यदि परमाणु में इलेक्ट्रॉन अपनी कक्षा में स्थिर हो तो क्या होगा

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  3. [Solved] परमाणु क्रमांक 35 वाले घटक के लिए बोहर के परमाण�
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  5. [Solved] जब एक इलेक्ट्रॉन अपनी एक कक्षा से दूसरी ऊर्जा
  6. यदि परमाणु के अन्दर इलेक्ट्रॉन स्थिर होते तो क्या होता ?
  7. RBSE Class 12 Physics Important Questions Chapter 12 परमाणु
  8. [Solved] यदि हाइड्रोजन परमाणु को He+1 से बदल दिया जाए तो प�


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[Solved] यदि हाइड्रोजन परमाणु में नाभिक के चारों ओर पर�

अवधारणा: हाइड्रोजन परमाणु: • हाइड्रोजेनिक परमाणु वे परमाणु होते हैं जिनमें एक नाभिक होता है जिसमें धनात्मक आवेश +Ze और एक एकल इलेक्ट्रॉन होता है, जहाँ Z प्रोटॉन संख्या होती है। • उदाहरण एक हाइड्रोजन परमाणु, एकल आयनित हीलियम, दोगुना आयनित लिथियम, और इसी प्रकार। बोहर के क्वान्टीकरण के दूसरी अभिधारणा की डी ब्रोगली की व्याख्या: • बोहर की दूसरी अभिधारणा में कहा गया है कि इलेक्ट्रॉन केवल उन कक्षाओं में नाभिक के चारों ओर घूमता है जिनके लिए कोणीय गति h/2π का कोई समाकल गुणज है जहां h प्लैंक स्थिरांक (6.6×10 -34 J-sec) है। • इस प्रकार परिक्रमा करने वाले इलेक्ट्रॉन का कोणीय संवेग (L) क्वान्टित होता है। • तो नाभिक के चारों ओर n वीं कक्षा में परिक्रमा कर रहे इलेक्ट्रॉन का कोणीय संवेग इस प्रकार दिया गया है, \(⇒ L=\frac\)-----(3) • समीकरण 3 से यह स्पष्ट है कि इलेक्ट्रॉन की कक्षा की त्रिज्या उसके संवेग के व्युत्क्रमानुपाती होती है। • इसलिए यदि हाइड्रोजन परमाणु में नाभिक के चारों ओर परिक्रमा करने वाले इलेक्ट्रॉन का संवेग बढ़ता है, तो कक्षा की त्रिज्या घट जाएगी। अत: विकल्प 2 सही है। Additional Information बोहर मॉडल की सीमाएं: • बोहर मॉडल हाइड्रोजनी परमाणुओं पर लागू होता है। इसे केवल दो-इलेक्ट्रॉन परमाणुओं जैसे हीलियम तक भी विस्तारित नहीं किया जा सकता है। हाइड्रोजन परमाणुओं के लिए बोहर के मॉडल की तर्ज पर एक से अधिक इलेक्ट्रॉन वाले परमाणुओं के विश्लेषण का प्रयास किया गया था, लेकिन कोई सफलता नहीं मिली। बोहर मॉडल के निर्माण में धनात्मक आवेशित नाभिक और इलेक्ट्रॉन के बीच विद्युत बल शामिल होता है। इसमें इलेक्ट्रॉनों के बीच विद्युत बल शामिल नहीं होते हैं जो आवश्यक रूप से बहु-इलेक्ट्रॉन परमाणुओं में...

UP Board Solutions for Class 9 Science Chapter 4 Structure of the Atom – UP Board Solutions

UP Board Solutions for Class 9 Science Chapter 4 Structure of the Atom (परमाणु की संरचना) These Solutions are part of पाठ्य – पुस्तक के प्रश्नोत्तर पाठगत प्रश्न (पृष्ठ संख्या – 53) प्रश्न 1. केनाल किरणें क्या हैं ? उत्तर- केनाल किरणें- जब विसर्जन नलिका में बहुत कम दाब पर छिद्र युक्त कैथोड लेकर विद्युत विसर्जन किया जाता है तो छिद्र युक्त कैथोड से एक प्रकार की किरणें निकलती हैं जिनकी (UPBoardSolutions.com) दिशा कैथोड किरणों के विपरीत होती है। ये किरणें धनावेशित कणों से मिलकर बनी होती हैं। जिन्हें प्रोटॉन कहा गया। इनका द्रव्यमान हाइड्रोजन के एक परमाणु के द्रव्यमान के बराबर पाया गया। प्रश्न 2. यदि किसी परमाणु में एक इलेक्ट्रॉन तथा एक प्रोटॉन है तो उसमें कोई आवेश होगा या नहीं ? उत्तर- यदि किसी परमाणु में एक इलेक्ट्रॉन तथा एक प्रोटॉन होगा, तो उस पर कोई आवेश नहीं होगा क्योंकि इलेक्ट्रॉन पर उपस्थित ऋण आवेश प्रोटॉन पर उपस्थित धन आवेश को उदासीन कर देगा। पाठगत प्रश्न (पृष्ठ संख्या – 56) प्रश्न 1. परमाणु उदासीन है, इस तथ्य को टामसन के मॉडल के आधार पर स्पष्ट कीजिए। उत्तर- टॉमसन के परमाणे मॉडल के अनुसार परमाणु धन आवेशित गोले का बना होता है और इलेक्ट्रॉन उसमें फँसे होते हैं। क्योंकि धनात्मक आवेश तथा इलेक्ट्रॉन पर उपस्थित ऋणात्मक आवेश परिमाण में समान होते हैं। अतः परमाणु उदासीन होता है। प्रश्न 2. रदरफोर्ड के परमाणु मॉडल के अनुसार, परमाणु के नाभिक में कौन-सा अवपरमाणुक कण विद्यमान है? उत्तर- रदरफोर्ड के परमाणु मॉडल के अनुसार, परमाणु के नाभिक में धनावेशित कण प्रोटॉन विद्यमान है। प्रश्न 3. तीन कक्षाओं वाले बोर के परमाण मॉडल का चित्र बनाइये।। उत्तर- तीन कक्षाओं वाले बोर के परमाणु का मॉडल चित्र...

[Solved] परमाणु क्रमांक 35 वाले घटक के लिए बोहर के परमाण�

संकल्पना: • किसी परमाणु का परमाणु क्रमांक (Z) उस परमाणु में मौजूद प्रोटॉन या इलेक्ट्रॉनों की कुल संख्या होती है। • नील्स बोहरने परमाणु के एक प्रारंभिक मॉडल को प्रस्तावित कियाजिसमेंविभिन्न कोशों में इलेक्ट्रॉनकेंद्र में एक नाभिक में प्रोटॉनोंऔर न्यूट्रॉनों की परिक्रमा कर रहे थे। • बोहर ने इन कोशों को K (नाभिक के सबसे निकट), L, M, N, इत्यादि नाम दिए, जैसा कि नीचे दिए गए चित्र में दिखाया गया है। • इन कोशों में केवल एक निश्चित संख्या में इलेक्ट्रॉन होते हैं जैसे K में केवल 2 इलेक्ट्रॉन , L में केवल 8 इलेक्ट्रॉन , M में 18 इलेक्ट्रॉन होते हैं, इत्यादि। • ये अवस्थाएँ किसी भी कक्षा के लिए स्थिर अवस्थाएँ होती हैं और इसलिए यदि किसी परमाणु के अंतिम कोश ( संयोजकता(वैलेंस)शेल) में इलेक्ट्रॉनों की संख्या इतनीहोती है, तो उन्हें स्थिर परमाणु कहा जाता है। • उदाहरण के लिए, He, Ne और Ar के संयोजकता कोश में 2, 8 और 8 इलेक्ट्रॉन होते हैं और इसलिए ये स्थिर होते हैं। हल: दिया गया है Z = 35 K = 2, L = 8, M = 18, N = 7 ( संयोजकता कोश) इस प्रकार,इस परमाणु के संयोजकता कोश में7 इलेक्ट्रान होते हैं।​ Additional Information बोहर का परमाणु माॅडल • इलेक्ट्रॉन नाभिक के चारों ओर असतत ऊर्जा के साथ वृत्ताकारकक्षाओं में घूर्णन करतेहैं, अर्थात ऊर्जा की मात्रा क्वान्टित होती है। • कक्षाओं की त्रिज्या भी निश्चित होती है और मुख्य क्वांटम संख्या n पर निर्भर करती है। • जब इलेक्ट्रॉनों को ऊर्जा की आपूर्ति की जाती है, तो वे उच्च कक्षाओं में कूद जाते हैं। • इलेक्ट्रॉनों का कोणीय संवेग क्वान्टित होता है और निम्नद्वारा दिया जाता है \(mvr = \frac\)

MP Board Class 9th Science Solutions Chapter 4 परमाणु की संरचना

प्रश्न 1. परमाणु उदासीन है, इस तथ्य को टॉमसन के मॉडल के आधार पर स्पष्ट कीजिए। उत्तर: टॉमसन के मॉडल के अनुसार परमाणु धनावेशित गोला है जिसमें इलेक्ट्रॉन (ऋणावेश) फँसे होते हैं। चूँकि दोनों प्रकार के आवेशों की संख्या समान होती है अतः परमाणु विद्युतीय रूप से उदासीन है। प्रश्न 2. रदरफोर्ड के परमाणु मॉडल के अनुसार परमाणु के नाभिक में कौन-सा अवपरमाणुक कण विद्यमान है ? उत्तर: प्रोटॉन। • इलेक्ट्रॉन • प्रोटॉन • न्यूट्रॉन। प्रश्न 2. हीलियम परमाणु का परमाणु द्रव्यमान 4u और उसके नाभिक में 2 प्रोटॉन होते हैं। इसमें कितने न्यूट्रॉन होंगे ? उत्तर: किसी तत्व का परमाणु द्रव्यमान उसकी द्रव्यमान संख्या के (संख्यात्मक रूप से) बराबर होता है। ∵ A =p + n ⇒ 4 = 2 + n ⇒ n = 4-2 = 2 अतः न्यूट्रॉनों की अभीष्ट संख्या = 2 प्रश्न श्रृंखला-4 # पृष्ठ संख्या 57 प्रश्न 1. क्लोरीन, सल्फर और मैग्नीशियम की परमाणु संख्या से इसकी संयोजकता कैसे प्राप्त करेंगे? उत्तर: क्लोरीन की परमाणु संख्या = 17 = 2, 8, 7 बाह्य (संयोजकता) कोश में 7 इलेक्ट्रॉन हैं। इसलिये इसकी संयोजकता (8-7) = 1 होगी। सल्फर की परमाणु संख्या = 16 = 2, 8, 6 बाह्य कोश में 6 इलेक्ट्रॉन हैं। इसलिए इसकी संयोजकता (8 – 6) = 2 होगी। क्लोरीन एवं सल्फर की परमाणु संख्या क्रमश: 17 एवं 16 है। इनके इलेक्ट्रॉन वितरण 2, 8, 7 एवं 2, 8, 6 में बाह्यतम (संयोजकता) कोश में क्रमश: 7 एवं 6 इलेक्ट्रॉन हैं जो 4 से अधिक हैं। इसलिए इनको अष्टक (8) में से घटाकर इनकी संयोजकता ज्ञात करेंगे। • परमाणु की परमाणुक संख्या = 8 • परमाणु का आवेश = 0 (शून्य) प्रश्न 2. सारणी की सहायता से ऑक्सीजन और सल्फर परमाणु की द्रव्यमान संख्या ज्ञात कीजिए। हल: सारणी के अनुसार ऑक्सीजन में प्रोटॉनों की ...

[Solved] जब एक इलेक्ट्रॉन अपनी एक कक्षा से दूसरी ऊर्जा

अवधारणा: बोहर का परमाणु मॉडल: • बोहर ने हाइड्रोजन परमाणु के लिए एक मॉडल प्रस्तावित कियाजो कुछ हल्के परमाणुओं के लिए भी लागू होता है जिसमें एक एकल इलेक्ट्रॉन धनात्मक आवेश Ze(हाइड्रोजन-जैसा परमाणु कहा जाता है) के एक स्थिर नाभिक के चारों ओर घूमता है। • और बोहर के मॉडल के आधार पर जब इलेक्ट्रॉन एक कक्षा से दूसरी कक्षा में संक्रमण करता है तो इसकी ऊर्जा निम्नप्रकार दी जा सकती है • ΔE = E Final-E initial= hν E = इलेक्ट्रॉन की ऊर्जा h = प्लैंक का स्थिरांक ν = उत्सर्जित फोटॉन की आवृत्ति स्पष्टीकरण: उपरोक्त स्पष्टीकरण सेहम देख सकते हैं कि जब इलेक्ट्रॉन निम्न ऊर्जा से उच्च ऊर्जा में संक्रमणकरते हैं, तो एक फोटॉन के उत्सर्जन का कारण बनता है अर्थात ΔE =hν= E Final-E initial

यदि परमाणु के अन्दर इलेक्ट्रॉन स्थिर होते तो क्या होता ?

वैष्णो देवी आदि परमाणु के अंदर इलेक्ट्रॉन स्थिर होते इलेक्ट्रॉनिक शेर होते तो क्या होता तो आइए हम लोग इस प्रश्न का उत्तर देते हैं कि यदि परमाणु में इलेक्ट्रॉन स्थिर होते तो क्या होता है इसके लिए हम लोग सबसे पहले आप पर परमाणु स्ट्रक्चर को देख लेते हैं परमाणु की संरचना को किया कैसे दिखता है फिर हम इस प्रश्न का उत्तर देंगे हमने यह परमाणु लिए परमाणु के मध्य में क्या होता है ना भिगोते नाभिक में प्रोटॉन भी रहता है और न्यूट्रॉन भी रहता नेपाल में कोई आदेश नहीं तो प्रोफाइल में धनात्मक आवेश होता है इस कारण जो नाभिक होता है वह पूरी तरह से धन आवेशित होता या परमाणु का भाग होता है ठीक है और परमाणु के बाहरी कक्षा में जो रहते हैं अभी इलेक्ट्रॉन रहते हैं इलेक्ट्रॉन जो होते हैं वह परमाणु की बाहरी कक्षा में इस तरह से यह लोग परिक्रमा करते रहते हैं ठीक है या नाभिक से आबाद हो करके इसमें परिक्रमा करते हैं ऐसा में नील बोर्ड नामक रदरफोर्ड के वैज्ञानिक ने बताया और यह परिक्रमा क्यों करते हैं क्योंकि इलेक्ट्रॉन और जो उन हरीश की स्थाई कक्षा में जो इलेक्ट्रॉन जो है वह परिक्रमा करते हैं इसलिए करते हैं क्योंकि ना भी जो है प्रोटॉन के वजह से धान आवेशित हो जाता है तो हम लोग जानते हैं कि दो विपरीत आवेश होते हैं तो उनके बीच में आकर्षण बोलो ठीक है तू जाना भी जो है इलेक्ट्रॉन जो होना भी की तरफ आने का प्रयास करता है इसीलिए उसको क्या मिलता है यहां पर लेख प्राप्त हो जाता है ठीक है और इस नाभिक सिस्को अभिकेंद्र बल प्राप्त हो जाता है तथा अपनी स्थाई कक्षा में इस तरह से वृत्तीय मार्ग में परिक्रमा करते रहते हैं अगर यह इलेक्ट्रॉन स्थिर हो जाएगा तो स्थिर होगा तो क्या होगा कि यह कौन जाए फिर होने की वजह से नाभि के आकर्षण बल...

RBSE Class 12 Physics Important Questions Chapter 12 परमाणु

Rajasthan Board RBSE Class 12 Physics Chapter 12 Important Questions परमाणु अति लघुत्तरीय प्रश्न प्रश्न 1. कोई इलेक्ट्रॉन उच्च ऊर्जा स्तर n 2 = 2, 3, 5, ...... से मूल ऊर्जा स्तर n 1 = 1 में संक्रमण करता है तो प्राप्त हाइड्रोजन स्पेक्ट्रम की श्रेणी का नाम लिखिए। उत्तर: लाइमन श्रेणी। प्रश्न 2. हाइड्रोजन परमाणु के स्पेक्ट्रम के लिए रिडवर्ग का सूत्र लिखिए। उत्तर: किसी ऊर्जा स्तर में इलेक्ट्रॉन की ऊर्जा E n = -Rch \(\frac \) प्रश्न 9. हाइड्रोजन ( 1H 1), इयूटेरियम ( 1H 2), एकल आयनित हीलियम ( 2HC 4) + और द्वि - आयनित लीथियम ( 3H 6) 2+ सभी में नाभिक के चारों ओर एक इलेक्ट्रॉन है। n = 2 से n = 1 के इलेक्ट्रॉन संक्रमण पर विचार कीजिये। यदि उत्सर्जित विकिरण की तरंगदैर्ध्य क्रमशः λ 1, λ 2, λ 3 एवं λ 4 है तब निम्नलिखित में कौन - सा लगभग सही है? (A) 4λ 1 = 2λ 2 = 2λ 3 = λ 4 (B) λ 1 = 2λ 2 = 2λ 3 = λ 4 (C) λ 1 = λ 2 = 4λ 3 = 9λ 4 (D) λ 1 = 2λ 2 = 3λ 3 = 4λ 4 उत्तर: (C) λ 1 = λ 2 = 4λ 3 = 9λ 4 प्रश्न 10. जब कोई इलेक्ट्रॉन, हाइड्रोजन जैसे परमाणु/आयन की उत्तेजित अवस्था से न्यूनतम ऊर्जा अवस्था में संक्रमण करता है, तो उसकी। (A) गतिज ऊर्जा से वृद्धि तथा स्थितिज ऊर्जा व कुल कर्जा में कमी होती है। (B) गतिज ऊर्जा, स्थितिज ऊर्जा तथा कुल ऊर्जा में कमी हो जाती है (C) गतिज ऊर्जा कम होती है, स्थितिज ऊर्जा बढ़ती है और कल ऊर्जा वही रहती है (D) गतिज ऊर्जा व कुल ऊर्जा कम हो जाती है किन्तु स्थितिज ऊर्जा बढ़ गयी है। उत्तर: (A) गतिज ऊर्जा से वृद्धि तथा स्थितिज ऊर्जा व कुल कर्जा में कमी होती है।

[Solved] यदि हाइड्रोजन परमाणु को He+1 से बदल दिया जाए तो प�

अवधारणा: • बोहर का मॉडल: नील्स बोहर ने 4 अवधारणाएँ बनाकर हाइड्रोजन वर्णक्रम की पहेली को हल किया था। • इलेक्ट्रॉन नाभिक के चारों ओर वृत्ताकार कक्षाओं में घूमते हैं। • कक्षा के चारों ओर की त्रिज्या का कुछ विशिष्ट मान हैं। इन स्थिर कक्षाओं में वे मैक्सवेल के नियमों के अनुसार ऊर्जा नहीं बढ़ती हैं। • प्रत्येक स्थिर कक्षाओं की ऊर्जा निश्चित होती है, इलेक्ट्रॉन विकिरण की एक फोटॉन उत्सर्जित करके एक उच्चतर कक्षा से निचली कक्षा में जा सकते हैं। जहाँ उच्च ऊर्जा कक्षा - निम्न ऊर्जा कक्षा = (h c)/λ • इलेक्ट्रॉन ऊर्जा को अवशोषित करके निम्न से उच्च ऊर्जा तक भी कूद सकते हैं। • स्थिर कक्षाओं में, इलेक्ट्रॉन का कोणीय संवेग (h/2π) का एक समाकल गुणक होता है • L = n × (h/2π) हाइड्रोजन परमाणु की n th कक्षा में ऊर्जा इस प्रकार होगी \( = - 54.4\;eV\)