चार धाम लिस्ट

  1. २०२3 में चार धाम यात्रा की तैयारी कैसे करे: पूर्ण जानकारी
  2. Char Dham Yatra 2023: चार धाम यात्रा आज से शुरू, इस दिन खुलेंगे केदारनाथ, बद्रीनाथ धाम के कपाट, ऐसे कर सकते हैं रजिस्ट्रेशन और टूर पैकेज बुक
  3. चार धाम
  4. भारत के चार धाम के नाम व इतिहास
  5. chardham yatra 2023 history importance chardham yatra kyo ki jati haichardham yatra ka itihas kya hai char dham yatra 2023 tour packages registration online Latest News in Hindi, Newstrack Samachar, Aaj Ki Taja Khabar
  6. Char Dham Today Weather List
  7. चार धाम के लिए उत्तराखंड सरकार ने कसी कमर, दर्शनों के लिए श्रद्धालुओं की संख्या निर्धारित – Dastak Times
  8. chardham yatra 2023 latest update news chardham yatra travel guide all details timing and advisory by government Latest News in Hindi, Newstrack Samachar, Aaj Ki Taja Khabar


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२०२3 में चार धाम यात्रा की तैयारी कैसे करे: पूर्ण जानकारी

चार धाम यात्रा दुनिया की सबसे पवित्र तीर्थ यात्राओं में से एक है। इस यात्रा में शामिल चार मंदिर यमुनोत्री, गंगोत्री, केदारनाथ और बद्रीनाथ हैं। इसे छोटा चार धाम यात्रा के नाम से भी जाना जाता है । इनके इलावा एक और चार धाम है जो आदि शंकराचार्य द्वारा स्थापित किये गए था। इनमे देश के चार अलग-अलग कोनों में चार पवित्र तीर्थ स्थल शामिल हैं, जैसे उत्तराखंड में बद्रीनाथ, गुजरात में द्वारका, उड़ीसा में पुरी और तमिलनाडु में रामेश्वरम। छोटा चार धाम यात्रा के सभी पवित्र स्थल अलग-अलग देवी देवताओं को समर्पित हैं। केदारनाथ धाम 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक हैं और यह भगवान शिव को समर्पित है। बद्रीनाथ धाम भगवान बद्री या विष्णु को समर्पित है। गंगोत्री धाम माता गंगा और यमुनोत्री माता यमुना को समर्पित हैं। यदि आप इस पवित्र तीर्थ यात्रा की योजना बना रहे हैं, तो चारधाम यात्रा पैकेज बुक करे | इसमे आपको खाना, प्खुद की गाड़ी और रहने को बजट के अनुसार स्थान मिलेगे | और जानकारी के लिए हमे आज ही सम्पर्क करे | चारधाम यात्रा का धार्मिक महत्व – Char Dham Yatra Significance ये पवित्र स्थान उत्तराखंड में हिमालय की बुलंद चोटियों के बीच विद्यमान हैं। हिंदू धर्म में, मोक्ष प्राप्त करना ही जीवन का गंतव्य माना गया गया है। और ऐसा मानते हैं कि चार धाम यात्रा आपको इस लक्ष्य को पूरा करने के लिए एक कदम और करीब ले जाती है। चारधाम यात्रा का हिन्दू धर्म में बहुत अधिक धार्मिक महत्व है। यह माना जाता रहा है कि प्रत्येक हिंदू को अपने जीवनकाल में कम से कम एक बार इस तीर्थ यात्रा पर जाना चाहिए। ऐसी मान्यता है कि चारधाम यात्रा जीवन भर के पापों को धो कर मोक्ष के द्वार खोलती है। और ऐसा कहा जाता है कि जब कोई तीर्थयात्री चारधाम यात्रा ...

Char Dham Yatra 2023: चार धाम यात्रा आज से शुरू, इस दिन खुलेंगे केदारनाथ, बद्रीनाथ धाम के कपाट, ऐसे कर सकते हैं रजिस्ट्रेशन और टूर पैकेज बुक

Char Dham Yatra 2023: उत्तराखंड में चार धाम की यात्रा आज यानी शनिवार 22 अप्रैल से शुरू हो चुकी है. श्रद्धालुओं इस दौरान 4 पवित्र स्थलों- बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री धाम की यात्रा करेंगे. हर साल सर्दी के सीजन में चारों पवित्र स्थलों के कपाट 6 महीने के लिए बंद कर दिए जाते हैं. इस बार गंगोत्री और यमुनोत्री के कपाट आज 22 अप्रैल अक्षय तृतीया से ओपन किए गए हैं. वहीं केदारनाथ धाम के कपाट 25 अप्रैल और बद्रीनाथ धाम के कपाट 27 अप्रैल से खुलेंगे. चार धाम की यात्रा के प्रति श्रद्धालुओं में काफी उत्साह रहता है. बताया जा रहा है कि अब तक 16 लाख से अधिक श्रद्धालु इस यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन करा चुके हैं. बता दें कि उत्तराखंड सरकार की यात्रा पॉलिसी के अनुसार चार धाम और हेमकुंड साहिब की यात्रा शुरू करने से पहले अपना और अपने वाहनों का रजिस्ट्रेशन कराना अनिवार्य है. जैसे ही श्रद्धालु इन तीर्थस्थलों पर पहुंचते हैं तो उन्हें डेस्टिनेशन प्लेस पर खुद को वेरिफाई भी कराना जरूरी होता है. उत्तराखंड की सरकार के मुताबिक यह नि:शुल्क एक्सरसाइज कुशल मैनेजमेंट यात्रा मॉनिटरिंग और सेफ्टी (Yatra Monitoring and Safety) टीम और सरकारी महकमें की सहायता करने की दिशा में एक छोटा कदम है. ऐसे कर सकेंगे चार धाम यात्रा पर जाने के लिए रजिस्ट्रेशन • उत्तराखंड में आज से शुरू हो चुके चार धाम की यात्रा में शिरकत करने के इच्छुक तीर्थयात्री ऑनलाइन माध्यम से रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं. • इसके अलावा श्रद्धालु अपने एंड्रायड आधारित स्मार्टफोन के गूगल प्ले स्टोर या आईफोन के iOS ऐप स्टोर से टूरिस्ट केयर उत्तराखंड (Tourist Care Uttarakhand) एप्लिकेशन की मदद से रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं. • चार धाम की यात्रा पर जाने के लिए...

चार धाम

चार धाम म्हटलेले आहे व चार धामांची यात्रा सांगितली आहे. ते चार धाम खालीलप्रमाणे- • • • • वैष्णव तीर्थे [ ] आदिगुरू शंकराचार्य यांनी परिभाषित केल्याप्रमाणे तेथे चार वैष्णव तीर्थे आहेत. जिथे प्रत्येक हिंदूला त्याच्या आयुष्यात जाणे आवश्यक आहे, जे हिंदूंना मोक्ष प्राप्त करण्यास मदत करेल. याच्या उत्तरेस आदि शंकराचार्यांचे चार मठ भारताच्या चार कोपऱ्यात आहेत. ते असे:- • पश्चिम दिशेला शारदा मठ, • दक्षिणेला शृंगेरी (चिकमंगलूर), • पूर्वेला • उत्तरेला ज्योतिर्पीठ, ( अन्य मठ [ ] • दक्षिणेला कांची मठ . •

भारत के चार धाम के नाम व इतिहास

ये सभी स्थान कालांतर में भारत के चार धाम के रुप में विकसित हुए थे। भारत के चार धाम के नाम इस प्रकार है। • पूर्व में जगन्नाथ पुरी (उड़ीसा) • पश्चिम में द्वारकाधीश मंदिर (गुजरात) • उत्तर में बद्रीनाथ मंदिर (उत्तराखंड) • दक्षिण में रामेश्वरम मंदिर (तमिलनाडु) सतयुग में रामेश्वरम मंदिर, द्वापर युग में द्वारकाधीश मंदिर और बद्रीनाथ मंदिर आदि हिन्दू धर्म में मान्यता है कि जो लोग जीवन में एक बार चारों धामों कि यात्रा कर लेता है उसे सीधे मोक्ष कि प्राप्ति होती है। भारत के चारों धामों char dham name list in hindi के बारे में मैं आपको विस्तार से जानकारी दूँगा लेकिन उससे पहले मैं आपको उत्तराखंड के चार छोटे धामों के बारे में थोड़ी जानकारी देता हूँ। पढ़े : Table of Contents • • • • • • • • • • • उत्तराखंड के चार धाम उत्तराखंड में चार मंदिर है जिन्हें छोटा चार धाम के नाम से जाना जाता है। इनके नाम है। • गंगोत्री (Gangotri) • यमुनोत्री (Yamunotri) • केदारनाथ (Kedarnath) • बद्रीनाथ (Badrinath) 1. गंगोत्री (Gangotri) जिस स्थान पर गंगा नदी का उद्गम होता है उसी स्थान पर गंगोत्री धाम है यह उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में स्थित है। प्रत्येक साल मई से नवम्बर तक यहाँ लाखो यात्री आते है। जिस स्थान पर गंगा नदी निकलती है वहा उसे भागीरथी नदी कहा जाता है लेकिन देवप्रयाग में अलकनंदा नदी, भागीरथी नदी में मिलती है वहा इसका नाम गंगा नदी हो जाता है। ऐसा माना जाता है कि भागीरथ जो कि भगवान राम के वंसज थे उन्हें अपने पूर्वजों को श्राप से मुक्ति दिलाने के लिए गंगा नदी को स्वर्ग से पृथ्वी पर लाना था इसलिए उन्होंने माता गंगा को प्रसन्न के लिए 5500 वर्षो तक घोर तपस्या की तब जाकर गंगा नदी पृथ्वी पर उतरी थी। गंगोत्री ...

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chardham yatra 2023 history importance chardham yatra kyo ki jati haichardham yatra ka itihas kya hai char dham yatra 2023 tour packages registration online Latest News in Hindi, Newstrack Samachar, Aaj Ki Taja Khabar | Chardham Yatra 2023 History: क्यों करते हैं चार धाम यात्रा, बेहद दिलचस्प है इसका महत्व जानिए विस्तार में : newstrack Chardham Yatra 2023 History: चार धाम यात्रा गंगोत्री, यमुनोत्री, बद्रीनाथ और केदारनाथ की यात्रा अब शुरू हो गई है। हर हिंदू एक न एक बार चार धाम की यात्रा जरूर करना चाहता है, यह हर भारतीय का सपना है कि चाहे एक बार ही सही वह चार धाम की यात्रा जरूर करे। इसके लिए हमारे हिंदू धर्म में काफी मान्यता है। इसका काफी महत्व भी माना जाता है, यही वजह है कि हर साल लाखों श्रद्धालु चार धाम की यात्रा के लिए जाते हैं। बेहद ही खास है चार धाम का महत्व क्यों की जाती है चार धाम यात्रा चार धाम मंदिर का हमारे देश में बेहद ही खास महत्व माना जाता है, कहा जाता है कि इन चारों धाम पर दिव्य आत्माओं का निवास रहता है। यहां दर्शन करने का काफी महत्व माना जाता है। चार धामों में सबसे श्रेष्ण बद्रीनाथ आठवां वैकुंठ धाम कहा जाता है, जहां भगवान विष्णु छह महीने तक निंद्रा में रहते हैं, और छह महीने तक जागते हैं। वहीं केदारनाथ धाम भगवान शिव शंकर का आराम स्थान कहा जाता है। भगवान विष्णु के 24 अवतारों में से एक है नर और नारायण की तपोभूमि के रूप में जानी जाने वाली इसी भूमि पर भगवान शिव ने दर्शन दिए थे। चार धाम यात्रा से मिलता है लाभ कहा जाता है कि चारों धाम की यात्रा करने से जीवन मुक्ति को प्राप्त हो जाता है। कहते हैं कि अगर चार धाम की यात्रा के दौरान मृत्यु हो जाती है तो व्यक्ति को सीधे स्...

Char Dham Today Weather List

Char Dham Today Weather List 22-04-2023. चारो धाम का आज का मौसम का अपडेट. अगर आप चार धाम पर आ रहे हो तो आपको इस पोस्ट में चार धाम के मोसम की जानकारी मिलने वाली है. इस पोस्ट में आपको रोज के हिसाब से और आने वाले 1 वीक के मोसम की जानकारी मिलेगी. ताकि आपको चार धाम यात्रा पर आने से पहले मोसम की सही जानकारी हो. Char Dham Today Weather List उत्तराखंड की चारो धाम की यात्रा शुरू हो गयी है. लेकिन इस बार चारो धाम का मोसम कुछ बदला हुवा है. इस बार चारो धाम में खूब बर्फ पड़ रही है. जिसकी वजह से यात्रा पर आने वाले हर यात्री को पहले से ही मोसम की जानकारी लेकर आनी होगी. सभी यात्रियों को मोसम की सही जानकारी देने के साथ साथ टेम्प्रेचर की भी जानकारी दूंगा. ताकि आपको पता चल सके. किस धाम में कितनी डिग्री टेम्प्रेचर हो रखा है. चार धाम पर आने वाले सभी भक्तो को सलाह दी जाती है. कि वो यात्रा पर आने से पहले गर्म कपडे अपने साथ जरुर रखे. चार धाम में भरी भीड़ के साथ साथ मौसम भी यात्रियों की परिझा लेने वाला है. तो आपके लिए काश ये पोस्ट बनाई है. ताकि आपको चार धाम या केदारनाथ यात्रा पर आने से पहले मौसम की सटीक जानकारी मिल सके. चार धाम की यात्राक पर आने से पहले आप उन सभी समान की लिस्ट यहाँ क्लिक करके देख लो. जो यात्रा के दोरान आपके साथ होनी चाहिए. उत्तराखंड के मौसम की जानकारी उत्तराखंड के पहाड़ी इलाको में 19 May to 24 May तक मोसम खराब रहेगा. पहाड़ो पर और मेदनी इलाको में हलकी और भारी बारिश हो सकती है. उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग और चमोली जिले के साथ साथ उत्तराखंड के सभी शहर में बारिश की चेतवानी दी गयी है. अभी पुरे उत्तराखंड में बारिश का मौसम चल रहा है. अगर आप अपनी यात्रा पर आ रहे है. तो मौसम को देखने के बाद ही अपनी ...

चार धाम के लिए उत्तराखंड सरकार ने कसी कमर, दर्शनों के लिए श्रद्धालुओं की संख्या निर्धारित – Dastak Times

नई दिल्ली: 3 मई से शुरू हो रही चार धाम यात्रा के लिए उत्तराखंड सरकार ने तैयारी कर ली है। हर साल की तरह इस बार भी देश के कोने-कोने से श्रद्धालु चार धाम की यात्रा करने पहुंचेंगे। भक्तों की यात्रा को आसान बनाने के लिए सरकार ने कोविड-19 टेस्ट और वैक्सीनेशन सर्टिफिकेशन की जांच को भी अनिवार्य नहीं किया है। हालांकि कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए सरकार ने दर्शन करने जा रहे श्रद्धालुओं की संख्या सीमित कर दी है। बद्रीनाथ धाम में 15 हजार, केदारनाथ में 12 हजार, गंगोत्री में 7 हजार और यमुनोत्री धाम में 4 हजार यात्री प्रतिदिन दर्शन कर सकेंगे। ये व्यवस्था 45 दिनों के लिए की गई है। मुख्य सचिव एस एस संधू ने अधिकारियों के साथ बैठक कर चार धाम यात्रा और इस विषय पर चर्चा की कि इसे सफलतापूर्वक कैसे संचालित किया जाए। उन्होंने बैठक के बाद कहा कि तीर्थ यात्रा पर निकलने से पहले श्रद्धालुओं के लिए पर्यटन विभाग के पोर्टल पर पंजीकरण करना अनिवार्य होगा। संधू ने कहा कि राज्य के बाहर से आने वाले तीर्थयात्रियों की कोविड की नेगेटिव जांच रिपोर्ट या टीकाकरण प्रमाणपत्र की जांच अगले आदेश तक अनिवार्य नहीं होगी। उन्होंने कहा कि ऐसा इसलिए किया जा रहा है ताकि श्रद्धालुओं को आगमन पर किसी प्रकार की असुविधा न हो और राज्य की सीमाओं पर भीड़ न जमा हो। हालांकि, उन्होंने अधिकारियों से स्थिति पर लगातार नजर रखने को कहा। बैठक में राज्य के पुलिस प्रमुख, स्वास्थ्य और पर्यटन विभाग के सचिव, मंदिर समिति के अधिकारी और संबंधित जिलाधिकारियों ने भाग लिया। चार धाम यात्रा तीन मई को गंगोत्री और यमुनोत्री मंदिरों के कपाट खुलने के साथ शुरू हो रही है। केदारनाथ के कपाट 6 मई को और बद्रीनाथ के कपाट 8 मई को खुलेंगे। कोविड संबंधी पाबंदियां...

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chardham yatra 2023 latest update news chardham yatra travel guide all details timing and advisory by government Latest News in Hindi, Newstrack Samachar, Aaj Ki Taja Khabar | Chardham Yatra Travel Guide 2023: शुरू हुई चार धाम यात्रा, जारी किए गए निर्देश, यहाँ जाने पूजा अर्चना के समय से लेकर सारी जानकारी : newstrack Chardham Yatra Travel Guide 2023: 6 महीने पहले बंद हुए चारधाम यात्रा के कपाट आज यानी अक्षय तृतीया के दिन खुलने जा रहे हैं। आज (22 अप्रैल) को गंगोत्री, यमुनोत्री, केदारनाथ और बद्रीनाथ के धाम शीतकाल में बंद कर दिए गए थे, अब पूरे 6 महीने के बाद भक्तों के लिए खोले जा रहे हैं। हालांकि हर धाम के कपाट खुलने का समय अलग-अलग हैं, तो वहीं भक्तों में भी कपाट खुलने का अलग ही जोश और उमंग देखा जा रहा है। कपाट खुलने के पहले दिन ही हजारों लोग बाबा के दर्शन करने पहुंचे हैं। शुरू चारधाम यात्रा अलग-अलग हैं समय केदारनाथ, बद्रीनाथ, यमुनोत्री और गंगोत्री इन चारों धामों के कपाट खोले जाने का सिलसिला आज से शुरू होने जा रहा है। हालांकि चारों धाम अलग-अलग समय पर खोले जाएंगे, लेकिन आज गंगोत्री और यमुनोत्री के कपाट खोले जा रहे हैं। इसके कुछ दिन बाद ही केदारनाथ और बद्रीनाथ के कपाट खोले जाएंगे। तय किए गए समय के मुताबिक गंगौत्री धाम दोपहर 12 बजकर 35 मिनट पर खोल दिए जाएंगे। कपाट खोलने के समय सहस्त्रनाम, गंगा लहरी पाठ किया जाएगा। तो वहीं दोपहर 12 बजकर 41 मिनट पर यमुनोत्री धाम के कपाट खोले जाएंगे। इस दिन खुलेंगे केदारनाथ और बद्रीनाथ भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंग में से एक है केदारनाथ, जोकि भक्तों के लिए 25 अप्रैल को खोल दिए जाएंगे। तय किए गए समय के मुताबिक 25 अप्रैल को सुबह 6 बजकर 20 मिनट पर मंदिर ...