धनतेरस कितनी तारीख को

  1. October Dhanteras Special 2022: 22 या 23 कब है धनतेरस का शुभमुहूर्त, सोने
  2. Dhanteras 2021: जानिए कब और कौन सा है धनतेरस का शुभ मुहूर्त और क्या है धनतेरस का महत्त्व Know when is Dhanteras When is the auspicious time and what is the importance of Dhanteras
  3. dhanteras 2020 significance date puja vidhi
  4. Dhanteras 2022: Dhanteras 22 october know shubh muhurat for pujan and shopping puja vidhi and katha
  5. आज की तिथि
  6. What Is Done On Dhanteras


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October Dhanteras Special 2022: 22 या 23 कब है धनतेरस का शुभमुहूर्त, सोने

इंडिया न्यूज़:-“दिवाली” का त्यौहार करीब आ रहा है. हिन्दू धर्म के सभी लोग इस दिन का इस त्यौहार का इंतज़ार पूरे साल करते हैं. ऐसे में अभी इस बात का भी ख्याल रखते हैं कि पूजा के लिए धनतेरस पर खरीददारी के लिए कौन सा संयोग किस दिन बन रहा है. हिंदू पंचांग के अनुसार, कार्तिक मास की त्रयोदशी तिथि 22 अक्टूबर को शाम में 6 बजकर 3 मिनट से शुरू होकर 23 अक्टूबर को शाम 6 बजकर 4 मिनट तक रहेगी। ऐसे में धनतेरस का पर्व 23 अक्टूबर को मनाना शुभ होगा। वहीं यमदीप 22 अक्टूबर को जलाना शुभ होगा। धनतेरस पर कई लोग व्रत भी रखते हैं ऐसे में पंचांग को ध्यान में रखकर अगर व्रत रखा जाए तो 23 तारीख को व्रत रखना काफी बेहतर होगा। क्योंकि 23 को शाम तक प्रदोष काल है। धनतेरस 2022 पर शुभ योग भी बन रहा है। इस साल 23 तारीख को शनि देव मार्गी हो रहे हैं। धनतेरस पर खरीदारी करने से पहले इन बातों का रखें ध्यान धनतेरस के लिए सर्राफा बाज़ार भी तैयार है। बाज़ारों में तरह तरह की स्कीम्स लोगों के लिए बना दी गयी है.धनतेरस पर आप सभी कुछ न कुछ ज्वेलरी खरीदना ज़रूर चाहते हैं अगर आप इस धनतेरस आभूषण खरीद रहे हैं तो कुछ बातों का ख़ास ख्याल रखें। ज्वेलरी की शुद्धता देखना आपका अधिकार है. किसी भी आभूषण को खरीदने से पहले उसपर मौजूद हॉलमार्क ज़रूर देखें इसके साथ ही रसीद लेना ना भूलें। लेकिन सबसे पहले बजट प्लान करें। कितना पैसा खर्च करना है और कौन सी चीजें खरीदनी जरूरी हैं, इसके बारे में अच्छी तरह सोच-विचार लें। धनतेरस की पूजा में ज़रूर रखें सुपारी इसके साथ ही पूजा-पाठ में सुपारी का प्रयोग किया जाता है। अगर आप धनतेरस पर पूजा के दौरान सुपारी रख रहे हैं तो ये काफी शुभ माना जाता है. शास्त्रों के अनुसार सुपारी को ब्रह्मदेव, यमदेव और इंद्रदेव का प्रत...

Dhanteras 2021: जानिए कब और कौन सा है धनतेरस का शुभ मुहूर्त और क्या है धनतेरस का महत्त्व Know when is Dhanteras When is the auspicious time and what is the importance of Dhanteras

New Delhi: धनतेरस हिन्दू धर्म में सबसे विशेष महत्त्व रखता है. धनतेरस का पर्व हर साल कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी को मनाई जाती है. इस साल धनतेरस मंगलवार यानी की 2 नवंबर को मनाया जायेगा. इसे धन त्रयोदशी या फिर धनवंतरि जयंती के रुप में भी जाना जाता है. इस दिन मां लक्ष्मी, कोषाध्यक्ष कुबेर और भगवान धनवंतरि की पूजा की जाती है. धार्मिक मान्यता के अनुसार इस दिन पूजा करने से घर में धन और समृद्धि की कभी कमी नहीं होती और भण्डार घर हमेशा भरा रहता है. धनतेरस के दिन नई-नई चीज़ें खरीदने की परम्परा है. तो चलिए जानते हैं कि इस बार कितनी तारीख को है धनतेरस और क्या है महत्व और पूजा विधि. यह भी पढ़े- धनतेरस का मतलब और महत्त्व कार्तिक माह (पूर्णिमान्त) की कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि के दिन समुद्र-मंन्थन के समय भगवान धनवंतरि अमृत कलश लेकर प्रकट हुए थे, इसलिए इस तिथि को धनतेरस के नाम से जाना जाता है. आपकी जानकारी के लिए बता दें की धन्वन्तरि जब प्रकट हुए थे तो उनके हाथो में अमृत से भरा कलश था. भगवान धन्वन्तरि चूंकि कलश लेकर प्रकट हुए थे इसलिए ही इस दिन पर बर्तन खरीदने की परम्परा है. इस दिन लोग सोना चांदी आदि चीज़ें भी खरीदते है. यह भी पढ़े- धनतेरस की तिथि और शुभ मुहूर्त- धनतेरस का त्योहार कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को मनाया जायेगा वहीं इसके दो दिन बाद दीपावली मनाई जाएगी. इस साल त्रयोदशी तिथि 02 नवंबर को सुबह 11 बजकर 31 मिनट से शुरू होकर 03 नवंबर को सुबह 09 बजकर 02 मिनट तक रहेगी. इस साल धनतेरस का पूजन 02 नवंबर, दिन मंगलवार को किया जाएगा. इस दिन पूजन का शुभ मुहूर्त प्रदोष काल शाम 05:35 से 08:14 तक तथा वृषभ काल शाम 06:18 से 08:14 तक रहेगा. धनतेरस पूजा विधि- मां लक्ष्मी व गणेश...

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धनतेरस के दिन भगवान धनवंतरि की पूजा-अर्चना की जाती है. मान्यता है कि जिस समय समुद्र मंथन हो रहा था, उसी समय भगवान धनवंतरि एक रत्न के रूप में समुद्र मंथन से बाहर आ गए थे. धनतेरस के शुभ अवसर पर धनवंतरि के साथ भगवान गणेश, माता लक्ष्मी और कुबेर जी की आराधना भी की जाती है. दीपावली के पर्व का शुभारंभ धनतेरस से ही होता है. तो आइए जानें धनतेरस 2020 की तिथि, शुभ मुहूर्त, पूजा की विधि और महत्व. यह भी पढ़ें- धनतेरस 2020 तिथि तथा शुभ मुहूर्त खरीदारी की तिथि- 12 नवंबर, 2020 सुबह 11:20 से 12:04 तक अभिजीत मुहूर्त धनतेरस तिथि- 13 नवंबर, 2020 13 नवंबर को धनतेरस पर खरीदारी के लिए पहला मुहूर्त सुबह 7 से 10 बजे तक है. जबकि दूसरा शुभ मुहूर्त दोपहर 1 से 2.30 बजे तक रहेगा. धनतेरस पूजा का शुभ मुहूर्त- शाम 5:28 बजे से शाम 5:59 बजे तक प्रदोष काल मुहूर्त- शाम 5:28 से रात 8:07 तक- 13 नवंबर, 2020 वृषभ काल मुहूर्त- शाम 5:32 से शाम 7:28 तक- 13 नवंबर, 2020 यह भी पढ़ें- धनतेरस की महत्ता दीपावली पर्व की शुरुआत धनतेरस के अवसर पर भगवान गणेश, माता लक्ष्मी और कुबेर जी की पूजा के साथ होती है. पुराणों की मान्यता के अनुसार, जिस समय देवता और असुर समुद्र मंथन कर रहे थे, उसी समय समुद्र मंथन से 14 रत्न निकले थे. इन्हीं में से एक भगवान धनवंतरि धनत्रयोदशी के दिन अपने हाथ में पीतल का अमृत कलश लेकर प्रकट हुए थे. यही कारण है कि इस दिन पीतल की वस्तुएं खरीदना बहुत शुभ फलदायी माना जाता है. एक अन्य मान्यता के अनुसार, धनतेरस के दिन घर में नई चीजें लाने से घर में धन की देवी माता लक्ष्मी और धन के देवता माने जाने वाले भगवान कुबेर का वास होता है. इस दिन नई झाड़ू खरीदना अच्छा माना जाता है. इस दिन झाड़ू खरीदने का कारण यह है कि झाड़ू...

Dhanteras 2022: Dhanteras 22 october know shubh muhurat for pujan and shopping puja vidhi and katha

Dhanteras 2022 Pujan Muhurat and Katha: इस साल धनतेरस का त्योहार 22 और 23 अक्टूबर दो दिन मनाया जाएगा। त्रयोदशी तिथि दोनों दिन रहेगी। हिंदू पंचांग के अनुसार, हर साल कार्तिक मास की त्रयोदशी को धनतेरस या धन त्रयोदशी का त्योहार मनाया जाता है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी के दिन ही भगवान धनवंतरि पृथ्वी पर समुद्र मंथन के दौरान प्रकट हुए थे। जानिए धनतेरस पर बनने वाले शुभ मुहूर्त, पूजन विधि व पौराणिक कथा- इसे भी पढ़ें: धनतेरस पूजा विधि- 1. सबसे पहले चौकी पर लाल रंग का कपड़ा बिछाएं। 2. अब गंगाजल छिड़कर भगवान धन्वंतरि, माता महालक्ष्मी और भगवान कुबेर की प्रतिमा या फोटो स्थापित करें। 3. भगवान के सामने देसी घी का दीपक, धूप और अगरबत्ती जलाएं। 4. अब देवी-देवताओं को लाल फूल अर्पित करें। 5. अब आपने इस दिन जिस भी धातु या फिर बर्तन अथवा ज्वेलरी की खरीदारी की है, उसे चौकी पर रखें। 6. लक्ष्मी स्तोत्र, लक्ष्मी चालीसा, लक्ष्मी यंत्र, कुबेर यंत्र और कुबेर स्तोत्र का पाठ करें। 7. धनतेरस की पूजा के दौरान लक्ष्मी माता के मंत्रों का जाप करें और मिठाई का भोग भी लगाएं। इसे भी पढ़ें: धनतेरस के दिन इन चीजों का दान करने से प्रसन्न होती हैं मां लक्ष्मी, नहीं होता है धन का अभाव धनतेरस शुभ मुहूर्त 2022- धनतेरस पूजा मुहूर्त 22 अक्टूबर को शाम 07 बजकर 01 मिनट से रात 08 बजकर 17 मिनट तक रहेगा। पूजन की अवधि 1 घंटा 16 मिनट की है। प्रदोष काल - 05:45 पी एम से 08:17 पी एम। वृषभ काल - 07:01 पी एम से 08:56 पी एम। धनतेरस से जुड़ी पढ़ें ये पौराणिक कथा- एक पौराणिक कथा के अनुसार, कार्तिक कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि के दिन समुद्र मंथन से धन्वंतरि प्रकट हुए थे तो उनके हाथों में अमृत से भर...

आज की तिथि

Hindu tithi as per th June, 2023. For detailed daily hindu astrology information in Hindi go to आज की तिथि : 16 जून, 2023 शुक्रवार - आषाढ़ कृष्ण पक्ष कल की तिथि : 17 जून, 2023 शनिवार - आषाढ़ अमावस्या हिंदू पंचांग के अनुसार आज की तारीख - विक्रम संवत (Purnimanta) : आषाढ़ 13, 2080, विक्रम संवत (Amanta) : ज्येष्ठ 29, 2080, शक संवत (भारत का राष्ट्रीय कैलेंडर): ज्येष्ठ 27, 1945 Astrology Links • ​ Daily Horoscope • ​ Kundli Matching • ​ Horoscope Matching • ​ Panchang • ​ Muhurat Finder • ​ Rashifal • ​ Sade Sati Report • ​ Mangal Dosha • ​ Birth Chart • ​ Zodiac Compatibility • ​ Nakshatra Finder • ​ Birth Stones • ​ Kundali • ​ Calendars • ​ Numerology • ​ Planet Positions • ​ Marriage Prediction

What Is Done On Dhanteras

This festival of Dhanteras falls in the month of Kartik (Oct-Nov) on the thirteenth day of the dark fortnight or Krishan paksh. This auspicious day is celebrated two days before the festival of lights, Diwali. This day is regarded as the birth Anniversary of the God Dhanvantari, the physician of the God who is an incarnation of Lord Vishnu, who came out during the Samundra anthan, during the Churning of the ocean by the Gods and the demons. Dhan means wealth and theras means thirteenth. This day has important significance not only because of material wealth but also because of spiritual wealth associated with this day. It is the special moment to welcome Maa Laxmi, who is worshipped on the auspicious day of Diwali. This Year Dhanteras is on Sunday 23 October 2022. Some of the things that should be encouraged on the day of Dhanteras are: • Feeding the Holy Cow is highly auspicious. • Light Earthen Lamp / Diya in the evening. • Buy new Utensils but avoid buying leather items, knives and other sharp edge items. • Buying Metal is auspicious, depending upon a person’s budget to spend. It is a good moment to buy Gold coins, Silver coins, Brass items. • Not to forget the day belongs to the Physician of the Gods, so donate medicines, eye drops, and ear drops to needy people. It will be a most wonderful period for those who have a Girl child born on this auspicious day, It will be the true arrival of Goddess Lakshmi Herself to bless the family with good luck and good fortune. I wis...