इलेक्ट्रॉनिक्स

  1. Electronics
  2. भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड मध्ये भरती
  3. इलेक्ट्रॉनिक्स क्या है इनके विकास एवं प्रकार को आसान शब्दों में समझे
  4. इलेक्ट्रिकल तथा इलेक्ट्रॉनिक्स डिवाइस में क्या अंतर
  5. Electronics And Communication Engineering In Hindi
  6. इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग क्या है?
  7. इलैक्ट्रॉनिक्स किसे कहते है?


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इलेक्ट्रॉनिक्स

• • • • • • • • • • • • • • • विमानन • ऑटोमोबाइल सेक्टर • ऑटो- पुर्जे उद्योग • बायोतेक्नोलोजी • पूँजीगत माल • रासायनिक उद्योग • निर्माण क्षेत्र • रक्षा विनिर्माण क्षेत्र • इलेक्ट्रिकल मशीनरी • इलेक्ट्रॉनिक्स • खाद्य प्रसंस्करण उद्योग • सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) और बिजनेस प्रोसेस प्रबंधन (बीपीएम) उद्योग • चमड़ा उद्योग (नीतियां और प्रोत्साहन) • मीडिया और मनोरंजन • Mining • Oil and Gas • पेट्रोलियम उत्पाद • दवा उद्योग • बंदरगाह और पोत परिवहन (शिपिंग) क्षेत्र • Railway • अक्षय ऊर्जा • सड़क और हाईवेज़ • कपड़ा • पर्यटन और आतिथ्य • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • 2018 तक भारतीय इलेक्ट्रॉनिक्स और हार्डवेयर उद्योग के 112-130 बिलियन यूएस डॉलर तक पहुंचने के आसार हैं, क्योंकि इलेक्ट्रॉनिक्स और हार्डवेयर विनिर्माता भारत में अपनी विनिर्माण इकाइयां बढ़ाना चाहते हैं, ताकि घरेलू बाजार की मांग पूरी करने के साथ-साथ मध्य पूर्व, अफ्रीका और सार्क देशों के बाजारों की मांग भी पूरी की जा सके#। इंडियन इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम डिजाइन एंड मैन्युफैक्चरिंग (ईएसडीएम) बाजार के 2015 के 94 बिलियन यूएस डॉलर से बढ़कर 2020 में 400 बिलियन यूएस डॉलर होने का अनुमान है##। इस बीच, सेमिकंडक्टरों की खपत भी 26.72 प्रतिशत की सीएजीआर से बढ़ते हुए 2013 के 10.02 बिलियन यूएस डॉलर से 2020 में 52.58 बिलियन यूएस डॉलर तक होने का अनुमान है$$। बढ़ते उपभोक्ता आधार और उपभोक्ता वस्तुओं की बढ़ती मांग के चलते भारतीय इलेक्ट्रॉनिक्स क्षेत्र के बढ़ने की अपार संभावनाएं हैं। केबल के डिजिटलीकरण से देश में ब्रॉडबैंड की मांग भी बढ़ेगी और इलेक्ट्रॉनिक्स उद्योग में संलग्न कंपनियों के लिए नए अवसर बनेंगे। [# - एसो...

Electronics

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भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड मध्ये भरती

भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (BEL) ही भारत सरकारच्या संरक्षण मंत्रालयाच्या अंतर्गत एक नवरत्न PSU आहे. हे लष्कर, नौदल आणि हवाई दलासाठी अत्याधुनिक इलेक्ट्रॉनिक उत्पादने आणि यंत्रणा तयार करते. BEL ने होमलँड सिक्युरिटी सोल्यूशन्स, स्मार्ट शहरे, ई-गव्हर्नन्स सोल्यूशन्स, उपग्रह एकत्रीकरणासह स्पेस इलेक्ट्रॉनिक्स, ई-वाहन चार्जिंग स्टेशनसह ऊर्जा साठवण उत्पादने, सौर, नेटवर्क आणि सायबर सुरक्षा, रेल्वे आणि मेट्रो सोल्यूशन्स, विमानतळ सोल्यूशन्स यासारख्या विविध क्षेत्रांमध्ये विविधता आणली आहे. भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड मध्ये भरती – BEL Recruitment 2023 जाहिरात क्र.: 383/HR/REC/23/COMPS.&EM एकूण जागा : 205 जागा पदाचे नाव आणि तपशील: पद क्र. पदाचे नाव पद संख्या 1 ट्रेनी इंजिनिअर-I 191 2 प्रोजेक्ट इंजिनिअर-I 14 एकूण 205 शैक्षणिक पात्रता: [General/OBC/EWS: 55% गुण, SC/ST/PWD: उत्तीर्ण श्रेणी] • पद क्र.1: (i) BE/B.Tech/B.Sc Engg. (IT/इन्फॉर्मेशन सायन्स/इलेक्ट्रॉनिक्स/इलेक्ट्रॉनिक्स & कम्युनिकेशन/इलेक्ट्रॉनिक्स & टेलीकम्युनिकेशन/टेलीकम्युनिकेशन/कम्युनिकेशन/मेकॅनिकल/इलेक्ट्रिकल/इलेक्ट्रिकल & इलेक्ट्रॉनिक्स/इंस्ट्रुमेंटेशन/इलेक्ट्रॉनिक्स & इन्स्ट्रुमेंटेशन. (ii) 06 महिने अनुभव • पद क्र.2: (i) BE/B.Tech/B.Sc Engg. (इलेक्ट्रॉनिक्स/इलेक्ट्रॉनिक्स & कम्युनिकेशन/इलेक्ट्रॉनिक्स & टेलीकम्युनिकेशन/टेलीकम्युनिकेशन/कम्युनिकेशन/मेकॅनिकल/इलेक्ट्रिकल/इलेक्ट्रिकल & इलेक्ट्रॉनिक्स.) (ii) 02 वर्षे अनुभव वयाची अट: 01 जून 2023 रोजी, [SC/ST: 05 वर्षे सूट, OBC: 03 वर्षे सूट] • पद क्र.1: 28 वर्षांपर्यंत. • पद क्र.2: 32 वर्षांपर्यंत. फी : [SC/ST/PWD: फी नाही] • पद क्र.1: General/OBC/EWS: ₹177/- • पद क्र.2: General/O...

इलेक्ट्रॉनिक्स क्या है इनके विकास एवं प्रकार को आसान शब्दों में समझे

1 • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • Electronics meaning in hindi Electronics electron शब्द से बनी है। Electronics = इलेक्ट्रोन की प्रवाह,नियंत्रण, प्रभाव उत्सर्जन और इलेक्ट्रॉन की behave संबंधित science & technology की अध्ययन है। Electronics Definition in hindi Electronics भौतिक विज्ञान की वैसे शाखा है जिसमे इलेक्ट्रॉन के प्रभाव,व्यवहार,उत्सर्जन और इनके नियंत्रण के अध्ययन एवं ऐसे इलेक्ट्रोनों का उपयोग होने वाले उपकरणों के अध्ययन से संबंधित है। Electronics क्या है Electronics शब्द electron से बना है। अर्थात इलेक्ट्रोनिक्स science & technology से संबंधित वैसे branch है जो electron की कार्यपद्धति पर निर्भर बहुत ही छोटे घटक माइक्रोचिप्स ,डायोड और ट्रांजिस्टर द्वारा विद्युत प्रवाह को नियंत्रित करके एक काम को सुचारू रूप से चलाने में हमारी दिनचर्या में बहुत बड़ी योगदान देती है और इन electronics technology से संबंधित कार्य एवं निर्माण करने वाले को electronics engineer कहा जाता है। इलेक्ट्रोनिक्स का अध्ययन मे आज कल लोग बहुत ही दिलचस्प दिखा रहे हैं क्यूंकि इलेक्ट्रॉनिक क्या काम करता है? दोस्तो इलेक्ट्रॉनिक विज्ञान की एक विषय है । जिसमे इलेक्ट्रोन की प्रवाह से संबंधित विज्ञान और प्रौद्योगिकी का अध्ययन किया जाता है। इस अध्ययन को करने के बाद आप इलेक्ट्रोनिक उपकरण को बनाने और समझने के योग्य हो जाते हो। इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस क्या काम करता है? इलेक्ट्रोनिक डिवाइस हमारी उपयोग अनुसार बहुत सी प्रकार की बनाई गई है। सभी इलेक्ट्रोनिक डिवाइस अलग अलग काम करती है। जैसे – Mobile electronic device – इस इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस से तो आप अच्छी तरह परिचित हैं। Mobile electronic device हमारी बहुत सारी का...

इलेक्ट्रिकल तथा इलेक्ट्रॉनिक्स डिवाइस में क्या अंतर

इलेक्ट्रिकल तथा इलेक्ट्रॉनिक्स डिवाइस में मुख्य अंतर यह होता है की इलेक्ट्रिकल डिवाइस विधुत उर्जा को उर्जा के दुसरे रूप (जैसे प्रकाश उर्जा ,ध्वनि उर्जा ,उष्मीय उर्जा आदि ) में बदलता है या इसके विपरीत उर्जा के अन्य रूप को विधुत उर्जा में बदलता है।जबकि इलेक्ट्रॉनिक्स डिवाइस किसी विशेष कार्य को करने के लिए परिपथ में प्रवाहित होने वाले इलेक्ट्रॉन्स के बहाव को नियंत्रित करते है। विधुत बल्ब ,जनरेटर ,सोल्डरिंग आयरन,मोटर ,ट्रांसफार्मर आदि इलेक्ट्रिकल डिवाइस के उदहारण है जबकि ट्रांजिस्टर,मोस्फेट ,रेसिस्टर ,कैपासिटर आदि इलेक्ट्रॉनिक्स डिवाइस है। वैसे विधुतीय उपकरण जो विधुत उर्जा को उर्जा के अन्य दुसरे रूप में या उर्जा के दुसरे रूप को विधुत उर्जा में बदले उन्हें इलेक्ट्रिकल डिवाइस या इलेक्ट्रिकल मशीन कहते है। इलेक्ट्रिकल डिवाइस का आकार तथा वजन इलेक्ट्रॉनिक्स डिवाइस की तुलना में बहुत ही ज्यादा होता है। इलेक्ट्रिकल डिवाइस को बनाने के लिए धातु तथा अधातु की जरुरत पड़ती है। इसके अतिरिक्त इलेक्ट्रिकल डिवाइस में विधुत उर्जा का ह्रास (loss) बहुत ज्यादा होता इलेक्ट्रिकल डिवाइस की विशेषताए • इलेक्ट्रिकल डिवाइस को उर्जा स्तर पर परिभाषित किया जाता है। • ये वजन तथा आकार में बड़े होते है। • इलेक्ट्रिकल डिवाइस में विधुत धारा प्रवाह के लिए धातुई चालक का उपयोग किया जाता है। • ये एoसी तथा डीसी दोनों पर कार्य करने वाले होते है। • ये डिवाइस हाई वोल्टेज पर कार्य करते है। • ये ज्यादा मात्रा में विधुत उर्जा का उपयोग करते है। • इलेक्ट्रिकल डिवाइस को इंस्टाल करने के लिए ज्यादा जगह की जरुरत पड़ती है। • ये इलेक्ट्रॉनिक्स डिवाइस की तुलना में ज्यादा खतरनाक (Danger) होते है। इलेक्ट्रॉनिक्स डिवाइस क्या होता है? • इले...

Electronics And Communication Engineering In Hindi

यदि आप अभी स्कूल में पढ़ाई कर रहे है और आप का सपना है तो आप बिलकुल सही जगह पर आए है, आज हम एक ऐसे इंजीनियरिंग ब्रांच के बारे में चर्चा करेंगे जिसकी मांग समय और विकास साथ साथ तेजी से बढ़ रही है। जी हां, उस कोर्स का नाम है electronics & communication engineering. यह एक ऐसे इंजीनियरिंग शाखा है जिसकी मांग इलेक्ट्रॉनिक्स क्षेत्र के साथ साथ ब्रॉडकास्टिंग से जुड़े क्षेत्र की डेवलपमेंट के ऊपर प्रत्यक्ष रूप से निर्भर करती है। और हम निःसंदेह यह कह सकते है कि विश्वभर में इस आधुनिकीकरण और डिजिटलीकरण के चलते कई दशकों तक electronics and communication engineering कोर्स की डिमांड रहने वाली है। अगर आप इस अवसर को देखते हुए इस फील्ड में आगे बढ़ना चाहते है तो इस लेख को ध्यान से पढ़े यहां Electronics and communication engineer kaise Bane उसके के बारे में हमने पूरी जानकारी दी है। जैसे कि; electronics and communication engineering क्या है, इसके एडमिशन प्रॉसेस क्या है, कोर्स फीस कितना लगेगा, सिलेबस क्या है, बेस्ट कॉलेज कौन सी है, स्कोप क्या रहेगा, नौकरी कौन सी मिलेगी, सैलरी कितना होगा, इत्यादि। 1.7 Electronics and communication engineering salary Electronics & communication engineering in hindi Electronics & Communication Engineering इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग में इलेक्ट्रॉनिक्स इक्विपमेंट्स और ब्रॉडकास्टिंग सिस्टम का रेसेरचिंग, डिज़ाइन, मैन्युफैक्चरिंग, और टेस्टिंग के बारे में सिखाया जाता है। इंजीनियरिंग की इस शाखा में बेसिक इलेक्ट्रॉनिक्स, एनालॉग ट्रांसमिशन, एसएसडी, माइक्रोप्रोसेसर, डिजिटल एंड एनालॉग कम्युनिकेशन, सैटेलाइट कम्युनिकेशन, माइक्रोवेव इंजीनियरिंग, एंटेना, इत्यादि के बारे मे...

इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग क्या है?

• • • • • • • इलेक्ट्रॉनिक इंजीनियरिंग, या इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग इलेक्ट्रॉनिक सर्किट उपकरणों और उनका उपयोग करने वाले उपकरणों और प्रणालियों से जुड़ी इंजीनियरिंग का एक रूप है। बहुत से लोगों के पास इलेक्ट्रॉनिक इंजीनियरिंग में करियर है और वे अपनी नौकरी ढूंढते हैं और हल करते हैं और भरोसा करते हैं और वे सुनिश्चित करने वाली दिलचस्प चुनौती प्रदान करते हैं। इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग किसे कहते है? इलेक्ट्रॉनिक्स, इंजीनियरिंग की एक शाखा है जो इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों, सर्किट और सिस्टम के डिजाइन, विकास और अनुप्रयोग से जुड़ी है। इसमें विभिन्न विषयों जैसे एनालॉग और डिजिटल सर्किट, माइक्रोकंट्रोलर, संचार प्रणाली और इलेक्ट्रॉनिक्स डिजाइन और निर्माण का अध्ययन किया जाता है। एक इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियर का लक्ष्य विश्वसनीय और कुशल इलेक्ट्रॉनिक्स सिस्टम बनाना होता है जो रोजमर्रा की जिंदगी में उपयोग किया जाता है, जैसे कि स्मार्टफोन, कंप्यूटर, टीवी और बहुत कुछ। x इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग क्या है Electronics kya hai इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग का इतिहास और विकास एक पेशे के रूप में इलेक्ट्रॉनिक इंजीनियरिंग 1897 में इलेक्ट्रॉन की पहचान और बाद में वैक्यूम ट्यूब के आविष्कार के बाद उभरा जो छोटे विद्युत संकेतों को बढ़ाता और सुधारता था। व्यावहारिक अनुप्रयोग 19 वीं शताब्दी की शुरुआत में डायोड और ट्रायोड के आविष्कार के साथ शुरू हुआ। इन्हें भी पढ़ें:- जिसने एक गैर-यांत्रिक उपकरण के साथ छोटे विद्युत वोल्टेज जैसे कि रेडियो एंटीना का पता लगाना संभव बना दिया। 1920 के प्रारंभ तक वाणिज्यिक रेडियो प्रसारण और संचार व्यापक होते जा रहे थे और इलेक्ट्रॉनिक एम्पलीफायरों का उपयोग किया जा रहा था। इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियर...

इलैक्ट्रॉनिक्स किसे कहते है?

प्रौद्योगिकी के रूप में इलेक्ट्रॉनि की वह क्षेत्र है जो विभिन्न इलेक्ट्रॉनिक युक्तियों ( प्रतिरोध, संधारित्र, इन्डक्टर, इलेक्ट्रॉन ट्यूब, डायोड, ट्रान्जिस्टर, एकीकृत परिपथ (IC) आदि) का प्रयोग करके उपयुक्त विद्युत परिपथ का निर्माण करने एवं उन के द्वारा विद्युत संकेतों को वांछित तरीके से बदलने(manipulation) से संबंधित है। इसमें तरह– तरह की युक्तियों का अध्ययन, उनमें सुधार तथा नयी युक्तियों का निर्माण आदि भी शामिल है। ऐतिहासिक रूप से इलेक्ट्रॉनिकी एवं वैद्युत प्रौद्योगिकी का क्षेत्र समान रहा है और दोनो को एक दूसरे से अलग नही माना जाता था। किन्तु अब नयी– नयी युक्तियों, परिपथों एवं उनके द्वारा सम्पादित कार्यों में अत्यधिक विस्तार हो जाने से इलेक्ट्रॉनिक्स को वैद्युत प्रौद्योगिकी से अलग शाखा के रूप में पढाया जाने लगा है। इस दृष्टि से अधिक विद्युत– शक्ति से सम्बन्धित क्षेत्रों ( पावर सिस्टम, विद्युत मशीनरी, पावर इलेक्ट्रॉनिकी आदि) को विद्युत प्रौद्योगिकी के अन्तर्गत माना जाता है जबकि कम विद्युत शक्ति एवं विद्युत संकेतों के भांति– भातिं के परिवर्तनों( प्रवर्धन, फिल्टरिंग, मॉड्युलेश, एनालाग से डिजिटल कन्वर्शन आदि) से सम्बन्धित क्षेत्र को इलेक्ट्रॉनिकी कहा जाता है। इलेक्ट्रॉनिक प्रौद्योगिकी के भाग अनुरूप इलेक्ट्रॉनिकी इन परिपथों में विद्युत संकेत सतत ( अनालॉग) होते हैं और उनका प्रसंस्करण करने के बाद भी वे सतत ही बने रहते हैं। उदाहरण के लिये ट्रान्जिस्टर– प्रवर्धक एक एनालाग सिस्टम है। ऑपरेशनल एम्प्लिफायर के विकास एवं आई– सी के रूप में इसकी उपलब्धता से एनालाग इलेक्ट्रॉनिकी में एक क्रान्ति आ गयी। डिजिटल या अंकीय इलेक्ट्रॉनिक आधुनिक व्यक्तिगत कम्प्यूटर ( पीसी) तथा सेल– फोन, डिजिटल कैमरा...