बाल विवाह

  1. बाल विवाह प्रतिषेध अधिनियम
  2. UNICEF: बाल विवाह समाप्ति की दिशा में हुई अल्प प्रगति 'बहुसंकटों' से ख़तरे में
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बाल विवाह प्रतिषेध अधिनियम

प्रीलिम्स के लिये: बाल विवाह प्रतिषेध अधिनियम, सर्वोच्च न्यायालय मेन्स के लिये: बाल विवाह से संबंधित मुद्दे, बाल विवाह और भारतीय समाज चर्चा में क्यों? हाल ही में सर्वोच्च न्यायालय ने बाल विवाह प्रतिषेध अधिनियम (Prohibition of Child Marriage Act), 2006 की धारा 9 में उल्लिखित बिंदुओं को पुनर्व्याख्यायित किया है। महत्त्वपूर्ण बिंदु • सर्वोच्च न्यायालय में न्यायमूर्ति मोहन एम शांतानागौदर की अध्यक्षता वाली पीठ ने बाल विवाह प्रतिषेध अधिनियम, 2006 की धारा 9 की पुनर्व्याख्या करते हुए कहा है कि बाल विवाह प्रतिषेध अधिनियम के तहत 18 से 21 वर्ष की आयु के पुरुष को वयस्क महिला से विवाह करने के लिये दंडित नहीं किया जा सकता है। • गौरतलब है कि बाल विवाह प्रतिषेध अधिनियम, 2006 की धारा 9 के अनुसार, यदि अठारह वर्ष से अधिक आयु का वयस्क पुरुष बाल-विवाह करेगा तो उसे कठोर कारावास, जिसके अंतर्गत दो साल की जेल या एक लाख रुपए तक का जुर्माना या दोनों सज़ा हो सकती है। • सर्वोच्च न्यायालय के अनुसार, यह अधिनियम न तो विवाह करने वाले किसी अवयस्क पुरुष को दंड देता है और न ही अवयस्क पुरुष से विवाह करने वाली महिला के लिये दंड का प्रावधान करता है। क्योंकि यह माना जाता है कि विवाह का फैसला सामान्यतः लड़के या लड़की के परिवार वालों द्वारा लिया जाता है और उन फैसलों में उनकी भागीदारी नगण्य होती है| • गौरतलब है कि इस प्रावधान का एकमात्र उद्देश्य एक पुरुष को नाबालिग लड़की से विवाह करने के लिये दंडित करना है। न्यायालय ने इस संदर्भ में तर्क दिया कि बाल विवाह करने वाले पुरुष वयस्कों को दंडित करने के पीछे मंशा केवल नाबालिग लड़कियों की रक्षा करना है। • सर्वोच्च न्यायालय ने कहा कि यह अधिनियम 18 वर्ष से 21 वर्ष के बीच के लड़को...

UNICEF: बाल विवाह समाप्ति की दिशा में हुई अल्प प्रगति 'बहुसंकटों' से ख़तरे में

युक्त राष्ट्र बाल कोष (यूनीसेफ़) की बुधवार को प्रकाशित एक नई रिपोर्ट में कहा गया है कि विश्व स्तर पर बाल विवाह की प्रथा में गिरावट जारी है, मगर साथ ही यह चेतावनी भी दी गई है कि युद्ध , जलवायु परिवर्तन और निरन्तर जारी कोविड महामारी से उत्पन्न ‘बहुसंकटों’ की स्थिति से, इस कुप्रथा को समाप्त करने की दिशा में हुई थोड़ी प्रगति भी ख़तरे में है. Is an End to Child Marriage within Reach? Latest trends and future prospects नामक इस नवीनतम विश्लेषण के अनुसार, वर्तमान में, 20 से 24 वर्ष की आयुवर्ग की पाँच युवा महिलाओं में से एक की शादी, बचपन में हो गई थी, जबकि एक दशक पहले यह आँकड़ा, चार में से लगभग एक महिला का था. कुचल गए सपने यूनीसेफ़ की कार्यकारी निदेशक कैथरीन रसैल ने कहाहै, "दुनिया संकटों से घिरी हुई है, जिससे कमज़ोर तबक़े के बच्चों की उम्मीदें और सपने कुचले जा रहे हैं, विशेषकर लड़कियों के, जिन्हें दुल्हन नहीं, छात्राएँ बनना चाहिए." "स्वास्थ्य एवं आर्थिक संकट, सशस्त्र संघर्षों में वृद्धि, और जलवायु परिवर्तन के विनाशकारी प्रभाव के कारण परिवार, बाल विवाह में झूठी तसल्ली पाने को मजबूर हैं. हमें अपने सामर्थ्य अनुसार यह सुनिश्चित करने की ज़रूरत है कि शिक्षा और सशक्त जीवन जीने के लिए, उनके अधिकार सुरक्षित हों.” तत्काल परिणाम unicefprotects यूनीसेफ़ के अनुसार, बचपन में शादी होने पर लड़कियों को तात्कालिक एवं आजीवन परिणाम भुगतने पड़ते हैं. उनके स्कूल में रहकर शिक्षा जारी रखने की सम्भावना कम रहती है, और जल्दी गर्भवती होने का जोखिम रहता है, जिससे बच्चे व मातृ स्वास्थ्य सम्बन्धी जटिलताओं तथा मृत्यु दर का ख़तरा बढ़ जाता है. इस प्रथा से, लड़कियाँ अपने परिवार व दोस्तों से अलग हो सकती है, और अपने स...

बाल विवाह

vivaran bal vivah ka sambandh amataur par nirodhak qanoon bal vivah pratha rokane ke prayas mean adhiniyam 2006 bal vivah pratishedh adhiniyam 2006 ke aantargat bal vivah karane vale var aur vadhoo mean any janakari qanoon ke anusar, bal vivah ( Child Marriage) ka sambandh amataur par bal vivah ke karan • garibi. • l dakiyoan ki shiksha ka nichala star. • l dakiyoan ko kam rutaba diya jana evan unhean arthik bojh samajhana. • samajik prathaean evan paramparaean. bal vivah ke kuprabhav jo l dakiyaan kam umr mean vivahit ho jati haian unhean aksar kam umr mean seks ki shuruat evan garbhadharan se ju di svasthy samasyaean hone ki prabal sambhavana hoti hai, jinamean ech.aee.vi (eds) evan aaubstetrik phischula shamil haian. • kam umr ki l dakiyaan, jinake pas rutaba, shakti evan paripakvata nahian hote, aksar ghareloo hiansa, seks sambandhi zyadatiyoan evan samajik bahishkar ka shikar hoti haian. • kam umr mean vivah lagabhag hamesha l dakiyoan ko shiksha ya arthapoorn karyoan se vanchit karata hai jo unaki nirantar garibi ka karan banata hai. • bal vivah liangabhed, bimari evan garibi ke bhanvarajal mean phansa deta hai. • jab ve sharirik roop se paripakv n hoan, us sthiti mean kam umr mean l dakiyoan ka vivah karane se matritv sambandhi evan yoonisef ki ek riport yoonisef dvara jari riport-2007 mean bataya gaya hai ki halaanki pichhale 20 bharat ke vibhinn rajyoan mean mahilaoan ke vivah ki ausat umr rajy ausat ayu 19.6 varsh 17.2 varsh 20 varsh 17.6 varsh 18.8 varsh 19.4 va...