अण्डोत्सर्ग से आप क्या समझते हैं ? समझाएँ।

  1. आदर्शवाद
  2. अण्डोत्सर्ग से आप क्या समझते हैं?
  3. पुस्तकालय विज्ञान
  4. आप क्या समझते हैं अक्रिय युग्म प्रभाव
  5. होसे से आप क्या समझते हैं? » Hose Se Aap Kya Samajhte Hain
  6. UP Board Solutions for Class 9 Science Chapter 1 Matter in Our Surroundings – UP Board Solutions


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आदर्शवाद

अनुक्रम • 1 प्रत्यय और आदर्श • 2 निःश्रेयस का स्वरूप • 3 आदर्शवाद की मान्य धारणाएँ • 3.1 स्वार्थ और सर्वार्थ • 3.2 आध्यात्मिक और प्राकृतिक मूल्य • 3.3 नैतिक स्वाधीनता • 4 श्रेष्ठ, श्रेष्ठतर और श्रेष्ठतम • 5 शिक्षा में आदर्शवाद • 5.1 शिक्षा के उद्देश्य तथा आदर्शवाद • 5.2 पाठ्यक्रम तथा आदर्शवाद • 5.3 शिक्षा पद्धति तथा आदर्शवाद • 5.4 शिक्षक तथा आदर्शवाद • 5.5 अनुशासन तथा आदर्शवाद • 6 आदर्शवाद का मूल्यांकन • 6.1 दोष • 7 सन्दर्भ • 8 इन्हें भी देखें • 9 बाहरी कड़ियाँ प्रत्यय और आदर्श [ ] कुछ विचारकों के अनुसार मुनष्य और अन्य प्राणियों में प्रमुख भेद यह है कि मनुष्य प्रत्ययों का प्रयोग कर सकता है और अन्य प्राणियों में यह क्षमता विद्यमान नहीं। कुत्ता दो मनुष्यों को देखता है, परंतु 2 को उसने कभी नहीं देखा। प्रत्यय दो प्रकार के होते हैं- वैज्ञानिक और नैतिक। संख्या, गुण, मात्रा आदि वैज्ञानिक प्रत्ययों का अस्तित्व तो असंदिग्ध है, परंतु नैतिक प्रत्ययों का अस्तित्व विवाद का विषय बना रहा है। हम कहते हैं- 'आज मौसम बहुत अच्छा है'। यहाँ हम अच्छेपन का वर्णन करते हैं और इसके साथ अच्छाई के अधिक न्यून होने की ओर संकेत करते हैं। इसी प्रकार का भेद कर्मो के संबंध में भी किया जाता है। नैतिक प्रत्यय को आदर्श भी कहते हैं। आदर्श एक ऐसी स्थिति है, जो- • (1) वर्तमान में विद्यमान नहीं, • (2) वर्तमान स्थिति की अपेक्षा अधिक मूल्यवान् है, • (3) अनुकरण करने के योग्य है, और • (4) वास्तविक स्थिति का मूल्य जांचने के लिए मापक का काम देती है। आदर्श के प्रत्यय में मूल्य का प्रत्यय निहित है। मूल्य के अस्तित्व की बाबत हम क्या कह सकते हैं? कुछ लोग मूल्य को मानव कल्पना का पद ही देते हैं। जो वस्तु किसी कारण से हमें आकर...

अण्डोत्सर्ग से आप क्या समझते हैं?

अधिकांश मादा स्तनधारियों में अण्डोत्सर्ग एक क्रमिक चक्र है। केवल गर्भवती मादाओं को छोड़कर यह नियमित समयांतराल से होता है। इस समूह वाली मादा को ‘स्वतः अण्डोत्सर्गी’ कहते हैं। जिन मादाओं में अण्डोत्सर्ग मैथुन के बाद होता है। उसे ‘प्रेरित अण्डोत्सर्गी’ कहते हैं। स्वतः अण्डोत्सर्गी के उदाहरण चूहा तथा मानव की मादा आदि जबकि प्रेरित अण्डोत्सर्ग में खरहा तथा बिल्ली आदि।

पुस्तकालय विज्ञान

पुस्तकालय विज्ञान (Library science या Library and Information science) वह विज्ञान है जो आधुनिक पुस्तकालय विज्ञान, 'पुस्तकालय एवं सूचना विज्ञान' कहलाता है क्योंकि यह केवल पुस्तकों के अर्जन, प्रस्तुतीकरण, वर्गीकरण, प्रसुचीकरण, फलक व्यस्थापन तक ही सीमित नहीं है बल्कि इसके अंतर्गत सूचना की खोज, प्राप्ति, संसाधन, सम्प्रेषण, तथा पुनर्प्राप्ति भी सम्मिलित है। आधुनिक पुस्तकालय अद्यतन सूचना संचार प्रोद्योगिकी का बहुत अच्छा उपयोग कर रहें हैं। पुस्तकालय एवं सूचना विज्ञान की शिक्षा के माध्यम से ही पुस्तकालयों का व्यस्थापन तथा संचालन हेतु योग्य और कुशल कर्मचारियों को तैयार किया जाता है। पुस्तकालय विज्ञान तकनीकी विषयों की श्रेणी में आता है तथा एक सेवा सम्बन्धी व्यवसाय है। यह प्रबंधन, सूचना प्रौद्योगिकी, शिक्षाशास्त्र एवं अन्य विधाओं के सिद्धान्तो एवं उपकरणों का पुस्तकालय के सन्दर्भ में उपयोग करता है। पुस्तकालय विकासशील संस्था है क्योंकि उसमें पुस्तकों और अन्य आवश्यक उपादानों की निरंतर वृद्धि होती रहती है। इस कारण इसकी स्थापना के समय ही इस तथ्य पर ध्यान देना आवश्यक होता है। यह संचरण इकाइयों के इतिहास, संगठन, प्रबंधन, विभिन्न तकनीको, सेवाओं, समाज के प्रति उनके कर्तव्यों तथा सामान्य कार्य कलापों का सैद्धांतिक एवं व्यावहारिक अध्ययन पर आधारित एक वृहद् विषय है। इसका आकार-प्रकार तथा परिसीमा विषय व सूचना जगत के साथ निरंतर बदलता रहता है। इसलिए पुस्तकालय विज्ञान की शिक्षा में पुस्तकालय की विभिन्न तकनीकियों एवं प्रविधियों के साथ-साथ पुस्तकालय सम्बन्धी विभिन्न सेवाओं का भी पर्याप्त ज्ञान एवं जानकारी प्रदान की जाती है। अनुक्रम • 1 इतिहास • 2 पुस्तकालय भवन • 3 पुस्तक वर्गीकरण • 4 सूचीकरण • 5 संदर्भ स...

आप क्या समझते हैं अक्रिय युग्म प्रभाव

(1) अक्रिय युग्म प्रभाव-जब s - इलेक्ट्रॉनों की प्रवृत्ति स्वयं के साथ ही रहने की हो या 5- इलेक्ट्रॉनों की प्रवृत्ति अभिक्रिया में भाग लेने के प्रति विमुखता हो तो इस प्रवृत्ति को अक्रिय युग्म प्रभाव कहते है। इसका कारण है कि n s 2 इलेक्ट्रॉनों को अयुग्मित करने के लिए आवश्यक ऊर्जा दी जाती है, अतिरिक्त बंध बनाने में निर्मुक्त ऊर्जा से अधिक नहीं होती है। वर्ग-13, 14, 15 के भारी सदस्य तत्व अपने संयोजी कोश में उपस्थित इलेक्टॉनों की संख्या से कम ऑक्सीकरण अवस्था प्रदर्शित करते हैं। उदाहरण के लिए TI में +1 ऑक्सीकरण अवस्था, +3 ऑक्सीकरण अवस्था की अपेक्षा अधिक स्थायी है।

होसे से आप क्या समझते हैं? » Hose Se Aap Kya Samajhte Hain

चेतावनी: इस टेक्स्ट में गलतियाँ हो सकती हैं। सॉफ्टवेर के द्वारा ऑडियो को टेक्स्ट में बदला गया है। ऑडियो सुन्ना चाहिये। आपने पूछा है कि होने से आप क्या समझते हो दोस्तों किसी कार्य का होना इसी को होना कहते हैं उन्हें से आप क्या समझते हैं तो अपने का मतलब होगा कि होने का अर्थ होता है कि कोई काम को होना किसी को होने से कहा जाता है aapne poocha hai ki hone se aap kya samajhte ho doston kisi karya ka hona isi ko hona kehte hain unhe se aap kya samajhte hain toh apne ka matlab hoga ki hone ka arth hota hai ki koi kaam ko hona kisi ko hone se kaha jata hai आपने पूछा है कि होने से आप क्या समझते हो दोस्तों किसी कार्य का होना इसी को होना कहते हैं उ

UP Board Solutions for Class 9 Science Chapter 1 Matter in Our Surroundings – UP Board Solutions

UP Board Solutions for Class 9 Science Chapter 1 Matter in Our Surroundings (हमारे आस-पास के पदार्थ) पाठ्य-पुस्तक के प्रश्नोत्तर पाठगत प्रश्न (पृष्ठ संख्या-4) प्रश्न 1. निम्न में से पदार्थ छाँटो-कुर्सी, वायु, स्नेह, गन्ध, घृणा, बादाम, विचार, शीत, शीतल पेय, इत्र की सुगन्ध। उत्तर- पदार्थ निम्न हैं-कुर्सी, वायु, बादाम तथा शीतल पेय पदार्थ, यह सभी स्थान घेरते हैं तथा इन सभी का द्रव्यमान होता है। प्रश्न 2. निम्नलिखित प्रेक्षण के कारण बताइए : गरमा-गरम खाने की गंध कई मीटर दूर से ही आपके पास पहुँच जाती है, लेकिन ठंडे खाने की महक लेने के लिए आपको उसके पास जाना पड़ता है। उत्तर- किसी पदार्थ की गंध या महक हमें तब अनुभव होती है जब गंध के कण वायु में मिश्रित होकर हमारी नाक तक पहुँचते हैं। यह भी जानते हैं कि कणों का विसरण किसी माध्यम में (UPBoardSolutions.com) उच्च ताप पर अधिक तथा निम्न ताप पर कम होता है। इसलिए गरमा-गरम खाने की गंध तेजी के साथ कई मीटर दूर तक पहुँच जाती है। लेकिन ठंडे खाने की गंध लेने के लिए हमें उसके पास जाना पड़ता है। प्रश्न 3. स्वीमिंग पूल में गोताखोर पानी काट पाता है। इससे पदार्थ का कौन-सा गुण प्रेक्षण होता है? उत्तर- स्वीमिंग पूल में गोताखोर पानी काट पाता है। क्योंकि जल के कणों के मध्य आकर्षण बल होता है जो कणों को साथ-साथ रखता है। प्रश्न 4. पदार्थ के कणों की क्या विशेषताएँ होती हैं? उत्तर- पदार्थ के कणों की विशेषताएँ • पदार्थ के कणों के मध्य एक आकर्षण बल उपस्थित होता है। • पदार्थ के कणों के मध्य (UPBoardSolutions.com) पर्याप्त रिक्त स्थान होता है। • पदार्थ के कण निरन्तर गतिशील होते रहते हैं। • पदार्थ के तीन रूप ठोस, द्रव और गैस हैं। पदार्थ की ये अवस्थाएँ उसके कणों की ...