दो बकरियों की कहानी

  1. Hindi Stories
  2. दो बकरियों की कहानी
  3. Two Silly Goats Story in Hindi
  4. Hindi Kahani for Class 5 children's
  5. Figthing Goats And The Jackal Panchatantra
  6. Figthing Goats And The Jackal Panchatantra
  7. Hindi Stories
  8. Two Silly Goats Story in Hindi
  9. Hindi Kahani for Class 5 children's


Download: दो बकरियों की कहानी
Size: 36.55 MB

Hindi Stories

अगर हमारे भागदौड़ की जिंदगी में थोड़ा वक्त मिलता है तो हिंदी की कहानियां, (Hindi Stories) प्रेरक प्रसंग (Motivational Incident), मोटिवेशनल विचार Motivational Stories आदि पढ़ने की कोशिश करते हैं। हम यह कतई दावा नहीं करते कि सभी कहानियां या प्रसंग हमारे द्वारा लिखी गई है। यह विभिन्न किताबों का संग्रह है, जिसको सरल और अपने तरीके से पेश करने की कोशिश की गई है। जिससे बच्चों के साथ ही साथ बड़े भी पढ़ें और मनोरंजन के साथ कुछ सीख सकें। अपने तरफ से पूरी कोशिश रहेगी कि Hindi का सर्वाधिक लोकप्रिय Blog बनाया जाए। हमारे बच्चे के जीवन में अच्छी कहानियां अमित छाप छोड़ती हैं. इसलिए हम तो कहेंगे कि अपने बच्चे को अच्छी-सी-अच्छी कहानियां सुनाया करें. हमारी भी कोशिश है कि आपको इस ब्लॉग • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • •

दो बकरियों की कहानी

साईं बाबा एक बार लेंडी से लौट रहे थे, जब उन्होंने बकरियों का एक झुण्ड देखा।उनमें से दो ने उनका ध्यान आकर्षित किया। वे उनके पास गए, उन्हें दुलार किया और सहलाया और 32 रुपये में खरीद लिया।जो भक्त उनके साथ थे, वे बाबा के आचरण से चकित थे।उन्होंने सोचा कि इस सौदे में बाबा को ठगा गया है, क्योंकि बकरियों में से प्रत्येक को दो रुपये या अधिक से अधिक तीन या चार रुपये मिलेंगे..!इस बात को लेकर वे बाबा से बहस करने लगे, लेकिन बाबा शांत रहे।शामा और तात्या कोटे ने बाबा से स्पष्टीकरण मांगा।साईं बाबा कहा कि उन्हें पैसे बचाने की जरूरत नहीं है क्योंकि उनके पास देखभाल करने के लिए कोई घर या परिवार नहीं है। बाबा नें उन्हें अपने खर्चे पर 4 सेर दाल खरीदने और बकरियों को खिलाने के लिए कहा।ऐसा करने के बाद बाबा ने बकरियों को झुंड के मालिक को लौटा दिया और दोनों बकरियों की कहानी सुनाई। “मेरे प्यारे शामा और तात्या, तुम सोचते हो कि इस सौदे में मुझे धोखा दिया गया है;ऐसा नहीं है..! अपने पूर्व जन्म में, ये बकरियाँ मनुष्य थीं और इन्हें मेरे साथी होने का सौभाग्य मिला था।वे सगे भाई थे जो पहले एक-दूसरे से प्यार करते थे, लेकिन बाद में दुश्मन बन गए।बड़ा भाई एक बेकार व्यक्ति था, जबकि छोटा एक सक्रिय आदमी था और बहुत पैसा कमाता था।बड़ा भाई लालची और ईर्ष्यालु हो गया और अपने छोटे भाई को मारना चाहता था और उसके पैसे लेना चाहता था।वे अपने भाईचारे के रिश्ते को भूल गए और आपस में झगड़ने लगे।बड़े भाई ने अपने छोटे भाई को मारने के लिए कई हथकंडे अपनाए, लेकिन उसके सारे प्रयास विफल रहे।इस प्रकार, वे घातक शत्रु बन गए और अंत में एक अवसर पर बड़े ने बाद वाले के सिर पर एक बड़ी छड़ी से घातक प्रहार किया, जबकि बाद वाले ने बड़े पर कुल्हाड़ी से...

Two Silly Goats Story in Hindi

Two Silly Goats Story in hindi: एक बार की बात है, कस्बे के पास एक छोटा सा गाँव था। गाँव लोगों और जानवरों से भरा हुआ था। एक ही गाँव में रहने वाले दो मूर्ख बकरीया थे। इस गाँव से एक सुंदर नदी बहती थी। नदी के उस पार एक संकरा पुल था। जो भी नदी को पार करना चाहता था उसे उस संकरे पुल से गुजरना पड़ता था। Two Silly Goats Story in Hindi एक दिन, दो बकरियां पुल के दो छोर पर थीं। वे दोनों संकीर्ण पुल के माध्यम से पुल को पार करना चाहती थे। लेकिन, एक बार में केवल एक बकरी ही पुल पार कर सकती थी। दुर्भाग्य से, दोनो बकरिया बहुत ही मूर्ख थी। उनमें से प्रत्येक पहले पुल को पार करना चाहती थी। उन्होंने उसी समय दोनों छोर से पुल पार करना शुरू कर दिया। दो बकरियां पुल के बीच में मिलीं। उनके लिए एक-दूसरे को पार करने के लिए कोई जगह नहीं थी। मूर्ख बकरे एक-दूसरे के साथ धक्का-मुक्की करने लगे। पुल बहुत छोटा था और बहुत कम जगह थी। लिहाजा, दोनो बकरिया पुल से निचे गिर गईं। परिणामस्वरूप, वे दोनों नदी में गिर गए और डूब गई। नैतिक- मूर्ख हमेशा हठ पर जोर देते हैं और खुद को नुकसान पहुंचाते हैं। Read More • • •

motivationalstoryinhindi

छत्तीसगढ़ की दो लोक कथाएं, Chhattisgarh Ki Do Lok Kathayen, Two Folk Tales Of Chhattisgarh In Hindi Chhattisgarh Ki Do Lok Kathayen महुआ का पेड़ छत्तीसगढ़ की लोक कथा एक गाँव का मुखिया अतिथि सत्कार के लिए प्रसिद्ध था. आये दिन उसके घर कोई न कोई अतिथि पधारा रहता और वो उनकी आव-भगत में कोई … छत्तीसगढ़ की दो लोक कथाएं | Chhattisgarh Ki Do Lok Kathayen Read More » मातंग जातक कथा, Maatang Jataka Katha, Maatang Jataka Tale In Hindi Maatang Jataka Katha मातंग जातक कथा (Maatang Jataka Katha) बोधिसत्व मातंग की कथा का वर्णन करती है। यह वह समय था, जब समाज में अस्पृश्यता का बोलबाला था। लोग निचली जाति के लोगों से दूर रहते थे और उन्हें छूना हेय समझते थे। उस … मातंग जातक कथा | Maatang Jataka Katha Read More » एक थी सरुमा असमिया लोक कथा, Ek Thi Saruma Assam Ki Lok Katha, Ek Thi Saruma Assam Folk Tale Story In Hindi Ek Thi Saruma Assam Ki Lok Katha एक थी सरूमा असम की लोक कथा (Ek Thi Saruma Assam Ki Lok Katha Kahani) है। यह सरुमा नाम की लड़की की भोली भाली कहानी है, … एक थी सरुमा असमिया लोक कथा | Ek Thi Saruma Assam Ki Lok Katha Read More » पंचतंत्र की 5 कहानियाँ Panchatantra Ki Panch Kahaniyan, Panchatantra Ki 5 Kahaniyan, Top 5 Stories Of Panchatantra Panchatantra Ki Panch Kahaniyan बगुला भगत की कहानी दूरस्थ वन में स्थित एक जलाशय में मछलियाँ, केकड़े, मेंढक और ना-ना प्रकार के जीव-जंतु रहा करते थे. तालाब के किनारे एक बूढ़ा बगुला भी रहा करता था. बूढ़ा बगुला … पंचतंत्र की 5 कहानियाँ | Panchatantra Ki Panch Kahaniyan Read More » भेड़िया और मेमना की कहानी, The Wolf And The Lamb Story In Hindi, Bhediya A...

Hindi Kahani for Class 5 children's

एक बार की बात है। एक बहुत ही प्यारी बतख नदी के किनारे पांच बच्चों के साथ रहती थी। उसके पांच बच्चों में से एक बच्चा सभी बच्चों से देखने में बिल्कुल अलग था। चार बच्चें बतख की तरह ही सुदंर था, एक बच्चा बदसूरत दिखता था। बदसूरत बच्चे को वह प्यार भी नही करती थी। वह बच्चा अपनी मां के पास जाता तो उसे वह अक्सर डांट-फटकार लगा देती थी। बतख का बच्चा जब थोड़ा बड़ा हुआ तो उसे मालूम हो गया। उसकी मां उससे प्यार नही बल्कि उससे घृणा करती है। यह बात उसे बर्दास्त ना हुआ। वह बिना किसी को बताए अपना घर छोड़कर निकल पड़ा। Related Posts: • Hindi Kahani for Nursery Class नर्सरी कक्षा के लिए बेस्ट… • Bachchon ke liye Kakshaa 5 ki Kahani | बच्चों के लिए कक्षा 5… • Baccho ki Kahani Hindi Mein | बच्चों की कहानी हिंदी | छोटे… • Hindi kahani for class 7 | हिंदी कहानी मजेदार वाला | गुफा की… • Hindi Kahani for kids | बच्चों के लिए चार बेस्ट हिंदी कहानी • Baccho ki kahani in hindi | बच्चों की कहानी इन हिंदी |… • Moral stories in hindi for class 5 | नैतिक कहानी इन हिंदी • Moral Stories in Hindi for Class 10 बच्चों के लिए नैतिक… कभी-कभी उसे भूखा भी रहना पड़ता। उसके मन में कभी-कभी यह विचार आता की वह वापस चला जाए। फिर वह सोचता की घर जाकर भी क्या करना मुझे? मां तो प्यार भी नही करती क्योंकि मैं उनलोगों की तरह नही दिखती। एक दिन सैर करते समय बतख के बच्चे को एक नन्हा सा घर दिखाई दिया। बतख का बच्चा काफी थका हुआ था। इसलिए वह उस घर के दरवाजे पर सो गया। जब उसकी आंख खुली, तो उसने देखा कि वह एक चटाई पर लेटा हुआ था। और उसने जब चारों ओर नजरे घुमाई तो वहां भोजन भी रखा हुआ था। उसे लगा घर का मालिक कहीं उसे अपने पास तो नही रखना चाहता...

Figthing Goats And The Jackal Panchatantra

फ्रेंड्स, इस पोस्ट में हम पंचतंत्र की कहानी “लड़ती बकरियाँ और सियार” ( Figthing Goats And The Jackal Panchatantra Story In Hindi) शेयर कर रहे हैं. पंचतंत्र के तंत्र मित्रभेद से ली गई ये कहानी दो बकरियों और एक सियार की है. दो लोगों की लड़ाई में पड़ने का क्या परिणाम भुगतना पड़ता है, ये इस कहानी में वर्णन किया गया है. पढ़िए पूरी कहानी : एक दिन एक सियार किसी गाँव से गुजर रहा था. गाँव में उस दिन हाट-बाज़ार लगा हुआ था. सियार ( Jackal) जब हाट से गुजरा, तो वहाँ उसे लोगों की भीड़ दिखाई पड़ी. वे लोग जोर-जोर से चिल्ला रहे थे और तालियाँ बजा रहे थे. कौतूहलवश सियार उस भीड़ की ओर चल पड़ा और उनके बीच में से झांककर देखने लगा कि आखिर माज़रा क्या है? उसने देखा कि वहाँ दो हट्ठी-कट्ठी बकरियों ( Goats) के बीच लड़ाई हो रही है. लोग उन्हें ही देखकर चिल्ला रहे हैं. दोनों बकरियों के बीच चल रही लड़ाई जबरदस्त थी. अपनी सींगों के वार से दोनों ने एक-दूसरे को लहू-लुहान कर दिया था. किंतु इसके बाद भी कोई रुकने का नाम नहीं ले रहा था. उनके शरीर से बहता हुआ रक्त सड़क पर फ़ैलने लगा था. पढ़ें : ताज़े रक्त की महक जब सियार के नथुनों तक पहुँची, तो उसकी लार टपकने लगी. वह ख़ुद को रोक नहीं पाया और रक्त को चाटने लगा. रक्त को चाटते-चाटते वह बकरियों के नज़दीक पहुँच गया. उसके मुँह में बकरियों के रक्त का स्वाद लग चुका था. अब उसका लालच और बढ़ गया. उसने सोचा कि क्यों न इस बकरियों को मारकर मैं अपनी पेट की ज्वाला शांत कर लूं. बस, फिर क्या था? उसने आव देखा न ताव और टूट पड़ा बकरियों के ऊपर. बकरियाँ हट्ठी-कट्ठी और बलशाली थीं. ऊपर से बहुत देर से लड़ते रहने के कारण तैश में भी थीं. सियार के अड़ंगे ने उनका क्रोध भड़का दिया और उन्होंने सियार को ऐसी पटकनी दी ...

Figthing Goats And The Jackal Panchatantra

फ्रेंड्स, इस पोस्ट में हम पंचतंत्र की कहानी “लड़ती बकरियाँ और सियार” ( Figthing Goats And The Jackal Panchatantra Story In Hindi) शेयर कर रहे हैं. पंचतंत्र के तंत्र मित्रभेद से ली गई ये कहानी दो बकरियों और एक सियार की है. दो लोगों की लड़ाई में पड़ने का क्या परिणाम भुगतना पड़ता है, ये इस कहानी में वर्णन किया गया है. पढ़िए पूरी कहानी : एक दिन एक सियार किसी गाँव से गुजर रहा था. गाँव में उस दिन हाट-बाज़ार लगा हुआ था. सियार ( Jackal) जब हाट से गुजरा, तो वहाँ उसे लोगों की भीड़ दिखाई पड़ी. वे लोग जोर-जोर से चिल्ला रहे थे और तालियाँ बजा रहे थे. कौतूहलवश सियार उस भीड़ की ओर चल पड़ा और उनके बीच में से झांककर देखने लगा कि आखिर माज़रा क्या है? उसने देखा कि वहाँ दो हट्ठी-कट्ठी बकरियों ( Goats) के बीच लड़ाई हो रही है. लोग उन्हें ही देखकर चिल्ला रहे हैं. दोनों बकरियों के बीच चल रही लड़ाई जबरदस्त थी. अपनी सींगों के वार से दोनों ने एक-दूसरे को लहू-लुहान कर दिया था. किंतु इसके बाद भी कोई रुकने का नाम नहीं ले रहा था. उनके शरीर से बहता हुआ रक्त सड़क पर फ़ैलने लगा था. पढ़ें : ताज़े रक्त की महक जब सियार के नथुनों तक पहुँची, तो उसकी लार टपकने लगी. वह ख़ुद को रोक नहीं पाया और रक्त को चाटने लगा. रक्त को चाटते-चाटते वह बकरियों के नज़दीक पहुँच गया. उसके मुँह में बकरियों के रक्त का स्वाद लग चुका था. अब उसका लालच और बढ़ गया. उसने सोचा कि क्यों न इस बकरियों को मारकर मैं अपनी पेट की ज्वाला शांत कर लूं. बस, फिर क्या था? उसने आव देखा न ताव और टूट पड़ा बकरियों के ऊपर. बकरियाँ हट्ठी-कट्ठी और बलशाली थीं. ऊपर से बहुत देर से लड़ते रहने के कारण तैश में भी थीं. सियार के अड़ंगे ने उनका क्रोध भड़का दिया और उन्होंने सियार को ऐसी पटकनी दी ...

Hindi Stories

अगर हमारे भागदौड़ की जिंदगी में थोड़ा वक्त मिलता है तो हिंदी की कहानियां, (Hindi Stories) प्रेरक प्रसंग (Motivational Incident), मोटिवेशनल विचार Motivational Stories आदि पढ़ने की कोशिश करते हैं। हम यह कतई दावा नहीं करते कि सभी कहानियां या प्रसंग हमारे द्वारा लिखी गई है। यह विभिन्न किताबों का संग्रह है, जिसको सरल और अपने तरीके से पेश करने की कोशिश की गई है। जिससे बच्चों के साथ ही साथ बड़े भी पढ़ें और मनोरंजन के साथ कुछ सीख सकें। अपने तरफ से पूरी कोशिश रहेगी कि Hindi का सर्वाधिक लोकप्रिय Blog बनाया जाए। हमारे बच्चे के जीवन में अच्छी कहानियां अमित छाप छोड़ती हैं. इसलिए हम तो कहेंगे कि अपने बच्चे को अच्छी-सी-अच्छी कहानियां सुनाया करें. हमारी भी कोशिश है कि आपको इस ब्लॉग • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • •

Two Silly Goats Story in Hindi

Two Silly Goats Story in hindi: एक बार की बात है, कस्बे के पास एक छोटा सा गाँव था। गाँव लोगों और जानवरों से भरा हुआ था। एक ही गाँव में रहने वाले दो मूर्ख बकरीया थे। इस गाँव से एक सुंदर नदी बहती थी। नदी के उस पार एक संकरा पुल था। जो भी नदी को पार करना चाहता था उसे उस संकरे पुल से गुजरना पड़ता था। Two Silly Goats Story in Hindi एक दिन, दो बकरियां पुल के दो छोर पर थीं। वे दोनों संकीर्ण पुल के माध्यम से पुल को पार करना चाहती थे। लेकिन, एक बार में केवल एक बकरी ही पुल पार कर सकती थी। दुर्भाग्य से, दोनो बकरिया बहुत ही मूर्ख थी। उनमें से प्रत्येक पहले पुल को पार करना चाहती थी। उन्होंने उसी समय दोनों छोर से पुल पार करना शुरू कर दिया। दो बकरियां पुल के बीच में मिलीं। उनके लिए एक-दूसरे को पार करने के लिए कोई जगह नहीं थी। मूर्ख बकरे एक-दूसरे के साथ धक्का-मुक्की करने लगे। पुल बहुत छोटा था और बहुत कम जगह थी। लिहाजा, दोनो बकरिया पुल से निचे गिर गईं। परिणामस्वरूप, वे दोनों नदी में गिर गए और डूब गई। नैतिक- मूर्ख हमेशा हठ पर जोर देते हैं और खुद को नुकसान पहुंचाते हैं। Read More • • •

Hindi Kahani for Class 5 children's

एक बार की बात है। एक बहुत ही प्यारी बतख नदी के किनारे पांच बच्चों के साथ रहती थी। उसके पांच बच्चों में से एक बच्चा सभी बच्चों से देखने में बिल्कुल अलग था। चार बच्चें बतख की तरह ही सुदंर था, एक बच्चा बदसूरत दिखता था। बदसूरत बच्चे को वह प्यार भी नही करती थी। वह बच्चा अपनी मां के पास जाता तो उसे वह अक्सर डांट-फटकार लगा देती थी। बतख का बच्चा जब थोड़ा बड़ा हुआ तो उसे मालूम हो गया। उसकी मां उससे प्यार नही बल्कि उससे घृणा करती है। यह बात उसे बर्दास्त ना हुआ। वह बिना किसी को बताए अपना घर छोड़कर निकल पड़ा। Related Posts: • Hindi Kahani for Nursery Class नर्सरी कक्षा के लिए बेस्ट… • Bachchon ke liye Kakshaa 5 ki Kahani | बच्चों के लिए कक्षा 5… • Baccho ki Kahani Hindi Mein | बच्चों की कहानी हिंदी | छोटे… • Hindi kahani for class 7 | हिंदी कहानी मजेदार वाला | गुफा की… • Hindi Kahani for kids | बच्चों के लिए चार बेस्ट हिंदी कहानी • Baccho ki kahani in hindi | बच्चों की कहानी इन हिंदी |… • Moral stories in hindi for class 5 | नैतिक कहानी इन हिंदी • Moral Stories in Hindi for Class 10 बच्चों के लिए नैतिक… कभी-कभी उसे भूखा भी रहना पड़ता। उसके मन में कभी-कभी यह विचार आता की वह वापस चला जाए। फिर वह सोचता की घर जाकर भी क्या करना मुझे? मां तो प्यार भी नही करती क्योंकि मैं उनलोगों की तरह नही दिखती। एक दिन सैर करते समय बतख के बच्चे को एक नन्हा सा घर दिखाई दिया। बतख का बच्चा काफी थका हुआ था। इसलिए वह उस घर के दरवाजे पर सो गया। जब उसकी आंख खुली, तो उसने देखा कि वह एक चटाई पर लेटा हुआ था। और उसने जब चारों ओर नजरे घुमाई तो वहां भोजन भी रखा हुआ था। उसे लगा घर का मालिक कहीं उसे अपने पास तो नही रखना चाहता...