भारत छोड़ो आंदोलन

  1. भारत छोड़ो आंदोलन की तारीख को लेकर MPPSC और उम्मीदवार आमने
  2. भारत छोड़ो आंदोलन
  3. भारत छोड़ो आन्दोलन
  4. Controversy over Quit India Movement in MP MPPSC canceled the question Kamal Nath supports candidates
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  7. Controversy over Quit India Movement in MP MPPSC canceled the question Kamal Nath supports candidates
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भारत छोड़ो आंदोलन की तारीख को लेकर MPPSC और उम्मीदवार आमने

भारत छोड़ो आंदोलन की तारीख को लेकर उच्च शिक्षित और बुद्धिजीवी वर्ग के बीच में तनाव की स्थिति बन गई है। मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग ने भारत छोड़ो आंदोलन के शुभारंभ की तारीख 9 अगस्त 1942 मानने से इंकार कर दिया और इससे संबंधित प्रश्न को डिलीट कर दिया। उम्मीदवारों का कहना है कि उत्तर सही है और प्रश्न को हटाया नहीं जाना चाहिए। उम्मीदवारों ने पीएससी गलत साबित करने के लिए जनता की अदालत (सोशल मीडिया पर) में केंद्र सरकार का एक पत्र जारी कर दिया है। इसमें केंद्र सरकार के कर्मिक लोक शिकायत और पेंशन मंत्रालय ने 9 अगस्त को भारत छोड़ो आंदोलन की वर्षगांठ के अवसर पर विभिन्न आयोजन करने का निर्देश जारी किया था।कर्मिक मंत्रालय के अवर सचिव राजेश्वर लाल ने 4 अगस्त 2017 को भारत छोड़ो आंदोलन की 75वीं वर्षगांठ मनाने के लिए सभी विभागों को निर्देश दिया था। इसमें स्पष्ट लिखा गया था कि अगस्त क्रांति यानी भारत छोड़ो आंदोलन 9 अगस्त 1942 को शुरू हुआ था। यह स्वतंत्रता आंदोलन में महत्वपूर्ण पड़ाव था। इसकी 75वीं वर्षगांठ पर संकल्प से सिद्धी या संकल्प पर्व के रूप में मनाने का निर्देश सभी विभागों को दिया गया था। इसमें विभिन्न गतिविधियां जैसे प्रतिज्ञा से लेकर नरेंद्र मोदी मोबाइल एप पर भारत छोड़ो क्विज भी करवाने का निर्देश शामिल था। पीएससी के अभ्यर्थी आकाश पाठक ने केंद्र सरकार का पत्र जारी कर मप्र लोकसेवा आयोग पर सवाल खड़े किए। पाठक ने कहा कि जब केंद्र सरकार ने खुद 9 अगस्त की तारीख पर भारत छोड़ो आंदोलन की वर्षगांठ मनाई। प्रधानमंत्री ने ट्वीट किए। साथ ही साथ तमाम संदर्भ पुस्तकों और पाठ्य पुस्तकों में 9 अगस्त 1942 की तारीख से ही आंदोलन शुरू होने की बात लिखी गई है तो भी इस उत्तर को नहीं मानते हुए प्रश्न डिलीट करना...

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• हमारे बारे में • • • • • • • सिविल सेवा परीक्षा • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • प्रारंभिक परीक्षा • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • मुख्य परीक्षा • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • प्रैक्टिस टेस्ट • • • • • • • • • • • • • • • • • पी.सी.एस. • • • • • • • • • टेस्ट सीरीज़ • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • करेंट अफेयर्स • • • • • • • • • दृष्टि स्पेशल्स • • • • • • • • • • • • • • • • • • • डाउनलोड्स • • • • • • • • • • • • • • • • • • • वीडियो सेक्शन • • • • • • • • • • • • और देखें टैग्स: • • • प्रिलिम्स के लिये: भारत छोड़ो आंदोलन, महात्मा गांधी, स्वतंत्रता संग्राम, भारतीय राष्ट्रीय सेना। मेन्स के लिये: भारत छोड़ो आंदोलन की सफलताएँ और विफलताएँ। चर्चा में क्यों? 8 अगस्त, 2022 को भारत ने भारत छोड़ो आंदोलन के 80 साल पूरे किये, जिसे अगस्त क्रांति भी कहा जाता है। प्रमुख बिंदु • परिचय: • 8 अगस्त, 1942 को महात्मा गांधी ने ब्रिटिश शासन को समाप्त करने का आह्वान किया और मुंबई में अखिल भारतीय काॅन्ग्रेस कमेटी के सत्र में भारत छोड़ो आंदोलन शुरू किया। • गांधीजी ने ग्वालिया टैंक मैदान में अपने भाषण में " करो या मरो" का आह्वान किया, जिसे अब अगस्त क्रांति मैदान के नाम से जाना जाता है। • स्वतंत्रता आंदोलन की 'ग्रैंड ओल्ड लेडी' के रूप में लोकप्रिय अरुणा आसफ अली को भारत छोड़ो आंदोलन के दौरान मुंबई के ग्वालिया टैंक मैदान में भारतीय ध्वज फहराने के लिये जाना जाता है। • 'भारत छोड़ो' का नारा एक समाजवादी और ट्रेड यूनियनवादी यूसुफ मेहरली द्वारा गढ़ा गया था, जिन्होंने मुंबई के मेयर के रूप में भी काम किया था। • मेहरअली ने...

भारत छोड़ो आन्दोलन

।। भारतछोडो का नारा यूसुफ मेहर अली ने दिया था! जो यूसुफ मेहर अली भारतीय स्वतंत्रता संघर्ष के अग्रणी नेताओं में थे.।। विश्व युद्ध में हिन्दुस्तान प्रजातन्त्र संघ के दस जुझारू कार्यकर्ताओं ने ९ अगस्त १९४२ को दिन निकलने से पहले ही काँग्रेस वर्किंग कमेटी के सभी सदस्य गिरफ्तार हो चुके थे और काँग्रेस को गैरकानूनी संस्था घोषित कर दिया गया। मूल सिद्धान्त [ ] भारत छोड़ो आंदोलन सही मायने में एक जन आंदोलन था, जिसमें लाखों आम हिंदुस्तानी शामिल थे। इस आंदोलन ने युवाओं को बड़ी संख्या में अपनी ओर आकर्षित किया। उन्होंने अपने कॉलेज छोड़कर जेल का रास्ता अपनाया। जिस दौरान कांग्रेस के नेता जेल में थे उसी समय जिन्ना तथा जून 1944 में जब विश्व युद्ध समाप्ति की ओर था तो गाँधी जी को रिहा कर दिया गया। जेल से निकलने के बाद उन्होंने कांग्रेस और लीग के बीच फ़ासले को पाटने के लिए जिन्ना के साथ कई बार बात की। 1945में ब्रिटेन में जनता का मत [ ] 1946 की शुरुआत में प्रांतीय विधान मंडलों के लिए नए सिरे से चुनाव कराए गए। सामान्य श्रेणी में कांग्रेस को भारी सफ़लता मिली। मुसलमानों के लिए आरक्षित सीटों पर मुस्लिम लीग को भारी बहुमत प्राप्त हुआ। राजनीतिक ध्रुवीकरण पूरा हो चुका था। 1946 की गर्मियों में कैबिनेट मिशन भारत आया। इस मिशन ने कांग्रेस और मुस्लिम लीग को एक ऐसी संघीय व्यवस्था पर राज़ी करने का प्रयास किया जिसमें भारत के भीतर विभिन्न प्रांतों को सीमित स्वायत्तता दी जा सकती थी। कैबिनेट मिशन का यह प्रयास भी विफ़ल रहा। वार्ता टूट जाने के बाद जिन्ना ने पाकिस्तान की स्थापना के लिए लीग की माँग के समर्थन में एक प्रत्यक्ष कार्यवाही दिवस का आह्‌वान किया। इसके लिए 16 अगस्त 1946 का दिन तय किया गया था। उसी दिन कलकत्ता म...

Controversy over Quit India Movement in MP MPPSC canceled the question Kamal Nath supports candidates

MP में क्यों छिड़ा भारत छोड़ो आंदोलन पर विवाद; MPPSC ने रद्द कर दिया प्रश्न, उम्मीदवारों को मिला कमलनाथ का साथ प्रारंभिक परीक्षा 2022 में भारत छोड़ो आंदोलन को लेकर पूछे गए प्रश्न को रद्द किए जाने पर भड़के उम्मीदवारों ने मध्यप्रदेश लोक सेवा आयोग के खिलाफ उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाने की चेतावनी दी है। मध्यप्रदेश राज्य सेवा प्रारंभिक परीक्षा 2022 में भारत छोड़ो आंदोलन को लेकर पूछे गए प्रश्न को रद्द किए जाने पर भड़के उम्मीदवारों ने मध्यप्रदेश लोक सेवा आयोग (एमपीपीएससी) के खिलाफ उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाने की चेतावनी दी है। इस बीच, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने सत्तारूढ़ भाजपा पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया है कि एमपीपीएससी ने उम्मीदवारों के भविष्य से खिलवाड़ करते हुए राजनीतिक नेतृत्व को खुश करने के लिए इस प्रश्न को रद्द किया है। मिली जानकारी के अनुसार, मध्यप्रदेश लोक सेवा आयोग की 21 मई को आयोजित राज्य सेवा प्रारंभिक परीक्षा 2022 के सामान्य अध्ययन के पर्चे में वस्तुनिष्ठ प्रश्न पूछा गया था कि भारत छोड़ो आंदोलन किस तिथि को शुरू हुआ था? उन्होंने कहा कि पर्चे में इसके जवाब के चार विकल्पों के तौर पर क्रमश: सात अगस्त 1942, नौ अगस्त 1942, 10 अगस्त 1942 और छह अगस्त 1942 की तारीखें दी गई थीं। राज्य सेवा परीक्षा के उम्मीदवार आकाश पाठक ने बुधवार को बताया कि हमारे पास इस बात के पक्के सरकारी दस्तावेज हैं कि भारत छोड़ो आंदोलन नौ अगस्त 1942 को शुरू हुआ था। प्रधानमंत्री इस मामले को लेकर उन्होंने बताया कि एमपीपीएससी ने 24 मई को जारी प्रावधिक (प्रोविजनल) उत्तर कुंजी में नौ अगस्त 1942 वाले विकल्प को ही सही बताया था, लेकिन 12 जून को जारी अंतिम उत्तर कुंजी में चौंकाने वाला फैसला करते हुए...

भारत छोड़ो आंदोलन की तारीख को लेकर MPPSC और उम्मीदवार आमने

भारत छोड़ो आंदोलन की तारीख को लेकर उच्च शिक्षित और बुद्धिजीवी वर्ग के बीच में तनाव की स्थिति बन गई है। मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग ने भारत छोड़ो आंदोलन के शुभारंभ की तारीख 9 अगस्त 1942 मानने से इंकार कर दिया और इससे संबंधित प्रश्न को डिलीट कर दिया। उम्मीदवारों का कहना है कि उत्तर सही है और प्रश्न को हटाया नहीं जाना चाहिए। उम्मीदवारों ने पीएससी गलत साबित करने के लिए जनता की अदालत (सोशल मीडिया पर) में केंद्र सरकार का एक पत्र जारी कर दिया है। इसमें केंद्र सरकार के कर्मिक लोक शिकायत और पेंशन मंत्रालय ने 9 अगस्त को भारत छोड़ो आंदोलन की वर्षगांठ के अवसर पर विभिन्न आयोजन करने का निर्देश जारी किया था।कर्मिक मंत्रालय के अवर सचिव राजेश्वर लाल ने 4 अगस्त 2017 को भारत छोड़ो आंदोलन की 75वीं वर्षगांठ मनाने के लिए सभी विभागों को निर्देश दिया था। इसमें स्पष्ट लिखा गया था कि अगस्त क्रांति यानी भारत छोड़ो आंदोलन 9 अगस्त 1942 को शुरू हुआ था। यह स्वतंत्रता आंदोलन में महत्वपूर्ण पड़ाव था। इसकी 75वीं वर्षगांठ पर संकल्प से सिद्धी या संकल्प पर्व के रूप में मनाने का निर्देश सभी विभागों को दिया गया था। इसमें विभिन्न गतिविधियां जैसे प्रतिज्ञा से लेकर नरेंद्र मोदी मोबाइल एप पर भारत छोड़ो क्विज भी करवाने का निर्देश शामिल था। पीएससी के अभ्यर्थी आकाश पाठक ने केंद्र सरकार का पत्र जारी कर मप्र लोकसेवा आयोग पर सवाल खड़े किए। पाठक ने कहा कि जब केंद्र सरकार ने खुद 9 अगस्त की तारीख पर भारत छोड़ो आंदोलन की वर्षगांठ मनाई। प्रधानमंत्री ने ट्वीट किए। साथ ही साथ तमाम संदर्भ पुस्तकों और पाठ्य पुस्तकों में 9 अगस्त 1942 की तारीख से ही आंदोलन शुरू होने की बात लिखी गई है तो भी इस उत्तर को नहीं मानते हुए प्रश्न डिलीट करना...

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MP में क्यों छिड़ा भारत छोड़ो आंदोलन पर विवाद; MPPSC ने रद्द कर दिया प्रश्न, उम्मीदवारों को मिला कमलनाथ का साथ प्रारंभिक परीक्षा 2022 में भारत छोड़ो आंदोलन को लेकर पूछे गए प्रश्न को रद्द किए जाने पर भड़के उम्मीदवारों ने मध्यप्रदेश लोक सेवा आयोग के खिलाफ उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाने की चेतावनी दी है। मध्यप्रदेश राज्य सेवा प्रारंभिक परीक्षा 2022 में भारत छोड़ो आंदोलन को लेकर पूछे गए प्रश्न को रद्द किए जाने पर भड़के उम्मीदवारों ने मध्यप्रदेश लोक सेवा आयोग (एमपीपीएससी) के खिलाफ उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाने की चेतावनी दी है। इस बीच, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने सत्तारूढ़ भाजपा पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया है कि एमपीपीएससी ने उम्मीदवारों के भविष्य से खिलवाड़ करते हुए राजनीतिक नेतृत्व को खुश करने के लिए इस प्रश्न को रद्द किया है। मिली जानकारी के अनुसार, मध्यप्रदेश लोक सेवा आयोग की 21 मई को आयोजित राज्य सेवा प्रारंभिक परीक्षा 2022 के सामान्य अध्ययन के पर्चे में वस्तुनिष्ठ प्रश्न पूछा गया था कि भारत छोड़ो आंदोलन किस तिथि को शुरू हुआ था? उन्होंने कहा कि पर्चे में इसके जवाब के चार विकल्पों के तौर पर क्रमश: सात अगस्त 1942, नौ अगस्त 1942, 10 अगस्त 1942 और छह अगस्त 1942 की तारीखें दी गई थीं। राज्य सेवा परीक्षा के उम्मीदवार आकाश पाठक ने बुधवार को बताया कि हमारे पास इस बात के पक्के सरकारी दस्तावेज हैं कि भारत छोड़ो आंदोलन नौ अगस्त 1942 को शुरू हुआ था। प्रधानमंत्री इस मामले को लेकर उन्होंने बताया कि एमपीपीएससी ने 24 मई को जारी प्रावधिक (प्रोविजनल) उत्तर कुंजी में नौ अगस्त 1942 वाले विकल्प को ही सही बताया था, लेकिन 12 जून को जारी अंतिम उत्तर कुंजी में चौंकाने वाला फैसला करते हुए...

भारत छोड़ो आन्दोलन

।। भारतछोडो का नारा यूसुफ मेहर अली ने दिया था! जो यूसुफ मेहर अली भारतीय स्वतंत्रता संघर्ष के अग्रणी नेताओं में थे.।। विश्व युद्ध में हिन्दुस्तान प्रजातन्त्र संघ के दस जुझारू कार्यकर्ताओं ने ९ अगस्त १९४२ को दिन निकलने से पहले ही काँग्रेस वर्किंग कमेटी के सभी सदस्य गिरफ्तार हो चुके थे और काँग्रेस को गैरकानूनी संस्था घोषित कर दिया गया। मूल सिद्धान्त [ ] भारत छोड़ो आंदोलन सही मायने में एक जन आंदोलन था, जिसमें लाखों आम हिंदुस्तानी शामिल थे। इस आंदोलन ने युवाओं को बड़ी संख्या में अपनी ओर आकर्षित किया। उन्होंने अपने कॉलेज छोड़कर जेल का रास्ता अपनाया। जिस दौरान कांग्रेस के नेता जेल में थे उसी समय जिन्ना तथा जून 1944 में जब विश्व युद्ध समाप्ति की ओर था तो गाँधी जी को रिहा कर दिया गया। जेल से निकलने के बाद उन्होंने कांग्रेस और लीग के बीच फ़ासले को पाटने के लिए जिन्ना के साथ कई बार बात की। 1945में ब्रिटेन में जनता का मत [ ] 1946 की शुरुआत में प्रांतीय विधान मंडलों के लिए नए सिरे से चुनाव कराए गए। सामान्य श्रेणी में कांग्रेस को भारी सफ़लता मिली। मुसलमानों के लिए आरक्षित सीटों पर मुस्लिम लीग को भारी बहुमत प्राप्त हुआ। राजनीतिक ध्रुवीकरण पूरा हो चुका था। 1946 की गर्मियों में कैबिनेट मिशन भारत आया। इस मिशन ने कांग्रेस और मुस्लिम लीग को एक ऐसी संघीय व्यवस्था पर राज़ी करने का प्रयास किया जिसमें भारत के भीतर विभिन्न प्रांतों को सीमित स्वायत्तता दी जा सकती थी। कैबिनेट मिशन का यह प्रयास भी विफ़ल रहा। वार्ता टूट जाने के बाद जिन्ना ने पाकिस्तान की स्थापना के लिए लीग की माँग के समर्थन में एक प्रत्यक्ष कार्यवाही दिवस का आह्‌वान किया। इसके लिए 16 अगस्त 1946 का दिन तय किया गया था। उसी दिन कलकत्ता म...

भारत छोड़ो आंदोलन की तारीख को लेकर MPPSC और उम्मीदवार आमने

भारत छोड़ो आंदोलन की तारीख को लेकर उच्च शिक्षित और बुद्धिजीवी वर्ग के बीच में तनाव की स्थिति बन गई है। मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग ने भारत छोड़ो आंदोलन के शुभारंभ की तारीख 9 अगस्त 1942 मानने से इंकार कर दिया और इससे संबंधित प्रश्न को डिलीट कर दिया। उम्मीदवारों का कहना है कि उत्तर सही है और प्रश्न को हटाया नहीं जाना चाहिए। उम्मीदवारों ने पीएससी गलत साबित करने के लिए जनता की अदालत (सोशल मीडिया पर) में केंद्र सरकार का एक पत्र जारी कर दिया है। इसमें केंद्र सरकार के कर्मिक लोक शिकायत और पेंशन मंत्रालय ने 9 अगस्त को भारत छोड़ो आंदोलन की वर्षगांठ के अवसर पर विभिन्न आयोजन करने का निर्देश जारी किया था।कर्मिक मंत्रालय के अवर सचिव राजेश्वर लाल ने 4 अगस्त 2017 को भारत छोड़ो आंदोलन की 75वीं वर्षगांठ मनाने के लिए सभी विभागों को निर्देश दिया था। इसमें स्पष्ट लिखा गया था कि अगस्त क्रांति यानी भारत छोड़ो आंदोलन 9 अगस्त 1942 को शुरू हुआ था। यह स्वतंत्रता आंदोलन में महत्वपूर्ण पड़ाव था। इसकी 75वीं वर्षगांठ पर संकल्प से सिद्धी या संकल्प पर्व के रूप में मनाने का निर्देश सभी विभागों को दिया गया था। इसमें विभिन्न गतिविधियां जैसे प्रतिज्ञा से लेकर नरेंद्र मोदी मोबाइल एप पर भारत छोड़ो क्विज भी करवाने का निर्देश शामिल था। पीएससी के अभ्यर्थी आकाश पाठक ने केंद्र सरकार का पत्र जारी कर मप्र लोकसेवा आयोग पर सवाल खड़े किए। पाठक ने कहा कि जब केंद्र सरकार ने खुद 9 अगस्त की तारीख पर भारत छोड़ो आंदोलन की वर्षगांठ मनाई। प्रधानमंत्री ने ट्वीट किए। साथ ही साथ तमाम संदर्भ पुस्तकों और पाठ्य पुस्तकों में 9 अगस्त 1942 की तारीख से ही आंदोलन शुरू होने की बात लिखी गई है तो भी इस उत्तर को नहीं मानते हुए प्रश्न डिलीट करना...

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।। भारतछोडो का नारा यूसुफ मेहर अली ने दिया था! जो यूसुफ मेहर अली भारतीय स्वतंत्रता संघर्ष के अग्रणी नेताओं में थे.।। विश्व युद्ध में हिन्दुस्तान प्रजातन्त्र संघ के दस जुझारू कार्यकर्ताओं ने ९ अगस्त १९४२ को दिन निकलने से पहले ही काँग्रेस वर्किंग कमेटी के सभी सदस्य गिरफ्तार हो चुके थे और काँग्रेस को गैरकानूनी संस्था घोषित कर दिया गया। मूल सिद्धान्त [ ] भारत छोड़ो आंदोलन सही मायने में एक जन आंदोलन था, जिसमें लाखों आम हिंदुस्तानी शामिल थे। इस आंदोलन ने युवाओं को बड़ी संख्या में अपनी ओर आकर्षित किया। उन्होंने अपने कॉलेज छोड़कर जेल का रास्ता अपनाया। जिस दौरान कांग्रेस के नेता जेल में थे उसी समय जिन्ना तथा जून 1944 में जब विश्व युद्ध समाप्ति की ओर था तो गाँधी जी को रिहा कर दिया गया। जेल से निकलने के बाद उन्होंने कांग्रेस और लीग के बीच फ़ासले को पाटने के लिए जिन्ना के साथ कई बार बात की। 1945में ब्रिटेन में जनता का मत [ ] 1946 की शुरुआत में प्रांतीय विधान मंडलों के लिए नए सिरे से चुनाव कराए गए। सामान्य श्रेणी में कांग्रेस को भारी सफ़लता मिली। मुसलमानों के लिए आरक्षित सीटों पर मुस्लिम लीग को भारी बहुमत प्राप्त हुआ। राजनीतिक ध्रुवीकरण पूरा हो चुका था। 1946 की गर्मियों में कैबिनेट मिशन भारत आया। इस मिशन ने कांग्रेस और मुस्लिम लीग को एक ऐसी संघीय व्यवस्था पर राज़ी करने का प्रयास किया जिसमें भारत के भीतर विभिन्न प्रांतों को सीमित स्वायत्तता दी जा सकती थी। कैबिनेट मिशन का यह प्रयास भी विफ़ल रहा। वार्ता टूट जाने के बाद जिन्ना ने पाकिस्तान की स्थापना के लिए लीग की माँग के समर्थन में एक प्रत्यक्ष कार्यवाही दिवस का आह्‌वान किया। इसके लिए 16 अगस्त 1946 का दिन तय किया गया था। उसी दिन कलकत्ता म...