ब्रिटेन के प्रधानमंत्री

  1. ब्रिटेन : ‘पार्टीगेट’ रिपोर्ट के बाद पूर्व प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने सांसद पद छोड़ा – ThePrint Hindi
  2. कौन हैं ब्रिटेन की नई प्रधानमंत्री लिज ट्रस, भारत को लेकर क्या है उनकी राय
  3. ब्रिटेन के प्रधानमंत्री सुनक एआई पर वैश्विक नियामक बनाने का विचार कर रहे – ThePrint Hindi


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ब्रिटेन : ‘पार्टीगेट’ रिपोर्ट के बाद पूर्व प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने सांसद पद छोड़ा – ThePrint Hindi

उन्होंने एक संसदीय समिति के उस बयान के बाद यह कदम उठाया कि जॉनसन द्वारा अपने प्रधानमंत्री कार्यकाल में कोविड-19 की रोकथाम के लिए लागू लॉकडाउन का उल्लंघन कर ‘10 डाउनिंग स्ट्रीट’ (प्रधानमंत्री आवास) में पार्टियां आयोजित करने के मुद्दे पर संसद को गुमराह करने के मामले में प्रतिबंध लगाए जा सकते हैं। जॉनसन (58) इस मामले में एक संसदीय समिति की जांच का सामना कर रहे हैं। उन्होंने विशेषाधिकार समिति की इस जांच की तुलना ‘‘कंगारू अदालत’’ (कानून या सिद्धांतों की अवहेलना कर सीधा फरमान सुनाना) से की। सांसद पद से इस्तीफा देने का जॉनसन का फैसला शुक्रवार को तब आया, जब उन्हें संसद की विशेषाधिकार समिति से इस महत्वपूर्ण मामले में एक गोपनीय पत्र मिला। कंजरवेटिव पार्टी के पूर्व नेता ने कहा कि समिति की रिपोर्ट पाकर वह ‘‘स्तब्ध’’ हैं। समिति इस बात का पता लगा रही है कि पूर्व प्रधानमंत्री ने कोविड-19 महामारी के दौरान 10 डाउनिंग स्ट्रीट में लॉकडाउन से जुड़े नियम तोड़कर जिन पार्टियों का आयोजन किया, क्या उन्हें लेकर उन्होंने निचले सदन ‘हाउस ऑफ कॉमन्स’ को गुमराह किया। इस मामले को ‘‘पार्टीगेट’’ के नाम से जाना जाता है। जॉनसन ने संसदीय समिति की इस जांच को ‘‘उन्हें संसद से बाहर निकालने का प्रयास’’ करार दिया। उन्होंने एक बयान में कहा, ‘‘समिति ने इस संबंध में अब तक एक भी सबूत पेश नहीं किया है कि मैंने जानबूझकर या लापरवाही से हाउस ऑफ कॉमन्स को गुमराह किया।’’ इससे पहले, शुक्रवार को उन्हें जांच समिति की रिपोर्ट की एक प्रति मिली, जो अभी प्रकाशित नहीं की गई है। पिछले साल मेट्रोपोलिटन पुलिस ने जॉनसन और तत्कालीन वित्त मंत्री ऋषि सुनक (अब प्रधानमंत्री) को कोविड-19 लॉकडाउन के दौरान डाउनिंग स्ट्रीट में पार्टी के आयोजन क...

कौन हैं ब्रिटेन की नई प्रधानमंत्री लिज ट्रस, भारत को लेकर क्या है उनकी राय

Liz Truss Profile: ब्रिटेन की नवनिर्वाचित प्रधानमंत्री लिज ट्रस जल्द ही आधिकारिक तौर पर सत्ता की बागडोर संभाल लेंगीं. उन्होंने सोमवार को प्रधानमंत्री चुनाव में भारतीय मूल के ऋषि सुनक को पीछे छोड़ते हुए यह पद अपने नाम कर लिया. वह ब्रिटेन की 56वीं प्रधानमंत्री हैं और देश की तीसरी महिला प्रधानमंत्री हैं. इससे पहले मार्गरेट थैचर और थेरेसा मे प्रधानमंत्री पद संभाल चुकी हैं. ये दोनों महिला प्रधानमंत्री भी कंजर्वेटिव पार्टी से ही थीं. ट्रस साउथ वेस्ट नॉरफॉक (South West Norfolk) से सांसद हैं. वह 2010 से इसी सीट से सांसद हैं. वह इससे पहले बोरिस जॉनसन की अगुवाई में ब्रिटेन की विदेश मंत्री के तौर पर सेवाएं दे चुकी हैं. वह वीमेन एंड इक्वैलिटीज मंत्री के तौर पर भी काम कर चुकी हैं. ट्रस का वोट प्रतिशत 82.6 फीसदी हैं. उन्हें चुनाव में 81,326 वोट मिले जबकि ऋषि सुनक 60,399 वोट ही जुटा पाएं. ट्रस की शिक्षा लिज ट्रस का जन्म 1975 में ब्रिटेन के ऑक्सफोर्ड में हुआ था. उनके पिता मैथमेटिक्स के प्रोफेसर थे जबकि मां नर्स थीं. ट्रस ने एक बार अपने माता-पिता का उल्लेख 'लेफ्ट विंग' के रूप में किया था. उनका परिवार कभी सक्रिय राजनीति में नहीं रहा लेकिन जिस समय मार्गरेट थैचर प्रधानमंत्री थीं, वे परमाणु निरस्त्रीकरण के लिए रैलियों में शिरकत किया करते थे. ट्रस ने स्कूल के मॉक इलेक्शन में एक बार मार्गरेट थैचर का किरदार निभाया था. उनकी स्कूलिंग ग्लासगो और लीड्स में हुई. इसके बाद ट्रस ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी गईं, जहां उन्होंने फिलोसॉफी, पॉलिटिक्स और इकोनॉमिक्स की पढ़ाई की. वह छात्र राजनीति में काफी सक्रिय थीं. ट्रस के पति और बेटियां लिज ट्रस ने साल 2000 में ह्यूग ओ लिएरी (Hugh O’Leary) से शादी की, जो पेशे से अका...

ब्रिटेन के प्रधानमंत्री सुनक एआई पर वैश्विक नियामक बनाने का विचार कर रहे – ThePrint Hindi

अखबार ‘द टाइम्स’ के मुताबिक सुनक अगले हफ्ते ‘व्हाइट हाउस’ में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन से मुलाकात के दौरान एआई की निगरानी में सहयोग करने के तरीकों पर चर्चा करेंगे। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कार्यालय ‘डाउनिंग स्ट्रीट’ में जिन कदमों पर विचार हो रहा है उनमें वियना स्थित अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (आईएईए) की तरह लंदन में एक वैश्विक एआई प्राधिकरण स्थापित करना है। भारत सहित 176 देशों के साथ 1957 में स्थापित आईएईए परमाणु ऊर्जा के इस्तेमाल की निगरानी करती है, सुरक्षित मानकों को बढ़ावा देती है, और इसका उपयोग सैन्य उद्देश्यों के लिए नहीं हो, इसके लिए कदम उठाती है। ब्रिटेन के एक मंत्री ने अखबार को बताया कि ब्रिटेन किसी भी नए निकाय के लिए दुनिया में ‘‘उपयुक्त स्थान’’ होगा क्योंकि कई प्रमुख कंपनियों की यहां पहले से ही मजबूत उपस्थिति है। हालांकि, योजना प्रारंभिक चरण में है, लेकिन सुनक इस पर आगे बढते हैं तो ब्रिटेन सरकार प्राधिकरण के संचालन के लिए कवायद शुरू करने की मांग कर सकती है। सरकारी सूत्र के हवाले से ‘द टाइम्स’ ने कहा है कि प्रधानमंत्री सुनक एआई को लेकर पर अंतरराष्ट्रीय एकजुटता की आवश्यकता पर जोर दे रहे हैं। ऐसे समय जब दुनिया एआई प्रौद्योगिकी की सुरक्षा के बारे में चिंताओं से जूझ रही है अमेरिका भी इस बात पर भी विचार कर रहा है कि कैसे एआई क्षेत्र का नियमन किया जाए। भाषा आशीष माधव माधव यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.