Dashrath krit shani stotra lyrics

  1. Sri Shani Bhagwan Stotra in English
  2. Shanidham
  3. [PDF] दशरथ कृत शनि स्तोत्र


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Sri Shani Bhagwan Stotra in English

Koonratha Pinglo Burbhuh Krishano Roordronthko Yamh Soorih Shanischarayo Mandh Pippaladen Sanstuth ॥ Tani Shani-Namani Japedsawatthstriyo | Shanescharkrta Pida Na Kdachid Bhavishyati ॥ Sadhesati Pidanashak Stotra – Pippalad Uvach- Namaste Koonsansathay Pind Galay Namosatute | Namaste Bubhupaye Krishanay va Namostu te ॥ Namaste Rorddehay Namaste Chankaye Cha | Namaste Yamsanjaay Namaste Sooraye Vibho ॥ Namaste Yamdasamjaay Shaneschar Namostute | Prsadam Kuru Devesh Danisay Prantsay Cha ॥ Also Read: Sri Shani Bhagwan Stotra in English

Shanidham

• • Lord Shani • An Introduction • Even females can worship Lord Shani • How to change your Karmic destiny • Laws of Karmas and destiny • Mere Aaradhya shanidev • Origin of Lord Shani • Pacify Lord Shani • Pashupat stotra • Shani Amavasya • Shani Mantras/Chalisa & More... • Shree Sidh Shakti Peeth Shanidham • The Basis of Worshipping Lord Shani • कर्मों से कर्मों का शुद्ध • कर्म-सिद्धांत और भाग्य • कैसे करें श्री शनिदेव को अनुकूल • श्री शनिदेव इंगित प्रतिकूलता शमन के उपाय • Shani Sadhe Satti Dhaiya • ढैय्या का विचार • शनिदेव की साढ़ेसाती का हौवा • Shree Shanidham Trust • Highlight of social executed by Shree Shani Dham Trust • Astrology • Astrology a time telling Science • Kaal Sarp Yog(English) • Kalsurp yog in Hindi • Navgraha nine planets • Shani in Celestial • The Division of Time • The Origin of Astrology • Mantras • संकट मोचक हनुमान अष्टक • सरल शनि मंत्र व स्तोत्र • श्री हनुमान चालीसा • शनि मृत्युंजय स्तोत्र • दशरथ कृत शनि स्तोत्र • दशरथ कृत शनि स्तोत्र हिन्दी पद्य रूपान्तरण • पाशुपत-स्तोत्र • लघु मृत्युंजय मंत्र • मृत संजीवन जप विधि • नवग्रह चालीसा • नवग्रह पीड़ाहर स्तोत्र • आरती श्री शनिदेव की • श्री शनि चालीसा • श्री शनिस्तोत्रम् • श्री शनैश्चर सहानामावलि • • • • • • • • • • • Deepak • दशरथ कृत शनि स्तोत्र नम: कृष्णाय नीलाय शितिकण्ठनिभाय च। नम: कालाग्निरूपाय कृतान्ताय च वै नम: ।।१।। नमो निर्मांस देहाय दीर्घश्मश्रुजटाय च । नमो विशालनेत्राय शुष्कोदर भयाकृते।।२।। नम: पुष्कलगात्राय स्थूलरोम्णेऽथ वै नम:। नमो दीर्घायशुष्काय कालदष्ट्र नमोऽस्तुते।।३।। नमस्ते कोटराक्षाय दु...

[PDF] दशरथ कृत शनि स्तोत्र

Shani Stotra Lyrics In Hindi & English नम: कृष्णाय नीलाय शितिकण्ठनिभाय च। नम: कालाग्निरूपाय कृतान्ताय च वै नम: ।। नमो निर्मांस देहाय दीर्घश्मश्रुजटाय च। नमो विशालनेत्राय शुष्कोदर भयाकृते।। नम: पुष्कलगात्राय स्थूलरोम्णेऽथ वै नम:। नमो दीर्घायशुष्काय कालदष्ट्र नमोऽस्तुते।। नमस्ते कोटराक्षाय दुर्निरीक्ष्याय वै नम:। नमो घोराय रौद्राय भीषणाय कपालिने।। नमस्ते सर्वभक्षाय वलीमुखायनमोऽस्तुते। सूर्यपुत्र नमस्तेऽस्तु भास्करे भयदाय च।। अधोदृष्टे: नमस्तेऽस्तु संवर्तक नमोऽस्तुते। नमो मन्दगते तुभ्यं निरिस्त्रणाय नमोऽस्तुते।। तपसा दग्धदेहाय नित्यं योगरताय च। नमो नित्यं क्षुधार्ताय अतृप्ताय च वै नम:।। ज्ञानचक्षुर्नमस्तेऽस्तु कश्यपात्मज सूनवे। तुष्टो ददासि वै राज्यं रुष्टो हरसि तत्क्षणात्।। देवासुरमनुष्याश्च सिद्घविद्याधरोरगा:। त्वया विलोकिता: सर्वे नाशंयान्ति समूलत:।। प्रसाद कुरु मे देव वाराहोऽहमुपागत। एवं स्तुतस्तद सौरिग्र्रहराजो महाबल:।। शनि स्तोत्र के लाभ व महत्व • दशरथ उवाच शनि देव स्तुति का पाठ करने से शनि देव का क्रोध शान्त होता है। • शनि की साढ़ेसाती व ढैया के कारण होने वाली समस्याओं के निदान हेतु आपको इस दिव्य स्तोत्र का पाठ अवश्य करना चाहिए। • यदि कोई पुराना रोग आपको बहुत लम्बे समय से पीड़ित कर रहा है तो निश्चित ही आपको इस स्तोत्र का पाठ करने से उस रोग से मुक्ति मिलेगी। • यदि आपके ऊपर शनि देव की कुदृष्टि है तो आप भी प्रतिदिन इस स्तोत्र का पाठ सकते हैं। • किसी आवश्यक यात्रा पर जाने से पहले पूर्ण विधि-विधान से दशरथ कृत शनि स्तोत्र का पाठ करने से यात्रा सफल व फलदायक सिद्ध होती है। • दशरथ वास शनिदेव स्तुति के प्रभाव से शत्रुओं का सर्वनाश होता है। • दशरथ कृत शनि स्तोत्र अत्यधिक प्रभावशा...