वियतनाम करेंसी इन इंडिया

  1. किन देशों में भारतीय करेंसी मान्य है
  2. वियतनाम करेंसी तो इंडियन रुपया 100
  3. इन 11 देशों में इंडियन करेंसी की कीमत बहुत है, यहाँ जाकर आप अमीर महसूस करेंगे
  4. डिजिटल मुद्रा / करेंसी क्या है भारत में भविष्य Digital Currency Kya Hai
  5. वियतनाम से सीखें


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किन देशों में भारतीय करेंसी मान्य है

अगर आप विदेश घूमने जाने का प्लान बना रहे हैं, तो आपको करेंसी को लेकर एक अलग ही सिरदर्द रहता है। आप भारतीय करेंसी को डॉलर में बदलवाते हैं, फिर उसे उस देश की करेंसी में चेंज कराते हैं। लेकिन अगर आपको ये पता चले कि कुछ देश ऐसे है, जहां पर भारतीय करेंसी को बदलावने की झंझट नहीं होगी, बल्कि भारतीय करेंसी से ही आप खरीदारी कर सकते हैं, तो आप काफी खुश होंगे। इस लेख के जरिए हम आपको बताने वाले हैं कि किन देशों में भारतीय करेंसी मान्य है और क्यों (In which countries Indian currency is valid and why in Hindi)? विश्वभर में लगभग 85% अमेरिकी डॉलर की सहायता से ही लेनदेन होता है। पूरे विश्व में लोग लगभग 39% कर्ज अमेरिकी डॉलर के माध्यम से देते हैं। कुल डॉलर में से 65 परसेंट डॉलर का उपयोग अमेरिका के बाहर किया जाता है। इसी कारण विदेशी बैंकों को दूसरे देश में व्यापार करने के लिए डॉलर की आवश्यकता पड़ती है। इसी वजह से डॉलर अंतरराष्ट्रीय व्यापार करेंसी के नाम से भी जाना जाता है और पूरे विश्व में डॉलर को इंटरनेशनल करेंसी भी कहते हैं, इसीलिए लगभग सभी देशों में सामान का मूल्य चुकाने के लिए डॉलर का इस्तेमाल किया जाता है, परंतु भारत की मुद्रा भी डॉलर से कम नहीं है, रुपए का इस्तेमाल भी सभी देशों में आसानी से हो जाता है इसलिए लोग भारत की करेंसी मैं लेन- देन करना भी पसंद करते हैं। अमेरिकी डॉलर की तरह भारतीय मुद्रा रुपए को भी कई देशों में सम्मान मिलता है और कुछ देश तो ऐसे हैं जिनमें केवल भारतीय मुद्रा के द्वारा ही लेन- देन किया जाता है। बांग्लादेश, नेपाल, मालदीप और भूटान जैसे देशों में भारतीय मुद्रा को ही स्वीकारा गया है और जिंबाब्वे में भी भारतीय करेंसी को लीगल रूप से मान्यता प्राप्त है। इस लेख के माध्यम ...

वियतनाम करेंसी तो इंडियन रुपया 100

विषयसूची Show • • • • • • इन देशों में स्ट्रॉन्ग है भारतीय रुपया • यहां आप बेफिक्र होकर घूम सकते हैं बहुत से ऐसे देश हैं जहां घूमना भारतीयों को काफी महंगापड़ता है ऐसा इसलिए है क्योंकि भारतीय रुपये की तुलना में उन देशों की करेंसी की वैल्यू ज्यादा है. अमेरिका और यूरोप उन्हीं देशों में से एक हैं. यहां डॉलर और यूरो की कीमतें भारतीय रुपये की तुलना में काफी ज्यादा है. जिस कारण भारतीयों को यहां घूमना काफी ज्यादा महंगा पड़ता है. लेकिन आपको निराश होने की कोई जरूरत नहीं हैं क्योंकि इन देशों के अलावा भी कुछ देश ऐसे हैं जहां आप बेफिक्र होकर घूम सकते हैं क्योंकि इन देशों की करेंसी की कीमत भारतीय रुपये की तुलना में कम है. तो आइए जानते हैं उन सभी देशों के बारे में जहां आप घूमने का प्लान बना सकते हैं. Vietnam (Photo Credit: Getty Images) वियतनाम (Vietnam)- वियतनाम साउथ एशिया का एक देश है. दुनिया भर में वियतनाम अपनी टूरिस्ट डेस्टिनेशंस के लिए जाना जाता है. यहां के खूबसूरत बीच, कल्चर और फूड टूरिस्ट्स को अपनी और आकर्षित करता है. भारत का एक रुपया 294.21 वियतनामी डोंग के बराबर है. यानी अगर आपके पास भारतीय करेंसी के 100 रुपए हैं तो यह वियतनामी डोंग के 29,421 के बराबर है. Indonesia (Photo Credit: Getty Images) इंडोनेशिया (Indonesia)- इंडोनेशिया एशियाई महाद्वीप का एक हिस्सा है. यहां बहुत से बौद्ध और हिंदू मंदिर हैं. इस देश की करेंसी का नाम इंडोनेशियाई रुपिया है. यहां एक भारतीय रुपये की कीमत 188.11 इंडोनेशियाई रुपिया है. यानी अगर आपके पास भारतीय करेंसी के 100 रुपए हैं तो यह इंडोनेशियाई रुपिया के लगभग 18,811 के बराबर है. Combodia (Photo Credit: Getty Images) कंबोडिया (Cambodia)- कंबोडिया एक एशियाई ...

इन 11 देशों में इंडियन करेंसी की कीमत बहुत है, यहाँ जाकर आप अमीर महसूस करेंगे

घूमना-फिरना किसे पसंद नहीं होता बल्कि हर कोई पूरी दुनिया देखना चाहता है। बहुत से लोग भारत के अलावा विदेशों में भी जाना चाहते हैं, परंतु विदेश का नाम सुनते ही हमारे मन में एक ही ख्याल आता है कि वहां जाने के लिए बहुत पैसे चाहिए। हम आज आपको कुछ ऐसे देशों के बारे में बताएंगे, जहां जाने के लिए अधिक रुपयों की जरूरत नहीं पड़ती क्योंकि वहां कि करेंसी भारतीय रुपयों के मुकाबले बहुत कम होती है। • वियतनाम (Vietnam) दक्षिण पूर्व एशिया में स्थित वियतनाम एक बहुत ही खूबसूरत देश है। इसके अलावा भारत के साथ इसके संबंध भी काफी अच्छा है। यह दोनों देश ही सांस्कृतिक और आर्थिक संबंध में काफी गहरे हैं। यहां भारतीय एक रूपए की कीमत 314.42 वियतनामी डोंग है। • इंडोनेशिया (Indonesia) हिंद और प्रशांत महासागर के बीच स्थित इंडोनेशिया को द्वीपीय देश भी कहा जाता है। यहां भारतीय एक रूपए की कीमत 194.40 के बराबर होती है। • कंबोडिया (Cambodia) आपको बता दे कि कंबोडिया में प्राचीन हिंदू और बौद्ध मंदिर स्थापित है, जिसे देखने के लिए लाखों लोग आते हैं। यहां भारतीय एक रूपए की कीमत 55.86 रियाल है। • मंगोलिया (Mongolia) मंगोलिया अपनी समृद्ध संस्कृति, एडवेंचर प्लेस और लैंडस्केप के लिए पूरी दुनिया में प्रसिद्ध है। यहां जाने में आपको ज्यादा पैसे भी खर्च नहीं करने होंगे क्योंकि यहां भारतीय एक रूपए की कीमत 39.10 मंगोलिया तुगरिक है। • हंगरी (Hungary) बहुत से लोगों का यूरोप जैसे देशों में घूमने जाने का सपना तो होता है, परंतु पैसों की कमी की वजह से वह जा नहीं पाते। ऐसे लोगों के लिए मध्य यूरोपीय देश हंगरी बेस्ट ऑप्शन है। हंगरी में भारतीय एक रुपए की कीमत 3.89 फॉरेंट हंगरी करेंसी है।

डिजिटल मुद्रा / करेंसी क्या है भारत में भविष्य Digital Currency Kya Hai

What Is CBDC Digital Currency Kya Hai Meaning Latest News, India Benefits In Hindi: भारत की वित्त मंत्री ने वर्ष 2022 के बजट की घोषणा में अगले वित्तीय वर्ष से भारत में डिजिटल रुपया की शुरुआत करने की बात कही हैं. सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी यानी CBDC के बारे में इस घोषणा के बाद से ही लोगों के दिमाग में इससे जुड़े तरह तरह के विचार दिमाग में आने लगे हैं. जैसे डिजिटल करेंसी क्या होती हैं इसका अर्थ उपयोग तथा भारत में डिजिटल रु का भविष्य कैसा होगा, करेंसी के इस स्वरूप का फायदा क्या होगा, इन सभी प्रश्नों का जवाब इस लेख के माध्यम से समझने का प्रयास करेंगे. अगर आप डिजिटल मुद्रा क्या है इस बारे में जानना चाहते है तो आखिर तक हमारे साथ बने रहे. इस आर्टिकल में मुद्रा के इस स्वरूप के बारे में सभी जानकारी यहाँ देने की कोशिश करेगे, जो आपके दिमाग में चल रहे सभी सवालों को संतुष्ट कर देगे. आजकल भारत समेत दुनिया के अधिकतर देशों में भौतिक मुद्रा प्रचलन में हैं. हमारी सभी जरूरतों को यह पूरा करती हैं. जैसे जैसे हमारे जीवन में तकनीक का उपयोग बढ़ रहा हैं अब मुद्रा क्षेत्र में भी एक नये शिफ्ट की शुरुआत हो चुकी हैं. भारतीय रिजर्व बैंक ने अब देश के लिए डिजिटल रूपये को अनुमति दे दी हैं. पायलट प्रोजेक्ट के रूप में इसकी शुरुआत एक नवम्बर से हो चुकी हैं. देश के कुछ बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, बैंक ऑफ बड़ौदा, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक, यस बैंक, आईडीएफसी फर्स्ट बैंक और एचएसबीसी आदि को इसके सिमित उपयोग की अनुमति मिली हैं. अब आपके दिमाग में एक प्रश्न आया होगा कि आखिर डिजिटल करेंसी होती क्या हैं, चलिए इसे समझने का प्रयास करेंगे. आपने बिटकॉइन का नाम जरुर सुना होगा. यह...

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वियतनाम से सीखें

Date:17-07-20 To Download कोविड-19 से पहले पूरे विश्व की आर्थिक धुरी का केन्द्र चीन हुआ करता था। परन्तु अब अनेक कंपनियों ने चीन को पीछे छोड़कर ऐसे नए देशों की ओर रूख कर लिया है , जो उनको उत्कृष्ट बुनियादी ढांचा और सरल नियमन कानून उपलब्ध करा सकें। इन 56 कंपनियों में से वियतनाम को 26 कंपनियों ने चुना है। वहीं ताईवान को 11 , थाईलैण्ड को 8 और भारत को मात्र 3 कंपनियों ने चुना है। भारत में मानव पूंजी की बहुतायत है। सरकार ने चीन से विस्थापित कंपनियों के लिए अपेक्षित सुधारों , बुनियादी ढांचों और नेतृत्व क्षमता का अभाव दिखाकर एक सुनहरे अवसर को खो दिया है। वहीं वियतनाम ने अपने सशक्त प्रबंधन के बल पर बाजी को जीत ली। यह सीखने वाली बात है कि कैसे कुल 9.7 करोड़ जनसंख्या वाले छोटे से देश ने अपनी कमियों को न्यूनतम करते हुए अपनी शक्तियों को बढ़ाया है। इसे दो प्रकार से समझा जाना चाहिए – • कोविड़ के विरूध्द जंग में वियतनाम के पास अपने पड़ोसी देशों की अपेक्षा बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं नहीं रहीं। यहाँ के प्रधानमंत्री ने जनवरी में ही कोरोना के विरूध्द नागरिकों को तैयार कर दिया था। चीन की सूचनाओं की प्रतीक्षा न करते हुए वियतनाम ने कई साइबर अटैक के व्दारा संक्रमण की सूचना एकत्र की , और तदनुरूप नीतियां तैयार कीं। ऐसे समय में एकल पार्टी व्दारा संचालित इस समस्त देश की राष्ट्रभक्ति ने अहम् भूमिका निभाई। • वियतनाम ने दूसरी जीत आर्थिक जगत में प्राप्त की है। देश में विदेशी निवेश को आकृष्ट करने हेतु बुनियादी ढांचे की कमी की पूर्ति की जा रही है। इसका मुख्य उद्देश्य अपनी कंपनियों को ग्लोबल वैल्यू चेन के स्तर का बनाना भी है। इसके लिए वहाँ बड़ी-बड़ी नई योजनाओं की शुरूआत की गई है। इसके चलते 2016-18 के दौरान विश्...