बाल कविताएं बच्चों के लिए

  1. Top 39+ Famous Bal Kavita In Hindi
  2. बच्चों की कविताएं
  3. Hindi Poems for Children
  4. बच्चों के लिए 20 लघु व हास्य कविताएं
  5. Top 41+ Best Famous Balgeet In Hindi
  6. बाल रुचि के अनुरूप कविताएं : The Dainik Tribune


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Top 39+ Famous Bal Kavita In Hindi

5/5 - (1 vote) Bal Kavita In Hindi :- इस आर्टिकल में हमने बच्चों के लिए बहुत ही मज़ेदार और लोकप्रिय 39+ हिन्दी शिक्षाप्रद पर आधारित ज्ञानवर्धक और मनोरंजक बाल कविताओं का अनोखा संग्रह आपके साथ साझा किया गया है। यह बच्चों की बाल कविता की प्रसिद्ध कविताएँ है जो हम लोगों के बचपन की याद दिला देती हैं। यहाँ पर जो बच्चों की बाल कविता, बच्चों की कविताएं प्रस्तुत की गई हैं। वह पूरी तरह से बच्चों के मनोविज्ञान के अनुरूप हैं। जो लोकप्रिय कवियों के द्वारा लिखी गई हैं। यह कविताएँ बच्चों के लिए सरल और रूचिकर हैं। और आसान शब्दों में बताया गया है। इसे हर कोई आसानी से पढ़ सकता है। यह बच्चों को नई-नई चीजें सिखने में मदद करती है। और उनकी बौद्धिक ज्ञान में विकसित करती है। आज-कल अक्सर स्कूल में बच्चों के लिए बच्चों की छोटी कविता पाठ का आयोजन होता हैं। उन बच्चों के लिए बाल कविताएं यहाँ पर दी गई कविताओं से काफी मदद मिलेगी। तो चलिए दोस्तों पढ़ते है मजेदार बच्चों की बाल कविता, बच्चों की बाल कविताएं और यह बाल कविताओं का अनोखा संग्रह अच्छा लगा तो अपने दोस्तों के साथ अवश्य साझा करें, उन्हें भी यह बाल कविता पसंद आएं। बच्चों हमारे इस ज्ञान की नगरी वेबसाइट पर बेहतरीन और सुंदर हिंदी कविताओं का अनोखा संग्रह उपलब्ध कराया गया है, आप जों कविताएं पढ़ना चाहते हैं यहां पर 👉 क्लिक कर पढ़ सकते हैं। धन्यवाद!!! Table of Contents • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • चूहे की बारात Bal Kavita In Hindi चूहे की बारात चली है, धूम धाम के साथ चली हैं। मेंढक गिरगिट बने बराती, चले नाचते सुघड़ मुहाती। चुहिया...

बच्चों की कविताएं

बाल-कविताओं का संग्रह [Poetry for Kids] इस संकलन में ऐसी बाल कविताएँ सम्मिलित हैं जो पूरी तरह से बाल मनोविज्ञान के अनुरूप हैं। यहाँ लोकप्रिय कवियों द्वारा बच्चों के लिए लिखी गई प्रसिद्ध बाल कविताएं प्रकाशित की गई हैं। हमारा प्रयास है कि बच्चों के लिए यहाँ ऐसी सामग्री प्रकाशित की जाएं जो बच्चों के लिए रूचिकर व सरल हों। यहाँ कबीर, सूर, रैदास, रहीम, रबीन्द्रनाथ, संत तुकड़ोजी, श्रीधर पाठक, मैथिलीशरण गुप्त, अयोध्यासिंह उपाध्याय, निरंकारदेव, दिनकर, सुभद्राकुमारी, भगवतीचरण वर्मा, हरिवंशराय, सोहनलाल द्विवेदी, चिरंजीत, शरतचंद्र, पुरुषोत्तम तिवारी, जयप्रकाश भारती, प्रकाश मनु, क्षेत्रपाल, आनन्द विश्वास इत्यादि का बाल काव्य (Hindi poetry for kids) प्रकाशित किया गया है। बाल कथाएं व बाल कहानियाँ पढ़ने के लिए यदि आप बाल साहित्य का सृजन करते हैं तो अपनी रचनाएं अवश्य हमें भेजें। Back Other articles in this series मामी निशा | बाल-कविता बतूता का जूता म्याऊँ-म्याऊँ साखियाँ काश हम जंगल में रहते फूलों का गीत सरल पुकार हमारे अनोखे साथी हो हो होली दही-बड़ा मिठाईवाली बात बरखा बहार पद पद दोहे छोटी-सी हमारी नदी हर देश में तू, हर भेष में तू बाबा आज देल छे आए नाच रहा जंगल में मोर | बाल कविता बन्दर मामा | बाल कविता माँ कह एक कहानी बारिश की मस्ती | बाल कविता एक तिनका मंजुल भटनागर की बाल-कविताएं | बाल कविता गिलहरी बादल और बारिश | बाल कविता भैया-बहना | बाल कविता बंदर हमसे सब कहते मोर कौन? गुरु और चेला चिन्टू जी रेल | बाल कविता गिलहरी का घर | बाल कविता खिलौनेवाला हम दीवानों की क्या हस्ती चाँद का कुरता फूलों जैसे उठो खाट से | बाल गीत काम हमारे बड़े-बड़े मीठी वाणी | बाल कविता बुरा न बोलो बोल रे पीछे मुड़ कर कभ...

Hindi Poems for Children

Article Under This Catagory - कबीर जाति न पूछो साध की, पूछ लीजिए ज्ञान। मोल करो तरवार का, पड़ा रहन दो म्यान ।।1।। आवत गारी एक है, उलटत होइ अनेक। कह कबीर नहिं उलटिए, वही एक की एक ।।2।। माला तो कर में फिरै, जीभि फिरै मुख माँहि। मनुवाँ तो दहुँ दिसि फिरै, यह तौ सुमिरन नाहिं ।।3।। कबीर घास न नींदिए, जो पाऊँ तलि होइ। उड़ि पड़ै जब आँखि मैं, खरी दुहेली होइ ।।4।। जग में बैरी कोइ नहीं, जो मन सीतल होय। या आपा को डारि दे, दया करै सब कोय ।।5।। - अयोध्या सिंह उपाध्याय 'हरिऔध' | Ayodhya Singh Upadhyaya Hariaudh आरी नींद लाल को आजा। उसको करके प्यार सुलाजा॥ तुझे लाल है ललक बुलाते। अपनी आँखों पर बिठलाते॥ तेरे लिये बिछाई पलकें। बढ़ती ही जाती हैं ललकें॥ क्यों तू है इतनी इठलाती। आ आ मैं हूँ तुझे बुलाती॥ गोद नींद की है अति प्यारी। फूलों से है सजी संवारी॥ उसमें बहुत नरम मन भाई। रुई की है पहल जमाई॥ बिछे बिछौने हैं मखमल के। बड़े मुलायम सुन्दर हलके॥ जो तू चाह लाल उसकी कर। तो तू सोजा आँख मूंद कर॥ मीठी नींदों प्यारे सोना। सोने की पुतली मत खोना॥ उसकी करतूतों के ही बल। ठीक ठीक चलती है तन कल॥ - अमरनाथ मामा आए, मामा आए मामा आए, क्या क्या लाए - श्रीप्रसाद पूरब का दरवाज़ा खोल धीरे-धीरे सूरज गोल लाल रंग बिखरता है ऐसे सूरज आता है। - शिव मृदुल मम्मी-पापा! रोको मत, बाहर जाते टोको मत। उम्र खेलने जाने की, दूध-दही, घी खाने की। खाया-पिया पचाने दो, हमें खेलने जाने दो।

बच्चों के लिए 20 लघु व हास्य कविताएं

Image: Shuterstock बच्चों के लिए सही कविता का चयन, कविता को पढ़ाना और उन्हें याद करवाना, माता-पिता के लिए किसी बड़े टास्क से कम नहीं है। कई माता-पिता को अक्सर इसी उलझन में देखा जाता है। यही वजह है कि मॉमजंक्शन के इस लेख में हम इसी विषय से जुड़ी जरूरी जानकारी लेकर आए हैं। यहां आप जान पाएंगे कि बच्चों को कैसे कविता पढ़ाएं और याद करवाएं। साथ ही बच्चों के लिए सही कविता का चयन कैसे करें। इसके अलावा, लेख में बच्चों के लिए 20 सरल और मजेदार कविताओं को भी शामिल किया गया है, जिन्हें बच्चे खूब पसंद करेंगे। विषय से जुड़ी पूरी जानकारी प्राप्त करने के लिए लेख को अंत तक जरूर पढ़ें। • शुरुआत में ऐसी कविताओं का चयन करें जो चित्रात्मक हो। • ऐसी कविताओं का चयन करने की कोशिश करें जिनके अर्थ को खेल-खेल में समझाया जा सके। • अभिभावक लघु कविता के साथ-साथ हास्य कविता भी चुन सकते हैं। • दैनिक जीवन से प्रेरित कविताओं का भी चुनाव किया जा सकता है। स्क्रॉल करके पढ़ें बच्चों के लिए मजेदार लघु कविताएं। 5. बिल्ली को जुकाम बिल्ली बोली – बड़ी जोर का, मुझको हुआ जुकाम, चूहे चाचा, चूरन दे दो, जल्दी हो आराम। चूहा बोला – बतलाता हूं, एक दवा बेजोड़, अब आगे से चूहे खाना, बिल्कुल ही दो छोड़! – श्री प्रसाद 6. अगर पेड़ भी चलते होते अगर पेड़ भी चलते होते, कितने मजे हमारे होते, बांध तने में उसके रस्सी, चाहे जहां कहीं ले जाते। 7. आए बादल आसमान पर छाए बादल, बारिश लेकर आए बादल। गड़-गड़, गड़-गड़ की धुन में, ढोल-नगाड़े बजाए बादल। बिजली चमके चम-चम, चम-चम, छम-छम नाच दिखाए बादल। चले हवाएं सन-सन, सन-सन, मधुर गीत सुनाए बादल। बूंदें टपके टप-टप, टप-टप, झमाझम जल बरसाए बादल। झरने बोले कल-कल, कल-कल, इनमें बहते जाए बादल। चेहरे लगे हंसने-...

Top 41+ Best Famous Balgeet In Hindi

5/5 - (2 votes) Famous Balgeet In Hindi :- इस आर्टिकल में हमने बच्चों के लिए बहुत ही मज़ेदार और लोकप्रिय 39+ हिन्दी शिक्षाप्रद पर आधारित ज्ञानवर्धक और मनोरंजक बालगीत का अनोखा संग्रह आपके साथ साझा किया गया है। यह बच्चों को गाने वाला प्रसिद्ध बालगीत है जो हम लोगों के बचपन की याद दिला देती हैं। यहाँ पर जो बच्चों की बाल गीत, बच्चों की कविताएं प्रस्तुत की गई हैं। वह पूरी तरह से बच्चों के मनोविज्ञान के अनुरूप हैं। जो लोकप्रिय कवियों के द्वारा लिखी गई हैं। यह कविताएँ बच्चों के लिए सरल और रूचिकर हैं। और आसान शब्दों में बताया गया है। इसे हर कोई आसानी से पढ़ सकता है। यह बच्चों को नई-नई चीजें सिखने में मदद करती है। और उनकी बौद्धिक ज्ञान में विकसित करती है। आज-कल अक्सर स्कूल में बच्चों के लिए बच्चों की छोटी कविता पाठ का आयोजन होता हैं। उन बच्चों के लिए बाल कविताएं यहाँ पर दी गई कविताओं से काफी मदद मिलेगी। तो चलिए दोस्तों पढ़ते है मजेदार बच्चों की बाल कविता, बच्चों की बाल कविताएं और यह बाल कविताओं का अनोखा संग्रह अच्छा लगा तो अपने दोस्तों के साथ अवश्य साझा करें, उन्हें भी यह बाल कविता पसंद आएं। बच्चों हमारे इस ज्ञान की नगरी वेबसाइट पर बेहतरीन और सुंदर हिंदी कविताओं का अनोखा संग्रह उपलब्ध कराया गया है, आप जों कविताएं पढ़ना चाहते हैं यहां पर 👉 क्लिक कर पढ़ सकते हैं। धन्यवाद!!! Table of Contents • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • Balgeet रंग-बिरंगी प्यारी तितली, पंख हिलाती आती तितली। हाथ किसी के लगे न तितली, फुर्र फुर्र उड़ जाती तितली। पंख हिलाती आती तितली, हाथ किसी के लगे न तितली। बन्दर मामा Balgeet In...

बाल रुचि के अनुरूप कविताएं : The Dainik Tribune

घमंडीलाल अग्रवाल हिन्दी बाल साहित्य में बच्चों के लिए कविताएं खूब लिखी जा रही हैं जो विभिन्न विषयों पर केन्द्रित रहती हैं। कारण, बच्चे खेल ही खेल में इन्हें कंठस्थ कर गुनगुनाते हैं और मनोरंजन के साथ-साथ शिक्षा भी पाते हैं। पुराने एवं नवोदित सभी कवियों ने बाल काव्य को अपनाया है। ऐसी ही एक कवयित्री हैं- अनीता गंगाधर, जिनका प्रथम काव्य-संग्रह बच्चों के लिए ‘नन्ही बातें’ शीर्षक से प्रकाशित हुआ है। राजस्थान साहित्य अकादमी, उदयपुर के आर्थिक सहयोग से प्रकाशित इस बाल काव्य-संग्रह में छोटी-बड़ी 40 कविताएं हैं। संग्रह की कविताओं के विषय भी रोचक एवं बाल रुचि के अनुकूल कहे जा सकते हैं। कुछ कविताएं ऋतु, पर्व व प्रकृति से संबंधित हैं। जैसे सर्दी, कुदरत, होली, राखी आदि। जीव-जंतुओं पर केन्द्रित कविताओं में प्रमुख हैं- पंछी, गिल्लू, (गिलहरी), मोर, वनराज, गैया मैया, गिरगिट, चुहिया रानी, कोयल, मकड़ी। महापुरुषों की गौरवगाथा संबंधी कविता है- महाराणा प्रताप। ‘तिरंगा’ कविता से हमारी संस्कृति की जानकारी मिलती है। ‘अखबार’ कविता की पंक्तियां हैं :- सतरह सौ अस्सी में आया कौन इसे भारत में लाया ‘जेम्स ऑगस्ट’ भारत आया और बंगाल गजट छपाया मनोरंजन प्रधान कविताओं के शीर्षक हैं- पापा रंग दिला दो ना, नाव, बचपन, लोरी, पिकनिक, भोली परियां। कोरोना महामारी पर भी एक कविता ‘कोरोना’ संग्रह में मौजूद है। कुछ फुटकर विषयों को भी कविताओं का आधार बनाया गया है। जैसे- सागर, सूरज नाना, गुड्डा, अनुशासन, राखी, नन्ही सी कली। खाद्य वस्तुओं के अंतर्गत ‘जामुन’, ‘तरकारी’, ‘कटहल’ के नाम उल्लेखनीय हैं। खेलों को बढ़ावा देती हैं-- ‘कबड्डी’, ‘खेलें मिलकर’, ‘खेल’ नामक कविताएं। पुस्तक : नन्ही बातें लेखक : अनीता गंगाधर प्रकाशक : साहित्याग...