Abhikriya ke veg sthirank ki paribhasha den

  1. Pratham koti ki abhikriya ke liye veg sthirank ka vyanjak?
  2. प्रथम कोटि की अभिक्रिया के लिए वेग स्थिरांक का सूत्र क्या है? » Pratham Koti Ki Abhikriya Ke Liye Veg Sthirank Ka Sutra Kya Hai
  3. अभिक्रिया का वेग स्थिरांक क्या है? » Abhikriya Ka Veg Sthirank Kya Hai
  4. रासायनिक अभिक्रियांचे प्रकार (Types of chemical reactions)
  5. अभिक्रिया की दर को प्रभावित करने वाले कारक
  6. प्रथम कोटि की अभिक्रिया का मात्रक


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Pratham koti ki abhikriya ke liye veg sthirank ka vyanjak?

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प्रथम कोटि की अभिक्रिया के लिए वेग स्थिरांक का सूत्र क्या है? » Pratham Koti Ki Abhikriya Ke Liye Veg Sthirank Ka Sutra Kya Hai

चेतावनी: इस टेक्स्ट में गलतियाँ हो सकती हैं। सॉफ्टवेर के द्वारा ऑडियो को टेक्स्ट में बदला गया है। ऑडियो सुन्ना चाहिये। प्रथम कोटि की अभिक्रिया के लिए वेग स्थिरांक का सूत्र क्या है देखिए माना अभिक्रिया में क्रिया कारक के प्रारंभिक सांद्रता अर्थात 2000 पर है और तीज को स्टडी समय पर अभिक्रिया की क्रिया कारक की सांद्रता है यहां इसका ढाल के अपॉन टू पॉइंट 303 होता है प्रथम कोटि की अभिक्रिया के वेग के नेताओं की यात्रा के की इकाई - 1 और और एस माइनस वन होती है pratham koti ki abhikriya ke liye veg sthirank ka sutra kya hai dekhiye mana abhikriya mein kriya kaarak ke prarambhik saandrata arthat 2000 par hai aur teej ko study samay par abhikriya ki kriya kaarak ki saandrata hai yahan iska dhal ke upon to point 303 hota hai pratham koti ki abhikriya ke veg ke netaon ki yatra ke ki ikai 1 aur aur s minus van hoti hai प्रथम कोटि की अभिक्रिया के लिए वेग स्थिरांक का सूत्र क्या है देखिए माना अभिक्रिया में क्रि

अभिक्रिया का वेग स्थिरांक क्या है? » Abhikriya Ka Veg Sthirank Kya Hai

चेतावनी: इस टेक्स्ट में गलतियाँ हो सकती हैं। सॉफ्टवेर के द्वारा ऑडियो को टेक्स्ट में बदला गया है। ऑडियो सुन्ना चाहिये। बात करेंगे अभिक्रिया का जो है वह भेज तेरा क्या होता है तो वेलोसिटी कांस्टेंट इसको बोला जाता है तो अगर मोलर कंसंट्रेशन व्याकरण का एक होता है तो वेलोसिटी कॉरपोरेटर इलेक्शन के एक और हो जाता है उसके अंदर डाल देते हैं baat karenge abhikriya ka jo hai vaah bhej tera kya hota hai toh velocity constant isko bola jata hai toh agar molar kansantreshan vyakaran ka ek hota hai toh velocity karporetar election ke ek aur ho jata hai uske andar daal dete hain बात करेंगे अभिक्रिया का जो है वह भेज तेरा क्या होता है तो वेलोसिटी कांस्टेंट इसको बोला जात

रासायनिक अभिक्रियांचे प्रकार (Types of chemical reactions)

• गुरुत्वाकर्षण • • • • • • • • • • • • • मूलद्रव्यांचे आवर्ती वर्गीकरण • • • • • • • • • रासायनिक अभिक्रिया व समीकरणे • • • • • • • • • • • • • • • • • विद्युतधारेचे परिणाम • • • • • • • • • • • • • • उष्णता • • • • • • • • प्रकाशाचे अपवर्तन • • • • • • • भिंगे व त्यांचे उपयोग • • • • • • • • • • • • • • • • • धातुविज्ञान • • • • • • • • • • • • • • • • कार्बनी संयुगे • • • • • • • • • • • • • • • अवकाश मोहीमा • • • • • • • • • प्रयोग: अमोनिआ वायू व हायड्रोजन क्लोराइड वायू यांच्यातील अभिक्रियेने अमोनिअम क्लोराइड हा क्षार वायूरुपात तयार होतो. • प्रयोग: मॅग्नेशिअम वऑक्सिजन यांचा संयोग होऊन मॅग्नेशिअम ऑक्साईड हे एकमेव उत्पादित तयार होते. • प्रयोग: कॅल्शिअम ऑक्साइड व पाणी यांच्या संयोगाने कॅल्शिअम हायड्रॉक्साइड Ca(OH) 2 तयार होते.

अभिक्रिया की दर को प्रभावित करने वाले कारक

रासायनिक अभिक्रिया की दर क्या है : इसे रसायन विज्ञानं में इकाई समयान्तराल में किसी रासायनिक अभिक्रिया के अभिकारक या क्रियाफल के सांद्रण में परिवर्तन की दर माना जाता है। इसके अलावा ध्यान रहे की किसी उत्क्रमणीय अभिक्रिया की वह अवस्था जिसमे अग्र और पश्च अभिक्रिया की गति बराबर हो जाये, उस अवस्था को रासायनिक साम्यावस्था कहा जाता है। अभिक्रिया की दर को प्रभावित करने वाले कारक : आपको बता दे की अभिक्रिया की दर को प्रभावित करने वाले कारकों में अलग - अलग फैक्टर होते है, जो इस प्रकार है... अभिकारक का सांद्रण : अभिकारक का साद्रण बढ़ाने पर अभिक्रिया की दर बढ़ती है क्योंकि अभिकारक अणुओं की संख्या में वृद्धि हो जाती है। ताप : क्योंकि ताप बढ़ाने पर अभिक्रिया की दर बढ़ती है। क्योंकि 100 ताप बढ़ाने पर अभिक्रिया की दर दोगुनी हो जाती है। दाब : गैसीय अभिक्रियाओं में दाब बढ़ाने पर अभिक्रिया की दर बढ़ती है। दाब बढ़ाने से इकाई आयतन में अणुओं की संख्या बढ़ जाती है। जिससे उनके मध्य टक्करों की संख्या बढ़ जाती है। विकिरण : विद्युत चुम्बकीय विकिरण की उपस्थिति में अभिक्रिया का वेग तीव्र हो जाता है। उत्प्रेरक : धनात्मक उत्प्रेरक अभिक्रिया की दर को बढ़ा देते है ऋणात्मक उत्प्रेरक दर को घटा देते है। अभिकारक की प्रकृति : आयनिक यौगिक की अभिक्रियाएँ तीव्र होती है। जबकि सहयोंजी यौगिक की अभिक्रिया धीमी होती है। रसायन विज्ञानं से सम्बन्धित अधिक पढने के लिए यहाँ क्लिक करें

प्रथम कोटि की अभिक्रिया का मात्रक

प्रथम कोटि की अभिक्रिया :- उदाहरण :- CH3COOCH3(l) + H2O (l) ----------------> CH3COOH + CH3OH दर=k [CH3COOCH3] प्रथम कोटि की अभिक्रियाओं के लक्षण :- 1.प्रथम कोटि की अभिक्रिया का अर्द्ध-आयुकाल अभिकारकों की प्रारम्भिक सान्द्रता (a) पर निर्भर नहीं करता है | t1/2=0.693/k 2.प्रथम कोटि की अभिक्रिया की सान्द्रता , n गुना बढ़ाने पर अभिक्रिया का वेग , n गुना अधिक हो जाता है , परन्तु वेग स्थिरांक के मान में कोई परिवर्तन नहीं होता है |