बाड़मेर वेदर

  1. Barmer History In Hindi
  2. अगले 24 घंटे में अरब सागर से उठेगा, सभी बंदरगाहों के लिए अलर्ट जारी
  3. बाड़मेर का राठौड़ राजवंश /Rathore Dynasty of Barmer ~ Gsm Study Adda
  4. Barmer Latest News, Updates in Hindi
  5. बाड़मेर


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Barmer History In Hindi

Barmer History In Hindi बाड़मेर का इतिहास: बाड़मेर शहर के निर्माण व इतिहास में जिस शख्स का नाम लिया जाता है वो हैं काछबाराम मेगवाल, बात 20 वीं सदी के अग्रेजी हुकूमत काल की है उस समय मेघवाल बाड़मेर में रेलवे लाइन बिछाने वाले ठेकेदार हुआ करते थे. वर्ष 1935 के काल में राज्य के इस पश्चिमी इलाके में एक गोरा हाकिम सरकार के प्रतिनिधि के रूप में यहाँ बैठा करता था. इसी काल में बाड़मेर रेलवे स्टेशन का निर्माण करवाया गया, जिसके सामने मेघवाल की हवेली हुआ करती थी. Barmer History In Hindi कई सारी इमारते जो आज भी शहर में है वो यहाँ के पुराने दिनों की तस्वीर को जिन्दा कर जाती हैं. बाड़मेर से एक रेल लाइन का निर्माण हैदराबाद के लिए किया गया था जो काछबाराम के समय बनी, जिले में आयकर विभाग का कार्यालय यह वहीँ मेघवाल की प्राचीन हवेली है जिन्होंने यह सोचकर बनाई थी कि हर रेल यात्री की पहली नजर उस हवेली पर पड़े. एक अन्य अंग्रेजी हुकुमत के रूप में यहाँ का प्राचीन राजकीय विद्यालय आज भी है जिन्हें अंग्रेज जेल के रूप में उपयोग किया करते थे. आजादी के समय बाड़मेर एक बेहद छोटा सा कस्बा हुआ करता था. यहाँ मात्र जैनों का वास, ढाणी बाजार और जोशियों का पुराना वास तथा शहर कोतवाली से आगे रेलवे स्टेशन को छोड़कर बस अंगुलियों पर गिने जाने योग्य ही घर बने थे. आजादी के बाद 1952 में बाड़मेर का कलक्ट्रेट हाउस बनाया गया. अंग्रेजी एवं प्राचीन भारतीय शिल्प शैली में बना कलेक्ट्रेट का ऊपर भाग गुम्बंद नुमा है साथ ही यह काफी प्राचीन भी प्रतीत होता हैं. Telegram Group BARMER GEOGRAPHY 28,387 वर्ग किमी के क्षेत्र में फैला, बाड़मेर जिला राजस्थान का तीसरा सबसे बड़ा जिला है। यह 24 ° 58 ‘और 26 ° 32’ N के बीच और 70 ° 05 ‘और 72 ° 52’ E. के ...

अगले 24 घंटे में अरब सागर से उठेगा, सभी बंदरगाहों के लिए अलर्ट जारी

तूफान के बढ़ते खतरे के चलते बीच खाली कराते हुए पुलिसकर्मी। गुजरात के तटीय इलाकों में बादल छाए बिपरजॉय उत्तर से उत्तर पश्चिम की तरफ बढ़ रहा है। इसके चलते सौराष्ट्र और कच्छ के बंदरगाहों में एक नंबर की सिग्नल का अलर्ट जारी कर दिया गया है। सौराष्ट्र के तटीय इलाकों में बादल छाए हुए हैं और कहीं-कहीं 30 से 40 किमी की स्पीड से हवाएं भी चल रही हैं। अनुमान है कि तटीय इलाकों में हवाओं के साथ तेज बारिश हो सकती है। इसी के चलते मछुआरों को समुद्र में न जाने के निर्देश दिए गए हैं। भावनगर में तूफान से बचाने अपनी नावों को बांधते हुए मछुआरे। डिस्टैंट कॉशनरी-1 सिग्नल एक्टिव करने के निर्देश मौसम विभाग ने उत्तर और दक्षिण गुजरात तटों के सभी बंदरगाहों पर डिस्टैंट कॉशनरी-1 (डीसी-1) सिग्नल प्रणाली सक्रिय करने के निर्देश दिए हैं। मौसम विभाग के पोर्टल के अनुसार, डीसी-1 को किसी बंदरगाह पर तब सक्रिय किया जाता है, जब समुद्र में गहरे दबाव की स्थिति बनती है। हमेशा पर्यटकों की भीड़ से गुलजार रहने वाले सूरत के डुमस बीच पर सन्नाटा। पाकिस्तान, ईरान, ओमान तक तूफान का असर डीसी-1 सिग्नल तब एक्टिव किया जाता है, जब बंदरगाह पर स्थानीय मौसम के तुरंत प्रभावित होने की संभावना नहीं होती, लेकिन बंदरगाह से रवाना होने वाले जहाज खतरे में पड़ सकते हैं। भारत समेत पाकिस्तान, ईरान, ओमान और अरब सागर से सटे देशों पर भी इसके असर की आशंका जताई गई है।

बाड़मेर का राठौड़ राजवंश /Rathore Dynasty of Barmer ~ Gsm Study Adda

परमार वंश के शासक अपना अधिकार इस क्षेत्र पर अधिक समय तक नहीं रख पाए और उनको युद्ध में परास्त करके चौहान वंश के चौहानों ने यहां पर अधिकार कर लिया जब जूना बाड़मेर पर चौहान शासक सुजा का अधिकार था तब सिद्ध पुरुष रावल मल्लिनाथ जी के पुत्र जगमाल का विवाह सूजा चौहान की पुत्री से हुआ विवाह के बाद जगमाल के 3 पुत्र हुए जगमाल के तीन पुत्रों का नाम मंडलीक , भारमल और रणमल था महेवा रावल के वंशज होने के कारण जूना बाड़मेर के राठौड़ महेचाकहलाए मंडलिक का जूना बाड़मेर पर अधिकार : जब जगमाल का विवाह गोहिलो के यहां निश्चित हुआ तब चौहान रानी नाराज होकर अपने तीन पुत्रों के साथ जूना बाड़मेर आ गई समय के साथ तीन पुत्र बड़े होते गए और धीरे-धीरे यह कुंवर अपने मामा सुजा के क्षेत्र में उपद्रव करने लगे अपने 3 भांजो को सुजा चौहान समझाने लगे कि आप यहां पर उपद्रव ना करें और अन्य कहीं क्षेत्र में चले जाएं परंतु जगमाल के पुत्रों ने इस बात को नहीं समझा और वहां उपद्रव मचाते रहे उपद्रव से यहां के चौहान परेशान हो गए और उन्होंने अपने भांजो को सबक सिखाने के लिए चौहान रानी के जेष्ठ पुत्र मंडलिक की घोड़ीयों की पूंछ काट दी जब इस बात की सूचना मंडलिक को लगी तो उसने निर्णय लिया कि वह अपने मामा सूजा चौहान पर आक्रमण करेगा मंडलिक अपने भाइयों की सहायता से मामा सूजा चौहान पर आक्रमण करता है और इस आक्रमण में चौहान वंश को जूना बाड़मेर छोड़ने के लिए विवश कर देता है जब इस बात की सूचना जगमाल को मिलती है तो वह खुश हो जाता है कि उसके पुत्रों ने जूना बाड़मेर क्षेत्र पर अधिकार कर लिया है जब जगमाल की मृत्यु हो जाती है तब उसके जेष्ठ पुत्र मंडलीक को महेवा रावल बनाया जाता है महेवा का रावल बनते ही मंडलिक अपने अनुज भाई भारमल को जूना बाड़मेर ...

Barmer Latest News, Updates in Hindi

Rajasthan News: बाड़मेर में ग्राम विकास अधिकारी और सहायक सचिव को आठ हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया है. एसीबी को परिवादी से शिकायत मिली थी कि बालोतरा पंचायत समिति की जसोल ग्राम पंचायत के ग्राम विकास अधिकारी सुशील कुमार और सहायक सचिव उदाराम आबादी भूखंड का पट्‌टा बनाने के लिए 8 हजार रुपये की डिमांड कर रहे हैं. Rajasthan News: बाड़मेर में एक शख्स ने अवैध संबंध के चलते पत्नी के प्रेमी की हत्या कर दी. इस मामले में पुलिस ने हत्या के मुख्य आरोपी अनीता के पति रावताराम उर्फ राजूराम को वारदात के अगले ही दिन गिरफ्तार कर लिया था. मगर, पुलिस ने अब हत्या में शामिल सरपंच बंशीराम, भैराराम, शंकराराम समेत दो महिलाओं को गिरफ्तार किया है. Sachin Pilot: बाड़मेर की रैली में सचिन पायलट के साथ राजस्थान के 25 से ज़्यादा विधायक मौजूद थे. इनमें से ज़्यादातर मंत्रियों और विधायकों ने सचिन पायलट को ज़िम्मेदारी देने की मांग की. मंत्री राजेन्द्र गुढा ने कहा कि सचिन पायलट सभी समाजों के नेता हैं और पूरे राजस्थान में लोकप्रिय हैं. राजस्थान इनका इंतज़ार कर रहा है. राजस्थान में एक युवक ने दलित महिला को रेप के बाद जिंदा जला दिया. पीड़ित महिला ने इलाज के दौरान अस्पताल में दम तोड़ दिया. इस घटना के बाद महिला के परिजनों का गुस्सा गहलोत सरकार पर फूट पड़ा. वहीं घटना को लेकर प्रदेश में राजनीतिक उबाल आ गया है. भाजपा ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए सरकार की नाकामी बताया है. बाड़मेर में दलित महिला से रेप के बाद मौत की वारदात की पूरे राजस्थान में चर्चा हो रही है. आरोपी ने महिला का रेप करने के बाद उसके मुंह में कैमिकल भरकर आग लगा दी थी, जिससे उसकी मौत हो गई. इस घटना से आक्रोशित परिवार ने मुआवजे और न...

बाड़मेर

अनुक्रम • 1 मुख्य आकर्षण • 1.1 खेड़ • 1.2 ब्रह्मधाम आसोतरा • 1.3 मल्लीनाथ मेला • 1.4 मेवा नगर नाकोड़ा • 2 लंगेरा • 2.1 सिद्वेश्वर महादेव मेला महाबार • 2.2 सुंईया मेला • 2.3 अर्द्ध सुंईया मेला • 2.4 आलम नगरी धोरीमना • 2.5 खेमाबाबा मंदिर बायतु • 2.6 अंंकलेश्वर महादेव मन्दिर, अरटा • 3 मेले • 3.1 तिलवाड़ा पशु मेला • 3.2 नाकोड़ा पार्श्वनाथ • 3.3 सुईया मेला चौहटन • 3.4 धर्मपुरीजी जी महाराज का धर्म धुणा पन्नोणियों का तला नया तारातरा • 3.4.1 जगरामपुरीजी महाराज के परम शिष्य • 3.5 हुडो की ढाणी • 3.6 विरात्रा माता का मेला • 3.7 खेड़मेला • 3.8 कल्याण सिंह का मेला • 3.9 सिणधरी पशु मेला • 3.10 गोयणेश्वर महादेव • 3.11 बायतु • 3.12 सिणधरी • 3.13 मेहलू • 3.14 थाटी री खेजड़ी • 4 खरीदारी • 5 परिवहन मुख्य आकर्षण [ ] बाटाड़ू का कुआँ संंगमरमर से निर्मित यह कुआँ बायतू तहसील के बाटाड़ू कस्बे में बना हुआ है। कलात्मकता व धार्मिक आस्था का केंद्र यह कुआं इसलिए ऐतिहासिक रूप से महत्वपूर्ण है यह कुआं बाटाडू मुख्यालय पर स्थित यह कुआं 60 फीट लंबा, 35 फीट चौड़ा, 6 फीट ऊंचा व 80 फीट गहरा है। कुएं की उत्तर दिशा में एक बड़ा कुंड बना है, जिसकी गहराई 5 फीट है। इस कुंड के बीच में एक मकराना निर्मित पत्थर के स्टैंड के ऊपर बड़े आकार में संगमरमर की गरुड़ प्रतिमा बनी हुई है,जिस पर भगवान विष्णु अपनी पत्नी लक्ष्मी के साथ विराजित है। जो कुएं का मुख्य आकर्षक है। इस कुएं पर जाने के लिए एक मुख्य द्वार तथा एक निकासी द्वार है। इस दोनों द्वार पर दो सिंह प्रतिमाएं लगी हुई है। इसके चारों ओर श्लोकों के साथ ही कई राजा-महाराजाओं और देवी-देवताओं की कला का वर्णन किया गया है। इसके साथ ही यहां पर संस्कृत में उत्कीर्ण श्लोकों में गाय क...