30 जनवरी को क्या मनाया जाता है

  1. shaheed diwas 2022 know history significance facts mahatama gandhi death anniversary as martyrs day pcup
  2. Martyrs Day 2019 Why Shaheed Diwas Is Celebrated On 30 January
  3. Shaheed Diwas 2023
  4. जानिये भारत में 30 जनवरी व 23 मार्च को क्यों मनाया जाता है 'शहीद दिवस', इन दोनों में क्या अंतर है
  5. Martyrs Day 2021: शहीद दिवस 30 जनवरी को क्यो मनाया जाता है जानिए इस दिन का इतिहास और महत्व


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shaheed diwas 2022 know history significance facts mahatama gandhi death anniversary as martyrs day pcup | Shaheed Diwas 2022: 30 जनवरी को किसकी याद में मनाते हैं 'शहीद दिवस', जानें इसका इतिहास और महत्व | Hindi News, Uttar Pradesh Shaheed Diwas 2022: 30 जनवरी को किसकी याद में मनाते हैं 'शहीद दिवस', जानें इसका इतिहास और महत्व Shaheed Diwas 2022: भारत समेत दुनिया के 15 देश अपने स्वतंत्रता सेनानियों को सम्मान देने के लिए शहीद दिवस मनाते हैं. भारत में शहीद दिवस हर साल 30 जनवरी और 23 मार्च को भारत की स्वतंत्रता, गौरव, कल्याण और प्रगति के लिए लड़ने वाले पीड़ितों को श्रद्धांजलि देने के लिए मनाया जाता है. नाथूराम गोडसे ने 30 जनवरी 1948 को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की गोली मार कर हत्या कर दी थी, बापू की पुण्यतिथि को हर साल शहीद दिवस के रूप में मनाया जाता है. यूपी-उत्तराखंड हलचल: शहीद दिवस समेत आज इन खबरों पर रहेगी पूरे दिन नजर, जिसका होगा आप पर असर, पढ़ें शहीद दिवस के मौके पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गांधी जी की पुण्यतिथि पर विनम्र श्रद्धांजलि दी है. उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा-भारतीय स्वाधीनता आंदोलन के महानायक, सत्य व अहिंसा के पुजारी, राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी को उनकी पुण्यतिथि पर विनम्र श्रद्धांजलि। आपके द्वारा स्थापित उच्च मानवीय मूल्यों व आदर्शों का अनुसरण करते हुए हम सभी 'रामराज्य' की संकल्पना को साकार करने हेतु प्रतिबद्ध हैं। भारतीय स्वाधीनता आंदोलन के महानायक, सत्य व अहिंसा के पुजारी, राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी को उनकी पुण्यतिथि पर विनम्र श्रद्धांजलि। आपके द्वारा स्थापित उच्च मानवीय मूल्यों व आदर्शों का अनुसरण करते हुए हम सभी 'रामराज्य' की संकल्प...

Martyrs Day 2019 Why Shaheed Diwas Is Celebrated On 30 January

Martyrs' Day: 30 जनवरी को क्यों मनाया जाता है शहीद दिवस? शहीद दिवस (Martyrs' Day) हर साल 30 जनवरी को मनाया जाता है. बापू की पुण्यतिथि को हर साल शहीद दिवस के रूप में मनाया जाता है. गोडसे ने 30 जनवरी 1948 को बापू का सीना उस वक्‍त छलनी कर दिया जब वे दिल्‍ली के बिड़ला भवन में शाम की प्रार्थना सभा से उठ रहे थे. कैसे मनाया जाता है शहीद दिवस हर साल इस दिन राष्ट्रपति, उप-राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, रक्षा मंत्री और तीनों सेना के प्रमुख राजघाट स्थित महात्मा गांधी की समाधि पर उन्हें श्रद्धांजलि देते हैं. साथ ही सेना के जवान इस मौके पर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि देते हुए उनके सम्मान में अपने हथियार को नीचे छुकाते हैं. इस मौके पर पूरे देश में महात्मा गांधी समेत अन्य शहीदों की याद में दो मिनट का मौन रखा जाता है. इस दौरान विशेष तौर पर सभी धर्म के लोग प्राथना का भी आयोजन कराते हैं. 30 जनवरी के अलावा 23 मार्च को भी शहीद दिवस मनाया जाता है. बता दें कि 23 मार्च के दिन ही भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरू को फांसी दी गई थी. इसीलिए 23 मार्च को भी शहीद दिवस मनाया जाता है.

Shaheed Diwas 2023

File Pic नई दिल्ली : देश के राष्ट्रपिता मोहनदास करमचंद गांधी (Mohandas Karamchand Gandhi) और उनके कामों को कौन नहीं जानता। देश को आजादी दिलाने के कुछ समय बाद ही सबके प्यारे बापू यानी महात्मा गांधी का निधन हो गया। 30 जनवरी 1948 को शाम की प्रार्थना के बाद बिड़ला हाउस में नाथूराम गोडसे ने गांधीजी को गोली मार दी थी। 30 जनवरी को क्यों मनाया जाता है शहीद दिवस? हर साल आज ही के दिन यानी 30 जनवरी को पूरे भारत में शहीद दिवस मनाया जाता है। दरअसल, महात्मा गांधी की पुण्यतिथि को ही देश शहीद दिवस (Shaheed Diwas 2023) के तौर पर मनाता है। महात्मा गांधी का देश के प्रति योगदान को देखते हुए ‘बापू’ को सम्मान देने के लिए, शहीद दिवस हर साल 30 जनवरी को मनाया जाता है। यह भी पढ़ें • दी जाती है श्रद्धांजलि शहीद दिवस के दिन भारत के कई बड़े राजनेता जैसे भारत के राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और रक्षा मंत्री समेत सभी लोग दिल्ली के राजघाट स्थित गांधी जी की समाधि स्थल पर पहुंचते हैं। जहां वो उन्हें याद करते हुए माल्यार्पण करते हैं। साथ ही देश के सशस्त्र बलों के शहीदों को भी इस दिन सलामी दी जाती है। दो मिनट का मौन गौरतलब है कि महात्मा गांधी सत्य, अहिंसा, सादगी के असाधारण व्यक्तित्व थे। वह भारत को एक धर्मनिरपेक्ष और एक अहिंसक राष्ट्र के रूप में बनाए रखने के प्रबल समर्थक थे। देशभर में बापू की स्मृति और शहीदों के योगदान के लिए दो मिनट का मौन रखा जाता है।

जानिये भारत में 30 जनवरी व 23 मार्च को क्यों मनाया जाता है 'शहीद दिवस', इन दोनों में क्या अंतर है

Martyrs’ Day Or Shaheed Diwas 2023: भारत में हर साल 30 जनवरी को देश के महान स्वतंत्रता सैनानियों की शहादत में शहीद दिवस ( Shaheed Diwas) मनाया जाता है. आज ही के दिन ‘स्वाधीनता आंदोलन’ के दौरान अपने प्राणों की आहुति दी थी. देश के शहीदों को सम्मान देने के लिए मनाया जाने वाला ‘शहीद दिवस’ देश के लिए ‘शौर्य और साहस’ का दिन भी माना जाता है. ये भी पढ़िए: 30 जनवरी के दिन भारत के राष्ट्रपति, उप-राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, रक्षामंत्री के अलावा थलसेना, वायुसेना और नौसेना प्रमुख, दिल्ली के राजघाट स्थित महात्मा गांधी की समाधि पर श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं. जबकि देश के बाकी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में इस दिन शहीदों की याद में 2 मिनट का मौन रखा जाता है. लेकिन भारत में केवल 30 जनवरी को ही नहीं, बल्कि 23 मार्च को भी शहीद दिवस ( Shaheed Diwas) के तौर पर जाना जाता है. चलिए जानते हैं आख़िर भारत में साल में 2 दिन ‘शहीद दिवस’ क्यों मनाया जाता है, 30 जनवरी और 23 मार्च के ‘शहीद दिवस’ में क्या अंतर है- 23 मार्च का ‘ शहीद दिवस‘ 23 मार्च का दिन भारतीय इतिहास के लिए बेहद दुःखद के साथ ही ख़ास भी माना जाता है. 23 मार्च 1931 को देश स्वाधीनता के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले क्रांतिकारी भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव को फ़ांसी दी गई थी. इसलिए देश में हर साल 23 मार्च ‘शहीद दिवस’ के तौर पर याद किया जाता है. भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव ही नहीं, सुभाषचंद्र बोस, चंद्रशेखर आज़ाद, रामप्रसाद बिस्मिल, अशफ़ाक़उल्ला ख़ां, शहीद उधम सिंह, लाला लाजपत राय, बाल गंगाधर तिलक और बिपिन चंद्र पाल समेत हज़ारों स्वतंत्रता सेनानियों ने अपने-अपने तरीक़ों से देश की आज़ादी के लिए प्रयास किये थे. facebook 30 जनवरी क्यों है ख़ास दिन...

Martyrs Day 2021: शहीद दिवस 30 जनवरी को क्यो मनाया जाता है जानिए इस दिन का इतिहास और महत्व

Martyrs Day 2021: शहीद दिवस ( Martyrs Day ) हर वर्ष 30 जनवरी को मनाया जाता है इसका उद्देश्य उन स्वतंत्रता सेनानियों के प्रति सम्मान व्यक्त करने के लिए मनाया जाता है जिन्होंने भारत की स्वतंत्रता के लिए अपना जीवन न्योछावर कर दिया है। भारत में शहीद दिवस 2 दिन मनाया जाता है। पहला 30 जनवरी और दूसरी बार 23 मार्च को, जब हम अपनी जान की परवाह किए बगैर देश के लिए शहीद होने वाले सैनिकों को याद करते हैं। Advertisement जाने क्या है शहीद दिवस का इतिहास और महत्व- महात्मा गांधी (Mahatma Gandhi) की 30 जनवरी 1948 को गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. हर साल 30 जनवरी को शहीद दिवस के रूप में मनाया जाता है और बापू को श्रद्धांजलि दी जाती है. इस मौके पर विशेष श्रद्धांजलि सभा का भी आयोजन किया जाता है. वही भगत सिंह, शिवराम राजगुरु और सुखदेव थापर को सम्मान देने के लिए 23 मार्च को भारत में शहीद दिवस मनाया जाता है, जिन्हें 1931 में इसी दिन फांसी दी गई थी ये तीनों ही भारत के युवाओं के लिए प्रेरणास्रोत हैं। भारत के इन नवयुवकों ने बापू से अलग रास्ता अपनाया था लेकिन यह देश के कल्याण के लिए था। इतनी कम उम्र में इस बहादुरी के साथ देश के लिए प्राण न्योछावर करने वाले इन सेनानियों को श्रद्धांजलि देने के लिए ही 23 मार्च को शहीद दिवस मनाया जाता है। [To Get latest NEWS UPDATE Join Us on Telegram- Link Given Below] For Latest Update Please join Our Social media Handle Follow Facebook – Join us on Telegram – Follow us on Twitter – • 4 weeks ago MP Govt. Jobs 2023: मध्य प्रदेश कर्मचारी चयन मंडल ने जारी किया एग्ज़ाम शेड्यूल, अगले 3 महीने में होंगी ये परीक्षाएँ • 2 weeks ago यूपी शिक्षक भर्ती 2023: आख़िर कब होगा यूपी TGT-...