बार-बार सर्दी-जुकाम होने पर क्या करें

  1. Summer Cold: गर्मी में सर्दी
  2. बार बार सर्दी
  3. सर्दी जुकाम के लिए 19 घरेलू उपाय
  4. सर्दियों में हो रहे बार
  5. हमेशा रहता है जुकाम तो न करें इग्नोर, साइनोसाइटिस का हो सकता है लक्षण
  6. बार बार सर्दी


Download: बार-बार सर्दी-जुकाम होने पर क्या करें
Size: 46.58 MB

Summer Cold: गर्मी में सर्दी

What is Summer Cold: गर्मी के मौसम में कफ-कोल्ड होना, सुनकर थोड़ा अजीब लग सकता है, लेकिन यह सच है कि भीषण गर्मी में भी सर्दी-जुकाम की समस्या से कुछ लोग परेशान रहते हैं. हालांकि, यह कॉमन समस्या है, जो सर्द-गर्म लगने से हो जाती है. समर कोल्ड (Summer cold) एन्टरोवायरस (Enteroviruses) के कारण होता है. यह संक्रमित व्यक्ति, वस्तु के संपर्क में आने से फैलता है. समर कोल्ड के लक्षणों की बात करें तो इसमें छींक आती हैं, नाक बहना या बंद नाक, खांसी होना, गले में खराश, सीने और गले में जकड़न आदि की समस्या हो सकती है. यदि तेज बुखार, रैशेज नजर आए तो डॉक्टर से दिखाना चाहिए. कुछ घरेलू उपायों से आप समर कोल्ड या सर्दी में होने वाली खांसी-जुकाम (Home Remedies For Summer Cold) की समस्या से राहत पा सकते हैं. इसे भी पढ़ें: गर्मी में सर्दी-जुकाम होने के घरेलू उपाय • गर्मी में यदि आपको सर्दी लगने की समस्या होती है, तो आप सलाइन स्प्रे का इस्तेमाल कर सकते हैं. इसके लिए एक कप पानी में चुटकी भर बेकिंग सोडा, एक चम्मच समुद्री नमक, सलाइन स्प्रे बॉटल की जरूरत पड़ेगी. पानी को गर्म कर लें. स्प्रे बॉटल में पानी, नमक, सोडा डालकर अच्छी तरह से मिलाएं. इसे नाक के अंदर (Nostrils) सावधानीपूर्वक स्प्रे करें, ताकि बंद नासिका मार्ग खुल जाए. जमी हुई बलगम इससे आसानी से निकल जाती है. • सेब का सिरका भी समर कोल्ड दूर करने का बेहतरीन घरेलू इलाज है. एक गिलास पानी में एक बड़ा चम्मच सेब का सिरका मिलाएं. इस पानी को दिन में दो गिलास पीने से सर्दी-जुकाम के कारण जमी बगलम खत्म हो जाती है. सेब के सिरके वाला पानी शरीर में मौजूद बैक्टीरिया, वायरस को खत्म करने में कारगर होता है. • समर कोल्ड से बचने के लिए जितना हो सके विटामिन सी से भरपू...

बार बार सर्दी

सर्दी- जुखाम के लक्षण कौन सी गंभीर बिमारी की और संकेत करते हैं ? सर्दी – जुखाम के आम लक्षण सिर में दर्द , नाक से पानी बहना या नाक का बंद हो जाना एवं गले में कफ जमना, बुखार आदि ये सारे लक्षण यदि तीन महीने के अंतराल में कई बार हो जाए यानि सर्दी जुखाम पूरी तरह से ठीक हीं न हो, तो इसे गंभीरता से लेना आवश्यक है। क्योंकि इस प्रकार के लक्षण बैक्टीरियल संक्रमण के कारण होते हैं। जो लम्बे समय तक बने रहने पर साइनसाईटिस जैसी गंभीर बिमारी की और संकेत करते हैं। साइनसाईटिस की शुरुआत भी सर्दी -जुखाम से होती है। जो बैक्टीरियल या वायरल संक्रमण के रूप में विकसित होकर साइनसाईटिस का रूप धारण कर लेती है। इस बीमारी में साइनस में सूजन आ जाने के कारण सिर, नाक के आसपास, माथे में दर्द का अनुभव होता है।

सर्दी

बच्चे का हर वक्त ख्याल रखने वाली मां अगर बीमार हो जाए तो बच्चे के स्वास्थ्य पर क्या प्रभाव पड़ेगा? ये सवाल कभी ना कभी सभी के मन में आया होगा। ऐसे में मां को अगर सर्दी-जुकाम (Cold and Flu) हो जाए तो वह स्तनपान (Breastfeeding) यह सोच कर नहीं कराती है कि कहीं बच्चे को भी न जुकाम हो जाए। इस संबंध में हैलो स्वास्थ्य ने वाराणसी स्थित काशी मेडिकेयर की स्त्री रोग एवं प्रसूति विशेषज्ञ डॉ. शिप्रा धर से बात की । डॉ. शिप्रा ने बताया कि स्तनपान के दौरान अगर मां बीमार है तो स्तनपान नहीं कराती है। ये बहुत बड़ी गलतफहमी है। अगर मां को सामान्य सर्दी और जुकाम है तो स्तनपान बंद नहीं करना चाहिए। बल्कि कुछ सावधानियों के साथ स्तनपान कराना चाहिए। • सामान्य • कई रिसर्च इस बात का दावा करते हैं कि शहद सर्दी-जुकाम या खांसी के इलाज के लिए सबसे बेहतर विकल्प होता है। अगर आपको या आपके छोटे बच्चे को खांसी है, तो शहद वाली चाय (हनी टी) पीने से • अगर बंद नाक से परेशान हैं, तो नमक वाला गर्म पानी आपके लिए मददगार हो सकता है। गर्म पानी और नमक का यह मिश्रण नाक से वायरस के कणों और बैक्टीरिया को भी साफ करने का काम करता है। • आमतौर पर • दिनभर में कई बार थोड़ी-थोड़ी मात्रा में गुनगुना पानी पीएं। गुनगुना पानी गले में खराश और बलगम की समस्या से राहत दिलाने में मददगार होता है। इसके अलावा गर्म पानी गले की सूजन को कम करता है। • अदरक सूखी और दमा खांसी के उपचार के लिए रामबाण की तरह काम करता है। अदरक में एंटी-इन्फ्लेमेटरी के गुण होते हैं। जो खांसी के लक्षणों के साथ-साथ उल्टी और दर्द से राहत भी दिलाता है। • सर्दियों के मौसम में होने वाले जुकाम के घरेलू उपचार के लिए काढ़े का इस्तेमाल होता चला आया है। काढ़ें में कई तरह के मसाले ...

सर्दी जुकाम के लिए 19 घरेलू उपाय

मौसम में बदलाव होते ही सर्दी-जुकाम होना आम है। यह ऐसी समस्या है, जो किसी को भी हो सकती है। अमूमन सर्दी-जुकाम कुछ दिनों में खुद ठीक हो जाता है, लेकिन कभी-कभी यह लंबे समय तक रह सकता है। इस स्थिति में कई लोग दवाई लेते हैं, जिससे जुकाम ठीक तो हो जाता है, लेकिन उसके दोबारा लौटने की आशंका बनी रहती है। कई बार तो जुकाम गंभीर रूप ले लेता है। ऐसे में अगर सर्दी जुकाम का इलाज समय रहते घरेलू तरीकों से किया जाए, तो जल्द राहत मिल सकती है। इसी वजह से स्टाइलक्रेज के इस लेख में हम सर्दी जुकाम के घरेलू उपाय, सदी जुकाम के कारण और सदी जुकाम के लक्षण के बारे में बता रहे हैं। विषय सूची • • • • • • • • • सर्दी जुकाम क्या है? कॉमन कोल्ड यानी सर्दी जुकाम को वायरल राइनाइटिस भी कहा जाता है। यह लोगों को होने वाला सबसे आम संक्रमण है। यह इंफेक्शन अपर रेस्पिरेटरी ट्रेक्ट यानी ऊपरी श्वसन तंत्र में होता है। सर्दी जुकाम राइनोवायरस के कारण होता है, जो 200 से भी ज्यादा प्रकार के होते हैं ( पढ़ते रहें अब इस लेख के अगले भाग में हम सर्दी जुकाम के चरणों के बारे में बताने जा रहे हैं। सर्दी जुकाम के चरण – Stages of Common Cold in Hindi सर्दी जुकाम की समस्या अधिकतर 14 दिन तक रहती है। इन 14 दिन के बीच में सर्दी जुकाम की गंभीरता को ध्यान में रखते हुए इसे तीन चरणों में बांटा जा सकता है, जिसके बारे में नीचे विस्तार से बताया जा रहा है ( • प्रथम चरण : यह सर्दी जुकाम के शुरुआती दिनों की स्थिति होती है। इस चरण में सर्दी जुकाम से ग्रस्त व्यक्ति को ज्यादा तकलीफ नहीं होती है। इस दौरान नाक का बहना और हल्का जुकाम हो सकता है, जिसके जल्दी ठीक होने की संभावना होती है। • दूसरा चरण : सर्दी जुकाम का दूसरा चरण में 5 दिन के बाद शुरू हो ...

सर्दियों में हो रहे बार

सर्दियों का मौसम आते ही कई लोगों को बार-बार जुकाम होता रहता है. इनमें से कई लोगों ऐसे भी होते है जिन्हें गर्मी के मौसम में भी जुकाम होता है. वहीं कोविड-19 आने के बाद बार-बार जुकाम और खांसी को खतरे की घंटी माना जाने लगा है, इसलिए कई लोगों की चिंता और भी बढ़ जाती है कि बार-बार सर्दी-जुकाम होने के पीछे की वजह क्या है. हम यहां पर आपको बार-बार जुकाम होने के कारण बता रहे हैं. कमजोर इम्यूनिटी एक्सपर्ट के मुताबिक जिन लोगों की इम्यूनिटी काफी कमजोर होती है उन्हें हर मौसम में बार-बार सर्दी जुकाम होता रहता है. ऐसे में काफी जरूरी है कि आप इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए डाइट में विटामिन वाली चीजों को शामिल करें. एलर्जी बहुत से लोगों को धूल से काफी एलर्जी होती है. उन्हें हल्की सी भी धुल की स्मेल आने पर बार-बार छींक आने लगती है. जिसके चलते उन्हें जुकाम भी हो जाता है. ऐसे लोगों को मार्केट या भीड़-भाड़ वाली जगहों पर जाने पर भी जुकाम हो जाता है. इंफेक्शन कुछ लोगों को कोई न कोई इंफेक्शन होता है, जिसे वह दवाइयां खाकर इसे कंट्रोल तो कर लेते है, लेकिन उस इन्फेक्शन के बैक्टीरिया पूरी तरह से उनके शरीर से नहीं निकल पाते हैं. जिसके कारण उन्हें बार-बार जुकाम होता रहता है. शरीर में टॉक्सिन्स जमा होना शरीर में जब टॉक्सिन्स जमा हो जाते हैं, तो उसे निकालने के लिए शरीर अपनी जगह बना लेता है. जिसे हमारी बॉडी जुकाम के जरिए बाहर निकालती है. स्मोकिंग बार-बार जुकाम होने के पीछे का कारण स्मोकिंग भी हो सकती है. दरअसल स्मोकिंग हमारे इम्यून सिस्टम पर बुरा असर डालता है. अगर आप इससे बचना चाहते हैं तो स्मोकिंग करना छोड़ दें. साफ-सफाई साफ-सफाई का ध्यान नहीं रखने पर भी सर्दी-जुकाम का एक कारण हो सकता है. इससे बचने के लिए आपके अ...

हमेशा रहता है जुकाम तो न करें इग्नोर, साइनोसाइटिस का हो सकता है लक्षण

सर्दी-जुकाम कभी भी किसी को भी हो सकता है। आमतौर पर यह कोई गंभीर समस्या नहीं मानी जाती है। कई बार तो सर्दी-जुकाम को अच्छी सेहत का संकेत भी माना जाता है। लेकिन अगर आपको बार-बार सर्दी का शिकार होना पड़ रहा है तो सतर्क हो जाइए। यह सिर्फ मौसम में बदलाव की वजह से होने वाला जुकाम नहीं हो सकता है। बार-बार सर्दी-जुकाम से पीड़ित होना साइनोसाइटिस का भी लक्षण हो सकता है। हमारी नाक के आस-पास चेहरे की हड्डियों में नम हवा के रिक्त स्थान होते हैं जिन्हें साइनस कहा जाता है। इन साइनस की अंदरुनी सतह में एलर्जी या किसी अन्य कारण से सूजन आ जाए तो साइनोसाइटिस की समस्या हो जाती है। यह सूजन बैक्टीरिया या वायरस के संक्रमण से पैदा होती है। लक्षण क्या हैं – साइनोसाइटिस का शिकार होने पर आवाज में बदलाव, सिर में दर्द, नाक और गले में बलगम का आना, हल्का बुखार, तनाव, चेहरे पर सूजन, सूंघने व स्वाद पहचानने की क्षमता में कमी तथा नाक से पीला या हरे रंग का रेशा निकलना आदि लक्षण प्रदर्शित होते हैं। क्या है उपचार का तरीका – 1.साइनस की बीमारी की शुरुआत में इसका दवाइयों से इलाज किया जा सकता है लेकिन अगर इलाज में देरी की गई तो ऑपरेशन कराना जरूरी हो जाता है। अक्सर लोग सर्दी की बीमारी को बेहद हल्के में लेते हैं जबकि यह साइनोसाइटिस का शुरुआती लक्षण हो सकता है। 2. नाक की झिल्ली पर कई तरह के वायरस, बैक्टीरिया, फफूंद, धूल-मिट्टी और एलर्जी करने वाले कण आदि होते हैं जिनको साफ करने से बीमारी को आगे बढ़ने से रोका जा सकता है। इसके लिए आधा गिलास गुनगुना पानी लेकर उसमें एक चम्मच मीठा सोडा या एक चुटकी नमक मिला लें। फिर एक हाथ की हथेली में लेकर नाक में पानी खींचकर बाहर निकाल दें। इससे नाक बिल्कुल साफ हो जाएगी। 3. बारी-बारी से दोन...

बार बार सर्दी

सर्दी जुखाम बदलते मौसम के साथ होना स्वाभाविक माना जाता है। ये सर्दी से गर्मी के मौसम में बदलाव, वायु प्रदूषण आदि के कारण उत्पन्न होने वाले बैक्टीरिया के संक्रमण के कारण होता है। जो आमतौर पर सात दिनों में ठीक भी हो जाती है। जिसके कारण इस बीमारी को गंभीरता से नहीं लिया जाता है। जिस तरह आइये जाने इस लेख के माध्यम से सर्दी- जुखाम के लक्षण को कब गंभीरता से लिया जाना चाहिए और इसे कौन सी बिमारी के लक्षण का संकेत माना जा सकता है। सर्दी- जुखाम के लक्षण कौन सी गंभीर बिमारी की और संकेत करते हैं ? सर्दी – जुखाम के आम लक्षण सिर में दर्द , नाक से पानी बहना या नाक का बंद हो जाना एवं गले में कफ ज...