराजमान लक्ष्मी जी की तस्वीर रखते हैं. तो यह ऐसी तस्वीर बहुत ही शुभ मानी जाती हैं....

Yogini Ekadashi 2023: सुख, समृद्धि, शांति के लिए आज रखें योगिनी एकादशी व्रत,जरूर पढ़ें ये व्रत कथा

डीएनए हिंदीःसुख, समृद्धि, शांति और खुशहाली के लिए योगिनी एकादशी ((Yogini Ekadashi Benefits) का व्रत रखा जाता है. इस व्रत को करने से अंखड सौभाग्य बढ़ता है और मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है. मान्यता है कि इस एक व्रत को करने से 80 हजार ब्राह्मणों को भोजन कराने के बराबर पुण्य मिलता है. इस व्रत को लेकर मन्यता है कि यह एकादशी सभी पाप से मुक्ति दिलाती है. इस व्रत के पुण्य प्रभाव से मृत्यु बाद विष्णु कृपा से व्यक्ति को मोक्ष मिल जाता है. बीमार व्यक्ति की बीमरी खत्म हो जाती है. ये है योगिनी एकादशी की तिथि (Yogini Ekadashi 2023) एकादशी एकादशी 14 जून की सुबह 09:28 मिनट पर शुरु होगा, जो 15 जून की सुबह 08:28 मिनट पर समाप्त होगा. उदया तिथि के अनुसार यह व्रत 14 जून, बुधवार के दिन रखा जाएगा. इस दिन केवल जल ग्रहण करना चाहिए. इस दिन भगवान विष्णु और लक्ष्मी की पूजा की जाती है. इसके साथ ही दान-दक्षिणा करने के साथ ही विष्णु और शिव जी की उपासना करनी चाहिए. योगिनी एकादशी व्रत का पारण (Yogini Ekadashi 2023 Parana Time ) योगिनी एकादशी का पारण 15 जून को सुबह 05:23 बजे से सुबह 08:10 बजे के बीच कर सकते हैं. योगिनी एकादशी व्रत की कथा इस व्रत को लेकर काफी मशहूर कहानी है. स्वर्ग के अलकापुरी में कुबेर नाम का एक राजा रहता था. वह शिव भक्त था, हर रोज वह सुबह महादेव की पूजा करता था. महादेव की पूजा के लिए हेम नामक माली फूल लेकर आता था. हेम की पत्नी विशालाक्षी थी, जो बहुत ही सुंदर थी. एक दिन हेम मानसरोवर से फूल लेकर आया लेकिन पत्नी से बात करने में वह फूल लेकर जाना भूल गया. दूसरी ओर राजा माली का इंतजार करता रहा. दोपहर तक जब माली नहीं आया तो राजा ने अपने सिपाहियों को माली के घर भेजा. ताकि पता लगे कि वह क्यों न...

Maa Laxmi Good Morning Images

• • जय मां दोस्तों इस लेख में हमने आपके लिए मां लक्ष्मी की बहुत ही सुंदर सुंदर फोटो का संग्रह किया है, जिसे आप हर सुबह अपने रिश्तेदारों और चाहने वालों को भेजकर मां लक्ष्मी का आशिर्वाद से अपने और अपने प्रियजनों के दिन की शुरुआत कर सकते हैं। हिंदू धर्म में देवी लक्ष्मी देवी की पूजा की जाती है। उनके बचपन, शादी और जीवन से जुड़ी कई किंवदंतियां हैं। लोकप्रिय किंवदंतियों में से एक का कहना है कि वह अपने पहले अवतार के दौरान विष्णु के पसीने की बूंदों से वामन (बौना) के रूप में पैदा हुई थी। अपने पूरे जीवन में, देवी लक्ष्मी देवी अपने परिवार के सदस्यों की सेवा करना चाहती थीं और जब भी उन्हें उनकी आवश्यकता होती थी, उनके लिए वहां रहना चाहती थीं। उन पुरुषों की कहानियां जो उसके कौशल और शक्ति की पूजा करते हैं, ताकि वह उन्हें समृद्ध रख सके, कई हैं। व्हाट्सएप के लिए सबसे अच्छी सुप्रभात मां लक्ष्मी फोटो और मां लक्ष्मी सुप्रभात तस्वीरें हैं। मां लक्ष्मी सुबह गुड मॉर्निंग तस्वीरें, मां लक्ष्मी व्हाट्सएप मॉर्निंग विशेज, मां लक्ष्मी गुड मॉर्निंग डीपी, मां लक्ष्मी आशीर्वाद गुड मॉर्निंग वॉलपेपर, गुड मॉर्निंग एचडी मां लक्ष्मी फेसबुक डीपी के लिए नवीनतम तस्वीरें साझा करने का एक अद्भुत समय है, और मां लक्ष्मी सुप्रभात चित्र का बहुत ही सुंदर कलेक्शन है। यहाँ पढ़ें: Maa Laxmi Good Morning Images | मां लक्ष्मी गुड मॉर्निंग इमेज

Yogini Ekadashi 2023: योगिनी एकादशी के दिन करेंगे यह उपाय तो प्रसन्न होंगे भगवान विष्णु, मां लक्ष्मी की बरसेगी कृपा

सर्वेश श्रीवास्तव/अयोध्या. सनातन धर्म में एकादशी को बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है. हिंदू पंचांग के मुताबिक वर्ष के हर माह में दो एकादशी का व्रत मनाया जाता है. एकादशी की तिथि भगवान विष्णु को समर्पित होती है. इस दिन एकादशी का व्रत रखना, भगवान विष्णु की कथा सुनना और माता लक्ष्मी की विधि-विधान पूर्वक पूजा-आराधना करना अपार कृपा दिलाता है. इन्हीं एकादशी में से योगिनी एकादशी का व्रत रखा जाता है जो साल के आषाढ़ माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी को मनाया जाता है. हिंदू पंचांग के मुताबिक इस वर्ष योगिनी एकादशी का व्रत 14 जून को रखा जाएगा. उत्तर प्रदेश के अयोध्या के प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य पंडित कल्कि राम बताते हैं कि एकादशी की तिथि भगवान विष्णु को समर्पित होती है. इस दिन अगर आप सच्चे मन से विधि-विधान पूर्वक भगवान विष्णु की आराधना करते हैं, उनके मंत्रों का जप करते हैं, सायंकाल दीपक जलाते हैं तो भगवान विष्णु के साथ-साथ माता लक्ष्मी भी प्रसन्न होती हैं और घर में अपार धन-समृद्धि आती है. विशेष कर योगिनी एकादशी के दिन भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी के मंत्रों का जप करना चाहिए. इससे जीवन में आई तमाम विपत्तियां समाप्त होती हैं. करें यह उपाय बरसेगी मां लक्ष्मी की कृपा अगर आप दांपत्य जीवन में सुखी रहना चाहते हैं तो योगिनी एकादशी के दिन सुबह स्नान करने के बाद स्वच्छ कपड़े पहन कर तुलसी के पौधे को प्रणाम करें. ऐसा करने से दांपत्य जीवन में हमेशा खुशहाली बनी रहेगी. इसके अलावा, योगिनी एकादशी के दिन भगवान विष्णु की प्रतिमा स्थापित करें. उनके सामने घी का दीपक जलाएं और बेसन के लड्डू का भोग लगाएं. योगिनी एकादशी के दिन ऐसा करने से आपके व्यवसाय में वृद्धि होगी. पारिवारिक जीवन में खुशहाली के लिए योगिनी एकादशी के दिन...

Yogini Ekadashi 2023 Wishes: योगिनी एकादशी पर ये विशेज WhatsApp Stickers, HD Wallpapers और GIF Images भेजकर दें बधाई

Yogini Ekadashi 2023 Wishes: योगिनी एकादशी पर ये विशेज WhatsApp Stickers, HD Wallpapers और GIF Images भेजकर दें बधाई आषाढ़ के हिंदू कैलेंडर माह में कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि भगवान विष्णु के पांचवें अवतार भगवान वामन को समर्पित है और इसे योगिनी एकादशी के नाम से जाना जाता है. इस दिन विष्णु भक्तों द्वारा किया जाने वाला व्रत या उपवास योगिनी एकादशी व्रत है... Yogini Ekadashi 2023: आषाढ़ के हिंदू कैलेंडर माह में कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि भगवान विष्णु के पांचवें अवतार भगवान वामन को समर्पित है और इसे योगिनी एकादशी के नाम से जाना जाता है. इस दिन विष्णु भक्तों द्वारा किया जाने वाला व्रत या उपवास योगिनी एकादशी व्रत है. अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार यह दिन हर साल जून-जुलाई में पड़ता है. योगिनी एकादशी निर्जला एकादशी (ज्येष्ठ शुक्ल पक्ष एकादशी) के बाद और देवशयनी एकादशी (आषाढ़ शुक्ल पक्ष) से पहले आती है. योगिनी एकादशी का व्रत युवा या वृद्ध कोई भी कर सकता है और यह उन व्यक्तियों के लिए है जो किसी भी प्रकार की बीमारी या स्वास्थ्य समस्याओं से बचना चाहते हैं. यह भी पढ़ें: यह व्रत उन लोगों के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण है जो कुष्ठ सहित त्वचा संबंधी किसी भी समस्या से पीड़ित हैं. कई अन्य एकादशी व्रतों की तरह यह व्रत भी काफी फलदायी है और पिछले सभी पापों और बुरे कर्मों को दूर करता है और अच्छा स्वास्थ्य प्रदान करता है. पद्म पुराण में वर्णित कहानी के अनुसार एक बार धर्मराज युधिष्ठिर भगवान कृष्ण के पास पहुंचे और पूछा, "हे जनार्दन, कृपया योगिनी एकादशी की कथा सुनाएं!" भगवान कृष्ण ने जवाब में राजा को संबोधित करते हुए कहा, "हे राजन! योगिनी एकादशी का नाम है, जो आषाढ़ महीने के कृष्ण पक्ष में आती है. इस दिन व्रत...