Gang kise kahate hain

  1. गलनांक किसे कहते है
  2. कारक किसे कहते हैं, परिभाषा, भेद, उदहारण
  3. गलनांक किसे कहते है
  4. कारक किसे कहते हैं, परिभाषा, भेद, उदहारण
  5. कारक किसे कहते हैं, परिभाषा, भेद, उदहारण
  6. गलनांक किसे कहते है
  7. गलनांक किसे कहते है
  8. कारक किसे कहते हैं, परिभाषा, भेद, उदहारण
  9. गलनांक किसे कहते है
  10. कारक किसे कहते हैं, परिभाषा, भेद, उदहारण


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गलनांक किसे कहते है

Table of Contents • • • Galnank Kise Kahate Hain In Hindi गलनांक किसे कहते है :- एक ऐसा ताप जिस पर ठोस पिघल जाता है और द्रव में बदल जाता है , जिस ताप पर कोई ठोस पदार्थ पिघलकर , द्रव अवस्था में बदल जाता है उस ताप को उस पदार्थ का गलनांक कहते है। जब किसी ठोस पदार्थ को गर्म किया जाता है तो इस ठोस पदार्थ के कणों की गतिज ऊर्जा में वृद्धि होने लगती है , और ठोस के कणों की गतिज ऊर्जा में वृद्धि के कारण ये कण तेजी के साथ कंपन करने लगते है। ऊष्मा के कारण ठोस के कणों को ऊर्जा प्राप्त हो जाती है जिसके कारण ये ठोस के कणों के मध्य पाए जाने वाले आकर्षण बल को पार कर जाती है और दूर दूर जाने का प्रयास करते है और इसके कारण ठोस पदार्थ के कण अपनी नियत स्थिति को छोड़कर स्वतंत्र गति करने लगते है और दूर दूर चले जाते है। सामान्यता ठोस पदार्थ के कणों के मध्य बहुत कम दूरी होती है अर्थात कण पास पास स्थित होने लगते है लेकिन ताप देने के कारण जब इन कणों में कम्पन्न बढ़ने लगता है तो ठोस पदार्थ के कणों के मध्य की दूरी भी बढ़ने लगती है। किसी ठोस पदार्थ का गलनांक वह तापमान होता है जिस पर वह अपनी ठोस अवस्था से पिघलकर द्रव अवस्था में पहुँच जाता है। गलनांक पर ठोस और द्रव प्रावस्था साम्य अवस्था में होती हैं। जब किसी पदार्थ की अवस्था द्रव से ठोस अवस्था में परिवर्तित होती है तो जिस तापमान पर यह होता है उस तापमान को हिमांक कहा जाता है। कई पदार्थों में परम शीतल होने की क्षमता होती है, इसलिए हिमांक को किसी पदार्थ की एक विशेष गुण नहीं माना जाता है। इसके विपरीत जब कोई ठोस एक निश्चित तापमान पर ठोस से द्रव अवस्था ग्रहण करता है वह तापमान उस ठोस का गलनांक कहलाता है। Barf Ka Galnank Kitna Hota Hai बर्फ का गलनांक कितना होता ...

कारक किसे कहते हैं, परिभाषा, भेद, उदहारण

• 1 Karak Kise Kahate Hain in Hindi – कारक की परिभाषा • 2 Karak Ke Bhed in Hindi-कारक के भेद एवं प्रकार • 3 कारक के भेदो की परिभाषा • 3.1 कर्ता कारक किसे कहते हैं? – Karta Karak Kise Kahate Hain in Hindi • 3.2 कर्म कारक किसे कहते हैं? – Karm Karak Kise Kahate Hain in Hindi • 3.3 करण कारक किसे कहते हैं? – Karan Karak Kise Kahate Hain in Hindi • 3.4 सम्प्रधान कारक किसे कहते हैं? – Sampradan Karak Kise Kahate Hain in Hindi • 3.5 आपादान कारक किसे कहते हैं? – Aapadaan Karak Kise Kahate Hain in Hindi • 3.6 संबंध कारक किसे कहते हैं? – Sambhand Karak Kise Kahate Hain in Hindi • 3.7 अधिकरण कारक किसे कहते हैं? – Adhikaran Karak Kise Kahate Hain in Hindi • 3.8 संबोधन कारक किसे कहते हैं? – Sambodhan Karak Kise Kahate Hain in Hindi Karak Kise Kahate Hain in Hindi – कारक की परिभाषा आसान भाषा में कारक की निम्न परिभाषाएं होती हैं: • जो भी जीव किसी कार्य को करता है अर्थात क्रिया करने की भूमिका निभाता है, वह कारक कहलाता है| • किसी काम को करने वाले को कारक कहते हैं| जैसे- • वह सब खेलते हैं| • रेखा ने आजा गाना गाया| • अलीना खाना खाती है| Karak Ke Bhed in Hindi-कारक के भेद एवं प्रकार कारक के 8 मुख्य भेद होते हैं: • कर्ता कारक • कर्म कारक • कारण कारक • सम्प्रधान कारक • आपादान कारक • संबंध कारक • अधिकरण कारक • संबोधन कारक कारक के भेदो की परिभाषा कर्ता कारक किसे कहते हैं? – Karta Karak Kise Kahate Hain in Hindi वाक्य के जिस रूप से हमे क्रिया किसके द्वारा की जा रही है इसका बोध हो अर्थात क्रिया करने वाले का पता चले वह कर्ता कारक कहलाता है| विभक्ति चिन्ह –“ने” जैसे – • राहुल ने श्याम को खाना खाने के...

गलनांक किसे कहते है

Table of Contents • • • Galnank Kise Kahate Hain In Hindi गलनांक किसे कहते है :- एक ऐसा ताप जिस पर ठोस पिघल जाता है और द्रव में बदल जाता है , जिस ताप पर कोई ठोस पदार्थ पिघलकर , द्रव अवस्था में बदल जाता है उस ताप को उस पदार्थ का गलनांक कहते है। जब किसी ठोस पदार्थ को गर्म किया जाता है तो इस ठोस पदार्थ के कणों की गतिज ऊर्जा में वृद्धि होने लगती है , और ठोस के कणों की गतिज ऊर्जा में वृद्धि के कारण ये कण तेजी के साथ कंपन करने लगते है। ऊष्मा के कारण ठोस के कणों को ऊर्जा प्राप्त हो जाती है जिसके कारण ये ठोस के कणों के मध्य पाए जाने वाले आकर्षण बल को पार कर जाती है और दूर दूर जाने का प्रयास करते है और इसके कारण ठोस पदार्थ के कण अपनी नियत स्थिति को छोड़कर स्वतंत्र गति करने लगते है और दूर दूर चले जाते है। सामान्यता ठोस पदार्थ के कणों के मध्य बहुत कम दूरी होती है अर्थात कण पास पास स्थित होने लगते है लेकिन ताप देने के कारण जब इन कणों में कम्पन्न बढ़ने लगता है तो ठोस पदार्थ के कणों के मध्य की दूरी भी बढ़ने लगती है। किसी ठोस पदार्थ का गलनांक वह तापमान होता है जिस पर वह अपनी ठोस अवस्था से पिघलकर द्रव अवस्था में पहुँच जाता है। गलनांक पर ठोस और द्रव प्रावस्था साम्य अवस्था में होती हैं। जब किसी पदार्थ की अवस्था द्रव से ठोस अवस्था में परिवर्तित होती है तो जिस तापमान पर यह होता है उस तापमान को हिमांक कहा जाता है। कई पदार्थों में परम शीतल होने की क्षमता होती है, इसलिए हिमांक को किसी पदार्थ की एक विशेष गुण नहीं माना जाता है। इसके विपरीत जब कोई ठोस एक निश्चित तापमान पर ठोस से द्रव अवस्था ग्रहण करता है वह तापमान उस ठोस का गलनांक कहलाता है। Barf Ka Galnank Kitna Hota Hai बर्फ का गलनांक कितना होता ...

कारक किसे कहते हैं, परिभाषा, भेद, उदहारण

• 1 Karak Kise Kahate Hain in Hindi – कारक की परिभाषा • 2 Karak Ke Bhed in Hindi-कारक के भेद एवं प्रकार • 3 कारक के भेदो की परिभाषा • 3.1 कर्ता कारक किसे कहते हैं? – Karta Karak Kise Kahate Hain in Hindi • 3.2 कर्म कारक किसे कहते हैं? – Karm Karak Kise Kahate Hain in Hindi • 3.3 करण कारक किसे कहते हैं? – Karan Karak Kise Kahate Hain in Hindi • 3.4 सम्प्रधान कारक किसे कहते हैं? – Sampradan Karak Kise Kahate Hain in Hindi • 3.5 आपादान कारक किसे कहते हैं? – Aapadaan Karak Kise Kahate Hain in Hindi • 3.6 संबंध कारक किसे कहते हैं? – Sambhand Karak Kise Kahate Hain in Hindi • 3.7 अधिकरण कारक किसे कहते हैं? – Adhikaran Karak Kise Kahate Hain in Hindi • 3.8 संबोधन कारक किसे कहते हैं? – Sambodhan Karak Kise Kahate Hain in Hindi Karak Kise Kahate Hain in Hindi – कारक की परिभाषा आसान भाषा में कारक की निम्न परिभाषाएं होती हैं: • जो भी जीव किसी कार्य को करता है अर्थात क्रिया करने की भूमिका निभाता है, वह कारक कहलाता है| • किसी काम को करने वाले को कारक कहते हैं| जैसे- • वह सब खेलते हैं| • रेखा ने आजा गाना गाया| • अलीना खाना खाती है| Karak Ke Bhed in Hindi-कारक के भेद एवं प्रकार कारक के 8 मुख्य भेद होते हैं: • कर्ता कारक • कर्म कारक • कारण कारक • सम्प्रधान कारक • आपादान कारक • संबंध कारक • अधिकरण कारक • संबोधन कारक कारक के भेदो की परिभाषा कर्ता कारक किसे कहते हैं? – Karta Karak Kise Kahate Hain in Hindi वाक्य के जिस रूप से हमे क्रिया किसके द्वारा की जा रही है इसका बोध हो अर्थात क्रिया करने वाले का पता चले वह कर्ता कारक कहलाता है| विभक्ति चिन्ह –“ने” जैसे – • राहुल ने श्याम को खाना खाने के...

कारक किसे कहते हैं, परिभाषा, भेद, उदहारण

• 1 Karak Kise Kahate Hain in Hindi – कारक की परिभाषा • 2 Karak Ke Bhed in Hindi-कारक के भेद एवं प्रकार • 3 कारक के भेदो की परिभाषा • 3.1 कर्ता कारक किसे कहते हैं? – Karta Karak Kise Kahate Hain in Hindi • 3.2 कर्म कारक किसे कहते हैं? – Karm Karak Kise Kahate Hain in Hindi • 3.3 करण कारक किसे कहते हैं? – Karan Karak Kise Kahate Hain in Hindi • 3.4 सम्प्रधान कारक किसे कहते हैं? – Sampradan Karak Kise Kahate Hain in Hindi • 3.5 आपादान कारक किसे कहते हैं? – Aapadaan Karak Kise Kahate Hain in Hindi • 3.6 संबंध कारक किसे कहते हैं? – Sambhand Karak Kise Kahate Hain in Hindi • 3.7 अधिकरण कारक किसे कहते हैं? – Adhikaran Karak Kise Kahate Hain in Hindi • 3.8 संबोधन कारक किसे कहते हैं? – Sambodhan Karak Kise Kahate Hain in Hindi Karak Kise Kahate Hain in Hindi – कारक की परिभाषा आसान भाषा में कारक की निम्न परिभाषाएं होती हैं: • जो भी जीव किसी कार्य को करता है अर्थात क्रिया करने की भूमिका निभाता है, वह कारक कहलाता है| • किसी काम को करने वाले को कारक कहते हैं| जैसे- • वह सब खेलते हैं| • रेखा ने आजा गाना गाया| • अलीना खाना खाती है| Karak Ke Bhed in Hindi-कारक के भेद एवं प्रकार कारक के 8 मुख्य भेद होते हैं: • कर्ता कारक • कर्म कारक • कारण कारक • सम्प्रधान कारक • आपादान कारक • संबंध कारक • अधिकरण कारक • संबोधन कारक कारक के भेदो की परिभाषा कर्ता कारक किसे कहते हैं? – Karta Karak Kise Kahate Hain in Hindi वाक्य के जिस रूप से हमे क्रिया किसके द्वारा की जा रही है इसका बोध हो अर्थात क्रिया करने वाले का पता चले वह कर्ता कारक कहलाता है| विभक्ति चिन्ह –“ने” जैसे – • राहुल ने श्याम को खाना खाने के...

गलनांक किसे कहते है

Table of Contents • • • Galnank Kise Kahate Hain In Hindi गलनांक किसे कहते है :- एक ऐसा ताप जिस पर ठोस पिघल जाता है और द्रव में बदल जाता है , जिस ताप पर कोई ठोस पदार्थ पिघलकर , द्रव अवस्था में बदल जाता है उस ताप को उस पदार्थ का गलनांक कहते है। जब किसी ठोस पदार्थ को गर्म किया जाता है तो इस ठोस पदार्थ के कणों की गतिज ऊर्जा में वृद्धि होने लगती है , और ठोस के कणों की गतिज ऊर्जा में वृद्धि के कारण ये कण तेजी के साथ कंपन करने लगते है। ऊष्मा के कारण ठोस के कणों को ऊर्जा प्राप्त हो जाती है जिसके कारण ये ठोस के कणों के मध्य पाए जाने वाले आकर्षण बल को पार कर जाती है और दूर दूर जाने का प्रयास करते है और इसके कारण ठोस पदार्थ के कण अपनी नियत स्थिति को छोड़कर स्वतंत्र गति करने लगते है और दूर दूर चले जाते है। सामान्यता ठोस पदार्थ के कणों के मध्य बहुत कम दूरी होती है अर्थात कण पास पास स्थित होने लगते है लेकिन ताप देने के कारण जब इन कणों में कम्पन्न बढ़ने लगता है तो ठोस पदार्थ के कणों के मध्य की दूरी भी बढ़ने लगती है। किसी ठोस पदार्थ का गलनांक वह तापमान होता है जिस पर वह अपनी ठोस अवस्था से पिघलकर द्रव अवस्था में पहुँच जाता है। गलनांक पर ठोस और द्रव प्रावस्था साम्य अवस्था में होती हैं। जब किसी पदार्थ की अवस्था द्रव से ठोस अवस्था में परिवर्तित होती है तो जिस तापमान पर यह होता है उस तापमान को हिमांक कहा जाता है। कई पदार्थों में परम शीतल होने की क्षमता होती है, इसलिए हिमांक को किसी पदार्थ की एक विशेष गुण नहीं माना जाता है। इसके विपरीत जब कोई ठोस एक निश्चित तापमान पर ठोस से द्रव अवस्था ग्रहण करता है वह तापमान उस ठोस का गलनांक कहलाता है। Barf Ka Galnank Kitna Hota Hai बर्फ का गलनांक कितना होता ...

गलनांक किसे कहते है

Table of Contents • • • Galnank Kise Kahate Hain In Hindi गलनांक किसे कहते है :- एक ऐसा ताप जिस पर ठोस पिघल जाता है और द्रव में बदल जाता है , जिस ताप पर कोई ठोस पदार्थ पिघलकर , द्रव अवस्था में बदल जाता है उस ताप को उस पदार्थ का गलनांक कहते है। जब किसी ठोस पदार्थ को गर्म किया जाता है तो इस ठोस पदार्थ के कणों की गतिज ऊर्जा में वृद्धि होने लगती है , और ठोस के कणों की गतिज ऊर्जा में वृद्धि के कारण ये कण तेजी के साथ कंपन करने लगते है। ऊष्मा के कारण ठोस के कणों को ऊर्जा प्राप्त हो जाती है जिसके कारण ये ठोस के कणों के मध्य पाए जाने वाले आकर्षण बल को पार कर जाती है और दूर दूर जाने का प्रयास करते है और इसके कारण ठोस पदार्थ के कण अपनी नियत स्थिति को छोड़कर स्वतंत्र गति करने लगते है और दूर दूर चले जाते है। सामान्यता ठोस पदार्थ के कणों के मध्य बहुत कम दूरी होती है अर्थात कण पास पास स्थित होने लगते है लेकिन ताप देने के कारण जब इन कणों में कम्पन्न बढ़ने लगता है तो ठोस पदार्थ के कणों के मध्य की दूरी भी बढ़ने लगती है। किसी ठोस पदार्थ का गलनांक वह तापमान होता है जिस पर वह अपनी ठोस अवस्था से पिघलकर द्रव अवस्था में पहुँच जाता है। गलनांक पर ठोस और द्रव प्रावस्था साम्य अवस्था में होती हैं। जब किसी पदार्थ की अवस्था द्रव से ठोस अवस्था में परिवर्तित होती है तो जिस तापमान पर यह होता है उस तापमान को हिमांक कहा जाता है। कई पदार्थों में परम शीतल होने की क्षमता होती है, इसलिए हिमांक को किसी पदार्थ की एक विशेष गुण नहीं माना जाता है। इसके विपरीत जब कोई ठोस एक निश्चित तापमान पर ठोस से द्रव अवस्था ग्रहण करता है वह तापमान उस ठोस का गलनांक कहलाता है। Barf Ka Galnank Kitna Hota Hai बर्फ का गलनांक कितना होता ...

कारक किसे कहते हैं, परिभाषा, भेद, उदहारण

• 1 Karak Kise Kahate Hain in Hindi – कारक की परिभाषा • 2 Karak Ke Bhed in Hindi-कारक के भेद एवं प्रकार • 3 कारक के भेदो की परिभाषा • 3.1 कर्ता कारक किसे कहते हैं? – Karta Karak Kise Kahate Hain in Hindi • 3.2 कर्म कारक किसे कहते हैं? – Karm Karak Kise Kahate Hain in Hindi • 3.3 करण कारक किसे कहते हैं? – Karan Karak Kise Kahate Hain in Hindi • 3.4 सम्प्रधान कारक किसे कहते हैं? – Sampradan Karak Kise Kahate Hain in Hindi • 3.5 आपादान कारक किसे कहते हैं? – Aapadaan Karak Kise Kahate Hain in Hindi • 3.6 संबंध कारक किसे कहते हैं? – Sambhand Karak Kise Kahate Hain in Hindi • 3.7 अधिकरण कारक किसे कहते हैं? – Adhikaran Karak Kise Kahate Hain in Hindi • 3.8 संबोधन कारक किसे कहते हैं? – Sambodhan Karak Kise Kahate Hain in Hindi Karak Kise Kahate Hain in Hindi – कारक की परिभाषा आसान भाषा में कारक की निम्न परिभाषाएं होती हैं: • जो भी जीव किसी कार्य को करता है अर्थात क्रिया करने की भूमिका निभाता है, वह कारक कहलाता है| • किसी काम को करने वाले को कारक कहते हैं| जैसे- • वह सब खेलते हैं| • रेखा ने आजा गाना गाया| • अलीना खाना खाती है| Karak Ke Bhed in Hindi-कारक के भेद एवं प्रकार कारक के 8 मुख्य भेद होते हैं: • कर्ता कारक • कर्म कारक • कारण कारक • सम्प्रधान कारक • आपादान कारक • संबंध कारक • अधिकरण कारक • संबोधन कारक कारक के भेदो की परिभाषा कर्ता कारक किसे कहते हैं? – Karta Karak Kise Kahate Hain in Hindi वाक्य के जिस रूप से हमे क्रिया किसके द्वारा की जा रही है इसका बोध हो अर्थात क्रिया करने वाले का पता चले वह कर्ता कारक कहलाता है| विभक्ति चिन्ह –“ने” जैसे – • राहुल ने श्याम को खाना खाने के...

गलनांक किसे कहते है

Table of Contents • • • Galnank Kise Kahate Hain In Hindi गलनांक किसे कहते है :- एक ऐसा ताप जिस पर ठोस पिघल जाता है और द्रव में बदल जाता है , जिस ताप पर कोई ठोस पदार्थ पिघलकर , द्रव अवस्था में बदल जाता है उस ताप को उस पदार्थ का गलनांक कहते है। जब किसी ठोस पदार्थ को गर्म किया जाता है तो इस ठोस पदार्थ के कणों की गतिज ऊर्जा में वृद्धि होने लगती है , और ठोस के कणों की गतिज ऊर्जा में वृद्धि के कारण ये कण तेजी के साथ कंपन करने लगते है। ऊष्मा के कारण ठोस के कणों को ऊर्जा प्राप्त हो जाती है जिसके कारण ये ठोस के कणों के मध्य पाए जाने वाले आकर्षण बल को पार कर जाती है और दूर दूर जाने का प्रयास करते है और इसके कारण ठोस पदार्थ के कण अपनी नियत स्थिति को छोड़कर स्वतंत्र गति करने लगते है और दूर दूर चले जाते है। सामान्यता ठोस पदार्थ के कणों के मध्य बहुत कम दूरी होती है अर्थात कण पास पास स्थित होने लगते है लेकिन ताप देने के कारण जब इन कणों में कम्पन्न बढ़ने लगता है तो ठोस पदार्थ के कणों के मध्य की दूरी भी बढ़ने लगती है। किसी ठोस पदार्थ का गलनांक वह तापमान होता है जिस पर वह अपनी ठोस अवस्था से पिघलकर द्रव अवस्था में पहुँच जाता है। गलनांक पर ठोस और द्रव प्रावस्था साम्य अवस्था में होती हैं। जब किसी पदार्थ की अवस्था द्रव से ठोस अवस्था में परिवर्तित होती है तो जिस तापमान पर यह होता है उस तापमान को हिमांक कहा जाता है। कई पदार्थों में परम शीतल होने की क्षमता होती है, इसलिए हिमांक को किसी पदार्थ की एक विशेष गुण नहीं माना जाता है। इसके विपरीत जब कोई ठोस एक निश्चित तापमान पर ठोस से द्रव अवस्था ग्रहण करता है वह तापमान उस ठोस का गलनांक कहलाता है। Barf Ka Galnank Kitna Hota Hai बर्फ का गलनांक कितना होता ...

कारक किसे कहते हैं, परिभाषा, भेद, उदहारण

• 1 Karak Kise Kahate Hain in Hindi – कारक की परिभाषा • 2 Karak Ke Bhed in Hindi-कारक के भेद एवं प्रकार • 3 कारक के भेदो की परिभाषा • 3.1 कर्ता कारक किसे कहते हैं? – Karta Karak Kise Kahate Hain in Hindi • 3.2 कर्म कारक किसे कहते हैं? – Karm Karak Kise Kahate Hain in Hindi • 3.3 करण कारक किसे कहते हैं? – Karan Karak Kise Kahate Hain in Hindi • 3.4 सम्प्रधान कारक किसे कहते हैं? – Sampradan Karak Kise Kahate Hain in Hindi • 3.5 आपादान कारक किसे कहते हैं? – Aapadaan Karak Kise Kahate Hain in Hindi • 3.6 संबंध कारक किसे कहते हैं? – Sambhand Karak Kise Kahate Hain in Hindi • 3.7 अधिकरण कारक किसे कहते हैं? – Adhikaran Karak Kise Kahate Hain in Hindi • 3.8 संबोधन कारक किसे कहते हैं? – Sambodhan Karak Kise Kahate Hain in Hindi Karak Kise Kahate Hain in Hindi – कारक की परिभाषा आसान भाषा में कारक की निम्न परिभाषाएं होती हैं: • जो भी जीव किसी कार्य को करता है अर्थात क्रिया करने की भूमिका निभाता है, वह कारक कहलाता है| • किसी काम को करने वाले को कारक कहते हैं| जैसे- • वह सब खेलते हैं| • रेखा ने आजा गाना गाया| • अलीना खाना खाती है| Karak Ke Bhed in Hindi-कारक के भेद एवं प्रकार कारक के 8 मुख्य भेद होते हैं: • कर्ता कारक • कर्म कारक • कारण कारक • सम्प्रधान कारक • आपादान कारक • संबंध कारक • अधिकरण कारक • संबोधन कारक कारक के भेदो की परिभाषा कर्ता कारक किसे कहते हैं? – Karta Karak Kise Kahate Hain in Hindi वाक्य के जिस रूप से हमे क्रिया किसके द्वारा की जा रही है इसका बोध हो अर्थात क्रिया करने वाले का पता चले वह कर्ता कारक कहलाता है| विभक्ति चिन्ह –“ने” जैसे – • राहुल ने श्याम को खाना खाने के...