पोषण महा अभियान

  1. पोषण
  2. 39 Sambhav 39 campaign will take the malnourished towards nutrition
  3. राष्ट्रीय पोषण अभियान क्या है
  4. पोषण अभियान : राष्ट्रीय आत्मचिंतन का समय
  5. राष्ट्रीय पोषण अभियान का रेली निकालकर किया आगाज


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पोषण

बच्चे के जीवित रहने, उसके स्वास्थ्य और विकास के लिए पर्याप्त और ठीक संतुलित आहार महत्वपूर्ण है। सुपोषित बच्चों की स्वस्थ, उत्पादक और सीखने के लिए तैयार रहने की संभावना अधिक होती है। अल्‍पपोषण का विपरीत प्रभाव होता है, इससे बुद्धि अवरुद्ध होती है, उत्पादकता कम होती है और गरीबी बनी रहती है। इससे बच्चे के मरने की संभावना बढ़ती है और निमोनिया, डायरिया और मलेरिया जैसे बचपन के संक्रमणों के प्रति उनकी संवेदनशीलता बढ़ जाती है। ऊर्जा, प्रोटीन अथवा विटामिन और खनिजों (सूक्ष्म पोषक तत्वों) के अपर्याप्त सेवन और/ अथवा अपर्याप्‍त अवशोषण की वजह से अल्‍पपोषण होता है जिससे पोषण संबंधी कमियां होती हैं। अल्‍पपोषण केवल पर्याप्‍त भोजन न खाने से ही नहीं होता। बचपन की बीमारियां, जैसे दस्त अथवा आंतों में कीड़े के संक्रमण से भी पोषक तत्वों का अवशोषण अथवा आवश्यकताएं प्रभावित हो सकती हैं। कुपोषण व्यापक शब्द है जो हर प्रकार के खराब पोषण से संबंधित है। सरल शब्दों में, कुपोषण में अल्पपोषण और अतिपोषण, दोनों शामिल हैं। पांच वर्ष से कम आयु के बच्‍चों की कुल मौतों की एक-तिहाई अल्‍पपोषण के कारण होती है। अल्‍पपोषण केवल गरीबों को प्रभावित करने वाली स्थिति नहीं, यह भारत भर के सभी सामाजिक-आर्थिक समूहों में व्‍याप्‍त है। केवल पिछले 10 वर्षों में, भारत में पांच वर्ष से कम आयु के बच्‍चों में स्‍टंट बच्चों की संख्या 48 प्रतिशत से कम होकर 38 प्रतिशत हो गई है। भारत अच्छी प्रगति कर रहा है लेकिन पूरे भारत में स्टंटिंग और अन्य प्रकार के कुपोषण समाप्त करने के लिए पहले से ही सफल प्रयासों में तेजी लाने के लिए राष्ट्रीय नेतृत्व की आवश्यकता है। स्टंटिंग और अल्‍पपोषण के अन्‍य प्रकारों के विरुद्ध लड़ाई अभी जीती नहीं गई है, अल्‍...

39 Sambhav 39 campaign will take the malnourished towards nutrition

गाजीपुर। जनपद में संभव अभियान के क्रियान्वयन को लेकर डीएम एमपी सिंह की अध्यक्षता में शुक्रवार को बैठक हुई। इसमें अभियान संचालन को लेकर विस्तृत चर्चा करते हुए डीएम ने डीपीओ दिलीप कुमार पाण्डेय को दिशा निर्देशित किया। जिलाधिकारी एमपी सिंह ने कहा कि बच्चों के बेहतर भविष्य और अधिक समृद्ध समाज के लिए पोषण अत्यन्त आवश्यक है। शिशु व बाल मृत्यु में वृद्धि का एक प्रमुख कारण मातृ एवं शिशु कुपोषण है। शासन की ओर से कुपोषण से मुक्त करने के लिए लगातार विभाग की ओर से अभियान चलाया जा रहा है। डीएम ने कहा कि कुपोषण की रोकथाम में सबसे बड़ी चुनौती समाज, परिवार एवं व्यक्ति के स्तर पर पोषण सम्बन्धी मौजूदा व्यवहारों, धारणाओं, मिथकों में परिवर्तन लाना है। इसी के तहत नवाचार के रूप में ‘संभव' अभियान शुरू किया है। अभियान के तहत विशेष रूप से सैम एवं मैम से ग्रसित बच्चों का सही चिंहाकन, उपचार प्रबंधन, सामुदायिक स्तर पर उनके प्रबन्धन के साथ-साथ कुपोषण की रोकथाम के लिए सामुदायिक व्यवहार के परिवर्तन पर जोर दिया गया। गाजीपुर में यह अभियान अब 30 सितंबर तक चलेगा। अभियान में कुपोषित (सैम, मैम, गम्भीर अल्प वजन एवं लो बर्थ वेट बच्चों के चिन्हांकन, संर्दभन, उपचार एवं प्रबंधन के साथ-साथ कुपोषण से बचाव के लिए भी सामुदायिक गतिविधियों का आयोजन किया जायेगा। इस अभियान को तीन मुख्य मासिक थीम एवं साप्ताहिक थीम पर विभाजित किया गया है। उन्होंने स्वास्थ्य, पंचायती राज, ग्राम्य विकास, शिक्षा, खाद्य एवं रसद, पशुपालन, उद्यान एवं आयुष विभाग के उत्तरदायित्वों को भी बताया। उन्होंने कहा कि अधिकारी ‘संभव‘ अभियान के तहत सौपे गए दायित्वों का निर्वहन पूरी निष्ठा के साथ करें। जिला कार्यक्रम अधिकारी दिलीप कुमार पाण्डेय ने बताया कि ‘संभ...

राष्ट्रीय पोषण अभियान क्या है

राष्ट्रीय पोषण अभियान भारत सरकार का एक प्रमुख कार्यक्रम है जो बच्चो, किशोरों, गर्भवती महिलाओं एवं स्तनपान कराने वाली महिलाओं के पोषण संबंधी सुधार के लिए कार्य करता है| इसके लिए यह प्रोद्योगकी का उपयोग करते हुए लक्षित दृष्टिकोण को अपनाता है. हम इस पोस्ट में राष्ट्रीय पोषण माह और पोषण अभियान क्या है के बारे में बता रहे है| Rashtriya Poshan Mission. National Nutrition Mission- NNM in hindi. राष्ट्रीय पोषण अभियान क्या है – What is National Nutrition Mission- NNM in hindi. यह भी पढ़ें: राष्ट्रीय पोषण अभियान देश की पोषण चुनौतियों से निपटने के लिए एक अनोखा कार्यक्रम है जिसकी शुरूआत प्रधानमंत्री द्वारा मार्च, 2018 में किया गया था। यह बच्चो, किशोरों, गर्भवती महिलाओं एवं स्तनपान कराने वाली महिलाओं के पोषण संबंधी सुधार के लिए कार्य करता है. राष्ट्रीय पोषण अभियान कार्यक्रम सभी मंत्रालयों के बीच एक साथ समन्वित तरीके से काम करने की मांग करता है ताकि कुपोषण को जल्दी और प्रगतिशील तरीके से कम किया जा सके। National Nutrition Mission का प्रमुख उद्देश्य • राष्ट्रीय पोषण अभियान कार्यक्रम का प्राथमिक उद्देश्य लोगों के बीच पोषण के महत्व पर जागरूकता बढ़ाना और बच्चों एवं गर्भवती/स्तनपान कराने वाली महिलाओं के लिए सरकार द्वारा उपलब्ध कराये जा रहे संपूर्ण पोषण तक उनकी पहुंच बढ़ाना है। • देश भर में समुदायों के बीच लामबंदी करना और पोषण से जुड़ी चुनौतियों के विभिन्न आयामों से निपटने में उनकी भागीदारी बढ़ाना | • देश में उच्च स्तर के पोषण को महत्व देना | • प्रौद्योगिकी के इस्तेमाल से लक्षित दृष्टिकोण के साथ एक स्वस्थ राष्ट्र के निर्माण का लक्ष्य हासिल करना | यह भी पढ़ें: Rashtriya Poshan Mission के लिए प्रय...

पोषण अभियान : राष्ट्रीय आत्मचिंतन का समय

कीवर्ड्स : पोषणअभियान, एनएफएचएस 5 ,कुपोषण, अधिकवजन, बालमृत्युदर , अल्पपोषण , 1000 दिन चर्चामेंक्यों ? नवम्बरमेंजारीराष्ट्रीयपरिवारस्वास्थ्यसर्वेक्षणकापांचवासंस्करणभारतमेंकुपोषणकीस्थितिमेंधीमीगतिसेसुधारकासंकेतदेरहाहै।इससमयभारतमेंकुपोषणकीव्यापकतथागंभीरस्थितिनिरंतरबनीहुईहै।पांचवर्षसेकमआयुवर्गकाहरतीसराबच्चातथाहरपांचवीमहिलाकुपोषितहै।इसीकेसाथ -साथमोटापेसेग्रसितमहिलाओंकीसंख्यामेंएकचौथाईवृद्धिहुईहै।बच्चों , किशोरोंतथामहिलाओंमेंएनिमियाकीसंख्याभीबढ़रहीहै। छहमाहसेअधिकआयुवर्गवालेबच्चोंमें 10 मेंसेमात्र 1 बच्चाइसआयुवर्गहेतुअनुशंसितआवृत्तिकेअनुसारखाद्यपदार्थ, अर्थातअर्धठोसखाद्यपदार्थोंकोदिनमेंतीनसेचारबारसेवनकररहाहै। पोषणअभियानक्याहै ? • पोषण( समग्रपोषणकेलिएप्रधानमंत्रीकीव्यापकयोजनायाप्राइममिनिस्टरसओवररीचिंगस्कीमफॉरहॉलिस्टिकन्यूट्रीशन ) अभियानबच्चों ,गर्भवतीमहिलाओंतथास्तनपानकरानेवालीमहिलाओंकेपोषणसंबंधीपरिणामोंमेंसुधारकरनेकेउद्देश्यसेआरम्भकियागयाप्रमुखकार्यक्रमहै।इसेराष्ट्रीयपोषणमिशनभीकहाजाताहै। • पोषणअभियानकामुख्यउद्देश्यप्रमुखआंगनबाडीसेवाकेउपयोगतथावितरणकीगुणवत्तामेंसुधारकेद्वाराकुपोषणकेअधिकतमदबाववालेजिलोंमेंस्टंटिंगकमकरनाहै। • इसकेसाथहीपोषणअभियानमहिलाओंतथा 1000 दिनकेबच्चोतककईसरकारीयोजनाओंतथाकार्यक्रमोंकेलाभपहुंचानेकेलिएस्पष्टरुपसेएकीकृततथासमन्वयकीआवश्यकताकोइंगितकरताहै। राष्ट्रीयपरिवारस्वास्थ्यसर्वेक्षण 5 • यहभारतकेपरिवारोंकेसैम्पलपरआधारितएकव्यापकतथाबहुचरणीयसर्वेक्षणहै। • एनएफएचएस 5 (राष्ट्रीयपरिवारस्वास्थ्यसर्वेक्षण 5) विभिन्नक्षेत्रोंमेंप्रमुखनिष्कर्षोंकोबताताहै।इसकेसाथहीसाथक्षेत्रोमेंसुधारकेमार्गमेंआनेवालीकमियोंकेकारणोंकोभीइंगितकरताहै। राष्ट्रीयपरिवारस्वास्थ्यसर्वेक्षण 5 केनिष्कर्षऔरह...

राष्ट्रीय पोषण अभियान का रेली निकालकर किया आगाज

संवाददाता भीलवाड़ा। मातृ वंदना योजना सप्ताह एवं पोषण माह अभियान की शुरुआत जाड़ावत मातृ वंदना योजना सत्ता है एवं पोषण अभियान की शुरुआत आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा बाल विकास परियोजना कार्यालय से रैली निकालकर की गई।प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना में फोल्डर वितरण किया गया एवं फोल्डर को बताते हुए जाड़ावत ने बताया कि प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना सप्ताह 1 सितंबर से लेकर 7 सितंबर तक चलेगा पोषण महा अभियान 1 सितंबर से लेकर 30 सितंबर तक चलेगाइसमें उन गर्भवती महिलाओं का पंजीकरण किया जाता है जिनको पहली बार गर्भ धारण किया है ऐसी महिलाओं के आवश्यक कागज लेकर जिनमें बैंक खाता आधार भामाशाह टीकाकरण कार्ड आदि लेकर प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना का पंजीकरण कर आंगनवाड़ी केंद्र पर परियोजना कार्यालय में इसका फॉर्म जमा कराया जाता है जिनके माध्यम से उस गर्भवती महिला को पहली दूसरी और तीसरी किस्त के रूप में ₹5000 का भुगतान किया जाता है पोषण अभियान यह अभियान पूरे महा चलेगा जिनमें विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम केंद्र एवं परियोजना स्तर पर किए जाएंगे इस अवसर पर महिला पर्यवेक्षक पुष्पा चौहान जानकी की सत्यनारायण बैरवा गोपाल सांवरा कुमार आंगनवाड़ी कार्यकर्ता तारा शर्मा इंद्र गुर्जर प्रियंका धाकड़ आशा मूंदड़ा लॉर्ड लक्षकार ममता गुर्जर संजू कुमावत पुष्पा सेन हीरा देवी हेमा रानी नीलम भट्ट रेनू पारीक और भी कई जने उपस्थित थे। ताजा अपडेट्स के लिए आप पञ्चदूत मोबाइल ऐप डाउनलोड कर सकते हैं, ऐप को इंस्टॉल करने के लिए यहां