बुध बीज मंत्र के फायदे

  1. क्रीं बीज मंत्र के बारे में कुछ महत्वपूर्ण जानकारी
  2. ह्रीं बीज मंत्र के ‌‌‌फायदे के बारे मे जानकारी hreem mantra benefits in hindi
  3. बीज मंत्र क्या है ? – Ashtravakra Vaidic Vigyaan Shodh Sansthan
  4. बुध ग्रह के इन मंत्रों का रोजाना करें जाप दूर होगा समस्त दोष


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क्रीं बीज मंत्र के बारे में कुछ महत्वपूर्ण जानकारी

इस आर्टिकल में शत्रु का नाश करने के लिए और हर इच्छा और इच्छा और आकांक्षा पूरी करने वाले चमत्कारी और महाशक्तिशाली क्रीं बीज मंत्र के बारे में जानकारी दी गई है। क्रीं यह काली माता का बीज मंत्र है और इसे एक महामंत्र भी कहा जाता है क्यों की इस बीज मंत्र में प्रचंड शक्ति है और इसको बोलने से हर चीज संभव हो जाती है। इस मंत्र का काली माता में भक्ति और श्रद्धा रखकर आत्मविश्वास और तीव्रता से जाप करने से शत्रु का नाश होता है और आत्म रक्षा और सुरक्षा की प्राप्ति होती है, दुखों और रोगों का नाश होकर स्वास्थ्य अच्छा रहता है और मनोकामनाओं की पूर्ति होती है। क्रीं बीज मंत्र के बारे में कुछ महत्वपूर्ण जानकारी: क्रीं बीज मंत्र चार स्वर-व्यंजनो से रचा गया है। क = काली र = ब्रह्म ईकार = महामाया अनुस्वार = दुख विनाशक क्रीं का अर्थ इस प्रकार से है– महाकाली माता मेरे दुखों का नाश करो। क्रीं बीज से कुंडलिनी जागरण किया जा सकता है। इसलिए कुंडलिनी योगा के साधकों को कुंडलिनी जाग्रत करने के लिए इस मंत्र का जाप करना अत्यंत लाभदायक होगा। क्रीं बीज मंत्र का जाप करने की उचित विधि: मंत्र जाप लाल रंग के आसन पर उत्तर दिशा की और मुह कर के 10-15 मिनट जाप करें। इस आर्टिकल का हिन्दी वीडियो आप हमारे यूट्यूब चैनल पर देख सकते हो - बरगद के पेड़ के पत्ते से किसी भी प्रकार की इच्छा या मनोकामना पूरी करने के और धन-दौलत पाने के 2 चमत्कारी सरल और आसान उपायों के बारे में इस आर्टिक्ल में जानकारी दी गयी है। इन घरेलू उपायों को करने के लिए ज्यादा से ज्यादा 5-10 मिनट लगते है। और यह इतने सरल है की इनका प्रयोग कोई भी व्यक्ति बिना परेशानी से कर सकता है।

ह्रीं बीज मंत्र के ‌‌‌फायदे के बारे मे जानकारी hreem mantra benefits in hindi

ह्रीं बीज मंत्र बेनिफिट्स ,hreem mantra benefits in hindi के बारे मे हम आपको यहां पर बता रहे हैं। यदि आपको इसके फायदे के बारे मे जानना है तो उसके बाद आप सही जगह पर आये हैं। दोस्तों hreem mantra मां दुर्गा से जुड़ा हुआ है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।मां दुर्गा भारत में सबसे लोकप्रिय देवी-देवताओं में से एक हैं। वह हिंदुओं और ईसाइयों, सिखों, जैनियों द्वारा भी पूजा की जाती है। माँ दुर्गा को अक्सर धनुष और बाण, तलवार, ढाल और शंख के साथ चित्रित किया जाता है। उनके भक्तों का मानना है कि वह बुरी आत्माओं को हरा सकती हैं और दुनिया में शांति और समृद्धि ला सकती हैं। मां दुर्गा को प्राय: उग्र लेकिन करुणामयी के रूप में चित्रित किया जाता है। वह मातृत्व और प्रजनन क्षमता की रक्षक है। इन्हें विजय और युद्ध की देवी के रूप में भी जाना जाता है। मां दुर्गा के भक्तों का मानना है कि वह उन्हें जीवन में अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने में मदद कर सकती हैं। hreem mantra के अंदर अनेक तरह की शक्तियां समाहित होती हैं। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और इस मंत्र के जाप करने के अनेक फायदे भी होते हैं।इसके बारे मे हम आपको बताने वाले हैं। और इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप इस बात को समझ सकते हैं। ‌‌‌वैसे आपको बतादें कि हर देवता का एक प्रकार का बीज मंत्र होता है और आपको बतादें कि ज्ञानियों का मानना है कि मंत्र की शक्ति उसके बीज के अंदर होती है। यदि आप किसी मंत्र को सही तरह से और एक लय के अंदर उच्चारण करते हैं तो इसकी वजह से देवताओं की शक्ति जागृत होती है। इसके बारे मे आपको पता होना ‌‌‌ चाहिए और आप इस बात को समझ सकते हैं। और यही आपके लिए सही होगा । इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप इस बात को सम...

बीज मंत्र क्या है ? – Ashtravakra Vaidic Vigyaan Shodh Sansthan

ऋषिओ के अनुसार यह “मंत्र का बीज” होता है । यह बीज मंत्र के विज्ञान को तेजी से फैलाता है । ऋषिओ का मानना हे की किसी भी मंत्र की शक्ति उसके बीज में होती है । जब भी हम मंत्र का जप करते हैं वह तभी प्रभावशाली होता है जब उसे हम योग्य बीज चुन कर करते हैं । मानना हे की बीज, मंत्र के देवता की शक्ति को जागृत करता है । प्रत्येक बीजमंत्र में अक्षर समूह होते हैं । उदाहरण के लिए – ॐ, ऐं,क्रीं, क्लीम् बीज मंत्रों से अनेक रोगों का निदान सफल है। आवश्यकता केवल अपने अनुकूल प्रभावशाली मंत्र चुनने और उसका शुद्ध उच्चारण से मनन-गुनन करने की है। पौराणिक, वेद, शाबर आदि मंत्रों में बीज मंत्र सर्वाधिक प्रभावशाली सिद्ध होते हैं उठते-बैठते, सोते-जागते उस मंत्र का सतत् शुद्ध उच्चारण करते रहें। आपको चमत्कारिक रुप से अपने अन्दर अन्तर दिखाई देने लगेगा। 3- अनुस्वारस्य ययि पर सवर्णे। बीज मंत्र के शुद्ध उच्चारण में सस्वर पाठ भेद के उदात्त तथा अनुदात्त अन्तर को स्पष्ट किए बिना शुद्ध जाप असम्भव है और इस अशुद्धि के कारण ही मंत्र का सुप्रभाव नहीं मिल पाता। इसलिए सर्वप्रथम किसी बौद्धिक व्यक्ति से अपनेअनुकूल मंत्र को समय-परख कर उसका विशुद्ध उच्चारण अवश्य जान लें। अपने अनुरूप चुना गया बीज मंत्र जप अपनी सुविधा और समयानुसार चलते-फिरते उठते-बैठते अर्थात किसी भी अवस्था में किया जा सकता है। इसका उद्देश्य केवल शुद्ध उच्चारण एक निश्चित ताल और लय से नाड़ियों में स्पदन करके स्फोट उत्पन्न करना है। मंत्रों का प्रयोग मानव ने अपने कल्याण के साथ-साथ दैनिक जीवन की संपूर्ण समस्याओं के समाधान हेतु यथासमय किया है, और उसमें सफलता भी पाई है, परंतु आज के भौतिकवादी युग में यह विधा मात्र कुछ ही व्यक्तियों के प्रयोग की वस्तु बनकर रह गई है…...

बुध ग्रह के इन मंत्रों का रोजाना करें जाप दूर होगा समस्त दोष

सप्ताह के सातों दिन देवी-देवताओं को समर्पित हैं। सोमवार का दिन भगवान शिव को समर्पित है, तो मंगलवार का दिन बजरंगबली को समर्पित है। जबकि बुधवार भगवान कृष्ण, गणेश और बुध ग्रह को समर्पित है। इस दिन बुध देव की भी पूजा की जाती है। ऐसा कहा जाता है कि जिनकी राशि में बुध कमजोर होता है, अथवा बुध के कारण अस्थिरता रहती है, उन्हें बुध देव की पूजा-उपासना करनी चाहिए। बुद्ध को बुद्धि का कारक माना जाता है। साथ ही बुध देव को प्रसन्न करने के लिए हर बुधवार को बुध ग्रह शांति मंत्र का जाप करना चाहिए। ऐसा करने से व्यक्ति के जीवन से बुध संबधी बाधाएं दूर हो जाती हैं। आइए, बुध शांति ग्रह मंत्र और इसके लाभ जानते हैं- इस मंत्र का अर्थ है-आपकी काया निशा जैसी है, आप वर्ण में श्याम है। आपके मुखमंडल से तेज चमकता है। आप सभी गुणों में निपुण हैं। हे बुध देव आपको दंडवत प्रणाम-मेरा भी उद्धार करो। कब करें इस मंत्र का जाप हर बुधवार को सुबह उठकर स्नान-ध्यान से निवृत होकर हरे रंग के कपड़े पहनें। इसके बाद ध्यान की मुद्रा में आकर अपने दोनों हाथों को जोड़कर बुध देव को प्रणाम करें। फिर इस मंत्र का जाप सच्ची श्रद्धा से करें। कम से कम एक माला जरूर जाप करें। बुध शांति ग्रह मंत्र के लाभ -इस मंत्र के जाप से तन और मन दोनों शुद्ध होते हैं। -बुध देव बुद्धि और विवेक के देवता माने जाते हैं। इनकी भक्ति करने से व्यक्ति के जीवन में बुद्धि और विवेक का आगमन होता है। साथ ही अध्यात्म चेतना भी जागृत होती है। -अगर किसी के ग्रह नक्षत्र में बुध ग्रह के कारण अशांति आती है तो इस मंत्र के नियमित जाप से वह इन चीजों से मुक्ति पा लेता है। साथ ही व्यक्ति के जीवन में शांति आती है। डिसक्लेमर 'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकत...