323 ipc in hindi

  1. IPC 323 In Hindi
  2. 323 IPC In Hindi
  3. धारा 323 क्या है? 323 IPC in Hindi (पूरी जानकारी)
  4. 323 IPC in Hindi: भारतीय दंड संहिता में धारा 323 के बारे में जानें
  5. 323 IPC In Hindi
  6. Indian Penal Code (IPC) in Hindi
  7. धारा 323 क्या है


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IPC 323 In Hindi

क्योंकि इसकी जानकारी हर एक अधिवक्ता व वकील को तो होनी ही चाहिए तथा अगर आप पुलिस मे है या फिर आप विधि से संबंधित छात्र हैं तो भी आपको IPC Section 323 In Hindi के बारे मे जानकारी जरूर होनी चाहिए। जिससे की आप कहीं कभी फंसें नहीं और न ही कोई आपको दलीलों में फंसा सके। तो चलिए जानते है IPC 323 Kya Hai. Dhara 323 Kya Hai इस IPC 323 In Hindi 323 IPC In Hindi – स्वेच्छा से चोट पहुँचाने के लिए सजा। जो कोई, धारा IPC Section 323 – Punishment for voluntarily causing hurt. Whoever, except in the case provided for by section आईपीसी धारा 323 क्या है? 323 IPC मे “ स्वेच्छा से चोट पहुँचाने के लिए सजा“के बारे मे बताया गया है। जिसमे जो कोई, धारा 334 द्वारा प्रदान किए गए मामले को छोड़कर, स्वेच्छा से चोट पहुंचाता है, उसे किसी एक अवधि के लिए कारावास जिसे एक वर्ष तक बढ़ाया जा सकता है, या जुर्माना जो एक हजार रुपये तक बढ़ाया जा सकता है, या दोनों के साथ दंडित किया जाएगा। Other Important Acts IPC 32 1 IN HINDI तो आपक IPC 323 In Hindi और IPC Section 323 की यह जानकारी आपको कैसी लगी नीचे कमेंट करके जरूर बताएं, यहाँ मैने 323 IPC dhara in hindi में इसकी पूरी जानकारी देदी है। बाकी पोस्ट को शेयर जरूर करें। About In IPCSection.com, you have been given complete information about the sections of IPC i.e. Indian Penal Code in Hindi and English language. I am giving this information to you who is himself an LLB Graduate student. My name is Advocate Shivam Singh is the one who will give you all the law-related information here. That too in the Hindi language.

323 IPC In Hindi

4.3 323 IPC In Hindi परिचय |323 IPC IN HINDI 323 IPC IN HINDI धारा 323 के अनुसार, जब कोई व्यक्ति स्वेच्छा से किसी अन्य व्यक्ति को चोट पहुँचाता है, तो वह एक वर्ष के कारावास या एक हजार के जुर्माने या दोनों के लिए उत्तरदायी होता है। स्वेच्छा से अर्थ|323 IPC MEANING शब्द “स्वेच्छा से” का अर्थ है। जब एक आदमी स्वेच्छा से दूसरे आदमी को चोट पहुँचाता है। अथवा शारीरिक कष्ट देता है। या कोई बीमारी जिसे वह जानता है कि उसे दर्द होगा। फिर भी वह कर्म करता है। तब उसे धारा 323 के तहत दोषी माना जाता है लेकिन इसमें चोट को नहीं जोड़ा जाएगा, जो किसी गलत काम को रोकने के लिए या अच्छे कारण के लिए या कानून के लिए किया जाता है। अपराध की प्रकृति |Section 323 IPC In Hindi Bailable Or Not यह स्वेच्छा से चोट पहुँचाने का असंज्ञेय अपराध है। इसका मतलब यह है। पुलिस बिना वारंट के किसी को गिरफ्तार नहीं कर सकती है। साथ ही यह अपराध जमानती अपराध है। इसका मतलब यह है। अपराधी को कभी भी जमानत मिल सकती है। 323 ipc in hindi Questions Section 323 IPC In Hindi 323 IPC In Hindi

धारा 323 क्या है? 323 IPC in Hindi (पूरी जानकारी)

323 IPC in Hindi: नमस्कार दोस्तों, आज के समय अनेक लोगों को धारा 323 के तहत गिरफ्तार किया जाता है, इसके अलावा उन लोगों को धारा 323 तहत सजा भी सुनाई जाती है। क्या आप जानते हैं कि धारा 323 क्या है?, यदि आपको इसके बारे में कोई जानकारी नहीं है तथा आप भी जानना चाहते हैं, कि धारा 323 क्या है?, तो इस पोस्ट के माध्यम से हम आपको यह सभी जानकारी देने वाले हैं। Table of Contents • • • • • • • • • • • धारा 323 क्या है ? (323 IPC in Hindi) धारा 323 के अनुसार जब कोई भी व्यक्ति अपनी इच्छा से किसी भी व्यक्ति को कोई शारीरिक चोट पहुंचाता है, तो उस व्यक्ति को धारा 323 के अनुसार सजा सुनाई जाती है। इस प्रकार अपराध के अंतर्गत जब कोई भी व्यक्ति अपनी इच्छा से किसी दूसरे व्यक्ति को किसी भी प्रकार की चोट पहुंचाता है, इसमें चोट पहुंचाने की सीमा कितने भी हो सकती है, उस व्यक्ति को काफी ज्यादा चोट भी पहुंचा सकता है, या फिर काफी कम चोट भी पहुंचा सकता है, लेकिन उसको इस प्रकार के अपराध में धारा 323 के तहत गिरफ्तार किया जा सकता है। धारा 323 के तहत किसी व्यक्ति को क्या सजा मिलती है ? यह पूरी तरह से इस बात पर निर्भर करता है, कि किसी व्यक्ति ने अपनी इच्छा से किसी अन्य व्यक्ति को किस हद तक चोट पहुंचाई है, यदि कोई व्यक्ति किसी व्यक्ति को काफी ज्यादा चोट पहुंचाता है, तो उसको ज्यादा सजा मिलती है, जबकि थोड़ी कम चोट पहुंचाता है, तो उसकी सजा में थोड़ी कमी आ जाती है। भारत के संविधान की धारा 323 के मुताबिक जब कोई भी व्यक्ति अपनी इच्छा से किसी अन्य व्यक्ति को शारीरिक चोट पहुंचाता है तो उसको 1 हजार रुपए तक का आर्थिक दंड दिया जा सकता है, या फिर 1 साल तक का कारावास भी दिया जा सकता है। इसके अलावा कुछ परिस्थितियों में 1 हजार ...

323 IPC in Hindi: भारतीय दंड संहिता में धारा 323 के बारे में जानें

Table of Contents • • • • • • • • • • • • • • • Introduction: भारतीय दंड संहिता कई धाराओं से अभिज्ञ है, जिनमें से एक धारा 323 है। इस धारा के तहत एक व्यक्ति दूसरे व्यक्ति के साथ धोखाधड़ी करने के मामले में दंडनीय होता है। यदि आप इस धारा के बारे में और जानना चाहते हैं, तो आप सही जगह पर हैं। इस लेख में, हम आपको भारतीय दंड संहिता में धारा 323 के बारे में सभी महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करेंगे। What is IPC 323 in Hindi? आईपीसी 323 क्या है? भारतीय दंड संहिता में धारा 323 दो व्यक्तियों के बीच होने वाले धोखाधड़ी के मामलों के लिए दंड उपलब्ध कराती है। इस धारा के तहत, अगर कोई व्यक्ति किसी अन्य व्यक्ति को फरेब करता है, तो वह दंडनीय होगा। इस धारा के अंतर्गत, दोषी को दोनों धनराशि धारा 323 के तहत दंड की धारणा किस तरह से होती है? धारा 323 के अंतर्गत दंड की धारणा उन सभी मामलों में होती है जहां दो व्यक्तियों के बीच धोखाधड़ी हुई हो। इसके अलावा, दंडनीय अपराध दो व्यक्तियों के बीच होने वाले किसी भी वार्ता में शामिल हो सकता है। धारा 323 के अंतर्गत दंड की मात्रा एक साल से अधिक नहीं हो सकती है। धारा 323 के लिए मुकदमा कैसे दर्ज किया जाता है? धारा 323 के तहत दंड की मांग के लिए मुकदमा न्यायालय में दायर किया जा सकता है। मुकदमा दायर करने से पहले, दो व्यक्तियों के बीच हुए धोखाधड़ी के सबूतों को एकत्र किया जाना चाहिए। इसके अलावा, शिकायतकर्ता को संबंधित थाने में FIR दर्ज करानी चाहिए। धारा 323 से जुड़े मुकदमों में दंड क्या होता है? धारा 323 के तहत दंड की मात्रा एक साल तक की सजा होती है। इसके अलावा, दोषी को 5000 रुपये तक का जुर्माना भी भुगतना पड़ सकता है। इस धारा के अंतर्गत दंड की मात्रा अप धारा 323 के अंतर्गत ...

323 IPC In Hindi

323 IPC In Hindi : दोस्तों आज के इस लेख में हम आपके साथ भारतीय संविधान की एक महत्वपूर्ण धारा आईपीसी 323 के बारे में चर्चा करेंगे। इस लेख मे आपको dhara 323 से जुड़ी सभी महत्वपूर्ण जानकारी मिलेगी। तो इस लेख को पूरा जरूर पढ़ें और जाने कि आखिर क्या है IPC की dhara 323, किन-किन लोगों पर लगायी जाती है यह धारा और क्या है भारतीय संविधान में इस धारा से जुड़ी सजा का प्रावधान Table of Contents • • • • • • आखिर क्या है आईपीसी की धारा 323 | What Is 323 IPC In Hindi : आईपीसी की धारा 323 भारतीय दंड संहिता के अन्तर्गत आने वाली एक ऐसी धारा है जिसमें ऐसे व्यक्ति को सजा का प्रावधान किया जाता है जिसमें कोई व्यक्ति दुसरे व्यक्ति को जानबूझकर क्षति पहुंचाता या परेशान करता है परन्तु इसमे सामने वाले व्यक्ति की मृत्यु नहीं होती या संभावना नही रहती हैं। दुसरे शब्दों में देखा जाये तो जानबूझकर किसी व्यक्ति के द्धारा किसी दूसरे व्यक्ति को झगड़ा करके, मारपीट करके या किसी अन्य कारणों से उसे क्षति पहुंचाता है परन्तु इसमें दुसरे व्यक्ति की जान की कोई खतरा नहीं होती है तो उस व्यक्ति पर भारतीय दंड संहिता की आईपीसी की धारा 323 (323 IPC In Hindi) के अन्तर्गत सजा का प्रावधान किया जाता है। अतः इसे मोटे तौर पर मारपीट की धारा भी कहा जा सकता है। कितनी है आईपीसी की धारा 323 मे सजा का प्रावधान : यदि किसी व्यक्ति पर आईपीसी की धारा 323 के अंतर्गत मुकदमा दर्ज है और उस व्यक्ति का अपराध भी सिद्ध हो चुका है तो उस व्यक्ति को अधिकतम एक साल तक की सजा का प्रावधान है। आईपीसी की धारा 323 मे सजा के साथ ही साथ एक हजार रुपये जुर्माना अथवा दोनों (सजा के साथ जुर्माने) सजा का प्रावधान किया गया था। जमानती अपराध है आईपीसी की धारा 323 बिना ...

Indian Penal Code (IPC) in Hindi

No: 45 Dated: Oct, 06 1860 भारतीय दण्ड संहिता (IPC) भारत के किसी भी नागरिक द्वारा किये गये अपराधों की परिभाषा व दण्ड का प्रावधान करती है। परन्तु यह संहिता भारतीय सेना पर लागू नहीं होती। अनुच्छेद 370 हटने के बाद जम्मू एवं कश्मीर में भी अब भारतीय दण्ड संहिता (IPC) लागू है। [ Act 34 of 2019] भारतीय दण्ड संहिता ब्रिटिश हुकूमत में सन् 1860 में लागू हुई। भारत के स्वतन्त्र होने के बाद इसमे समय-समय पर संशोधन होते रहे। वर्तमान में, भारतीय दण्ड संहिता में 23 अध्याय और 511 धाराएं हैं। भारतीय दण्ड संहिता, 1860 [ INDIAN PENAL CODE, 1860 ] [ 1860 का अधिनियम संख्यांक 45 ] भाग 1 [ 6 अक्टूबर 1860 ] अध्याय 1 प्रस्तावना उद्देशिका -भारत के लिए एक साधारण दण्ड संहिता का उपबन्ध करना समीचीन है। अतः यह निम्नलिखित रूप में अधिनियमित किया जाता है। 1. संहिता का नाम और उसके प्रवर्तन का विस्तार - यह अधिनियम [ The words "except the State of Jammu and Kashmir" omitted by Act 34 of 2019, s. 95 and the Fifth Schedule (w.e.f. 31-10- 2019) ] Indian Penal Code (IPC) in Hindi (See - PDF) भारतीय दंड संहिता हिंदी में दण्ड विधि (मध्यप्रदेश संशोधन) विधेयक2021 दण्ड विधि(मध्यप्रदेश संशोधन) विधेयक 2019 Criminal Law (Amendment) Act, 2018 भारतीय दंड संहितासे संबंधित नवीनतम निर्णय Also Read - INDIAN PENAL CODE, 1860 (IPC) in Hindi and English - PDF 2. भारत के भीतर किए गए अपराधों का दण्ड - हर व्यक्ति इस संहिता के उपबन्धों के प्रतिकूल हर कार्य या लोप के लिए जिसका वह भारत के भीतर दोषी होगा, इसी संहिता के अधीन दण्डनीय होगा अन्यथा नहीं। 3. भारत से परे किए गए किन्तु उसके भीतर विधि के अनुसार विचारणीय अपराधों का दण्ड– भारत से पर...

धारा 323 क्या है

आज के इस आर्टिकल में मै आपको “ स्वेच्छया उपहति कारित करने के लिए दण्ड | भारतीय दंड संहिता की धारा 323 क्या है | 323 Ipc in Hindi | IPC Section 323 | Punishment for voluntarily causing hurt ” के विषय में बताने जा रहा हूँ आशा करता हूँ मेरा यह प्रयास आपको जरुर पसंद आएगा । तो चलिए जानते है की – भारतीय दंड संहिता की धारा 323 क्या है | 323 Ipc in Hindi [ Ipc Sec. 323 ] हिंदी में – स्वेच्छया उपहति कारित करने के लिए दण्ड– उस दशा के सिवाय, जिसके लिए धारा 334 में उपबंध है, जो कोई स्वेच्छया उपहति कारित करेगा, वह दोनों में से किसी भांति के कारावास से, जिसके अवधि एक वर्ष तक की हो सकेगी, या जुर्माने से, जो एक हजार रुपए का हो सकेगा, या दोनों से. दण्डित किया जाएगा । Whoever, except in the case provided for by section 334, voluntarily causes hurt, shall be punished with imprisonment of either description for a term which may extend to one year, or with fine which may extend to one thousand rupees, or with both. 323 Ipc in Hindi • • संविदा का उन्मोच • संविदा कल्प या आभासी संविदा क्या है • समाश्रित संविदा किसे कहते हैं • उपनिधान उपनिहिती और उपनिधाता • उपनिहिति का धारणाधिकार • गिरवी से आप क्या समझते है • क्षतिपूर्ति की संविदा • आर्टिकल 35A क्या है • गॄह-भेदन किसे कहते हैं • आपराधिक अतिचार किसे कहते हैं • संपत्ति की प्राइवेट प्रतिरक्षा • शरीर की प्राइवेट प्रतिरक्षा • कौन से करार संविदा हैं • स्वतंत्र सहमती किसे कहते हैं • शून्य और शून्यकरणीय संविदा • प्रतिफल क्या है • स्वीकृति क्या है • प्रस्ताव से क्या समझते हो • संविदा किसे कहते है •