Computer ki pidiya in hindi

  1. Computer Ki Pidiya Hindi Mein। कंप्यूटर की पीढ़ियां &Raquo; Fasthindi.com
  2. कंप्यूटर की सीमाएं
  3. कंप्यूटर क्या है और इसका पूरा नाम क्या है
  4. कंप्यूटर की पीढ़ियां


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Computer Ki Pidiya Hindi Mein। कंप्यूटर की पीढ़ियां &Raquo; Fasthindi.com

Table of Contents • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • आज के दौर में हम कंप्यूटर का जो स्वरूप देखते हैं जैसे कि यह बहुत हल्का (लैपटॉप, मोबाइल, टैबलेट) , तीव्र गति से विभिन्न कार्यों को संपन्न करने वाला, कम बिजली खपत करने वाला और साथ ही साथ दिखने में आकर्षक भी लगता है। कंप्यूटर की इन सभी खूबियों के साथ हमारे मन में सवाल उठता है कि आज इतने विशेषताओं से युक्त कंप्यूटरों का इतिहास कैसा था। इसी सवाल का जवाब इस लेख Computer Ki Pidiya Hindi Mein जानेंगे। कंप्यूटर की दुनिया में जनरेशन का तात्पर्य समय के साथ उनमें हुए तकनीकी बदलाव से है। शुरुआत में जनरेशन (पीढ़ी) शब्द का प्रयोग अलग-अलग हार्डवेयर तकनीकों (जैसे वैक्यूम ट्यूब, ट्रांजिस्टर,VLSI आदि) के बीच अंतर करने के लिए किया जाता था। परंतु आधुनिक समय में पिछले कुछ वर्षों में software के क्षेत्र में हुए क्रांतिकारी बदलाव को देखते हुए Computer ki Pidiya के अध्ययन में हम इतिहास में मनुष्य के जीवन में कंप्यूटर की शुरुआत एक गणना करने वाली मशीन के साथ होती है। इस क्रम में जो सबसे पहले गणना करने वाली बनाई गईं वो थी Abacus। कंप्यूटर के इतिहास में अब तक पाँच पीढ़ियां ज्ञात है। नीचे के लेख में हम कंप्यूटर की समस्त पांच पीढ़ियोंं की चर्चा, उनके अनुमानित समय काल एवम साथ ही साथ उनमें हुए हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर परिवर्तनों को भी जानेंगे। Computer Ki Pidiya Hindi Mein कंप्यूटर की सभी पांच पीढ़ियां ( Generation of Computer in Hindi ) कंप्यूटर की प्रथम पीढ़ी (First Generation of Computer in Hindi) प्रथम श्रेणी के कंप्यूटरों का समयकाल सन् 1946 से 1959 तक था। प्रथम पीढ़ी के कंप्यूटरों में मेमोरी और CPU के सर्किट में बुनियादी कंपोनेंट के तौर पर V...

कंप्यूटर की सीमाएं

कंप्यूटर की विशेषताएं तो आप जान ही चुके हैं, कंप्यूटर आपके बहुत सारे कामों को करता है, लेकिन कंप्यूटर की कुछ सीमाएं भी होती हैं, जिससे बाहर कंप्यूटर कार्य नहीं कर सकता है, आईये जानते हैैं कंप्यूटर की सीमाएं क्या है। कंप्यूटर की सीमाएं | computer ki simaye कंप्यूटर की सीमाएं :- बुद्धिमता की कमी (Lack of Intelligence) :- कम्प्यूटर एक मशीन है, उसमें मनुष्य के समान बुद्धिमता (Intelligence) नहीं है, यह केवल यूजर द्वारा दिये गये निर्देशों का पालन करता हैं, किसी भी स्थिति में कंप्यूटर न तो दिये गये निर्देशों से कम काम करता है। सामान्य बोध की कमी (Lack of Common Scene) :- यह भी जानना जरूरी है कि कंप्यूटर कभी कोई गलती नहीं करता है, लेकिन अगर यूजर उससे गलत काम लेता है, तो उसे इसका सामान्य बोध यानि Common Scene नहीं हाेता है, अगर आपने कंप्यूटर को बताया नहीं है "सीमा एक लडकी है" तो वह उसे by default लडका ही मानेगा, उसे नाम में फर्क करना नहीं आता है, Computer एक बुद्धिमान मशीन नहीं है, यह सही या गलत कि पहचान नहीं कर पाता है। विद्युत पर निर्भरता (Dependence on electricity) :- कंप्यूटर को काम करने के लिये विद्युत (electricity) की आवश्यकता होती है, बिना विद्युत (electricity) केे कंप्यूटर एक धातु के डब्बे से ज्यादा और कुुछ नहीं है। अपग्रेड और अपडेट (Upgrade and Update) :- कम्प्यूटर एक ऐसी मशीन है, जिसे समय-समय पर अपग्रेड और अपडेट (Upgrade and Update) करना होता है, यदि ऐसा नहीं किया तो कंप्यूटर ठीक प्रकार से कार्य नहीं कर पाता है। वायरस से खतरा (Virus threat) :- कंप्यूटर को हमेशा वायरस का खतरा बना रहता है, एक बार वायरस आने पर यह कंप्यूटर ऑपरेटिंग सिस्टम के साथ उसमें सुरक्षित फाइलों को भी नु...

कंप्यूटर क्या है और इसका पूरा नाम क्या है

दुनिया के हर कोने में इस्तेमाल होने वाला एक ऐसा यंत्र जिसने दुनिया के विकास की गति को इतना तेज़ कर दिया है. लगभग हर क्षेत्र में इसका उपयोग किया जाता है और इसीलिए अगर आज आप ये जानना चाहते हैं की कंप्यूटर क्या है और इसकी उपयोगिता, प्रकार एवं विशेषता क्या है. अगर आप कॉलेज जाने वाले स्टूडेंट्स में से एक हैं जो इस यंत्र के बारे में सुन चुके हैं कि लेकिन अभी ज्यादा जानकारी नहीं है तो इस पोस्ट को अंत तक पढ़े. 14 संक्षेप में कंप्यूटर क्या है – What is Computer in Hindi? कंप्यूटर एक यंत्र है जो इनपुट यंत्रों के द्वारा दिए गए निर्देशों के आधार पर कार्यों को निष्पादित करता है एवं आउटपुट यंत्रों के माध्यम से हमें परिणाम सूचना के रूप में प्रदान करता है. ये किये गए कार्य को भविष्य के लिए सुरक्षिता भी रखता है. इसमें डाटा को स्टोर भी कर सकते हैं जिससे इसे भविष्य में इस्तेमाल कर सकते हैं. Computer लैटिन भाषा के शब्द “Computare” से बना हुआ है जिसका मतलब होता है गणना करना. इसका इस्तेमाल हम बहुत सारे कामों को आसानी से करने के लिए करते हैं. ये जटिल से जटिल गणित के सवालों को एक सेकंड से कम समय में भी हल कर लेता है. ये हमारे द्वारा दिए गए निर्देशों को हमारे भाषा में नहीं समझता बल्कि सिर्फ 0 और 1 के रूप में समझता है जिसे हम मशीन लैंग्वेज बोलते हैं. इस यंत्र का सिर्फ एक उपयोग नहीं है लगभग हर जगह इसका इस्तेमाल किया जाता है. आप अक्सर ऐसे बहुत सारे जगहों में हर रोज़ जाते होंगे जहाँ पर सरकारी या प्राइवेट कार्यालय होंगे. ये इतनी जरुरी बन चूका है जितना की शिक्षा का महत्व है. क्योंकि अभी तो ग्रेजुएशन किये हुए इंसान को भी जॉब मिलने में बहुत परेशानी होती है. लेकिन इस का ज्ञान ऐसा है की अगर आपको पता है की बे...

कंप्यूटर की पीढ़ियां

Quick Links • • • • • पहली पीढ़ी के कम्प्यूटर (First Generation Computers) (1942 – 1955) प्रथम पीढ़ी के कम्प्यूटरों में वैक्यूम ट्यूब (Vacuum tube) या निर्वात ट्यूब का प्रयोग होता था। वैक्यूम ट्यूब का आकार बडा होने के कारण प्रथम पीढ़ी के कम्प्यूटरों का आकार बड़ा होता था। शुरूआत में इनमें मशीनी भाषा (Machine language) का प्रयाेग किया जाता था और स्‍टोरेज के लिये पंच कार्ड (Punch Card) का प्रयोग किया जाता था, इनकी कार्य करने की गति धीमी थी। 1952 में असेम्बली भाषा (Assembly language) के अविष्‍कार हुआ और प्रोग्राम लिखना आसान हुआ दूसरी पीढ़ी के कम्प्यूटर (Second Generation Computers) (1955 – 1964) दूसरी पीढ़ी के कम्प्यूटरों में वैक्यूम ट्यूब (Vacuum tube) की जगह ली ट्रांजिस्टरों ने, ट्रांजिस्टर अर्द्ध चालक धातु से बना होता है ट्रांजिस्टर (Transistor) का आविष्कार 1947 में बेल लेबोरेट्रीज द्वारा किया गया था ट्रांजिस्टर (Transistor) का आकार वैक्यूम ट्यूब (Vacuum tube) से कहीं छोटा था ट्रांजिस्टर (Transistor) के आने से दूसरी पीढ़ी के कम्प्यूटरों छोटा गया वहीं ये Computer अधिक तीव्र गति से कार्य करने में सक्षम थे साथ ही दूसरी पीढ़ी के कम्प्यूटरों में उर्जा की खपत भी बहुत कम होती थी। इसके अलावा पंच कार्ड (Punch Card) के स्‍थान पर मैग्नेटिक स्‍टोरेज डिवाइस का प्रयोग किया जाने लगा साथ ही दूसरी पीढ़ी के कम्प्यूटरों में उच्च स्तरीय प्रोग्रामिंग भाषाओं BASIC, COBOL, FORTRAN आदि का विकास हुआ साथ ही व्‍यवसाय में कंप्‍यूटरों का प्रयोग होने लगा तीसरी पीढ़ी के कम्प्यूटर (Third Generation Computers) (1964 – 1975) तीसरी पीढ़ी के कम्प्यूटरों में ट्रांजिस्टर (Transistor) के स्‍थान पर एकीकृत परिपथ (...