वर्ण विचार

  1. वर्ण विचार
  2. हिन्दी व्याकरण
  3. CBSE NCERT Solutions for Class 5 Hindi Grammar Chapter 2 Varn Vichar.
  4. Varn vichar (वर्ण
  5. CBSE NCERT Solutions for Class 5 Hindi Grammar Chapter 2 Varn Vichar.
  6. वर्ण विचार
  7. Varn vichar (वर्ण
  8. हिन्दी व्याकरण
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वर्ण विचार

Varn Vichar in Hindi Grammar Class 7 – वर्ण विचार, वर्ण, वर्णमाला, स्वर – स्वर के भेद, व्यंजन – व्यंजन के भेद, अयोगवाह – अयोगवाह के भेद, अनुस्वार और अनुनासिक में अंतर और उच्चारण के आधार पर व्यंजनों का वर्गीकरण के बारे में पड़ेगे | ‘ध्वनि’ का सामान्य अर्थ है –“आवाज” जैसे → • पंखा चलने की ध्वनि • पक्षीयों के चहकने की ध्वनि • साइकिल की घंटी की ध्वनि व्याकरण में ध्वनि का अर्थ है –“वर्ण” जैसे → “हमारे यहाँ गणेश – उत्सव धूमधाम से मनाया जाता है |” गणेश = ग् + अ + ण् + ए + श् + अ उत्सव = उ + त् + स् + अ + व् + अ “वह सबसे छोटी ध्वनि जिसके और टुकड़े नहीं किए जा सकते, वर्ण कहलाती है |” वर्णमाला किसी भाषा में प्रयोग होने वाले वर्णों के क्रमबद्ध समूह को वर्णमाला कहते हैं | जैसे → अ, आ, इ, ई, उ, ऊ, ऋ, ए, ऐ, ओ, औ, अं, अ:, क, ख, ग, घ, ङ् → आगत ध्वनियाँ = ऑ, ज़, फ़ → हिंदी वर्णमाला में कुल 52 वर्ण हैं | वर्ण के भेद • स्वर • व्यंजन स्वर – स्वर के भेद जिन वर्णों का उच्चारण करते समय हवा मुँह में बिना रुके बाहर निकलती, उन्हें स्वर कहते हैं | → स्वरों का उच्चारण स्वतंत्र रूप से बिना किसी दूसरे वर्ण की सहायता के किया जाता है | → हिंदी में 11 स्वर होते हैं | → अ, आ, इ, ई, उ, ऊ, ऋ, ए, ऐ, ओ, औ स्वर के भेद • ह्रस्व स्वर • दीर्घ स्वर • प्लुत स्वर (1) ह्रस्व स्वर→ जिन स्वरों के उच्चारण में बहुत कम समय लगता है, उन्हें ह्रस्व स्वर कहते हैं | ह्रस्व स्वर चार होते हैं – अ, इ, उ, ऋ (2) दीर्घ स्वर→ जिन स्वरों के उच्चारण में ह्रस्व स्वर से लगभग दोगुना समय लगता है, उन्हें दीर्घ स्वर कहते हैं | दीर्घ स्वर सात होते हैं → आ, ई, ऊ, ए, ऐ, ओ, औ | (3) प्लुत स्वर → जिन स्वरों के उच्चारण में ह्रस्व स्वर से तीन गुना अधिक स...

हिन्दी व्याकरण

अनुक्रम • 1 वर्ण विचार • 1.1 वर्ण • 1.2 स्वर • 1.3 व्यंजन • 1.4 विदेशी ध्वनियाँ • 2 शब्द विचार • 3 विशेषण • 3.1 संज्ञा • 3.2 सर्वनाम • 3.3 विशेषण • 3.4 क्रिया • 3.5 क्रिया विशेषण • 3.6 समुच्चय बोधक • 3.7 विस्मयादि बोधक • 3.8 पुरुष • 3.9 वचन • 3.10 लिंग • 3.11 कारक • 3.12 उपसर्ग • 3.13 प्रत्यय • 3.14 संधि • 3.15 समास • 4 वाक्य विचार • 4.1 वाक्य • 4.2 काल • 4.3 पदबंध • 5 छन्द विचार • 6 इन्हें भी देखें • 7 सन्दर्भ • 8 बाहरी कड़ियाँ वर्ण विचार [ ] मुख्य लेख: वर्ण विचार हिंदी व्याकरण का पहला खंड है, जिसमें भाषा की मूल इकाई ध्वनि तथा वर्ण पर विचार किया जाता है। वर्ण विचार तीन प्रकार के होते हैं। इसके अंतर्गत हिंदी के मूल अक्षरों की परिभाषा, भेद-उपभेद, उच्चारण, संयोग, वर्णमाला इत्यादि संबंधी नियमों का वर्णन किया जाता है। वर्ण [ ] स्वर [ ] हिन्दी भाषा में कुल 12 स्वर हैं जो मूल रूप से उपस्थित हैं और वे बगल की सारणी में निम्नलिखित हैं। आगे बीच पीछे दीर्घ ह्रस्व दीर्घ ह्रस्व बंद ई इ उ ऊ बंद-मध्य ए ओ खुला-मध्य ऐ ऍ अ औ खुला आ स्वरों को कुछ इस प्रकार बाँटा जा सकता है — • मूल स्वर — ये ऐसे स्वर हैं जो एक ही स्वर से बने हैं। • अ, इ, उ, ओ • संयुक्त स्वर — ये ऐसे स्वर हैं जिन्हें संस्कृत भाषा में दो मूल स्वर के मेल की तरह उच्चारित किया जाता था। मगर आधुनिक हिंदी में इन्हें तकनिकी रूप से मूल स्वर ही कहा जाएगा क्योंकि हिंदी में इनका उच्चारण मूल स्वरों में बदल गया है। • आ = अ + अ • ऐ = अ + इ • औ = अ + उ • ऐलोफ़ोनिक स्वर — ये ऐसे स्वर होते हैं जो किन्हीं शब्दों के व्यंजनों के कारण दूसरे स्वर का स्थान ले लेते हैं। हिंदी में ऐसे दो स्वर हैं — • ऍ — ये स्वर हिंदी की वर्णमाला में नहीं पाया जाता है।...

CBSE NCERT Solutions for Class 5 Hindi Grammar Chapter 2 Varn Vichar.

NCERT Solutions for Class 5 Hindi Grammar Chapter 2 वर्ण विचार (Varn Vichar) updated for CBSE and State board students for the academic session 2023-2024. We have explained all terms related to Varn and Varnmala. Students can practice here with definitions and examples to clear their doubts. भाषा की सबसे छोटी इकाई तथा मूल ध्वनि वर्ण होते हैं। बोलते वक्त हमारे मुँह से ध्वनियाँ निकलती हैं जिन्हें लिखने के लिए भाषा में कुछ चिह्न निश्चित किए गए हैं। इन चिह्नों को वर्ण कहा जाता है। रोहन आया। इस वाक्य में रोहन शब्द में रो + ह + न ध्वनियाँ हैं। इनमें भी कई ध्वनियाँ हैं: • रोहन (र् + ओ +ह् + अ + न् + अ) • अनार (अ + न् + आ + र + अ) ये रोहन सबसे छोटी ध्वनियाँ हैं। इन्हें और टुकड़े नहीं किए जा सकते। वर्ण वह छोटी से छोटी ध्वनि है, जिसके और टुकड़े नहीं किए जा सकते। जैसे: अ, क, द à¤...

Varn vichar (वर्ण

(वर्ण-विचार)-(Phonology) वर्ण, वर्णमाला की परिभाषा- वर्ण(Phonology)- वर्ण उस मूल ध्वनि को कहते हैं, जिसके खंड या टुकड़े नहीं किये जा सकते। इसे हम ऐसे भी कह सकते हैं- वह सबसे छोटी ध्वनि जिसके और टुकड़े नहीं किए जा सकते, वर्ण कहलाती है। दूसरे शब्दों में- भाषा की सबसे छोटी इकाई ध्वनि है। और इस ध्वनि को वर्ण कहते है। जैसे- अ, ई, व, च, क, ख् इत्यादि। वर्ण भाषा की सबसे छोटी इकाई है, इसके और खंड नहीं किये जा सकते। उदाहरण द्वारा मूल ध्वनियों को यहाँ स्पष्ट किया जा सकता है। 'राम' और 'गया' में चार-चार मूल ध्वनियाँ हैं, जिनके खंड नहीं किये जा सकते- र + आ + म + अ = राम, ग + अ + य + आ = गया। इन्हीं अखंड मूल ध्वनियों को वर्ण कहते हैं। हर वर्ण की अपनी लिपि होती है। लिपि को वर्ण-संकेत भी कहते हैं। हिन्दी में 52 वर्ण हैं। वर्णमाला(Alphabet)- वर्णों के समूह को वर्णमाला कहते हैं। इसे हम ऐसे भी कह सकते है, किसी भाषा के समस्त वर्णो के समूह को वर्णमाला कहते हैै। प्रत्येक भाषा की अपनी वर्णमाला होती है। हिंदी- अ, आ, क, ख, ग..... अंग्रेजी- A, B, C, D, E.... वर्ण के भेद हिंदी भाषा में वर्ण दो प्रकार के होते है- (1)स्वर (vowel) (2) व्यंजन (Consonant) (1) स्वर (vowel) :- वे वर्ण जिनके उच्चारण में किसी अन्य वर्ण की सहायता की आवश्यकता नहीं होती, स्वर कहलाता है। दूसरे शब्दों में- जिन वर्णों के उच्चारण में फेफ़ड़ों की वायु बिना रुके (अबाध गति से) मुख से निकल जाए, उन्हें स्वर कहते हैं। इसके उच्चारण में कंठ, तालु का उपयोग होता है, जीभ, होठ का नहीं। हिंदी वर्णमाला में 16 स्वर है जैसे- अ आ इ ई उ ऊ ए ऐ ओ औ अं अः ऋ ॠ ऌ ॡ। स्वर के भेद स्वर के दो भेद होते है- (i) मूल स्वर (ii) संयुक्त स्वर (i) मूल स्वर:- अ, आ, इ, ई,...

CBSE NCERT Solutions for Class 5 Hindi Grammar Chapter 2 Varn Vichar.

NCERT Solutions for Class 5 Hindi Grammar Chapter 2 वर्ण विचार (Varn Vichar) updated for CBSE and State board students for the academic session 2023-2024. We have explained all terms related to Varn and Varnmala. Students can practice here with definitions and examples to clear their doubts. भाषा की सबसे छोटी इकाई तथा मूल ध्वनि वर्ण होते हैं। बोलते वक्त हमारे मुँह से ध्वनियाँ निकलती हैं जिन्हें लिखने के लिए भाषा में कुछ चिह्न निश्चित किए गए हैं। इन चिह्नों को वर्ण कहा जाता है। रोहन आया। इस वाक्य में रोहन शब्द में रो + ह + न ध्वनियाँ हैं। इनमें भी कई ध्वनियाँ हैं: • रोहन (र् + ओ +ह् + अ + न् + अ) • अनार (अ + न् + आ + र + अ) ये रोहन सबसे छोटी ध्वनियाँ हैं। इन्हें और टुकड़े नहीं किए जा सकते। वर्ण वह छोटी से छोटी ध्वनि है, जिसके और टुकड़े नहीं किए जा सकते। जैसे: अ, क, द à¤...

वर्ण विचार

Varn Vichar in Hindi Grammar Class 7 – वर्ण विचार, वर्ण, वर्णमाला, स्वर – स्वर के भेद, व्यंजन – व्यंजन के भेद, अयोगवाह – अयोगवाह के भेद, अनुस्वार और अनुनासिक में अंतर और उच्चारण के आधार पर व्यंजनों का वर्गीकरण के बारे में पड़ेगे | ‘ध्वनि’ का सामान्य अर्थ है –“आवाज” जैसे → • पंखा चलने की ध्वनि • पक्षीयों के चहकने की ध्वनि • साइकिल की घंटी की ध्वनि व्याकरण में ध्वनि का अर्थ है –“वर्ण” जैसे → “हमारे यहाँ गणेश – उत्सव धूमधाम से मनाया जाता है |” गणेश = ग् + अ + ण् + ए + श् + अ उत्सव = उ + त् + स् + अ + व् + अ “वह सबसे छोटी ध्वनि जिसके और टुकड़े नहीं किए जा सकते, वर्ण कहलाती है |” वर्णमाला किसी भाषा में प्रयोग होने वाले वर्णों के क्रमबद्ध समूह को वर्णमाला कहते हैं | जैसे → अ, आ, इ, ई, उ, ऊ, ऋ, ए, ऐ, ओ, औ, अं, अ:, क, ख, ग, घ, ङ् → आगत ध्वनियाँ = ऑ, ज़, फ़ → हिंदी वर्णमाला में कुल 52 वर्ण हैं | वर्ण के भेद • स्वर • व्यंजन स्वर – स्वर के भेद जिन वर्णों का उच्चारण करते समय हवा मुँह में बिना रुके बाहर निकलती, उन्हें स्वर कहते हैं | → स्वरों का उच्चारण स्वतंत्र रूप से बिना किसी दूसरे वर्ण की सहायता के किया जाता है | → हिंदी में 11 स्वर होते हैं | → अ, आ, इ, ई, उ, ऊ, ऋ, ए, ऐ, ओ, औ स्वर के भेद • ह्रस्व स्वर • दीर्घ स्वर • प्लुत स्वर (1) ह्रस्व स्वर→ जिन स्वरों के उच्चारण में बहुत कम समय लगता है, उन्हें ह्रस्व स्वर कहते हैं | ह्रस्व स्वर चार होते हैं – अ, इ, उ, ऋ (2) दीर्घ स्वर→ जिन स्वरों के उच्चारण में ह्रस्व स्वर से लगभग दोगुना समय लगता है, उन्हें दीर्घ स्वर कहते हैं | दीर्घ स्वर सात होते हैं → आ, ई, ऊ, ए, ऐ, ओ, औ | (3) प्लुत स्वर → जिन स्वरों के उच्चारण में ह्रस्व स्वर से तीन गुना अधिक स...

Varn vichar (वर्ण

(वर्ण-विचार)-(Phonology) वर्ण, वर्णमाला की परिभाषा- वर्ण(Phonology)- वर्ण उस मूल ध्वनि को कहते हैं, जिसके खंड या टुकड़े नहीं किये जा सकते। इसे हम ऐसे भी कह सकते हैं- वह सबसे छोटी ध्वनि जिसके और टुकड़े नहीं किए जा सकते, वर्ण कहलाती है। दूसरे शब्दों में- भाषा की सबसे छोटी इकाई ध्वनि है। और इस ध्वनि को वर्ण कहते है। जैसे- अ, ई, व, च, क, ख् इत्यादि। वर्ण भाषा की सबसे छोटी इकाई है, इसके और खंड नहीं किये जा सकते। उदाहरण द्वारा मूल ध्वनियों को यहाँ स्पष्ट किया जा सकता है। 'राम' और 'गया' में चार-चार मूल ध्वनियाँ हैं, जिनके खंड नहीं किये जा सकते- र + आ + म + अ = राम, ग + अ + य + आ = गया। इन्हीं अखंड मूल ध्वनियों को वर्ण कहते हैं। हर वर्ण की अपनी लिपि होती है। लिपि को वर्ण-संकेत भी कहते हैं। हिन्दी में 52 वर्ण हैं। वर्णमाला(Alphabet)- वर्णों के समूह को वर्णमाला कहते हैं। इसे हम ऐसे भी कह सकते है, किसी भाषा के समस्त वर्णो के समूह को वर्णमाला कहते हैै। प्रत्येक भाषा की अपनी वर्णमाला होती है। हिंदी- अ, आ, क, ख, ग..... अंग्रेजी- A, B, C, D, E.... वर्ण के भेद हिंदी भाषा में वर्ण दो प्रकार के होते है- (1)स्वर (vowel) (2) व्यंजन (Consonant) (1) स्वर (vowel) :- वे वर्ण जिनके उच्चारण में किसी अन्य वर्ण की सहायता की आवश्यकता नहीं होती, स्वर कहलाता है। दूसरे शब्दों में- जिन वर्णों के उच्चारण में फेफ़ड़ों की वायु बिना रुके (अबाध गति से) मुख से निकल जाए, उन्हें स्वर कहते हैं। इसके उच्चारण में कंठ, तालु का उपयोग होता है, जीभ, होठ का नहीं। हिंदी वर्णमाला में 16 स्वर है जैसे- अ आ इ ई उ ऊ ए ऐ ओ औ अं अः ऋ ॠ ऌ ॡ। स्वर के भेद स्वर के दो भेद होते है- (i) मूल स्वर (ii) संयुक्त स्वर (i) मूल स्वर:- अ, आ, इ, ई,...

हिन्दी व्याकरण

अनुक्रम • 1 वर्ण विचार • 1.1 वर्ण • 1.2 स्वर • 1.3 व्यंजन • 1.4 विदेशी ध्वनियाँ • 2 शब्द विचार • 3 विशेषण • 3.1 संज्ञा • 3.2 सर्वनाम • 3.3 विशेषण • 3.4 क्रिया • 3.5 क्रिया विशेषण • 3.6 समुच्चय बोधक • 3.7 विस्मयादि बोधक • 3.8 पुरुष • 3.9 वचन • 3.10 लिंग • 3.11 कारक • 3.12 उपसर्ग • 3.13 प्रत्यय • 3.14 संधि • 3.15 समास • 4 वाक्य विचार • 4.1 वाक्य • 4.2 काल • 4.3 पदबंध • 5 छन्द विचार • 6 इन्हें भी देखें • 7 सन्दर्भ • 8 बाहरी कड़ियाँ वर्ण विचार [ ] मुख्य लेख: वर्ण विचार हिंदी व्याकरण का पहला खंड है, जिसमें भाषा की मूल इकाई ध्वनि तथा वर्ण पर विचार किया जाता है। वर्ण विचार तीन प्रकार के होते हैं। इसके अंतर्गत हिंदी के मूल अक्षरों की परिभाषा, भेद-उपभेद, उच्चारण, संयोग, वर्णमाला इत्यादि संबंधी नियमों का वर्णन किया जाता है। वर्ण [ ] स्वर [ ] हिन्दी भाषा में कुल 12 स्वर हैं जो मूल रूप से उपस्थित हैं और वे बगल की सारणी में निम्नलिखित हैं। आगे बीच पीछे दीर्घ ह्रस्व दीर्घ ह्रस्व बंद ई इ उ ऊ बंद-मध्य ए ओ खुला-मध्य ऐ ऍ अ औ खुला आ स्वरों को कुछ इस प्रकार बाँटा जा सकता है — • मूल स्वर — ये ऐसे स्वर हैं जो एक ही स्वर से बने हैं। • अ, इ, उ, ओ • संयुक्त स्वर — ये ऐसे स्वर हैं जिन्हें संस्कृत भाषा में दो मूल स्वर के मेल की तरह उच्चारित किया जाता था। मगर आधुनिक हिंदी में इन्हें तकनिकी रूप से मूल स्वर ही कहा जाएगा क्योंकि हिंदी में इनका उच्चारण मूल स्वरों में बदल गया है। • आ = अ + अ • ऐ = अ + इ • औ = अ + उ • ऐलोफ़ोनिक स्वर — ये ऐसे स्वर होते हैं जो किन्हीं शब्दों के व्यंजनों के कारण दूसरे स्वर का स्थान ले लेते हैं। हिंदी में ऐसे दो स्वर हैं — • ऍ — ये स्वर हिंदी की वर्णमाला में नहीं पाया जाता है।...

CBSE NCERT Solutions for Class 5 Hindi Grammar Chapter 2 Varn Vichar.

NCERT Solutions for Class 5 Hindi Grammar Chapter 2 वर्ण विचार (Varn Vichar) updated for CBSE and State board students for the academic session 2023-2024. We have explained all terms related to Varn and Varnmala. Students can practice here with definitions and examples to clear their doubts. भाषा की सबसे छोटी इकाई तथा मूल ध्वनि वर्ण होते हैं। बोलते वक्त हमारे मुँह से ध्वनियाँ निकलती हैं जिन्हें लिखने के लिए भाषा में कुछ चिह्न निश्चित किए गए हैं। इन चिह्नों को वर्ण कहा जाता है। रोहन आया। इस वाक्य में रोहन शब्द में रो + ह + न ध्वनियाँ हैं। इनमें भी कई ध्वनियाँ हैं: • रोहन (र् + ओ +ह् + अ + न् + अ) • अनार (अ + न् + आ + र + अ) ये रोहन सबसे छोटी ध्वनियाँ हैं। इन्हें और टुकड़े नहीं किए जा सकते। वर्ण वह छोटी से छोटी ध्वनि है, जिसके और टुकड़े नहीं किए जा सकते। जैसे: अ, क, द à¤...

हिन्दी व्याकरण

अनुक्रम • 1 वर्ण विचार • 1.1 वर्ण • 1.2 स्वर • 1.3 व्यंजन • 1.4 विदेशी ध्वनियाँ • 2 शब्द विचार • 3 विशेषण • 3.1 संज्ञा • 3.2 सर्वनाम • 3.3 विशेषण • 3.4 क्रिया • 3.5 क्रिया विशेषण • 3.6 समुच्चय बोधक • 3.7 विस्मयादि बोधक • 3.8 पुरुष • 3.9 वचन • 3.10 लिंग • 3.11 कारक • 3.12 उपसर्ग • 3.13 प्रत्यय • 3.14 संधि • 3.15 समास • 4 वाक्य विचार • 4.1 वाक्य • 4.2 काल • 4.3 पदबंध • 5 छन्द विचार • 6 इन्हें भी देखें • 7 सन्दर्भ • 8 बाहरी कड़ियाँ वर्ण विचार [ ] मुख्य लेख: वर्ण विचार हिंदी व्याकरण का पहला खंड है, जिसमें भाषा की मूल इकाई ध्वनि तथा वर्ण पर विचार किया जाता है। वर्ण विचार तीन प्रकार के होते हैं। इसके अंतर्गत हिंदी के मूल अक्षरों की परिभाषा, भेद-उपभेद, उच्चारण, संयोग, वर्णमाला इत्यादि संबंधी नियमों का वर्णन किया जाता है। वर्ण [ ] स्वर [ ] हिन्दी भाषा में कुल 12 स्वर हैं जो मूल रूप से उपस्थित हैं और वे बगल की सारणी में निम्नलिखित हैं। आगे बीच पीछे दीर्घ ह्रस्व दीर्घ ह्रस्व बंद ई इ उ ऊ बंद-मध्य ए ओ खुला-मध्य ऐ ऍ अ औ खुला आ स्वरों को कुछ इस प्रकार बाँटा जा सकता है — • मूल स्वर — ये ऐसे स्वर हैं जो एक ही स्वर से बने हैं। • अ, इ, उ, ओ • संयुक्त स्वर — ये ऐसे स्वर हैं जिन्हें संस्कृत भाषा में दो मूल स्वर के मेल की तरह उच्चारित किया जाता था। मगर आधुनिक हिंदी में इन्हें तकनिकी रूप से मूल स्वर ही कहा जाएगा क्योंकि हिंदी में इनका उच्चारण मूल स्वरों में बदल गया है। • आ = अ + अ • ऐ = अ + इ • औ = अ + उ • ऐलोफ़ोनिक स्वर — ये ऐसे स्वर होते हैं जो किन्हीं शब्दों के व्यंजनों के कारण दूसरे स्वर का स्थान ले लेते हैं। हिंदी में ऐसे दो स्वर हैं — • ऍ — ये स्वर हिंदी की वर्णमाला में नहीं पाया जाता है।...