बुनकरों का शहर

  1. देश घूमकर जाना बुनकरों का हाल, फिर खोला साड़ी का बिजनेस, अब टर्नओवर 50 लाख
  2. [Solved] हरियाणा के किस जिले को 'गुरुद्वारों का शहर'
  3. [Solved] हरियाणा में किस शहर को 'बुनकरों का शहर' कहा �
  4. बुरहानपुर जिला मध्य प्रदेश
  5. Haryana Gk Bhaarat Ka "Bunkaro Ka Shahar "Hariyana Rajya Ke Kis Jilen Ko Kahan Jata Hain ? Gk Question Answers In Hindi
  6. [Solved] हरियाणा के किस जिले को 'गुरुद्वारों का शहर'
  7. [Solved] हरियाणा में किस शहर को 'बुनकरों का शहर' कहा �
  8. Haryana Gk Bhaarat Ka "Bunkaro Ka Shahar "Hariyana Rajya Ke Kis Jilen Ko Kahan Jata Hain ? Gk Question Answers In Hindi
  9. बुरहानपुर जिला मध्य प्रदेश
  10. देश घूमकर जाना बुनकरों का हाल, फिर खोला साड़ी का बिजनेस, अब टर्नओवर 50 लाख


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देश घूमकर जाना बुनकरों का हाल, फिर खोला साड़ी का बिजनेस, अब टर्नओवर 50 लाख

मेरा नाम शांभवी सिंह है। बिहार से हूं और देवघर में पली-बढ़ी हूं। पढ़ाई, काम, ट्रैवलिंग और अब बिजनेस को लेकर लगभग पूरा देश घूमा है। मैं बहुत कम उम्र की थी, जब पापा गुजर गए। घर में मेरे अलावा मां और भाई थे। भाई-बहन में मैं बड़ी थी इसलिए घर चलाने की जिम्मेदारी मेरे ऊपर आ गई। पढ़ाई के साथ कम उम्र में ही मैंने पार्ट टाइम जॉब शुरू कर दिया था। नौकरी और राजनीति में हाथ आजमाने के बाद अब मैंने हैंडलूम साड़ियों का अपना बिजनेस शुरू किया है। आज के ‘ये मैं हूं’ आप मेरी मेहनत और सफलता की कहानी से रुबरू होंगे… मेरी जिंदगी में कोलकाता शहर का रोल मेंटर जैसा मुझे डॉक्टर-इंजीनियर नहीं बनना था। देवघर में स्कूल की पढ़ाई खत्म करने के बाद मैं कोलकाता गई। वहां जाकर मैंने एनएसएचएम कॉलेज में जर्नलिज्म के कोर्स में एडमिशन ले लिया। छोटे से शहर से निकलकर महानगर पहुंची,जो मेरे लिए किसी समुद्र जैसा था। वहां लिटरेचर, आर्ट और फेमिनिज्म जैसी कई चीजों को करीब से देखा। और उस शहर से बहुत कुछ सीखा। छोटे शहरों में जो चीज गलत लगती है, महानगरों में वो आम बात बन जाती है। जर्नलिज्म के हर फॉर्मेट के लिए काम किया साल 2010 में कॉलेज पूरा करने के बाद एनडीटीवी के साथ मेरे करियर की शुरुआत हुई। फिर मैंने टाइम्स ऑफ इंडिया, टेलीग्राफ, एचटी, यूथ की आवाज, रेड एफएम जैसे बड़े प्लेटफॉर्म्स से भी जुड़ी। बतौर पत्रकार मैंने एजुकेशन, पॉलिटिक्स, टूरिज्म के अलावा फैशन जैसे सभी विषयों को जाना, समझा और उन पर लिखा। रिसर्च के दौरान मिला चुनाव लड़ने का ऑफर मैं काफी छोटी उम्र से काम कर रही थी। मीडिया के हर फॉर्मेट में काम करने बाद मेरे लिए कुछ नया नहीं बचा था। अपने करियर में मैं अच्छे पद तक पहुंच चुकी थी। इसके बाद लगने लगा कि अब इसमें ज्यादा ...

[Solved] हरियाणा के किस जिले को 'गुरुद्वारों का शहर'

सही उत्तर विकल्प 2 है, अर्थात् कैथल । • हरियाणा में कैथल जिले को 'गुरुद्वारों का शहर' के रूप में जाना जाता है। • हरियाणा में पानीपत जिले को 'बुनकरों का शहर' या 'कपड़ा शहर' के रूप में जाना जाता है। • हरियाणा में करनाल जिले को प्रीमियम गुणवत्ता के बासमती चावल के निर्माता के रूप में 'भारत का चावल का कटोरा' कहा जाता है। • हरियाणा में सोनीपत जिला एटलस साइकिल के लिए जाना जाता है।

[Solved] हरियाणा में किस शहर को 'बुनकरों का शहर' कहा �

इसका सही उत्तर पानीपत है। • पानीपत शहर भारत में " बुनकरों का शहर" और " कपड़ा शहर" के रूप में प्रसिद्ध है। इसे " वस्त्रों की रीसाइक्लिंग के लिए वैश्विक केंद्र" होने के कारण " कास्ट-ऑफ कैपिटल" के रूप में भी जाना जाता है। • 1526, 1556 और 1761 में पानीपत शहर के पास लड़ी गई तीन प्रमुख लड़ाइयाँ भारतीय इतिहास के सभी मोड़ थे। • 1 नवंबर 1989 को पानीपत जिले की स्थापना पूर्ववर्ती करनाल जिले से हुई थी। 24 जुलाई 1991 को इसे फिर से करनाल जिले में मिला दिया गया। • 1 जनवरी 1992 को, हरियाणा राज्य में पानीपत फिर से एक अलग जिला बन गया। • किंवदंती के अनुसार, पानीपत महाभारत के समय में पांडव भाइयों द्वारा स्थापित पांच शहरों (प्रस्थ) में से एक था। • पानीपत को महाभारत में उन पांच गांवों में से एक के रूप में दर्ज किया गया है, जो पांडवों ने दुर्योधन से मांगे थे।

बुरहानपुर जिला मध्य प्रदेश

Burhanpur District MP GK: बुरहानपुर जिला 15 अगस्‍त 2003 को पूर्व निमाड़ खण्‍डवा से अलग करके बनाया गया । इस जिले में 3 तहसीलें हैं खकनार बुरहानपुर एवं नेपानगर आइये जानते हैं बुरहानपुर के बारे में Burhanpur District MP GK • बुरहानपुर, शेख बुरहानुद्दीन के नाम पर सन 1388 ईसवी में राजकुमार नासिर खान के द्वारा स्थापित किया गया था। यह नगर ताप्‍ती नदी के तट पर बसा है • बुरहानपुर को खानदेश के नाम से भी जाना जाता है। बुरहानपुर का प्राचीन नाम खानदेश ही था। • बुरहानपुर का संबंध मुगल शासन काल के साथ काफी गहराई से रहा है। • आइन-ए-अकबरी में बुरहानपुर का उल्‍लेख उद्यानों की नगरी के रूप में किय जाता है जिसमें कुछ क्षेत्र में चंदन उगाया जाता था • बुरहानपुर सिख धर्म से भी घनिष्ठ रूप से संबंधित है, क्योंकि सिखों के पहले गुरु नानकदेव एवं सिखों के अंतिम गुरु गुरु गोविंद सिंह दोनों का बुरहानपुर में आगमन हुआ था। • बुरहानपुर नगर में ताप्‍ती नदी के उस पार जैनाबाद में मुमताज महल की कब्र है,मुमताज महल की मृत्यु बुरहानपुर के निकट आहूखाना नामक स्थान पर हुई थी ,यहीं पर मुमताज महल की पहली कब्र बनी ,बाद में शाहजहां ने मुमताज महल की कब्र को आगरा में स्थानांतरित किया ,तथा उस कब्र पर ताजमहल का निर्माण करवाया। • मुगल बादशाह औरंगजेब ने भी बुरहानपुर में राजा जयसिंह के सम्मान में राजा की छतरी का निर्माण करवाया था। • अकबर ने अपने जीवन काल का अंतिम युद्ध 1601 में किया यह युद्ध असीरगढ़ के किले के ऊपर किया गया तथा अकबर ने यह किला जीता। असीरगढ़ के किले को दक्षिण का प्रवेश द्वार या दक्कन का प्रवेश द्वार भी कहा जाता है। दक्षिण का प्रवेश द्वार कहे जाने वाले इस असीरगढ़ किले का निर्माण अहीर राजा आसा ने 10वीं शताब्दी में क...

Haryana Gk Bhaarat Ka "Bunkaro Ka Shahar "Hariyana Rajya Ke Kis Jilen Ko Kahan Jata Hain ? Gk Question Answers In Hindi

भारत का "बुनकरों का शहर" हरियाणा राज्य के किस जिलें को कहां जाता हैं ? - Which district of Haryana state is known as the "City of Weavers" of India? - Bhaarat Ka "Bunkaro Ka Shahar "Hariyana Rajya Ke Kis Jilen Ko Kahan Jata Hain ?Haryana Gk in hindi, General StudiesSonipat question answers in hindi pdf Sirsa questions in hindi, Know About Panipat Haryana Gk online test Haryana Gk MCQS Online Coaching in hindi quiz book YamunaNagar Anonymous on 01-01-1900

[Solved] हरियाणा के किस जिले को 'गुरुद्वारों का शहर'

सही उत्तर विकल्प 2 है, अर्थात् कैथल । • हरियाणा में कैथल जिले को 'गुरुद्वारों का शहर' के रूप में जाना जाता है। • हरियाणा में पानीपत जिले को 'बुनकरों का शहर' या 'कपड़ा शहर' के रूप में जाना जाता है। • हरियाणा में करनाल जिले को प्रीमियम गुणवत्ता के बासमती चावल के निर्माता के रूप में 'भारत का चावल का कटोरा' कहा जाता है। • हरियाणा में सोनीपत जिला एटलस साइकिल के लिए जाना जाता है।

[Solved] हरियाणा में किस शहर को 'बुनकरों का शहर' कहा �

इसका सही उत्तर पानीपत है। • पानीपत शहर भारत में " बुनकरों का शहर" और " कपड़ा शहर" के रूप में प्रसिद्ध है। इसे " वस्त्रों की रीसाइक्लिंग के लिए वैश्विक केंद्र" होने के कारण " कास्ट-ऑफ कैपिटल" के रूप में भी जाना जाता है। • 1526, 1556 और 1761 में पानीपत शहर के पास लड़ी गई तीन प्रमुख लड़ाइयाँ भारतीय इतिहास के सभी मोड़ थे। • 1 नवंबर 1989 को पानीपत जिले की स्थापना पूर्ववर्ती करनाल जिले से हुई थी। 24 जुलाई 1991 को इसे फिर से करनाल जिले में मिला दिया गया। • 1 जनवरी 1992 को, हरियाणा राज्य में पानीपत फिर से एक अलग जिला बन गया। • किंवदंती के अनुसार, पानीपत महाभारत के समय में पांडव भाइयों द्वारा स्थापित पांच शहरों (प्रस्थ) में से एक था। • पानीपत को महाभारत में उन पांच गांवों में से एक के रूप में दर्ज किया गया है, जो पांडवों ने दुर्योधन से मांगे थे।

Haryana Gk Bhaarat Ka "Bunkaro Ka Shahar "Hariyana Rajya Ke Kis Jilen Ko Kahan Jata Hain ? Gk Question Answers In Hindi

भारत का "बुनकरों का शहर" हरियाणा राज्य के किस जिलें को कहां जाता हैं ? - Which district of Haryana state is known as the "City of Weavers" of India? - Bhaarat Ka "Bunkaro Ka Shahar "Hariyana Rajya Ke Kis Jilen Ko Kahan Jata Hain ?Haryana Gk in hindi, General StudiesSonipat question answers in hindi pdf Sirsa questions in hindi, Know About Panipat Haryana Gk online test Haryana Gk MCQS Online Coaching in hindi quiz book YamunaNagar Anonymous on 01-01-1900

बुरहानपुर जिला मध्य प्रदेश

Burhanpur District MP GK: बुरहानपुर जिला 15 अगस्‍त 2003 को पूर्व निमाड़ खण्‍डवा से अलग करके बनाया गया । इस जिले में 3 तहसीलें हैं खकनार बुरहानपुर एवं नेपानगर आइये जानते हैं बुरहानपुर के बारे में Burhanpur District MP GK • बुरहानपुर, शेख बुरहानुद्दीन के नाम पर सन 1388 ईसवी में राजकुमार नासिर खान के द्वारा स्थापित किया गया था। यह नगर ताप्‍ती नदी के तट पर बसा है • बुरहानपुर को खानदेश के नाम से भी जाना जाता है। बुरहानपुर का प्राचीन नाम खानदेश ही था। • बुरहानपुर का संबंध मुगल शासन काल के साथ काफी गहराई से रहा है। • आइन-ए-अकबरी में बुरहानपुर का उल्‍लेख उद्यानों की नगरी के रूप में किय जाता है जिसमें कुछ क्षेत्र में चंदन उगाया जाता था • बुरहानपुर सिख धर्म से भी घनिष्ठ रूप से संबंधित है, क्योंकि सिखों के पहले गुरु नानकदेव एवं सिखों के अंतिम गुरु गुरु गोविंद सिंह दोनों का बुरहानपुर में आगमन हुआ था। • बुरहानपुर नगर में ताप्‍ती नदी के उस पार जैनाबाद में मुमताज महल की कब्र है,मुमताज महल की मृत्यु बुरहानपुर के निकट आहूखाना नामक स्थान पर हुई थी ,यहीं पर मुमताज महल की पहली कब्र बनी ,बाद में शाहजहां ने मुमताज महल की कब्र को आगरा में स्थानांतरित किया ,तथा उस कब्र पर ताजमहल का निर्माण करवाया। • मुगल बादशाह औरंगजेब ने भी बुरहानपुर में राजा जयसिंह के सम्मान में राजा की छतरी का निर्माण करवाया था। • अकबर ने अपने जीवन काल का अंतिम युद्ध 1601 में किया यह युद्ध असीरगढ़ के किले के ऊपर किया गया तथा अकबर ने यह किला जीता। असीरगढ़ के किले को दक्षिण का प्रवेश द्वार या दक्कन का प्रवेश द्वार भी कहा जाता है। दक्षिण का प्रवेश द्वार कहे जाने वाले इस असीरगढ़ किले का निर्माण अहीर राजा आसा ने 10वीं शताब्दी में क...

देश घूमकर जाना बुनकरों का हाल, फिर खोला साड़ी का बिजनेस, अब टर्नओवर 50 लाख

मेरा नाम शांभवी सिंह है। बिहार से हूं और देवघर में पली-बढ़ी हूं। पढ़ाई, काम, ट्रैवलिंग और अब बिजनेस को लेकर लगभग पूरा देश घूमा है। मैं बहुत कम उम्र की थी, जब पापा गुजर गए। घर में मेरे अलावा मां और भाई थे। भाई-बहन में मैं बड़ी थी इसलिए घर चलाने की जिम्मेदारी मेरे ऊपर आ गई। पढ़ाई के साथ कम उम्र में ही मैंने पार्ट टाइम जॉब शुरू कर दिया था। नौकरी और राजनीति में हाथ आजमाने के बाद अब मैंने हैंडलूम साड़ियों का अपना बिजनेस शुरू किया है। आज के ‘ये मैं हूं’ आप मेरी मेहनत और सफलता की कहानी से रुबरू होंगे… मेरी जिंदगी में कोलकाता शहर का रोल मेंटर जैसा मुझे डॉक्टर-इंजीनियर नहीं बनना था। देवघर में स्कूल की पढ़ाई खत्म करने के बाद मैं कोलकाता गई। वहां जाकर मैंने एनएसएचएम कॉलेज में जर्नलिज्म के कोर्स में एडमिशन ले लिया। छोटे से शहर से निकलकर महानगर पहुंची,जो मेरे लिए किसी समुद्र जैसा था। वहां लिटरेचर, आर्ट और फेमिनिज्म जैसी कई चीजों को करीब से देखा। और उस शहर से बहुत कुछ सीखा। छोटे शहरों में जो चीज गलत लगती है, महानगरों में वो आम बात बन जाती है। जर्नलिज्म के हर फॉर्मेट के लिए काम किया साल 2010 में कॉलेज पूरा करने के बाद एनडीटीवी के साथ मेरे करियर की शुरुआत हुई। फिर मैंने टाइम्स ऑफ इंडिया, टेलीग्राफ, एचटी, यूथ की आवाज, रेड एफएम जैसे बड़े प्लेटफॉर्म्स से भी जुड़ी। बतौर पत्रकार मैंने एजुकेशन, पॉलिटिक्स, टूरिज्म के अलावा फैशन जैसे सभी विषयों को जाना, समझा और उन पर लिखा। रिसर्च के दौरान मिला चुनाव लड़ने का ऑफर मैं काफी छोटी उम्र से काम कर रही थी। मीडिया के हर फॉर्मेट में काम करने बाद मेरे लिए कुछ नया नहीं बचा था। अपने करियर में मैं अच्छे पद तक पहुंच चुकी थी। इसके बाद लगने लगा कि अब इसमें ज्यादा ...