गंगा दशहरा

  1. Ganga Dussehra 2023:गंगा दशहरा के दिन बन रहे कई शुभ योग, इस मुहूर्त में करें स्नान और दान
  2. गंगा दशहरा
  3. ganga dussehra 2023 date shubh muhurat and significance ganga mantra sry
  4. गंगा दशहरा : सरल मंत्र, उपाय और पवित्र आरती


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Ganga Dussehra 2023:गंगा दशहरा के दिन बन रहे कई शुभ योग, इस मुहूर्त में करें स्नान और दान

Ganga Dussehra 2023: इस साल 30 मई 2023 को गंगा दशहरा है। हर साल ये पर्व ज्येष्ठ माह में शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को मनाया जाता है। धार्मिक मान्यता के अनुसार कहा जाता है कि इस दिन मां गंगा का धरती पर अवतरण हुआ था। गंगा दशहरा के दिन पवित्र गंगा नदी में स्नान करने से मनुष्य अपने पापों से मुक्त हो जाता है। साथ ही गंगा दशहरा पर मां गंगा की पूजा करने से उनकी विशेष कृपा प्राप्त होती है। इस बार के गंगा दशहरा को बेहद खास माना जा रहा है, क्योंकि इस बार कई शुभ योग बन रहे हैं। ऐसे में इस दिन स्नान और दान से जातक को कई शुभ फल प्राप्त होंगे। तो चलिए जानते हैं गंगा दशहरा बनने वाले शुभ योग और स्नान-दान के मुहूर्त के बारे में... गंगा दशहरा पर बन रहे कई शुभ संयोग 30 मई को गंगा दशहरा वाले दिन रवि और सिद्धि योग बन रहा है। इसके अलावा इसी दिन शुक्र ग्रह कर्क राशि में प्रवेश करेंगे। शुक्र के गोचर से इस दिन धन योग का निर्माण हो रहा है। ऐसे में जानकारों के अनुसार इस दिन ग्रह-नक्षत्रों की विशेष स्थिति में गंगा दशहरा की पूजा और स्नान-दान का कई गुना फल देंगी।

गंगा दशहरा

हर की पौड़ी, हरिद्वार में गंगा दसहरा, 2005 ऑफिशियल नाँव गंगा दशहरा मनावे वाला हिंदू प्रकार धार्मिक (हिंदू धर्म) महत्त्व Observances गंगा के पूजा आ गंगा में नहान (चाहे कौनों नदी में नहान) समय 2022तारीख 9 जून केतना बेर सालाना गंगा दशहरा एगो हिंदू तिहुआर हवे। हिंदू धर्म में गंगावतरण कहल जाला। ई परब हर साल हिंदू कैलेंडर के हिसाब से मानल जाला कि एहि दिन गंगा में नहाए से दस गो पाप दूर हो जालें;

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Ganga Dussehra 2023:गंगा दशहरा का अपना एक अलग महत्व है. इस बार यह 30 मई को मनेगा. मान्यताओं के अनुसार गंगा दशहरा के दिन मां गंगा का अवतरण पृथ्वी पर हुआ था. पौराणिक कथा के अनुसार, राजा भागीरथ ने अपने पूर्वजों का उद्धार करने के लिए कड़ी तपस्या की थी, जिससे प्रसन्न होकर मां गंगा इस शुभ तिथि में पृथ्वी पर अवतरित हुई थीं. मान्यता है कि गंगा दशहरा पर गंगा स्नान करने से सभी पापों से मुक्ति मिलती है और मोक्ष की प्राप्ति होती है. ऐसे में यदि आप गंगा दशहरा के दिन गंगा नदी में स्नान करते हैं तो आपके सारे पाप धुल जाते हैं. इस दिन गंगा स्नान के बाद दान-पुण्य करने का विशेष महत्व होता है. चलिए जानते हैं गंगा दशहरा का महत्व, शुभ मुहूर्त और पूजा विधि... अनुसार ज्येष्ठ माह में शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि की शुरुआत 29 मई 2023 को दोपहर 11 बजकर 49 मिनट से हो रही है. इस तिथि का समापन 30 मई 2023 दोपहर 1 बजकर 07 मिनट पर होगा. उदया तिथि 30 मई को प्राप्त हो रही है, इसलिए इसी दिन गंगा दशहरा का पर्व मनाया जाएगा. दशहरा का मतलब है 10 विकारों का नाश, इसलिए गंगा दशहरा के दिन शुद्ध मन से गंगा नदी में डुबकी लगाने से मनुष्य के समस्त पाप धुल जाते हैं. • मां गंगा की कृपा पाने के लिए गंगा दशहरा के दिन गंगा स्नान करना बेहद फलदायी माना जाता है. लेकिन अगर गंगा नदी में स्नान करना संभव न हो तो घर में ही नहाने के पानी में गंगाजल मिलाकर दिव्य स्नान करें. • इसके बाद घर के मंदिर में गाय के घी का दीपक जलाएं. • फिर मां गंगा को फूल और श्रीफल चढ़ाएं. • इस दिन भगवान विष्णु की पूजा का भी महत्व होता है. चूंकि इस वर्ष गंगा दशहरा का पर्व गुरुवार के दिन पड़ रहा है. ऐसे में श्री हरि भगवान विष्णु की पूजा का महत्व और भी बढ़ जाता है. इस...

गंगा दशहरा : सरल मंत्र, उपाय और पवित्र आरती

पुराणों के अनुसार गंगा दशहरा (Ganga Dussehra 2022) के दिन गंगा स्नान का विशेष महत्व है। यह हिन्दुओं का प्रमुख त्योहार है। शास्त्रों के अनुसार ज्येष्ठ शुक्ला दशमी को दशहरा कहते हैं। इस वर्ष गंगा दशहरा पर्व (Ganga Dussehra 2022) 09 जून 2022 कोमनाया जाएगा। इसमें स्नान, दान और व्रत का विशेष महत्व होता है। इस दिन स्वर्ग से गंगा का धरती पर अवतरण (ganga maiya) हुआ था, इसलिए यह महापुण्यकारी पर्व माना जाता है। गंगा दशहरा वो समय होता है जब मां गंगा का पृथ्वी पर अवतरण हुआ था जबकि गंगा जयंती (गंगा सप्तमी) वह दिन होता है जब गंगा का पुनः धरती पर अवतरण हुआ था। * धर्मशास्त्रों के अनुसार कलश को सुख-समृद्धि, वैभव और मंगल कामनाओं का प्रतीक माना गया है। इसे विश्व ब्रह्मांड, विराट ब्रह्मा एवं भू-पिंड यानी ग्लोब का प्रतीक माना गया है। इसमें सम्पूर्ण देवता समाए हुए हैं। अत: पूजन के दौरान कलश को देवी-देवता की शक्ति, तीर्थस्थान आदि का प्रतीक मानकर स्थापित किया जाता है।

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ganga dussehra 2023 special arti and 56 bhog offered to ganga in varanasi Photos: कहीं लगा 56 भोग...तो कहीं महाआरती, बाबा की काशी में कुछ ऐसे मना गंगा दशहरा Ganga Dussehra in Varanasi: वाराणसी के तमाम घाटों पर गंगा दशहरा पर गजब का उत्साह दिखा. घाटों पर तमाम आयोजन हुए. कहीं मां गंगा को 56 भोग का प्रसाद चढ़ाया गया तो कहीं महाआरती के जरिए उनकी अराधना की गई. यहां देखिए तस्वीरें... • Last Updated :May 30, 2023, 21:51 IST • Edited by Rishi mishra 01 अभिषेक जायसवाल/वाराणसी: बाबा विश्वनाथ की काशी में मां गंगा के अवतरण दिवस की धूम रही. सुबह गंगा स्नान के बाद शाम को तमाम घाटों पर गंगा दशहरा के महापर्व को लेकर गजब का उत्साह देखने को मिला. घाटों पर अलग अलग आयोजन हुए. कहीं मां गंगा को 56 भोग चढ़ाया गया तो कहीं महाआरती के जरिए उनकी अराधना की गई. वहीं सुबह सवेरे गंगा स्नान करने वालों की भीड़ भी लगी रही. Photos: कहीं लगा 56 भोग...तो कहीं महाआरती, बाबा की काशी में कुछ ऐसे मना गंगा दशहरा अभिषेक जायसवाल/वाराणसी: बाबा विश्वनाथ की काशी में मां गंगा के अवतरण दिवस की धूम रही. सुबह गंगा स्नान के बाद शाम को तमाम घाटों पर गंगा दशहरा के महापर्व को लेकर गजब का उत्साह देखने को मिला. घाटों पर अलग अलग आयोजन हुए. कहीं मां गंगा को 56 भोग चढ़ाया गया तो कहीं महाआरती के जरिए उनकी अराधना की गई. वहीं सुबह सवेरे गंगा स्नान करने वालों की भीड़ भी लगी रही.