डिवाइडर का चित्र

  1. Divider in Chief Meaning in Hindi
  2. डिवाइडर कितने प्रकार के होते हैं? – Tech ITI
  3. डिवाइडर का नाप किससे लिया जाता है? » Divider Ka Naap Kisse Liya Jata Hai
  4. Chitra Varnan in Hindi, चित्र वर्णन की परिभाषा, उदाहरण


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Divider in Chief Meaning in Hindi

हाल ही में दुनिया की सबसे प्रतिष्ठित मैगज़ीन में से एक TIME मैगज़ीन ने भारत के मौजूदा प्रधानमंत्री पर कटाक्ष करते हुए उन्हें India's Divider in Chief कहकर संबोधित किया है। यह एक नकारात्मक शब्द है जो Commander in Chief शब्द को तोड़ मरोड़ कर पेश किया गया है। आज इस आर्टिकल में हम जानेंगे कि डिवाइडर इन चीफ का मतलब क्या होता है और आप अर्थ जानने के बाद नीचे कमेंट बॉक्स में टिप्पणी कर बताइए कि क्या इस शब्द को कटाक्ष या आलोचना के भाव से किसी देश के प्रधानमंत्री जैसे सम्मानीय पद पर बैठे माननीय व्यक्ति के लिए प्रयोग किया जाना सही है? डिवाइडर इन चीफ अंग्रेजी भाषा का शब्द है जो दो शब्दों से मिलकर बना हुआ है पहला शब्द है Divider जिसका अर्थ होता है "विभाजन करने वाला" दूसरा शब्द है "In Chief" जिसका अर्थ होता है "सर्वोच्च मुखिया या प्रमुख" इस प्रकार "इंडिया'ज डिवाइडर इन चीफ" टाइटल का पूर्ण अर्थ निकलता है "भारत का प्रमुख - विभाजनकारी" अर्थात "भारत का अलग-अलग तत्वों (जैसे धर्म इत्यादि) के आधार पर विभाजन करने वाला प्रमुख व्यक्ति"

डिवाइडर कितने प्रकार के होते हैं? – Tech ITI

Table of Contents • • • • • • • डिवाइडर किसे कहते हैं? यह एक मार्किंग टूल है, यह कंपास की तरह का टूल है। इसकी दो टांगें होती हैं, जिसकी लंबाई एक समान होती है। इसके नीचे का किनारा नुकीला होता है। इसकी दोनों टांगें रिवेट द्वारा आपस में जुड़ी होती हैं। डिवाइडर (Divider) हाई कार्बन स्टील या माइल्ड स्टील के बने होते हैं। लेकिन दोनों प्रकार के मेटल से बने डिवाइडर को अलग-अलग प्रोसेस से बनाया जाता है। जो डिवाइडर कठोरता प्रदान करने के लिए हार्ड व टेम्पर किया जाता है और जिस डिवाइडर को माइल्ड स्टील का बनाया जाता है, उसको कठोरता केस हार्ड प्रोसेस द्वारा दी जाती है। डिवाइडर का साइज कहां से लिया जाता है? इसका साइज दोनों टांगों के रिवेट जोड़ के सेंटर से नुकीले प्वॉइंट तक की दूरी तक लिया जाता है। यह आपको बाजार में 50, 75, 100, 150 या 200 mm की लंबाई में मिलते हैं। जब किसी स्थान पर अधिक लंबाई के Divider की जरूरत पड़ती है तब उसको जरूरत की लंबाई का भी बनवाया जाता है। डिवाइडर कितने प्रकार के होते हैं? यह दो प्रकार के होते हैं, जो कि निम्न प्रकार से हैं- • फर्म ज्वॉइंट डिवाइडर • स्प्रिंग टाइप डिवाइडर फर्म ज्वॉइंट डिवाइडर किसे कहते हैं? इसकी दोनों टांगों के ऊपर से वाशर रखकर रिवेट (Rivet) द्वारा जोड़ा जाता है। वाशर से जुड़े होने के कारण दोनों टांगों को हल्के हाथ के दबाव से कम या अधिक खोला या बंद किया जाता है। इसको अधिक बार खोलने या बंद करने से जोड़ ढीला हो जाता है। जोड़ को टाइट करने के लिए रिवेट को पीटकर सही किया जाता है। यह Divider मुख्यत: तीन प्रकार के होते हैं- • साधारण फर्म ज्वॉइंट डिवाइडर • फर्म ज्वॉइंट विंग डिवाइडर • नीडल प्वॉइंट फर्म ज्वॉइंट स्प्रिंग टाइप डिवाइडर किसे कहते हैं? इसकी दोनों...

डिवाइडर का नाप किससे लिया जाता है? » Divider Ka Naap Kisse Liya Jata Hai

चेतावनी: इस टेक्स्ट में गलतियाँ हो सकती हैं। सॉफ्टवेर के द्वारा ऑडियो को टेक्स्ट में बदला गया है। ऑडियो सुन्ना चाहिये। आपका सवाल है रिपोर्टर का बाप किससे लिया जाता है तो रिकी सवाल का जवाब है डिबेट अकामा कंपास से लिया जाता है लेकिन हम लोग जो मैप्स में कंपास यूज करते हैं के मैथ के अजीमेट्री के लिए तो उस जोकर पास रहता है उसी कंपनी में डिवाइडर का बाप लिया जाता है फैजाबाद aapka sawaal hai reporter ka baap kisse liya jata hai toh riki sawaal ka jawab hai debate akama compass se liya jata hai lekin hum log jo maps me compass use karte hain ke math ke ajimetri ke liye toh us joker paas rehta hai usi company me divider ka baap liya jata hai faizabad आपका सवाल है रिपोर्टर का बाप किससे लिया जाता है तो रिकी सवाल का जवाब है डिबेट अकामा कंपास

Chitra Varnan in Hindi, चित्र वर्णन की परिभाषा, उदाहरण

Attention Class 9 and 10 Superstars: Signup for CBSE News, Videos & notes! HINDI WRITING SKILLS Chitra Varnan ( चित्र वर्णन) - इस लेख में हम चित्र-वर्णन के बारे में जानेंगे। चित्र-वर्णन कहते किसे हैं? चित्र-वर्णन के क्या लाभ हैं? चित्र-वर्णन की क्या विशेषताएँ हैं? चित्र-वर्णन का क्या तरीका है? इन सभी प्रश्नों के साथ-साथ इस लेख में हम कुछ उदाहरण भी दे रहे हैं ताकि आप अपने चित्र-वर्णन के प्रश्न को आसानी से और कम समय में प्रभावशाली ढंग से प्रस्तुत कर पाएँ – See Video of चित्र-वर्णन Top दूसरे शब्दों में - चित्र को देखकर उसमें निहित क्रियायों, स्थितियों और भावों का वर्णन ही 'चित्र-वर्णन' कहलाता है। सरल शब्दों में - दिए गए चित्र को देख कर उस चित्र को अपने शब्दों में प्रस्तुत करना ही 'चित्र-वर्णन' कहा जाता है। पृथ्वी पर मानव ही एकमात्र प्राणी है, जिसे ईश्वर ने कल्पनाशक्ति का वरदान दिया है। किसी भी वस्तु, दृश्य या चित्र को देख कर उसके मन में अनेक भाव जन्म लेने लगते हैं। अपने अनुभवों के कारण किसी घटना या वातावरण के प्रति उसकी अपनी प्रतिक्रिया होती है। अपने इस अनुभव या प्रतिक्रिया को सशक्त और प्रभावशाली भाषा के माध्यम से व्यक्त कर पाना ही 'चित्र-वर्णन' का उद्देश्य है। वर्णन के लिए दिया गया चित्र किसी घटना को दर्शाने वाला, किसी पूर्ण-स्थिति को व्यक्त करने वाला, किसी व्यक्ति विशेष या प्रकृति से सम्बंधित हो सकता है। Top चित्र वर्णन के लाभ (1) चित्र वर्णन से वस्तुओं या दृश्यों को परखने की क्षमता का विकास होता है। (2) चित्र-वर्णन से कल्पना शक्ति का विकास होता है। (3) चित्र-वर्णन से अपने विचारों को एक सूत्र में पिरोकर लिखने की प्रतिभा का विकास होता है। (4) भाषा लेखन का विकास होता है। Top ...