बीजेपी का इतिहास हिंदी में

  1. 20 तस्वीरों में बीजेपी का इतिहास: जनसंघ से मोदी सरकार तक
  2. 'बस 6 महीने का इंतजार, दिल्ली में सत्ता बदलेगी', ममता बनर्जी का मोदी सरकार पर हमला
  3. BJP Full Form In Hindi & English
  4. बीजेपी का इतिहास
  5. Bihar: Santosh Manjhi Resigns From Nitish Kumar Cabinet
  6. BJP Made A Strategy For 2024 Elections, Many Ministers Are Already Active In The Possible Election Field
  7. Delhi Politics: 'LG पलट सकता है कैबिनेट का फैसला,' अरविंद केजरीवाल का दावा


Download: बीजेपी का इतिहास हिंदी में
Size: 40.20 MB

20 तस्वीरों में बीजेपी का इतिहास: जनसंघ से मोदी सरकार तक

महागठबंधन का ये फॉर्मूला एक कार्यकाल भी पूरा नहीं कर पाया. आंतरिक कलह के चलते 30 महीनों के भीतर ही जनता पार्टी का विघटन हो गया. कई पार्टियों ने समर्थन वापस ले लिया. मोरारजी देसाई ने प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया. जून, 1979 में चौधरी चरण सिंह ने पीएम पद की शपथ ली. कांग्रेस ने चरण सिंह को समर्थन का वादा किया लेकिन सदन में बहुमत साबित करने से पहले ही कांग्रेस मुकर गई. नतीजा ये हुआ कि जनवरी,1980 में फिर से चुनाव कराए गए.

'बस 6 महीने का इंतजार, दिल्ली में सत्ता बदलेगी', ममता बनर्जी का मोदी सरकार पर हमला

डीएनए हिंदी: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शनिवार को आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी (BJP) जातीय दंगों की साजिश रचकर राज्य में मणिपुर जैसी स्थिति पैदा करने की कोशिश कर रही है. बनर्जी ने राज्य की मंत्री बीरबाहा हंसदा के वाहन पर हमले की निंदा की और कहा कि शुक्रवार को हुई इस घटना के पीछे कुर्मी समुदाय के सदस्यों का नहीं, बल्कि बीजेपी कार्यकर्ताओं का हाथ था. ममता ने कहा कि केंद्र सरकार मुझे डराने की कोशिश कर रही है. लेकिन मैं डरने वाली नहीं हूं. बस 6 महीने का इंतजार कीजिए, फिर दिल्ली बदलेगी. जो अच्छे काम करते हैं वो दिल में रहते हैं, जो बुरे काम करते हैं उन शैतानों को जनता सबक सिखाती है. उन्हें इस बात का एहसास कुछ महीने बाद हो जाएगा. ममता बनर्जी पश्चिम मेदिनीपुर जिले के शालबनी में एक रैली में कहा, ‘मणिपुर में जातीय हिंसा के पीछे भाजपा का हाथ था. भाजपा पश्चिम बंगाल में समुदायों के बीच इसी तरह के दंगों को भड़काने की कोशिश कर रही है. वे ऐसी स्थिति पैदा करना चाहते हैं, जिसमें आदिवासी कुर्मी से लड़ें, ताकि सेना को बुलाया जा सके और सेना को देखते ही गोली मारने का आदेश हो.’ मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में जातीय दंगों को भड़काने की कोशिश करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा. कुर्मी समुदाय की आड़ में भाजपा कार्यकर्ता इसके लिए जिम्मेदार थे. ये भी पढ़ें- 'एक दिन खुद को बदलेगी बीजेपी' ममता बनर्जी ने कहा कि बीजेपी का काम इतिहास, धर्म और नोट को बदलना है. लेकिन एक दिन ऐसा आएगा जब उसे खुद को बदलना पड़ेगा. बीजेपी ने पहले बंगाल में हिंदु मुस्लिम का दंगा कराया और अब हम पर NRC टास्क फोर्स करने के लिए दबाव बना रहे हैं. लेकिन हमने नहीं किया. मैं टास्क फोर्स क्यों करूंगी? आपकी मंशा मुझे पता ह...

BJP Full Form In Hindi & English

यदि आप राजनीति के क्षेत्र में रुचि रखते हैं तो आप ये जरुर जानते होंगे कि आज के समय में सबसे बड़ी पार्टी बीजेपी (BJP) है लेकिन BJP Full Form in Hindi (बीजेपी फुल फॉर्म इन हिंदी) क्या है क्या आप यह जानते हैं? बहुत से लोग इसके फुल फॉर्म को लेकर कन्फ्यूज होते हैं इसलिए आज इस पोस्ट के माध्यम से हम आपको बीजेपी से संबंधित जानकारी प्रदान करने वाले हैं जहां आप जानेंगे बीजेपी का फुल फॉर्म ( BJP Ka Full Form) क्या है? इसके अलावा भी हम आपको बीजेपी से संबंधित महत्वपूर्ण तथ्य बताने वाले हैं जो आपके लिए बहुत ही उपयोगी साबित होने वाले हैं। इसके नाम को लेकर कई तरह के सवाल मन मे आते हैं इसलिए आज इस पोस्ट के माध्यम से हम आपको बीजेपी से संबंधित जानकारी प्रदान करने वाले हैं इसलिए इस पोस्ट को आखिर तक जरूर पढ़े। यहाँ आप ये तो जानेंगे ही कि बीजेपी फुल फॉर्म इन हिंदी क्या है लेकिन इसके अलावा भी कई महत्वपूर्ण सवाल के जवाब भी आपको मिलेगे। आपको इस बात का ज्ञान होना चाहिए कि बीजेपी पार्टी से ही हमारे देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी जुड़े हुए हैं इसलिए आपको इसकी संपूर्ण जानकारी अवश्य होनी चाहिए। क्या आप हमारी साइट पर बीजेपी फुल फॉर्म इन हिंदी जानने के लिए आए हैं? तो आप बिल्कुल सही जगह पहुंच चुके हैं। बहुत कम लोगों को इसका फुल फॉर्म पता होता है और वही यदि आपको राजनीति के क्षेत्र में थोड़ी बहुत रुचि है तो आपको बीजेपी का फुल फॉर्म पता होना ही चाहिए। आपकी जानकारी के लिए हम बता दें कि BJP का फुल फॉर्म Bhartiya Janata Party होता है, हिंदी में इसे भारतीय जनता पार्टी कहते हैं। B: Bharatiya (भारतीय) J: Janata (जनता) P: Party (पार्टी) बहुत से लोग इसे भाजपा के नाम से भी जानते हैं। अब आप समझ गए होंगे कि बीजेपी...

बीजेपी का इतिहास

बीजेपी(भाजपा ) का इतिहास( History of BJP-Bhartiya Janta Party in Hindi) भारत में तत्कालीन सत्ताधीश पार्टी भारतीय जनता पार्टी उन चुनिंदा पार्टियों में से हैं जो कम समय में केंद्र में अपनी जगह बनाने में कामयाब रही हैं. भारत एक लोकतांत्रिक देश हैं, यहाँ पर या तो कांग्रेस का शासन रहा या फिर कुछ पार्टियों ने मिलकर गठबंधन सरकार बनाई है. ऐसे में देश की स्वतंत्रता के बाद 68 वर्षों बाद बीजेपी का बहुमत से सरकार बनाना एक बड़ी उपलब्धि हैं. इसमें कोई शक नहीं कि देश की स्तंत्रता में बीजेपी का जन्म से लेकर अब तक का सफर (BJP’s life span till now) • 1984 में जब 8वे आम-चुनाव संपन्न हुए तो उस समय बीजेपी एक नयी पार्टी थी,इसलिए इसे केवल 2 सीट की जीत मिल सकी थी. इसके बाद 1986 में लाल कृष्ण आडवाणी ने पार्टी प्रेसिडेंट का पद संभाला और पार्टी ने अगले कुछ सालों में रफ्तार पकड़ी. • 1989 में बीजेपी ने 85 सीट जीतकर वीपी सिंह के नेशनल फ्रंट गवर्नमेंट को सपोर्ट किया था. लेकिन बड़ा परिवर्तन तब आया जब 1990 में आडवानी ने सोमनाथ से अयोध्या तक की राम रथ यात्रा निकाली,जिसका प्रभाव अगले चुनावों में देखने को मिला. 1991 के 10वे आम-चुनावों में बीजेपी ने 120 सीट जीती थी • इसके बाद 1996 में हुए 11वे आम चुनाव में बीजेपी 161 सीट जीतकर सबसे बड़ी पार्टी बन गयी लेकिन लोकसभा में बहुमत नहीं जुटा सकी जिस कारण अटल बिहारी वाजपेयीजी की सरकार 2 हफ़्तों से भी कम दिनों में ही गिर गयी, • 1998 में मिड टर्म पोल होने पर बीजेपी ने 182 सीट के साथ जीत दर्ज करवाई. एनडीए ने वाजपेयी जी के नेतृत्व में 1 साल 1 महीने के लिए गठबंधन सरकार सरकार बनाई. इसके पश्चात 1999 में 12वे आम चुनावों में भी बीजेपी-एनडीए ने जीत दर्ज करवाई और वाजपेयी जी ने एक बार ...

Bihar: Santosh Manjhi Resigns From Nitish Kumar Cabinet

पटना : बिहार में महागठबंधन में दरार पड़ती नजर आ रही है. नीतीश कुमार मंत्रिमंडल से संतोष मांझी ने की इस्तीफ़े की पेशकश कर एक नया मुद्दा उठा दिया है. संतोष मांझी पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी के पुत्र हैं. संतोष मांझी ने इस इस्तीफ़े की पेशकश संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी को की है. बता दें कि विजय चौधरी, सरकार में किसी हिस्सेदारी को लेकर नीतीश कुमार द्वारा मांझी से बात करने के लिए अधिकृत हैं. संतोष मांझी नीतीश कुमार की सरकार में अल्पसंख्यक कल्याण विभाग संभाल रहे थे. संतोष मांझी का कहना है कि उन लोगों पर जनता दल यूनाइटेड द्वारा विलय का प्रस्ताव दिया गया था, जो उन्हें नामंज़ूर हैं, इसलिए उन्‍होंने इस्तीफ़ा दिया है. संतोष मांझी का कहना है कि पार्टी का जेडीयू में विलय हमारे कार्यकर्ताओं के सम्मान और उसूलों के खिलाफ होता है. हमने बड़ी मेनहत से अपनी पार्टी का निर्माण किया है और जनता की आवाज बने हुए हैं. अगर हम अपनी पार्टी जेडीयू में मिला देते, तो यह आवाज खत्म हो जाती है, इसलिए मैंने कैबिनेट से इस्तीफा देने का फैसला किया. संतोष मांझी का कहना है कि उन्‍होंने इस्तीफ़ा दे दिया हैं, लेकिन महागठबंधन के हिस्‍सा वे अभी तक हैं. निश्चित दौर पर विलय के माध्यम से दबाव बनाया जा रहा था. हमारी पार्टी का अस्तित्व ख़तरे में था. हम लोगों के पास विलय का प्रस्ताव जनता दल यूनाइटेड के तरफ़ से आया था. नीतीश जी का सम्मान करते हैं. उनका कुशल नेतृत्व हैं, लेकिन प्रस्ताव को हमने स्वीकार नहीं किया.

BJP Made A Strategy For 2024 Elections, Many Ministers Are Already Active In The Possible Election Field

बीजेपी(BJP) अगले लोकसभा चुनाव में आपने कई दिग्गज मंत्रियों को चुनाव मैदान में उतार सकती है. बीजेपी नेतृत्व किसी भी नेता को दो बार से अधिक राज्यसभा भेजने के पक्ष में नहीं रहती और इसीलिए राज्यसभा के रास्ते मंत्रिपरिषद में मौजूद कई नेताओं को चुनाव के मैदान में उतारकर सीधे जनता से आशीर्वाद मांगने को कहा जा सकता है.

Delhi Politics: 'LG पलट सकता है कैबिनेट का फैसला,' अरविंद केजरीवाल का दावा

Delhi Politics: 'LG पलट सकता है कैबिनेट का फैसला,' अरविंद केजरीवाल का दावा- भारत के इतिहास में ऐसा कभी नहीं हुआ Arvind Kejriwal: दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि उपराज्यपाल को अधिकार दे दिया गया है कि कि वो कैबिनेट का कोई भी फैसला पलट सकता है. इस दौरान उन्होंने साथ देने के सीपीआई का शुक्रिया अदा किया. Delhi News: दिल्ली मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने बुधवार को एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान केंद्र सरकार और एलजी विनय कुमार सक्सेना (Vinay Kumar Saxena) पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि केंद्र के अध्यादेश में यह प्रावधान है कि प्रदेश का मुख्य सचिव तय करेगा कि दिल्ली कैबिनेट का कौन सा निर्णय कानूनी (Legal) है और कौन सा गैर कानूनी (Illegal). सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि उपराज्यपाल को अधिकार दे दिया गया है कि कि वो कैबिनेट का कोई भी फैसला पलट सकता है. उन्होंने कहा कि आज तक भारत के इतिहास में ऐसा कभी नहीं हुआ. ऐसा नहीं कि दिल्ली अर्धशासी राज्य है, इसलिए ये अध्यादेश दिल्ली के लिए आया है. यह अध्यादेश राजस्थान, कर्नाटक, तमिलनाडु, केरल और अन्य राज्यों के लिए भी आ सकता है. यह सिर्फ दिल्ली का मामला नहीं है. दिल्ली से इसकी शुरुआत हुई है. इसलिए सब पार्टियों को मिलकर इसका विरोध करना चाहिए. सीएम केजरीवाल ने सीपीआई का जताया आभार दिल्ली के सीएम और आप आदमी पार्टी के संयोजक सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली के 2 करोड़ लोगों ने सरकार को चुना है, तो सरकार को काम करने का भी अधिकार होना चाहिए. उन्होंने इस दौरान सीपाआई (CPI) नेताओं का शुक्रिया अदा करते हुए कहा कि इस अध्यादेश के खिलाफ दिल्ली के लोगों का साथ देने का निर्णय लिया है. दिल्ली के सीएम ने आज सीपाआई महासचिव ड...