Computer ki khoj kisne ki thi

  1. Bharat Ki Khoj Kisne Ki Thi। भारत की खोज किसने की थी।
  2. Computer ke baare me jankari
  3. न्यूट्रॉन की खोज किसने की, कब और कैसे हुई?
  4. विज्ञान की खोज किसने की और कब की


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Bharat Ki Khoj Kisne Ki Thi। भारत की खोज किसने की थी।

3.2.4.1 आज क्या सिखा- Bharat ki khoj kisne ki thi। भारत की खोज किसने और कब की थी। 20 मई, 1498 को, लिस्बन, पुर्तगाल से अपनी पाल निर्धारित करने के दो साल बाद, वास्को डी गामा केरल के कोझिकोड (कालीकट) में भारत के पश्चिमी समुद्री तट पर पहुंचे थे. उस समय वास्को दी गामा यूरोप से भारत सीधी यात्रा करने वाले जहाज़ों का कमांडर थे। जो केप ऑफ गुड होप, अफ्रीका के दक्षिणी कोने से होते हुए भारत पहुँचे थे। इन्होंने केवल यूरोप से भारत तक आने वाले जलीय मार्ग की खोज की थी। न की, भारत की हम सभी को पढ़ाया गया है, कि भारत तो यूरोप से भी पुरानी सभ्यता है, जहाँ पर मोहनजोदडो और हडप्पा जैसी बड़ी-बड़ी सभ्यता विकसित हो चुकी थीं। इसीलिए भारत पहले से ही मौजूद था, वास्को डी गामा ने केवल जहाज़ के द्वारा जलीय मार्ग की खोज की है, और वह भारत में अपने पुरे जीवन में तीन बार भारत आया। वास्को डी गामा कौन था? वास्कोडिगामा एक पुर्तगाली नाविकथे, जो समुंद्र के रास्ते से भारत पहुँचने वाला प्रथम व्यक्ति थे। इनका जन्म सन् 1460 को साइन, पुर्तगाल में हुआ था। वास्को दा गामा ईसाई धर्म के रक्षक थे। इन्होने अपने जीवन में अनेक स्थल व जल यात्राएं की है। वास्को डी गामा भारत आकर क्या किया? वास्को दी गामा ने भारत में आकर मसालों काव्यापार शुरू किया तो अरब व्यापारियों को मसाले के व्यापार में बहुत नुकसान हुआ। वास्को दी गामा ने अपने व्यापार को दुश्मनो से बचाने एवं बढ़ाने के लिए कईं युद्ध लड़े। जिसमे वह सफल भी रहा। लेकिन जब वास्को दी गामा सन् 1524 को अपनी अंतिम यात्रा पर भारत निकला, तब उस समय उसकी भारत में तीसरी यात्रा थी। इस यात्रा के पश्चात् उसकी मृत्यु हो गई। वास्को द गामा की मृत्यु मलेरिया रोग के कारण 24 December 1524 को कोच्चि में...

Computer ke baare me jankari

Computer kisne banaya hai? Computer ki khoj kisne ki hai? Computer ki full form kya hai? too aagar aapke man me bhi yesa sawal ata hai to aap iss post ko padh kar sare jawab paa sakoge. Dosto Computer abhi world me kitna popular hai ye aap bhi jante ho aur main bhi janta hu, lekin jo log abhi tak computer nahi use karta hai aur jinke pass computer nahi hai unko nahi pata computer kya hai computer kaise istemal karte hai. Main pahle hi bata diya hai ki is post par aapko sirf basic jankari milegi, agar aap pahle se computer istemal karte ho to sayed aapko sab kuch pata hai jo main abhi batane wala hu. Computer ka khoj kiya tha "CHARLES BABAGE " naam ka ek British mathematician (गणितज्ञ). Charles babage 1832 me "Analog computer" avishkar kiya tha. Iske baad Harvard university ka Professor " HYWARD AKIN " ne ek Mechanical Computer banaya tha. Baad me Digital computer avishkar huya jo ki Mechanical Computer se 200 गुना तेज tha, uske bad dhire dhire aajka computer agaya jo haam log abhi istemal karte hai. Aabhi aap jobhi karo aapko computer ki jorurat jorur padega, chahe aap ghar par koi kaam karo yafir office me kaam karo computer ke bina kuch bhi nahi hoga. Computer har jaga use hota hai, jaise ki - Bank, Office, Home, Schools, Collage har kisi jaga computer ki jorurat hota hai. Agar aap koi business start karna chahate ho too aapko computer chalana jorur sikhna hoga. Asal me abhi computer ke bina aap kuch bhi kaam nahi kar sakote. Computer chalane ke liye Computer ko joo sabs...

न्यूट्रॉन की खोज किसने की, कब और कैसे हुई?

न्यूट्रॉन (Neutron)एकऐसाउपपरमाणविककणहैजिसपरकोईवैद्युतआवेशनहींहोताहै, जोपरमाणुकेनाभिकमेंप्रोटॉनकेसाथपायाजाताहै. यदिआप न्यूट्रॉनकीखोजकिसनेकी, कबऔरकैसेहुई? केबारेमेंनहींजानतेहैंतोइसलेखकोपूरापढ़िए. न्यूट्रॉनकीखोजसर्वप्रथमब्रिटिशभौतिकवैज्ञानिकजेम्सचैडविकनेसन् 1932 मेंकीथी. उनकेइसउपलब्धिपरसन् 1935 मेंभौतिकीमेंनॉवेलप्राइससेसम्मानितकियागया. यदिआपन्यूट्रॉनकीखोजकिसनेकी, कबऔरकैसेहुईथी? सेसंबंधितऔरअधिकजानकारीप्राप्तकरनाचाहतेहैंतोइसलेखकोपूरापढ़िए. न्यूट्रॉनकासूत्रक्याहोताहै? न्यूट्रॉनक्याहैइनहिन्दी (Definition of Neutron in Hindi) न्यूट्रॉन (Neutron) एकआवेशरहितउपपरमाणविककणहैजोपरमाणुकेनाभिकमेंप्रोटॉनकेसाथपायाजाताहै. इसकाद्रव्यमान 1.6749×10-27 Kg होताहैजोकिइलेक्ट्रॉनकेद्रव्यमानसे 1,839 गुनाज्यादाहै. न्यूट्रॉनको n सेचिह्नितकियाजाताहैजिसपरपरआवेशशून्य (0) होताहै. इसेएकमूलभूतकणनहीकहाजाताक्योंकियहछोटेअस्थाईसूक्ष्मकणोंसेमिलकरबनारहताहैजिन्हेक्वॉर्ककहतेहैं. यहतीनक्वॉर्कसेमिलकरबनाहोताहैजिनमेंसेदोडाउनक्वॉर्कहोतेहैंतथाएकअपक्वॉर्कहोताहैं. इसकणकायोगदानपरमाणुबमकानिर्माणकरनेमेंकाफ़ीहैक्योंकियहएकउदासीनकणहोतेहैंइसलिएइनकेद्वारानाभिककाविखंडनसंभवकरनामुमकिनहोपाताहै. यहएकउपपरमाण्विक particle होतेहैंजोकीसभीप्रकारकेपदार्थोंकेएटमकेनाभिकमेंपाएजातेहै. आपकोंबातदे, प्रोटॉनऔरन्यूट्रॉनमिलकरपरमाणुकेनाभिक (nucleus) कानिर्माणकरतेहैं. न्यूट्रॉनकीखोजकिसनेकी (Neutron Ki Khoj Kisne Ki) जेम्सचैडविक (James Chadwick) नेसर्वप्रथमन्यूट्रॉन (Neutron) कीखोजसन् 1932 मेंकीथी. वेएकब्रिटिशभौतिकवैज्ञानिकथेऔरउनकेइसउपलब्धिपरसन् 1935 मेंभौतिकीमेंनॉवेलप्राइससेसम्मानितकियागयाथा. न्यूट्रॉनकेखोजकर्ताजेम्सचैडविककेबारेमें : न्यूट्रॉनकेखोजकर्ता ज...

विज्ञान की खोज किसने की और कब की

विज्ञान की खोज किसने की और कब की आज हम बहुत ऐसी चीज का इस्तेमाल करते जो विज्ञान की देन है विज्ञान का इतिहास विज्ञान और वैज्ञानिक ज्ञान के विकास का अध्ययन है जिसमें प्राकृतिक विज्ञान और सामाजिक विज्ञान दोनों शामिल हैं और विज्ञान प्राकृतिक दुनिया के बारे में अनुभवजन्य, सैद्धांतिक और व्यावहारिक ज्ञान का एक पार्ट है जो वैज्ञानिकों द्वारा प्रस्तुत किया गया है. आज विज्ञानं के बिना कुछ नही है यदि आज विज्ञानं नही होता तो सायद कुछ नही होता क्योकि विज्ञानं ने मानव को बहुत कुछ दिया है जिसके दम पे आज मानव अपना जीवन इतनी सरलता से जी रहा है. आज आप खुद ही देख सकते है आपके इस्तेमाल की जाने वाली छोटी से छोटी से छोटी सुई से लेकर और बड़ी से बड़ी एरोप्लेन सभी विज्ञानं की देन है. इस विज्ञानं को इतना आगे ले जाने के लिए वैज्ञानिको ने बहुत योगदान दिया उनके योगदान के बिना तो सायद आज इतना सब कुछ मुनकिन होता और विज्ञानं की बहुत सफलताये है आज विज्ञानं ने इन्सान को पृथ्वी से चाँद तक पहुचा दिया है और विज्ञानं से ही आज वैज्ञानिक वह जीवन सम्भव करने की कोसिस कर रहे है और कहा जा रहा है की आने वाले समय में यह नही सफलता मिलेगी. विज्ञान की खोज 19वीं शताब्दी में विलियम ववेल द्वारा अंग्रेजी शब्द वैज्ञानिक सबसे पहले इस्तेमाल किया गया था सन ,1883 में पहली बार वैज्ञानिक शब्द इस्तेमाल किया था और इस से पहले प्रकृति की जांच करने वाले लोग खुद को “प्राकृतिक दार्शनिक” कहते हैं जबकि प्राकृतिक दुनिया की प्रजननिक (empirical )जांच क्लासिकल पुरातनता (antiquity) थेल्स एंड अरिस्टल द्वारा वर्णित की गई है और मध्य युग इब्न अल-हैथम और रोजर बेकन द्वारा वैज्ञानिक पद्धति का इस्तेमाल किया गया है आधुनिक विज्ञान शुरुआत आधुनिक काल में हुई ...