धातु रोग की सबसे अच्छी दवा कौन सी है?

  1. धातु रोग की दवा कौन कौन सी है? » Dhatu Rog Ki Dawa Kaun Kaun Si Hai
  2. धातु रोग क्या है? धातु रोग का इलाज, कारण, दवा, नुकसान, परहेज
  3. एमईसीओ 12 टैबलेट: उपयोग, साइड इफ़ेक्ट, कीमत और विकल्प देखें
  4. धात रोग का अंग्रेजी दवा क्या है ? » Dhat Rog Ka Angrezi Dawa Kya Hai
  5. धात रोग को कैसे रोकें, धातु दोष ठीक या खत्म करने के रामबाण घरेलु उपाय
  6. धातु (धात) रोग का होम्योपैथिक इलाज, उपचार और दवा
  7. बिना सेक्स किये लड़कियां इन 5 तरीकों से हो सकती हैं प्रेग्नेंट


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धातु रोग की दवा कौन कौन सी है? » Dhatu Rog Ki Dawa Kaun Kaun Si Hai

चेतावनी: इस टेक्स्ट में गलतियाँ हो सकती हैं। सॉफ्टवेर के द्वारा ऑडियो को टेक्स्ट में बदला गया है। ऑडियो सुन्ना चाहिये। आपने पूछा है कि धात रोग की दवा कौन सी है लेकिन भारतीय रोग होता है यह गर्मी के कारण होता है शरीर के अंदर 18 साल की उम्र होती है किशोरावस्था बाल्यावस्था से हमने तुझे किशोरावस्था में जब जाते हैं तो यह बीमारी आटोमेटिक ज्यादातर लोगों में आ जाती है कुछ गलत आदतों की वजह से यह बीमारी शरीर में आ जाती है तो इसके लिए आप यूपी बोर्ड का माइक्रोलाइट और त्रिफला का सेवन करें साथ में ही पेट को साफ रखने के लिए यह हो गया दूसरा भाग ना आए इसके लिए आप पीपल के दूध को मीठे बताशे के अंदर एक बूंद डालकर 7 दिन तक की aapne poocha hai ki dhat rog ki dawa kaun si hai lekin bharatiya rog hota hai yah garmi ke karan hota hai sharir ke andar 18 saal ki umar hoti hai kishoraavastha baalyaavastha se humne tujhe kishoraavastha mein jab jaate hain toh yah bimari automatic jyadatar logo mein aa jaati hai kuch galat aadaton ki wajah se yah bimari sharir mein aa jaati hai toh iske liye aap up board ka maikrolait aur Triphala ka seven kare saath mein hi pet ko saaf rakhne ke liye yah ho gaya doosra bhag na aaye iske liye aap pipal ke doodh ko meethe batashe ke andar ek boond dalkar 7 din tak ki आपने पूछा है कि धात रोग की दवा कौन सी है लेकिन भारतीय रोग होता है यह गर्मी के कारण होता है

धातु रोग क्या है? धातु रोग का इलाज, कारण, दवा, नुकसान, परहेज

आज हम जानेंगे धातु रोग क्या है और धातु रोग का इलाज क्या है? पूरी जानकारी (Dhat Syndrome in Hindi) के बारे में क्योंकि धातु रोग के बारे में अधिकतर कहीं पर अगर सुनने में आता है तो वह है आयुर्वेदिक चीजों में। हालांकि यह एक ऐसा शब्द है, जिसके बारे में लोग खुलकर बात करने में डरते हैं, क्योंकि यह शारीरिक कमजोरी से जुड़ी हुई एक समस्या है और यह समस्या तब व्यक्ति के शरीर में पैदा होती है, जब वह अपने शरीर के प्रति लापरवाही करता है। मुख्य तौर पर देखा जाए तो जो Dhat Rog होता है, यह यौन से संबंधित एक प्रॉब्लम है। हमारे इंडिया में धातु रोग की प्रॉब्लम अधिकतर लोगों को होती है परंतु संकोच के कारण वह इसका इलाज नहीं करवा पाते हैं। आज के इस लेख में जानेंगे कि Dhatu Rog Kya Hai, धातु रोग के लक्षण, Dhatu Rog Ka ilaj, धातु रोग का कारण, Dhat Syndrome in Hindi, आदि की जानकारीयां पूरा डिटेल्स में जानने को मिलेगा, इसलिये इस लेख को सुरू से अंत तक जरूर पढे़ं। धात या धातु रोग क्या है? – What is Dhat Syndrome in Hindi धातु रोग धातु रोग की अगर सरल व्याख्या की जाए तो जो व्यक्ति इस रोग से परेशान होता है उसकी बॉडी में से ऑटोमेटिक ही बिना संबंध स्थापित किए हुए ही स्पर्म निकल जाता है। एक प्रकार से व्यक्ति को यह पता ही नहीं चलता है कि कब उसके शरीर में से शुक्राणु बाहर निकल गए हैं। अंग्रेजी में धातु रोग को spermaturia कहकर बुलाया जाता है। अक्सर जो पुरुष इस समस्या से परेशान होते हैं, वह जब पेशाब करते हैं तो पेशाब के रास्ते भी उनकी बॉडी में से शुक्राणु बाहर चले जाते हैं। धातु रोग को मुख्य तौर पर दो प्रकार में बांटा जा सकता है जिसमें पहले प्रकार में व्यक्ति को सपने में सोते सोते ही बिस्तर पर शुक्राणु निकलने की सम...

एमईसीओ 12 टैबलेट: उपयोग, साइड इफ़ेक्ट, कीमत और विकल्प देखें

एमईसीओ 12 टैबलेट, विटामिन B12. विटामिन B12 का सप्लीमेंट है, जो मस्तिष्क और तंत्रिकाओं और लाल रक्त कोशिकाओं के उत्पादन के लिए महत्वपूर्ण हैं. This medicine is used to treat vitamin B12 deficiency. इसका इस्तेमाल कभी-कभी खतरनाक एनीमिया और अन्य बीमारियों वाले लोगों में भी किया जाता है. एमईसीओ 12 टैबलेट को डॉक्टर द्वारा बताई गई खुराक और अवधि के अनुसार लिया जाना चाहिए. डॉक्टर से बात किए बिना डोज़ को बढ़ाना नहीं चाहिए. अगर आप कोई अन्य दवा ले रहे हैं तो डॉक्टर को बताएं. इस दवा के सामान्य साइड इफेक्ट में मिचली आना , उल्टी, डायरिया (दस्त), भूख में कमी, और सिर दर्द शामिल हैं. अगर इनमें से कोई भी आपको परेशान करता है, तो आपको अपने डॉक्टर को बताना चाहिए. इस दवा को लेने से पहले, यदि आप पहले से किसी बीमारी से पीड़ित हैं तो अपने डॉक्टर को इसके बारे में बताएं . आपके द्वारा ली जाने वाली सभी दवाओं के बारे में भी अपने डॉक्टर को बताएं. पर्निशियस एनीमिया एक ऐसी बीमारी है जिसमें आपके शरीर में विटामिन बी12. की कमी के कारण पूरे शरीर में ऑक्सीजन ले जाने के लिए पर्याप्त लाल रक्त कोशिकाएं नहीं होती हैं. अगर आपको खाद्य पदार्थों से पर्याप्त विटामिन बी 12 नहीं मिलता है (खराब पोषण या खनिज के खराब अवशोषण के कारण), तो आपका शरीर कम लाल रक्त कोशिकाएं उत्पन्न करेगा और एनीमिया का कारण बन सकता है.. एमईसीओ 12 टैबलेट एक न्यूट्रिशनल सप्लीमेंट है जिसका इस्तेमाल शरीर में विटामिन b12 के लो लेवल के इलाज या रोकथाम के लिए किया जाता है.. ये दोनों ही लाल रक्त कोशिकाओं के उत्पादन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं और इसकी कमी से एनीमिया हो सकता है. यह लाल रक्त कोशिकाओं के स्तर को बढ़ा सकता है और थकान और कमजोरी जैसे एनीमिया के लक...

धात रोग का अंग्रेजी दवा क्या है ? » Dhat Rog Ka Angrezi Dawa Kya Hai

चेतावनी: इस टेक्स्ट में गलतियाँ हो सकती हैं। सॉफ्टवेर के द्वारा ऑडियो को टेक्स्ट में बदला गया है। ऑडियो सुन्ना चाहिये। जी मैं वेद प्रकाश शर्मा मथुरा साहब धातु रोग की अंग्रेजी दवा है नहीं सही बात तुझे फोटो इसका कारण भी 5 साल पहले तक तो नहीं मालूम था आज है नहीं है नींद कह सकता लेकिन यह पक्का है कि धात रोग की दवा है नहीं डॉक्टर अपने दिमाग से ही कुछ दे दे तो जो है अलग बात है आप समझदार की दीवार की बहुत कम सोरायसिस की कोडरमा की संभव सपन दोष की ऐसी दवा जो है एलोपैथिक में कारण ही नहीं जानते तो उसका उपाय या उपचार कैसे हो सकता धात रोग की दवा को आयुर्वेदिक यूनानी होम पैथिक में मिली ठीक दवाई भी दो तरह की होती है मेरे भाई एक दवा होती है शास्त्रों जो शास्त्र ने बताइए और कुछ दवाई होती है अनुभूत अनुभूत का मतलब ही होता है कि जिन का जो है अपने दिमाग से ही बनाते हैं रोगी को देखकर बना लेते हैं यह जो है नोटों की कलेक्शन देख कर और या अपने दिमाग से अपने मन से बनाते हैं तो वह दवा भी अच्छा कार्य करते हैं धात रोग से पीड़ित हैं और आप धात रोग की बीमारी में हमारी बॉडी में इन्फेक्शन होते होते हैं जो हम आज हम खाते हैं उसका वीर्य बनता है 42 से पहचान तो हमारी बॉडी में इन्फेक्शन होते होते जब रात में भी प्रवेश कर जाता है तब जो है धात रोग होता है ठीक है जी तो उसमें भी पतलापन वीडियो में स्माइल आना और वीर्य का रंग बदल जाना बीजेपी लाओ जाना और बहुत पतला हो जाना ठीक है जी आप जो है चाहे तो मुझसे संपर्क कर सकते हैं अनुभूत दवाइयां हैं मंगवा सकते हैं कोरियर द्वारा चली जाएगी मथुरा आगरा अलीगढ़ यहां के पास में रहते हैं तो मुझसे ठीक है जी और नहीं तो व्हाट्सएप पर मुझसे ऑनलाइन बात करके आपको दवा कोरियर हो जाएगी और एलोपैथिक ...

धात रोग को कैसे रोकें, धातु दोष ठीक या खत्म करने के रामबाण घरेलु उपाय

धातु रोग या धात गिरना क्या है Dhatu Rog Ke Gharelu Upay in Hindi यदि किसी व्यक्ति को धातु रोग या धात रोग होता है तो ऐसे में बिना व्यक्ति की इच्छा के उसके लिंग से तरल पदार्थ कितना रहता है| ऐसा पेशाब करते समय, मल त्याग करते समय यहां तक कि अंडर वियर की रगड़ लगने से भी वीर्य का स्खलन होता रहता है| ऐसे में व्यक्ति के स्वास्थ्य पर बहुत बुरे साइड इफेक्ट देखने को मिलते हैं जिसके कारण व्यक्ति तनाव की स्थिति में आ जाता है| loading... आज हम यहां जाने की किस धातु रोग को बंद करने रोकने के लिए खत्म करने के देसी घरेलू या आयुर्वेदिक उपाय क्या होते हैं इनमें से कुछ उपाय धात रोग को दूर करने में आपकी काफी मदद करेंगे तो चलिए जानते हैं धात रोग को रोकने के रामबाण उपाय कौन से होते हैं| धातु रोग रोकने के लिए घरेलू उपाय है मालिश– Dhatu rog khatam karne ka nuskha hai malish loading... धात रोग रोकने या खत्म करने का सबसे प्रभावी उपाय होता है| शरीर की मालिश करना आपको रोजाना कुछ देर आयुर्वेदिक तेल से करनी होती है ऐसा करने से शरीर और लिंग की नसों को बल मिलता है जिसके फलस्वरूप धात रोग दूर करने में मदद मिलती है| धात रोग का दूर करना का उपचार होता है सही डाइट – देखिये दोस्तों यदि आपको धातु रोग है तो ऐसे में आपको हलकी फुलकी पोषण युक्त ठंडी प्रकर्ति की चीज़ें खाने चाहिए जैसे हरी पत्तेदार सब्जियां, फल फ्रूट, नारियल पानी आदि| ऐसा करने से धातु गिरने का जो नुक्सान हुआ है उसकी भरपाई होगी और जब आपके शारीर को सही पोषण मिलेगा तो उसके सभी कार्य ठीक से होने और आपको धात रोग से जल्दी छुटकारा भी मिलेगा| इसके अलावा डॉक्टर से पूछ कर कोई अच्छे मल्टीविटामिन का भी सेवन करें ताकि आपकी कमजोरी दूर हो| See also धातु रोग या धात गिरना...

धातु (धात) रोग का होम्योपैथिक इलाज, उपचार और दवा

(और पढ़ें - धातु रोग से पीड़ित लोग अधिकतर छोटी उम्र के होते हैं, उनकी नई-नई शादी हुई होती है, वे निम्न वर्ग से होते हैं या ऐसे परिवार से होते हैं जिनकी धात रोग को नियंत्रित करने के लिए होम्योपैथिक उपचार बहुत असरदार भूमिका निभाता है। इसके लिए उपयोग की जाने वाली आम होम्योपैथिक दवाएं हैं, अग्नस कास्टस, कैलेडियम, जेल्सीमियम, लाइकोपोडियम, नक्स वोमिका, फास्फोरिक एसिड, सेलेनियम और स्टैफिसाग्रिया। एक उचित होम्योपैथिक दवा देने से पहले, व्यक्ति के लक्षणों के साथ उसके व्यक्तित्व और शारीरिक कारक को ध्यान में रखा जाता है। • • • • • 1843 में, डॉक्टर रैंकिंग ने एक विकार के बारे में लेख लिखा, जिसे सबसे पहले डॉक्टर लेलमेंड ने पहचाना था। उन्होंने ये बताया कि जननांग पर किसी भी प्रकार की प्राकृतिक या अप्राकृतिक ज्यादा धात रोग के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले आम उपचार में व्यक्ति को इस समस्या के बारे में समझाया जाता है, इससे जुड़े मिथक दूर किए जाते हैं, दिमाग शांत रखने के तरीकों के बारे में बताया जाता है और (और पढ़ें - इसके अलावा, myUpchar के डॉक्टरों ने अपने कई वर्षों की शोध के बाद आयुर्वेद की 100% असली और शुद्ध जड़ी-बूटियों का उपयोग करके myUpchar Ayurveda Urjas Capsule बनाया है। इस आयुर्वेदिक दवा को हमारे डॉक्टरों ने कई लाख लोगों को सेक्स समस्याओं के लिए सुझाया है, जिससे उनको अच्छे प्रभाव देखने को मिले हैं। नीचे दी गई होम्योपैथिक दवाओं का उपयोग धात रोग के लिए किया जाता है: • अग्नस कास्टस (Agnus Castus) सामान्य नाम: चेस्ट ट्री (Chaste tree) ​लक्षण: ये दवा कम उम्र के अविवाहित लोगों के लिए असरदार है, जो अधिक सेक्स क्रियाएं करते हैं। नीचे दिए लक्षणों में इस दवा से आराम आता है: • डिप्रेशन, घबराहट और मान...

बिना सेक्स किये लड़कियां इन 5 तरीकों से हो सकती हैं प्रेग्नेंट

बिना सेक्स किये लड़कियां इन 5 तरीकों से हो सकती हैं प्रेग्नेंट बिना सेक्स किये लड़कियां इन 5 तरीकों से हो सकती हैं प्रेग्नेंट By May 22, 2018 02:24 PM 2018-05-22T14:24:30+5:30 2018-05-22T14:24:30+5:30 स्पर्म पांच दिनों तक जीवित रहता है यानी हेल्दी होता है। इसलिए सेक्स के दौरान अगर स्खलन वैजाइना के अंदर ना होकर बाहर आसपास के हिस्से में हो जाता है, तो भी प्रेगनेंसी का खतरा होता है सेक्स को लेकर लोगों के मन में कई तरह के सवाल होते हैं। एक बड़ा सवाल यह भी है कि क्या कोई महिला बिना सेक्स के प्रेगनेंट हो सकती है? आपको बता दें कि कोई महिला प्रेग्नेंट तब होती है, जब किसी पुरुष का स्पर्म वैजाइना यानी योनि के जरिए ओवम में जाता है, जहां यह महिला के एग्स को फर्टिलाइज करता है। इस प्रकार गर्भधारण की प्रक्रिया होती है और गर्भावस्था होती है। प्रेगनेंसी के लिए जरूरी है - महिला का ओव्यलैशन प्रक्रिया में होना, जहां यूट्रस में हेल्दी एग्स होते हैं। - पुरुषों का स्पर्म हेल्दी होना चाहिए। - स्पर्म में लाखों शुक्राणु होते हैं, जो गर्भाशय में फैलोपियन ट्यूबों के के जरिए जाते हैं। हालांकि कुछ ऐसे उदहारण भी हैं, जहां बिना सेक्स किए भी प्रेगनेंसी देखने को मिली है। बेशक यह बात आपको हैरान कर सकती है लेकिन ऐसा हुआ है। दरअसल इसके पीछे वैज्ञानिक कारण है। चलिए जानते हैं- स्पर्म की खासीयत यह होती है कि यह पांच दिनों तक जीवित रहता है यानी हेल्दी होता है। इसलिए सेक्स के दौरान अगर स्खलन वैजाइना के अंदर ना होकर उसके आसपास के हिस्से में हो जाता है, तो शरीर का तापमान स्पर्म को बढ़ा सकता है और वो किसी भी तरह अंदर जा सकता है। सवाल यह है कि क्या बिना इंटरकोर्स प्रेगनेंसी संभव है? प्रेगनेंसी के लिए बेशक वैजाइना के अंदर ...