अर्जुन छाल के फायदे व नुकसान

  1. अर्जुन की छाल के सेवन से सेहत को मिलते हैं ये 7 फायदे, जानें कुछ नुकसान भी
  2. अर्जुन व अर्जुन की छाल के फायदे नुकसान व उपयोग, अर्जुन की छाल का उपयोग कैसे करें, अर्जुन की छाल का काढ़ा पीने से सेहत को होते हैं ये 7 फायदे – ISKD Medifit Pracheen Ayurveda
  3. अर्जुन की छाल क्या स्वास्थ्य के लिए होती है फायदेमंद?
  4. Arjun chhal के फायदे, सेवन कैसे करें और अर्जुन छाल के नुकसान
  5. अर्जुन घनवटी के फायदे , नुकसान , सेवन विधि और कीमत Patanjali Arjun Ghanvati Uses in Hindi
  6. अर्जुन क्वाथ के फायदे, नुकसान, खुराक, सावधानी
  7. अर्जुन की छाल के फायदे, नुकसान एवं खाने का सही तरीका


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अर्जुन की छाल के सेवन से सेहत को मिलते हैं ये 7 फायदे, जानें कुछ नुकसान भी

आयुर्वेद में कई पेड़-पौधों की जड़, फूल, छाल और फलों को औषधि के तौर पर इस्तेमाल किया जाता है। इन्हीं औषधीय पेड़ों में अर्जुन का नाम भी शामिल है, जिसकी छाल का सेवन सेहत को काफी लाभ पहुंचाता है। क्योंकि अर्जुन की छाल (Arjuna Bark) औषधीय गुणों से भरपूर होता है, अर्जुन के पेड़ के तने की बाहरी परत को अर्जुन की छाल कहा जाता है। अर्जुन की छाल का सेवन करने से स्वास्थ्य संबंधी कई समस्याओं से छुटकारा मिलता है। क्योंकि अर्जुन की छाल पोटेशियम, कैल्शियम, मैग्नीशियम आदि जैसे तत्व मौजूद होते हैं। जो सेहत के लिए बेहद उपयोगी साबित होते हैं। लेकिन अर्जुन की छाल का सेवन सीमित मात्रा में करना चाहिए। अधिक सेवन स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचा सकता है, तो आइए जानते हैं अर्जुन की छाल के क्या-क्या फायदे और नुकसान होते हैं। अर्जुन की छाल के सेवन से सेहत को मिलते हैं ये 7 फायदे, जानें कुछ नुकसान भी-Benefits And Side Effects of Arjuna Bark In Hindi अर्जुन की छाल के फायदे 1- हृदय (Heart) के लिए अर्जुन की छाल का सेवन काफी फायदेमंद होता है। क्योंकि अर्जुन की छाल में ट्राइटरपेनॉइड नामक एक रसायन पाया जाता है, जो हृदय को स्वस्थ बनाए रखने में और हृदय रोगों के जोखिम को कम करने में मदद करता है। साथ ही इसके सेवन से कोलेस्ट्रॉल का स्तर भी कम होता है। जिससे हार्ट अटैक का खतरा कम होता है। 2- अर्जुन की छाल एंटी डायबिटिक गुणों से भरपूर होता है, इसलिए अगर डायबिटीज (Diabetes) के मरीज अर्जुन की छाल का सेवन करते हैं, तो इससे ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल रहता है। 3- सर्दी-खांसी (Cold and Cough) की समस्या होने पर अर्जुन की छाल का सेवन बेहद लाभकारी होता है। क्योंकि अर्जुन की छाल में एंटीट्यूसिव (कफ कम करने का प्रभाव) पाया जाता है, जो...

अर्जुन व अर्जुन की छाल के फायदे नुकसान व उपयोग, अर्जुन की छाल का उपयोग कैसे करें, अर्जुन की छाल का काढ़ा पीने से सेहत को होते हैं ये 7 फायदे – ISKD Medifit Pracheen Ayurveda

अर्जुन की छाल का परिचय (Introduction of Arjun) अर्जुन का पेड़ एक सदाबहार पेड़ है, जो प्रमुख रूप से भारत व उसके आस-पास के देशों में उगता है। अर्जुन के पेड़ की छाल में अनेक स्वास्थ्यवर्धक गुण होते हैं और इसे हजारों सालों से कई स्वास्थ्य समस्याओं का इलाज करने के लिए इस्तेमाल में लाया जाता है। अर्जुन के पेड़ की छाल में अनेक स्वास्थ्यवर्धक गुण होते हैं। इस लेख में आयुर्वेदाचार्य ब्रह्मस्वरूप सिंह द्वारा अर्जुन कि छाल के फायदे और नुकसान को लेकर पूरी विस्तृत जानकारी दी जाएगी जो आपके लिए बहुत ही लाभकारी होगी क्यूंकि बहुत से लोगों को अर्जुन कि छाल की पूर्ण जानकारी नहीं होती है आम तौर पर अर्जून की छाल और रस का औषधि के रुप में इस्तेमाल किया जाता है। अर्जून नामक बहुगुणी सदाहरित पेड़ की छाल यानि अर्जुन की छाल के फायदे का प्रयोग हृदय संबंधी बीमारियों, क्षय रोग यानि टीबी जैसे बीमारी के अलावा सामान्य कान दर्द, सूजन, बुखार के उपचार के लिए किया जाता है। इसकी मांग पिछले कुछ सालों में काफी बढ़ी है और इसलिए आजकल अर्जुन की छाल व उससे बने प्रोडक्ट आसानी से मार्केट में मिल जाते हैं। अर्जुन की छाल कितनी गुणकारी जड़ी बूटी है ये बात तो समझ में आ ही गया है आगे बताएँगे ये किन-किन बीमारियों के लिए फायदेमंद होती है और अर्जुन छाल का क्षीरपाक कैसे बनाया जाता है इसके बारे में विस्तार से जानते हैं। अर्जुन के पेड़ की छाल काफी मोटी होती है और इसे उतारने के बाद यह उस हिस्से पर फिर से बनने लग जाती है। इसकी मांग पिछले कुछ सालों में काफी बढ़ी है और इसलिए आजकल अर्जुन की छाल व उससे बने प्रोडक्ट आसानी से मार्केट में मिल जाते हैं। अर्जुन की छाल क्या है – What is Arjuna Ki Chaal in Hindi अर्जुन के पेड़ के तने की बाहरी ...

अर्जुन की छाल क्या स्वास्थ्य के लिए होती है फायदेमंद?

अर्जुन की छाल (Terminalia arjuna ) अर्जुन के पेड़ से प्राप्त होती है। अर्जुन का पेड़ भारत में हिमालय की तराई, बिहार, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश समेत कई अन्य राज्यों में भी पाया जाता है। अर्जुन का पेड़ एक सदाबहार वृक्ष होता है जिसका इस्तेमाल औषधी के रूप में किया जाता है। औषधी के तौर पर इसके छाल, पेड़ से मिलने वाले गूदे, पत्तियों और फलों का इस्तेमाल किया जा सकता है। जिसमें सबसे ज्यादा लाभकारी इस पेड़ की छाल हो सकते हैं। इस छाल के इस्तेमाल से अर्जुन का पेड़ लगभग 80 फीट तक लंबा हो सकता है। इसकी पत्तियां काफी हद तक अमरुद के पेड़ की पत्तियों के आकार में होती है। वैज्ञानिक भाषा में इसे टर्मिमिनेलिया अर्जुना (Terminalia Arjuna) कहते हैं। यह कॉम्ब्रेटेसी (Combretaceae) प्रजाति का पेड़ होता है। कई इलाकों में इसे सामान्य तौर पर कहुआ या सादड़ी के नाम से भी जाना जाता है। अर्जुन के पेड़ से प्राप्त होने वाली अर्जुन की छाल (Terminalia arjuna ) बाहर से सफेद रंग की होती है। यह छाल अंदर से चिकनी, मोटी और हल्के गुलाबी या लाल रंग की हो सकती है। कई लोगों में मत है कि इस पेड़ का नाम अर्जुन महाभारत के पांडव पुत्रों बीर अर्जुन के नाम पर पड़ा है। और पढ़ें : लेकिन यह तथ्य सिर्फ एक मिथक है। इस पेड़ का अर्जुन नाम इसके सफेद रंग की वजह से पड़ा हो सकता है। क्योंकि, अर्जुन शब्द का संस्कृत में अर्थ सफेद या स्वच्छ होता है। अर्जुन की छाल (Terminalia arjuna ) का स्वाद कसैला होता है। हालांकि, यह अपने विभिन्न औषधीय गुणों से शरीर को ठंडा बनाए रखने के साथ-साथ, हृदय संबंधी रोग, इसके अलावा इस छाल के सेवन से दिल की मांसपेशियों को ऊर्जा मिल सकती है जिससे हृदय को अच्छा पोषण मिल सकता है। साथ ही, इससे और पढ़ेंः अर्जुन क...

Arjun chhal के फायदे, सेवन कैसे करें और अर्जुन छाल के नुकसान

अर्जुन की छाल या Arjun chhal हेल्प के लिए उपयोगी एक आयुर्वेदिक औषधि होती है Arjun chhal का प्रयोग कई प्रकार की स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं को दूर करने में किया जाता है। आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति के अनुसार अर्जुन छाल का प्रयोग अधिकतर काढ़े के रूप में किया जाता है। आज के इस लेख में जानेंगे की अर्जुन का पेड़, अर्जुन की छाल ( Arjun bark) क्या है तथा इसकी छाल का प्रयोग कैसे, कब और क्यों किया जाता है और Arjun chhal ke fayde क्या है। आयुर्वेद में सम्पूर्ण अर्जुन के पेड़ का महत्व और इसे औषधीय गुणों का भंडार बताया गया है। इसकी छाल यानि Arjun chhal का भी बहुत औषधीय महत्व है और यह स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होती है। अर्जुन छाल का काढ़ा बनाकर पीने से हृदय रोग जैसे हार्ट अटैक, स्ट्रोक, कोलेस्ट्रॉल, रक्तचाप, हार्ट फेल्योर जैसे रोगों के खतरे को काफी कम किया जा सकता है। Arjun chhal ke fayde इसके अलावा Arjun chhal पित्त, कफ, सर्दी-जुकाम, खांसी, मोटापा जैसी समस्याओं को दूर करने में सहायक है। लगातार अर्जुन की छाल का काढ़ा पीने से बॉडी का इम्यून सिस्टम काफी मजबूत होता है और सामान्यतः होने वाली स्वास्थ्य सम्बंधी समस्याओं का खतरा कम होता है। इसके अलावा इसके और भी बहुत से स्वास्थ्य लाभ या Arjun bark benefits होते है विस्तार से जानने के लिए लेख को पूरा पढ़ें। अर्जुन की छाल के फायदे / Arjun bark benefits in hindi अर्जुन की छाल का इस्तेमाल दिल को सुरक्षित रखने में किया जा सकता है इसके साथ ही इसमें कैंसररोधी गुण भी मौजूद होते हैं। जानते हैं Arjun chhal के कुछ चमत्कारी फायदों के बारे में • दिल को स्वस्थ रखने में अर्जुन छाल गुणकारी है • अर्जुन की छाल डायबिटीज को कंट्रोल रखती है • कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल रखने म...

अर्जुन घनवटी के फायदे , नुकसान , सेवन विधि और कीमत Patanjali Arjun Ghanvati Uses in Hindi

आज इस खास लेख में हम जानेंगे पतंजलि अर्जुन घनवटी के बारे में। इस पोस्ट के माध्यम से अर्जुन घनवटी के फायदे, नुकसान , सेवन विधि और कीमत पर जानकारी प्राप्त करेंगे। ( Patanjali Arjun Ghanvati Uses in Hindi ) पतंजलि अर्जुन घनवटी मांसपेशियों को मजबूत करने और रक्त परिसंचरण में सुधार करके काम करता है। यह कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने और रक्त के थक्कों के गठन को रोकने में भी मदद कर सकता है, जिससे दिल का दौरा और स्ट्रोक हो सकता है। अर्जुन घनवटी गोली के रूप में उपलब्ध है और इसे किसी योग्य आयुर्वेदिक चिकित्सक के मार्गदर्शन में लिया जाना चाहिए। यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि हालांकि अर्जुन घनवटी जैसे आयुर्वेदिक उपचार कुछ स्वास्थ्य स्थितियों के लिए प्रभावी हो सकते हैं, उन्हें कभी भी किसी आयुर्वेदिक डॉक्टर से चिकित्सा सलाह या उपचार के विकल्प के रूप में उपयोग नहीं किया जाना चाहिए। आगे विस्तार से जाने पतंजलि अर्जुन घनवटी के बारे में। ( Patanjali Arjun Ghanvati Uses in Hindi) यह भी पढ़े: अर्जुन घनवटी क्या है ? What is Arjun Ghanvati? अर्जुन घनवटीअर्जुन वृक्ष की छाल से बनी एक आयुर्वेदिक औषधि है। यह आमतौर पर उच्च रक्तचाप, एनजाइना और कंजेस्टिव हार्ट फेल्योर सहित विभिन्न हृदय और हृदय संबंधी स्थितियों के उपचार के लिए उपयोग किया जाता है। अर्जुन की छाल में कई बायोएक्टिव यौगिक होते हैं, जिनमें फ्लेवोनोइड्स, टैनिन और ट्राइटरपीनोइड्स शामिल हैं, जिनमें एंटीऑक्सिडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं। पतंजलि अर्जुन घनवटी के घटक Arjun Ghanvati Ingredients पतंजलि अर्जुन घनवटी के हर एक टैबलेट में सामिल है - • अर्जुन (Terminalia Arjuna) Bk. Ext. 400 mg Excipients: • MCC (Microcrystalline Cellulose) 16 mg •...

अर्जुन क्वाथ के फायदे, नुकसान, खुराक, सावधानी

इसमें अर्जुन की छाल का प्रयोग किया जाता है, जिसे सदियों से कार्डियोप्रोटेक्टिव औषधि के रूप में इस्तेमाल किया जाता है। अर्जुन क्वाथ को खरीदने के लिए अर्जुन क्वाथ को लगातार इस्तेमाल करने से इस दवा की आदत नहीं लगती है। इसके अलावा, यह दवा मानसिक पढ़िये: संयोजन अर्जुन क्वाथ की संरचना – Arjun Kwath Composition in Hindi इसमें निम्न घटक शामिल है- अर्जुन क्वाथ कैसे कार्य करता है? • अर्जुन की छाल हृदय के वाल्व से मुक्त होने वाली प्रति मिनट रक्त की मात्रा, जिसे कार्डियक आउटपुट कहते है, उसमें सुधार करने का कार्य करती है। इससे दिल की धड़कन सामान्य होने लगती है। • अर्जुन की छाल हृदय के लिए बेहद उपयोगी है, जो हाई ब्लड प्रेशर को कम कर सकती है। अर्जुन अनावश्यक फैट का नाश करने वाली जड़ी-बूटी है क्योंकि ज्यादा वसा हमारे स्वास्थ्य के लिए हानिकारक साबित होता है। ज्यादा वसा से शरीर में कैलोरी की मात्रा बढ़ती है, जिससे मोटापा बढ़ता है और परिणामस्वरूप हम अनेक बीमारियों से घिर जाते है। • अर्जुन कोलेस्ट्रॉल और लिपिड के स्तर को सुनिश्चित कर हृदय की दैनिक गतिविधियों को सुचारू बनायें रखने में मददगार हो सकता है। • अर्जुन की छाल तासीर में ठंडी होती है और यह पेट के लिए भी काफी अच्छी मानी जाती है। यह खून को पतला कर धमनियों में ब्लड ब्लॉकेज को रोक सकती है, जिस कारण यह औषधि हार्ट अटैक या स्ट्रोक के खतरे को कम सकती है। • अर्जुन की छाल के प्रयोग से हर प्रकार की खांसी से आराम मिल सकता है। यह जड़ी-बूटी धमनियों के संकीर्ण मार्ग को फैलाकर शरीर के हर अंग तक रक्त पहुँचाने का कार्य करती है। • मूत्र संबंधी परेशानियों में अर्जुन की छाल का सेवन करना बेहद लाभकारी हो सकता है। रुक-रुक के पेशाब आना, पेशाब में दर्द व जलन और संक्र...

अर्जुन की छाल के फायदे, नुकसान एवं खाने का सही तरीका

अर्जुन की छाल के नुकसान : अर्जुन की छाल एक तरह से आयुर्वेदिक मेडिसन है जिसका इस्तेमाल कईं तरह की बिमारियों को दूर करने के लिए किया जाता है. दरअसल, अर्जुन की छाल (arjun ki chaal) एक तरह से पेड़ है जिसके पत्ते अमरुद के पत्तों से आकार में बड़े होते हैं. इसको वैज्ञानिक भाषा में टर्मिमिनेलिया अर्जुना कहा जाता है. यह आम तौर पर कहुआ तथा सादड़ी नाम से जाना जाता है. भारत में हिमालय की तराई, बिहार और मध्य प्रदेश में इसे अधिक मात्रा में पाया जाता है. इसमें मौजूद पोषक तत्व इसको ख़ास बनाते हैं. लेकिन आज हम आपको अर्जुन की छाल के नुकसान बताने जा रहे हैं, जिनसे शायद आप भी वाकिफ नहीं होंगे. अगर उससे पहले हम आपको बता दें कि दिखने में अर्जुन की छाल बाहर से सफेद. अंदर से चिकनी, मोटी तथा हलके गुलाबी या लाल रंग की नजर आती है. इसमें बीटा-सिटोस्टिरोल, इलेजिक एसिड, ट्राईहाइड्रोक्सी ट्राईटरपीन, मोनो कार्बोक्सिलिक एसिड, अर्जुनिक एसिड मौजूद हप्ते हैं जिसके कारण यह रोग मिटाने की ताकत रखता है. लेकिन इनके नुक्सान की भी लिस्ट है, जिनपे ध्यान न देना बहुत बड़ी भूल हो सकती है. तो चलिए जानते हैं आखिर अर्जुन की छाल के फायदे और नुक्सान क्या हो सकते हैं और इसको खाने का सही तरीका क्या है. अर्जुन की छाल के फायदे (Arjun Ki Chaal Benefits in Hindi) अर्जुन की छाल (arjun ki chaal) के कई फायदे होते हैं. इस छाल का उपयोग आयुर्वेदिक औषधि बनाने में भी किया जाता हैं. अर्जुन की छाल के सेवन से बैड कोलेस्ट्रॉल कम होता हैं. इस छाल के फायदे बालों और त्वचा के साथ भी जुड़े हुए हैं. आइये जानते हैं अर्जुन की छाल के फायदे – ह्रदय के लिए लाभकारी अर्जुन की छाल के फायदे ह्रदय के साथ भी जुड़े हुए हैं. अर्जुन की छाल दिल को स्वस्थ रखने में ...