दुर्गा बीज मंत्र 108 बार

  1. मां दुर्गा को सबसे प्रिय हैं ये 4 सरल मंत्र, चारों दिशाओं से मिलेगी सफलता। 2020 Navratri Mantra
  2. Chaitra navratri 2021 know how to please goddess durga doing these upay
  3. दुर्गा मंत्र
  4. कुंडली में शुक्र ग्रह को इन उपायों से करें बलवान, मिलेगा सुख
  5. Durga (दुर्गा)
  6. Navdurga mantra : नवदुर्गा के 9 चमत्कारी बीज मंत्र...
  7. Navratri Hawan Vidhi: नवमी पर आप खुद कर सकते हैं घर पर हवन, जानें लें सभी मंत्र और पूजा सामग्री के साथ संपूर्ण विधि
  8. Navdurga mantra : नवदुर्गा के 9 चमत्कारी बीज मंत्र...
  9. Durga (दुर्गा)
  10. Chaitra navratri 2021 know how to please goddess durga doing these upay


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मां दुर्गा को सबसे प्रिय हैं ये 4 सरल मंत्र, चारों दिशाओं से मिलेगी सफलता। 2020 Navratri Mantra

How to Care for Indoor Plants in Hindi : घर में हरेभरे पौधा के होने से मन प्रसन्न रहता है और सकारात्मकता फैलती है। क्या आपके गमले में पौधे पनप नहीं पा रहे हैं? जल्दी से मुरझा जाते हैं या पौधों की अच्छी ग्रोथ नहीं हो पा रही है? ऐसे में जानिए हमारे द्वारा बताए गए मात्र 3 टिप्स। इन टिप्स को आजमाएंगे तो आपके पौधे भी हरेभरे होकर महकने लगेंगे। How many shravan somvar in 2023 : आषाढ़ माह से वर्षा ऋ‍तु प्रारंभ हो जाती है। इसके बाद श्रावण माह आता है जिसमें भगवान शिव की पूजा का विशेष महत्व माना गया है। वैसे तो पूरे माह की व्रत रखते हैं परंतु इस माह में सोमवार के दिन व्रत रखने का खास महत्व होता है। आओ जानते हैं कि श्रावण मास कब से हो रहा है प्रारंभ, कितने सोमवार रहेंगे इस माह में? Lal kitab karj mukti ke upay : यदि आप कर्ज के तले दबे हुए हैं और इससे छुटकारा पाने का कोई रास्ता नजर नहीं आ रहा है तो घबराने की जरूरत नहीं है। हमारे द्वारा बताए गए उपाय करके आप ऋण मुक्त हो सकते हैं परंतु शर्त यह है कि आपके कर्म अच्छे होना चाहिए। उपाय तभी काम करते हैं जबकि आप सच्चे और अच्‍छे हैं। परिवार के प्रति जिम्मेदार हैं। Success in politics astrology : ऐसे भी कई लोग हैं जो सेना या पुलिस में नौकरी करना चाहते हैं। कई लोग हैं जो शासन-प्रशासन में काम करना चाहते हैं। हालांकि बहुत से लोग राजनीति में अपना भविष्य चमकाना चाहते हैं परंतु वे सफल नहीं हो पाते हैं। यदि आप भी राजनीति में सक्रिय कार्यकर्ता के रूप में कार्य कर रहे हैं तो आपने मन में सवाल होगा कि ऐसा क्या करूं कि इस क्षेत्र में सफलता मिले तो जानिए कि कौन से वार को व्रत रखने से यह मनोकामना होगी पूर्ण। धार्मिक मान्यतानुसार सभी माताएं पूजा से नहीं साधना क...

Chaitra navratri 2021 know how to please goddess durga doing these upay

हिंदू पंचांग के अनुसार चैत्र नवरात्रि की शुरुआत हो चुकी है. 13 अप्रैल से 21 अप्रैल तक चैत्र नवरात्रि मनाई जाएगी. इन नौ दिनों तक मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की पूजा अर्चना की जाती है. इन नौ दिनों तक भक्त मां दुर्गा की भक्ति- भाव में डूब जाते हैं. कुछ लोग इस दौरान व्रत रखते हैं. मां दुर्गा को प्रसन्न करने के लिए नवरात्रे के ये नौ दिन शुभ माने जाते हैं. इन दिनों में पूजा- पाठ करने से घर में सुख- समृद्धि आती है और नकारात्मक शक्तियां दूर होती है. हिंदू धर्म में मान्यता है कि इन नौ दिनों के लिए देवी दुर्गा धरती लोक पर आती है. इन दिनों में पूजा- पाठ करने से माता रानी आपकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण करती है. इसके अलावा जीवन की परेशानियों से छुटकारा पाने के लिए ज्योतिशास्त्र में नवरात्रे के दौरान कुछ उपायों के करने से आपके सकंट दूर हो जाते हैं. आइए जानते हैं उन उपायों के बारे में. तुलसी का पेड़ लगाएं 1. नवरात्रि के दिनों में तुलसी का पौधा लगाना बहुत शुभ होता है. अगर घर में तुलसी का पेड़ पहले से ही है तो एक सिक्का लेकर अपनी मन्नत मांगे और पौधे की मिट्टी में दबा दें. ऐसा करने से आपको काम में सफलता मिलेगी. 2. मां दुर्गा को प्रसन्न करने के लिए चंडी पाठ या दुर्गा सप्तशती का पाठ करना बहुत शुभ होता है. इस पाठ को नियमानुसार करने से देवी मां प्रसन्न होती हैं. 3. जीवन में परेशानी चल रही है तो मां दुर्गा के बीज मंत्र ऊं ह्रीं दुं दुर्गायै नम: मंत्र का 108 बार जाप करना चाहिए. इसके अलावा भगवान शिव पर दही अर्पित करें. इससे जीवन के कष्ट दूर होते हैं. 4. देवी मां को लाल रंग बेहद प्रिय है. इसलिए पूजा करने के दौरान लाल रंग के कपड़े पहनें और माता रानी को लाल रंग के पुष्प चढ़ाएं. ऐसा करने से देवी मां आपकी सभी...

दुर्गा मंत्र

माँ दुर्गा, शक्ति का ही एक रूप है, जो भगवान शिव की अर्धांगिनी और आधा हिस्सा हैं। वह देवी माँ के रूप में भी जानी जाती । वह रक्षक और कवच हैं। वह नारी शक्ति और नारीत्व का सच्चा प्रतिनिधित्व करती हैं। उन्हें जीवन के निर्माण, जीविका और बुराई के विनाश का कारण माना जाता है। जैसा कि हिंदू पौराणिक कथाओं में कहा गया है कि मां दुर्गा सभी दैवीय शक्तियों का प्रतिनिधित्व करती हैं और वह तब प्रकट हुईं जब राक्षसों के उत्पीड़न और अत्याचारों को सहन करना बहुत मुश्किल हो गया। हिंदू देवताओं, ब्रह्मा, विष्णु और महादेव की त्रिमूर्ति की संयुक्त शक्ति से, दुष्टों को नष्ट करने के इरादे से इनका एक अलग रूप का निर्माण किया गया था। वह एक योद्धा के रूप में थीं। इनकी तीन आँखें, लंबे काले खुले बाल और प्रत्येक भुजा में युद्ध और जीत का प्रतिनिधित्व करने वाले अस्त्र थे। माँ दुर्गा की भुजाओं में युद्ध जीतने के लिए सभी अस्त्र मौजूद हैं। जैसे कि उनके एक हाथ में आधा खिला हुआ कमल है, जो कि दर्शाता है कि जीत निश्चय है। लेकिन यह अंतिम नहीं है। उनके एक हाथ में शंख है, क्योंकि यह "ओम" का प्रतीक है और हिंदू धर्म के अनुसार युद्ध की शुरुआत में भी इसका इस्तेमाल किया जाता है। मां दुर्गा के पास तलवार और धनुष-बाण भी हैं, जो ज्ञान और ऊर्जा का प्रतिनिधित्व करते हैं। माँ दुर्गा के एक हाथ में वज्र है जो कि दृढ़ता और शक्ति का प्रतिनिधित्व करता है। इसका मतलब है आत्मविश्वास से खड़े रहना और चुनौती का सामना करने से नहीं डरना। सुदर्शन चक्र जो उनकी तर्जनी में घूमता है, यह दर्शाता है कि सारी दुनिया उनकी आज्ञा पर है और वह जो चाहती हैं, वह होना चाहिए। वह बुराइयों को नष्ट करती हैं और एक ऐसा वातावरण बनाती हैं जिसमें धार्मिकता और न्याय की नी...

कुंडली में शुक्र ग्रह को इन उपायों से करें बलवान, मिलेगा सुख

व्यक्ति का जीवन और सौरमंडल के ग्रहों का ख़ास रिश्ता होता है। तभी तो ज्योतिष के अनुसार माना गया है कि, यदि व्यक्ति की कुंडली में कोई ग्रह किस स्थिति, किस दशा, किस ग्रह के साथ मौजूद होता है इसके अनुसार ही व्यक्ति को जीवन में शुभ-अशुभ फलों की प्राप्ति होती है। शुभ स्थिति में मौजूद ग्रह रंक को राजा बना सकता है तो वहीं अशुभ स्थिति में कोई ग्रह मौजूद हो तो इससे व्यक्ति को नकारात्मक परिणाम भी झेलने पड़ सकते हैं। इससे पहले आचार्य कमल शर्मा ने हमें यह बताया था कि कुंडली में मज़बूत भविष्य से जुड़ी किसी भी समस्या का समाधान मिलेगा विद्वान ज्योतिषियों से बात करके कुंडली में मज़बूत शुक्र से मिलने वाला फल ज्योतिष में शुक्र ग्रह को एक शुभ ग्रह माना गया है। जहाँ एक तरफ ग्रहों में बुध और शनि ग्रह शुक्र के मित्र ग्रह माने जाते हैं वहीं दूसरी तरफ सूर्य और चंद्रमा इसके शत्रु ग्रह माने जाते हैं। शुक्र दैत्यों के गुरु हैं इस ग्रह को भृगुनंदन भी कहते हैं क्योंकि यह भृगु ऋषि का पुत्र हैं। वीर्य पर शुक्र का विशेष आधिपत्य है और यह दक्षिण दिशा का स्वामी भी हैं। यदि यह ग्रह जन्म कुंडली में अशुभ स्थिति में या दुर्बल स्थिति में हो तो जीवन यापन में किन-किन वस्तुओं में नुकसान होगा और किन-किन चीजों में अधिक लाभ होगा आइए जानते हैं। जानते हैं की जन्म कुंडली में मजबूत एवं शुभ स्थिति में स्थित शुक्र ग्रह से होने वाले लाभ • ज्योतिष शास्त्रों के अनुसार जिन व्यक्तियों के जन्म कुंडली में शुक्र ग्रह बलवान अवस्था में होता है ऐसे व्यक्तियों को संपत्ति, सवारी, भूषण, निधि ,(गुप्त धन या एकत्रित करके रखा हुआ ढेर सारा धन), वस्त्र (श्वेत वस्त्र स्वच्छ वस्त्र सौंदर्य पर वस्त्र) आदि प्राप्त होते हैं। • ऐसे जातक नाचना, गाना, ...

Durga (दुर्गा)

Mahavidya Shri Baglamukhi Sadhana Aur Siddhi Baglamukhi Sadhna Vidhi in Hindi, Devi Baglamukhi Upasana Vidhi, Baglamukhi Beej Mantra, Baglamukhi Kavach, Baglamukhi Yantra, Baglamukhi Mool Mantra, Baglamukhi Brahmastra Mala Mantra, Baglamukhi Sahasranamam, Baglamukhi Pratyangira Kavach,Baglamukhi 108 Names, Baglamukhi Mantra Diksha Vidhi, Baglamukhi Puja and Mantra Jaap, Sarva Karya Siddhi Mantra Durga Mantra Sadhana Evam Siddhi in Hindi (दुर्गा मंत्र साधना) भगवती दुर्गा का एकाक्षर मंत्र ( माँ दुर्गा बीज मंत्र ) ” दुं” है। भगवती दुर्गा का अष्टाक्षर मंत्र ॐ ह्रीं दुं दुर्गायै नमः। ( Om Hreem Dum Durgaye Namah ) विनियोगः ॐ अस्य श्री दुर्गा अष्टाक्षर मंत्रस्य महेश्वर ऋषिः। श्री दुर्गा अष्टाक्षरात्मिका देवता। दुं बीजं। ह्रीं शक्तिः। ॐ कीलकाय नमः इति दिग्बंधः। धर्मार्थ-काम-मोक्षार्थे जपे विनियोगः। Vinoyogh – Om Asya Sri Durga Ashtaakshar mantrasya meheshwar rishih . Sri Durga Ashtaksharaatmika devata. Dum Beejam. Hreem Shaktih. Om Keelkaaya Namah Iti Digbandah. Dharmartha-Kaam-Moksharthe Jape Viniyogah. अति तीव्र दुर्गा साधना (आपकी हर मनोकामना को पूर्ण करने के लिए और शक्ति प्राप्ति हेतु) दुर्गा माँ एक ऐसी देवी हैं जो साधक को बहुत जल्दी अपनी कृपा प्रदान कर देती है!जो उनकी साधना करता है उसके लिए तो संसार में कुछ भी असंभव नहीं रहता!माँ की पूजा से हमे धर्मं,अर्थ ,काम और मोक्ष सबकी प्राप्ति हो जाती है!माँ हमेशा अपने साधक पर अपनी कृपा दृष्टि बनाएं रखती है और हमेशा अपने साधक का कल्याण करती रहती है! उनके साधक और उपासक का कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता !माँ के बारे में लिखने में आऊँगा तो लिखता...

Navdurga mantra : नवदुर्गा के 9 चमत्कारी बीज मंत्र...

Halharini amavasya 2023 : आषाढ़ माह की अमावस्या को हलहारिणी अमावस्या कहते हैं। किसानों के लिए यह शुभ दिन है। यह दिन किसानों के लिए विशेष महत्व रखता है, क्योंकि आषाढ़ में पड़ने वाली इस अमावस्या के समय तक वर्षा ऋतु का आरंभ हो जाता है और धरती भी नम पड़ जाती है। फसल की बुआई के लिए यह समय उत्तम होता है। इसे आषाढ़ी अमावस्या भी कहा जाता है। Vidur Niti : भारत में कई महान नीतिज्ञ हुए। जैसे भीष्म, विदुर, मनु, चर्वाक, शुक्राचार्य, बृहस्पति, परशुराम, गर्ग, चाणक्य, भर्तृहरि, हर्षवर्धन, बाणभट्ट आदि अनेकों नीतिज्ञ हुए हैं। इन्हें में एक थे महात्मा विदुर। विदुर धृतराष्ट्र के सौतेले भाई थे जो एक दासी के पुत्र थे। आओ जानते हैं कि विदुरजी ने कौनसी 5 ऐसी आदतों का जिक्र किया है जिसके चलते जीवन अंधकार में हो जाता है। Amarnaath Yatra: इस साल की अमरनाथ यात्रा के लिए हेलीकॉप्टर की ऑनलाइन बुकिंग सेवा शुरू हो गई है। यह सेवा श्रीनगर, बालटाल और पहलगाम से मिलेगी। इस सेवा के शुरू होने से बुजुर्ग लोगों को विशेष तौर पर राहत मिलेगी। इसके अलावा जिनके पास समय कम है, वे भी इसका लाभ उठा सकते हैं। हालांकि इस बार देरी से ऑनलाइन हेलीकॉप्टर बुकिंग सेवा शुरू हो रही है। Astrology : पंचांग में तिथि, नक्षत्र, योग, करण और वार ये पांच अंग महत्व पूर्ण होते हैं, परंतु इसी के साथ ही मास, मुहूर्त, आनन्दादि योग और सम्वत्सर को भी बहुत महत्वपूर्ण मानया गया है जिन्हें मिलाकर ही संपूर्ण फलादेश निकलता है। आओ जानते हैं कि योग कितने होते हैं और आनन्दादि योग क्या हैं एवं ये कितने होते हैं। गुरु अर्जुन देव जी की निर्मल प्रवृत्ति, सहृदयता, कर्तव्यनिष्ठता तथा धार्मिक एवं मानवीय मूल्यों के प्रति समर्पण भावना को देखते हुए गुरु रामदास जी ...

Navratri Hawan Vidhi: नवमी पर आप खुद कर सकते हैं घर पर हवन, जानें लें सभी मंत्र और पूजा सामग्री के साथ संपूर्ण विधि

डीएनए हिंदीः यहां आपको हम आसान तरीके हवन करने की विधि, तैयारी और मंत्र से जुड़ी संपूर्ण जानकारी दे रहे हैं. साथ ही यह भी बताएंगे कि हवन कुंड कैसा होना चाहिए, हवन सामग्री क्या हेा और हवन अग्नि प्रज्वलित करने के बाद क्रमशः क्या करते जाएं. हवन कुंड में अग्नि प्रज्वलित करने के पश्चात इस पवित्र अग्नि में फल, शहद, घी, काष्ठ इत्यादि पदार्थों की आहुति प्रमुख होती है. माना जाता है कि यदि आपके आसपास किसी बुरी आत्मा इत्यादि का प्रभाव है तो हवन प्रक्रिया इससे आपको मुक्ति दिलाती है और कामना, स्वास्थ्य एवं समृद्धि की प्राप्ति होती है. यह भी पढ़ें: नवरात्र हवन की तैयारी ऐसे करें हवन कुंड बना कर उसे गाय के गोबर से लेपन करें और आटे से चौक बना लें. हाथ में गंगाजल लेकर सभी सामग्रियों पर छींटे मारें और कुंड के चारों तरफ एक-एक कुश रखें. इसके बाद हवनकुंड में आम की सूखी लकड़ियां रखें. रूई में घी लगाकर लकड़ी के ऊपर रखें. कपूर जलाकर हवनकुंड की ज्वाला प्रज्जवलित करें. इसके बाद बाद घी से 3 या 5 बार गणेशजी, पंचदेवता, नवग्रह, क्षेत्रपाल, ग्राम देवता एवं नगर देवता को आहुति दें. इसके बाद ‘ऊं ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डयै विच्चै नमः’ मंत्र से माता के नाम से आहुति दें. यह भी पढ़ेंः हवन सामग्री दुर्गा पूजा नवमी के दिन मां दुर्गा की प्रसन्नता के लिए हवन के लिए आवश्यक सामग्री के रूप में सबसे जरूरी है हवन कुंड. हवन में हविष्य के लिए धूप, जौ, नारियल, गुग्गुल, मखाना, काजू, किसमिस, छुहारा, मूंगफली, बेलपत्र, शहद, घी, सुगंध, अक्षत चाहिए. इन सभी को मिलकर हविष्य बना लें, हविष्य उसे कहते हैं जिन्हें हवन के दौरान अग्नि में डालते हैं. हवन के लिए अग्नि प्रज्जवलित करने लिए रूई, आम की लकड़ी, चंदन की लकड़ी, कर्पूर और माचिस चाहिए....

Navdurga mantra : नवदुर्गा के 9 चमत्कारी बीज मंत्र...

How many shravan somvar in 2023 : आषाढ़ माह से वर्षा ऋ‍तु प्रारंभ हो जाती है। इसके बाद श्रावण माह आता है जिसमें भगवान शिव की पूजा का विशेष महत्व माना गया है। वैसे तो पूरे माह की व्रत रखते हैं परंतु इस माह में सोमवार के दिन व्रत रखने का खास महत्व होता है। आओ जानते हैं कि श्रावण मास कब से हो रहा है प्रारंभ, कितने सोमवार रहेंगे इस माह में? Halharini amavasya 2023 : आषाढ़ माह की अमावस्या को हलहारिणी अमावस्या कहते हैं। किसानों के लिए यह शुभ दिन है। यह दिन किसानों के लिए विशेष महत्व रखता है, क्योंकि आषाढ़ में पड़ने वाली इस अमावस्या के समय तक वर्षा ऋतु का आरंभ हो जाता है और धरती भी नम पड़ जाती है। फसल की बुआई के लिए यह समय उत्तम होता है। इसे आषाढ़ी अमावस्या भी कहा जाता है। How to Care for Indoor Plants in Hindi : घर में हरेभरे पौधा के होने से मन प्रसन्न रहता है और सकारात्मकता फैलती है। क्या आपके गमले में पौधे पनप नहीं पा रहे हैं? जल्दी से मुरझा जाते हैं या पौधों की अच्छी ग्रोथ नहीं हो पा रही है? ऐसे में जानिए हमारे द्वारा बताए गए मात्र 3 टिप्स। इन टिप्स को आजमाएंगे तो आपके पौधे भी हरेभरे होकर महकने लगेंगे। Lal kitab karj mukti ke upay : यदि आप कर्ज के तले दबे हुए हैं और इससे छुटकारा पाने का कोई रास्ता नजर नहीं आ रहा है तो घबराने की जरूरत नहीं है। हमारे द्वारा बताए गए उपाय करके आप ऋण मुक्त हो सकते हैं परंतु शर्त यह है कि आपके कर्म अच्छे होना चाहिए। उपाय तभी काम करते हैं जबकि आप सच्चे और अच्‍छे हैं। परिवार के प्रति जिम्मेदार हैं। Vidur Niti : भारत में कई महान नीतिज्ञ हुए। जैसे भीष्म, विदुर, मनु, चर्वाक, शुक्राचार्य, बृहस्पति, परशुराम, गर्ग, चाणक्य, भर्तृहरि, हर्षवर्धन, बाणभट्ट आदि ...

Durga (दुर्गा)

Mahavidya Shri Baglamukhi Sadhana Aur Siddhi Baglamukhi Sadhna Vidhi in Hindi, Devi Baglamukhi Upasana Vidhi, Baglamukhi Beej Mantra, Baglamukhi Kavach, Baglamukhi Yantra, Baglamukhi Mool Mantra, Baglamukhi Brahmastra Mala Mantra, Baglamukhi Sahasranamam, Baglamukhi Pratyangira Kavach,Baglamukhi 108 Names, Baglamukhi Mantra Diksha Vidhi, Baglamukhi Puja and Mantra Jaap, Sarva Karya Siddhi Mantra Durga Mantra Sadhana Evam Siddhi in Hindi (दुर्गा मंत्र साधना) भगवती दुर्गा का एकाक्षर मंत्र ( माँ दुर्गा बीज मंत्र ) ” दुं” है। भगवती दुर्गा का अष्टाक्षर मंत्र ॐ ह्रीं दुं दुर्गायै नमः। ( Om Hreem Dum Durgaye Namah ) विनियोगः ॐ अस्य श्री दुर्गा अष्टाक्षर मंत्रस्य महेश्वर ऋषिः। श्री दुर्गा अष्टाक्षरात्मिका देवता। दुं बीजं। ह्रीं शक्तिः। ॐ कीलकाय नमः इति दिग्बंधः। धर्मार्थ-काम-मोक्षार्थे जपे विनियोगः। Vinoyogh – Om Asya Sri Durga Ashtaakshar mantrasya meheshwar rishih . Sri Durga Ashtaksharaatmika devata. Dum Beejam. Hreem Shaktih. Om Keelkaaya Namah Iti Digbandah. Dharmartha-Kaam-Moksharthe Jape Viniyogah. अति तीव्र दुर्गा साधना (आपकी हर मनोकामना को पूर्ण करने के लिए और शक्ति प्राप्ति हेतु) दुर्गा माँ एक ऐसी देवी हैं जो साधक को बहुत जल्दी अपनी कृपा प्रदान कर देती है!जो उनकी साधना करता है उसके लिए तो संसार में कुछ भी असंभव नहीं रहता!माँ की पूजा से हमे धर्मं,अर्थ ,काम और मोक्ष सबकी प्राप्ति हो जाती है!माँ हमेशा अपने साधक पर अपनी कृपा दृष्टि बनाएं रखती है और हमेशा अपने साधक का कल्याण करती रहती है! उनके साधक और उपासक का कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता !माँ के बारे में लिखने में आऊँगा तो लिखता...

Chaitra navratri 2021 know how to please goddess durga doing these upay

हिंदू पंचांग के अनुसार चैत्र नवरात्रि की शुरुआत हो चुकी है. 13 अप्रैल से 21 अप्रैल तक चैत्र नवरात्रि मनाई जाएगी. इन नौ दिनों तक मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की पूजा अर्चना की जाती है. इन नौ दिनों तक भक्त मां दुर्गा की भक्ति- भाव में डूब जाते हैं. कुछ लोग इस दौरान व्रत रखते हैं. मां दुर्गा को प्रसन्न करने के लिए नवरात्रे के ये नौ दिन शुभ माने जाते हैं. इन दिनों में पूजा- पाठ करने से घर में सुख- समृद्धि आती है और नकारात्मक शक्तियां दूर होती है. हिंदू धर्म में मान्यता है कि इन नौ दिनों के लिए देवी दुर्गा धरती लोक पर आती है. इन दिनों में पूजा- पाठ करने से माता रानी आपकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण करती है. इसके अलावा जीवन की परेशानियों से छुटकारा पाने के लिए ज्योतिशास्त्र में नवरात्रे के दौरान कुछ उपायों के करने से आपके सकंट दूर हो जाते हैं. आइए जानते हैं उन उपायों के बारे में. तुलसी का पेड़ लगाएं 1. नवरात्रि के दिनों में तुलसी का पौधा लगाना बहुत शुभ होता है. अगर घर में तुलसी का पेड़ पहले से ही है तो एक सिक्का लेकर अपनी मन्नत मांगे और पौधे की मिट्टी में दबा दें. ऐसा करने से आपको काम में सफलता मिलेगी. 2. मां दुर्गा को प्रसन्न करने के लिए चंडी पाठ या दुर्गा सप्तशती का पाठ करना बहुत शुभ होता है. इस पाठ को नियमानुसार करने से देवी मां प्रसन्न होती हैं. 3. जीवन में परेशानी चल रही है तो मां दुर्गा के बीज मंत्र ऊं ह्रीं दुं दुर्गायै नम: मंत्र का 108 बार जाप करना चाहिए. इसके अलावा भगवान शिव पर दही अर्पित करें. इससे जीवन के कष्ट दूर होते हैं. 4. देवी मां को लाल रंग बेहद प्रिय है. इसलिए पूजा करने के दौरान लाल रंग के कपड़े पहनें और माता रानी को लाल रंग के पुष्प चढ़ाएं. ऐसा करने से देवी मां आपकी सभी...