गौस पाक की नात शरीफ

  1. Gaus Pak 39 s Fatiha was done on the 11th Sharif the langar was limited
  2. हम अपने नबी पाक से यूँ प्यार करेंगे लिरिक्स हिंदी में नात शरीफ
  3. शबे बरात की नात शरीफ Shab e Barat Naat Lyrics New
  4. ग़ौस पाक नात शरीफ : अल अमां क़हर है ऐ गौस वोह तीखा तेरा
  5. Ghaus e Pak kay Halaat
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Gaus Pak 39 s Fatiha was done on the 11th Sharif the langar was limited

जिले में पीराने पीर दस्तगीर बड़े पीर साहब गौस पाक अब्दुल कादिर जिलानी की 11वीं शरीफ अकीदत व मोहब्बत के साथ मनाई गई। इस दौरान कई स्थानों पर कुरआनख्वानी, फातिहा व जश्न गौस पाक और लंगर का आयोजन किए गए। वहीं दूसरी तरफ झंडे में बड़ी संख्या में भीड़ उमड़ी। अकीदतमंदों ने फातिहा कराने के बाद मन्नतें मांगी। बुधवार को मुहल्ला बारादरी में जश्न-ए-गौस-ए-आजम जोश-खरोश से मनाया गया। अल मुश्किल कुशा खानकाह में ग्यारहवी शरीफ के प्रोग्राम में हाफिज कासिम अख्तर वारसी ने नात व मनकबत सुनाई। मौलाना कारी कासिम रजा ने गौस पाक की जिंदगी के बारे में बताया। शेख मौलाना शाही ने कहा कि हम जिस तरह से वलियों से निसबत रखते हैं। मजार शरीफ पर चादरपोशी, उर्स व लंगर करते हैं। वलियों ने पूरी जिंदगी रब की इबादत में गुजार दी और कौम की खिदमात के लिए मेहनत मशक्कत करते रहे। वलियों ने हमेशा कौम को जोड़ने का काम किया। उन्होंने कहा कि हम नमाज और इबादत से दूर हो गए हैं। जिसने नमाज छोडी़, वह मुसलमान ईमान वाले नहीं हो सकते हैं, और न आका को राजी कर सकते हैं और न ही रब राजी हो सकता है। यही वजह है कि आज मुसलमानों की हालत खराब है। हर तरफ लाचारी, बेबसी, मोहताजी नजर आ रही है। हमें चाहिए है कि वलियों के किरदार को अपनी जिंदगी में उतार लें। इसी से हमारा ईमान और हमारी कौम मजबूत होगी। इंतजाम में कदीर खान, एहसन रजा, मौलाना शमशुल हक, मौलाना तौसीफ रजा, हाफिज कासिम अख्तर वारसी,डा.मोहम्मद जावेद,मोईन मियां, मुबारक अली,माेहम्मद सिकंदर,

हम अपने नबी पाक से यूँ प्यार करेंगे लिरिक्स हिंदी में नात शरीफ

मरहबा मरहबा मरहबा मुस्तफ़ा मरहबा मरहबा मरहबा मुस्तफ़ा हम अपने नबी पाक से यूँ प्यार करेंगे हर हाल में सरकार का जश्ने-विलादत की रोनक़ पे यारों मरते हैं सुन्नी मरते रहेंगे अपने नबी की अज़मत का चर्चा करते हैं सुन्नी करते रहेंगे कुछ जलने वाले देख के केहते हैं हमेशा सरकार की आमद पे लगाते हो क्यूँ पैसा ये पैसा तो क्या चीज़ है हम घर भी लुटादें कोई नहीं जहां में सरकार के जैसा हम अपने नबी पाक से यूँ प्यार करेंगे हर हाल में सरकार का मीलाद करेंगे मेरे सरकार आए, मेरे दिलदार आए मेरे सरकार आए, मेरे दिलदार आए मेरे नबी आ गए मरहबा या मुस्तफ़ा प्यारे नबी आ गए मरहबा या मुस्तफ़ा लजपाल नबी आ गए मरहबा या मुस्तफ़ा ग़मख़्वार नबी आ गए मरहबा या मुस्तफ़ा साहिबे-मेअराज नबी आसियों की लाज नबी नबीयों के सरताज नबी कल भी थे और आज नबी दो जहाँ के राज वाले मेरे नबी आ गए हर ख़ारजी फसादी वतन से भगाएंगे पढ़ के दुरूद सब को मीलादि बनाएंगे लाएंगे हम हुज़ूर का इस्लाम तख़्त पर ला दीनियत के सारे बुतों को गिराएंगे हम अपने नबी पाक से यूँ प्यार करेंगे हर हाल में सरकार का मीलाद करेंगे तकलीफ होती है तुझे मिर्चें भी लगती हैं जब बारह्वी पे लाइटों से गलियां भी सजती हैं क्यूँ चिड़ता है तू देख के झंडों की बहारें ताज़िमे-नबी हो तो सभी अच्छी लगती हैं हम अपने नबी पाक से यूँ प्यार करेंगे हर हाल में सरकार का मीलाद करेंगे निसार तेरी चहल-पहल पर, हज़ारों ईदें रबीउल-अव्वल सिवाए-इब्लीस के जहाँ में सभी तो ख़ुशियाँ मना रहे हैं लालच न दो, हम नामे-मुहम्मद पे मरेंगे मीलाद पे समझौता किया है न करेंगे बर्दाश्त ना करेंगे जुलूसों पे रुकावट मिलादे-मुहम्मद का मिशन जारी रखेंगे हम अपने नबी पाक से यूँ प्यार करेंगे हर हाल में सरकार का मीलाद करेंगे तेरा खावां में तेरे गीत ...

शबे बरात की नात शरीफ Shab e Barat Naat Lyrics New

Table of Contents • • • • शबे बरात की नात शरीफ | Shab e Barat Naat Lyrics मेरे मेरे प्यारे इस्लामिक भाइयो और बहनों हर वर्ष की तरह इस साल भी शबे बारात का महीना आने वाला है शबे बरात की रात में अल्लाह की इबादत और गुनाहों की मांफी का दिन है इस दिन अल्लाह पाक से खुद के लिए और मरहूम जो इस दुनिया से जा चुके है उनके मग्फिरत की दुआ करते है अल्लाह रब्बुल इज्जत बहुत ही मेहरबान है आपके हमारे और जो इस दुनिया से जा चुके है सबके गुनाहों के मांफ करें-आमीन आइये पढ़े शबे बरात की नात शरीफ जो निम्नवत है लिखा हुआ - Advertisement - • जागो शबे बरात इबादत की रात है • पाई शबे बरात ये किस्मत की बात है जागो शबे बरात इबादत की रात है नात शरीफ Jago Shab e Baraat Ibadat Ki Raat Hai Lyrics in Hindi:- • शबे बरात की नात शरीफ: • शबे बरात- शबे बरात शबे बरात- शबे बरात • शबे बरात- शबे बरात शबे बरात- शबे बरात • पाई शबे बरात ये किस्मत की बात है • जागूँगा सारी रात ये इबादत की रात है • पाई शबे बरात ये क़िस्मत की बात है • शबे बरात- शबे बरात शबे बरात- शबे बरात • मर्ज़ ए गुनाह से तौबा करुंगा • मैं फ़रमान ए मुस्तफ़ा है शफ़अ़त की रात है • जागूँगा सारी रात ये इबादत की रात है • पाई शबे बरात ये किस्मत की बात है • शबे बरात- शबे बरात शबे बरात- शबे बरात • होगी क़बूल सारे तलबगारों की फ़रियाद • बस दिल से पुकारो ये समाअ़त की रात है • जागूँगा सारी रात ये इबादत की रात है • पाई शबे बरात ये किस्मत की बात है • शबे बरात- शबे बरात शबे बरात- शबे बरात • सजदे करुंगा अश्क ए नदामत बहाऊंगा • सब कुछ मिलेगा मुझको इनायत की रात है • जागूँगा सारी रात ये इबादत की रात है • पाई शबे बरात ये किस्मत की बात है • शबे बरात- शबे बरात शबे बरात- शबे बरात • सारा जगा...

ग़ौस पाक नात शरीफ : अल अमां क़हर है ऐ गौस वोह तीखा तेरा

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हम अपने नबी पाक से यूँ प्यार करेंगे लिरिक्स हिंदी में नात शरीफ

मरहबा मरहबा मरहबा मुस्तफ़ा मरहबा मरहबा मरहबा मुस्तफ़ा हम अपने नबी पाक से यूँ प्यार करेंगे हर हाल में सरकार का जश्ने-विलादत की रोनक़ पे यारों मरते हैं सुन्नी मरते रहेंगे अपने नबी की अज़मत का चर्चा करते हैं सुन्नी करते रहेंगे कुछ जलने वाले देख के केहते हैं हमेशा सरकार की आमद पे लगाते हो क्यूँ पैसा ये पैसा तो क्या चीज़ है हम घर भी लुटादें कोई नहीं जहां में सरकार के जैसा हम अपने नबी पाक से यूँ प्यार करेंगे हर हाल में सरकार का मीलाद करेंगे मेरे सरकार आए, मेरे दिलदार आए मेरे सरकार आए, मेरे दिलदार आए मेरे नबी आ गए मरहबा या मुस्तफ़ा प्यारे नबी आ गए मरहबा या मुस्तफ़ा लजपाल नबी आ गए मरहबा या मुस्तफ़ा ग़मख़्वार नबी आ गए मरहबा या मुस्तफ़ा साहिबे-मेअराज नबी आसियों की लाज नबी नबीयों के सरताज नबी कल भी थे और आज नबी दो जहाँ के राज वाले मेरे नबी आ गए हर ख़ारजी फसादी वतन से भगाएंगे पढ़ के दुरूद सब को मीलादि बनाएंगे लाएंगे हम हुज़ूर का इस्लाम तख़्त पर ला दीनियत के सारे बुतों को गिराएंगे हम अपने नबी पाक से यूँ प्यार करेंगे हर हाल में सरकार का मीलाद करेंगे तकलीफ होती है तुझे मिर्चें भी लगती हैं जब बारह्वी पे लाइटों से गलियां भी सजती हैं क्यूँ चिड़ता है तू देख के झंडों की बहारें ताज़िमे-नबी हो तो सभी अच्छी लगती हैं हम अपने नबी पाक से यूँ प्यार करेंगे हर हाल में सरकार का मीलाद करेंगे निसार तेरी चहल-पहल पर, हज़ारों ईदें रबीउल-अव्वल सिवाए-इब्लीस के जहाँ में सभी तो ख़ुशियाँ मना रहे हैं लालच न दो, हम नामे-मुहम्मद पे मरेंगे मीलाद पे समझौता किया है न करेंगे बर्दाश्त ना करेंगे जुलूसों पे रुकावट मिलादे-मुहम्मद का मिशन जारी रखेंगे हम अपने नबी पाक से यूँ प्यार करेंगे हर हाल में सरकार का मीलाद करेंगे तेरा खावां में तेरे गीत ...

ग़ौस पाक नात शरीफ : अल अमां क़हर है ऐ गौस वोह तीखा तेरा

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Table of Contents • • • • शबे बरात की नात शरीफ | Shab e Barat Naat Lyrics मेरे मेरे प्यारे इस्लामिक भाइयो और बहनों हर वर्ष की तरह इस साल भी शबे बारात का महीना आने वाला है शबे बरात की रात में अल्लाह की इबादत और गुनाहों की मांफी का दिन है इस दिन अल्लाह पाक से खुद के लिए और मरहूम जो इस दुनिया से जा चुके है उनके मग्फिरत की दुआ करते है अल्लाह रब्बुल इज्जत बहुत ही मेहरबान है आपके हमारे और जो इस दुनिया से जा चुके है सबके गुनाहों के मांफ करें-आमीन आइये पढ़े शबे बरात की नात शरीफ जो निम्नवत है लिखा हुआ - Advertisement - • जागो शबे बरात इबादत की रात है • पाई शबे बरात ये किस्मत की बात है जागो शबे बरात इबादत की रात है नात शरीफ Jago Shab e Baraat Ibadat Ki Raat Hai Lyrics in Hindi:- • शबे बरात की नात शरीफ: • शबे बरात- शबे बरात शबे बरात- शबे बरात • शबे बरात- शबे बरात शबे बरात- शबे बरात • पाई शबे बरात ये किस्मत की बात है • जागूँगा सारी रात ये इबादत की रात है • पाई शबे बरात ये क़िस्मत की बात है • शबे बरात- शबे बरात शबे बरात- शबे बरात • मर्ज़ ए गुनाह से तौबा करुंगा • मैं फ़रमान ए मुस्तफ़ा है शफ़अ़त की रात है • जागूँगा सारी रात ये इबादत की रात है • पाई शबे बरात ये किस्मत की बात है • शबे बरात- शबे बरात शबे बरात- शबे बरात • होगी क़बूल सारे तलबगारों की फ़रियाद • बस दिल से पुकारो ये समाअ़त की रात है • जागूँगा सारी रात ये इबादत की रात है • पाई शबे बरात ये किस्मत की बात है • शबे बरात- शबे बरात शबे बरात- शबे बरात • सजदे करुंगा अश्क ए नदामत बहाऊंगा • सब कुछ मिलेगा मुझको इनायत की रात है • जागूँगा सारी रात ये इबादत की रात है • पाई शबे बरात ये किस्मत की बात है • शबे बरात- शबे बरात शबे बरात- शबे बरात • सारा जगा...

Gaus Pak 39 s Fatiha was done on the 11th Sharif the langar was limited

जिले में पीराने पीर दस्तगीर बड़े पीर साहब गौस पाक अब्दुल कादिर जिलानी की 11वीं शरीफ अकीदत व मोहब्बत के साथ मनाई गई। इस दौरान कई स्थानों पर कुरआनख्वानी, फातिहा व जश्न गौस पाक और लंगर का आयोजन किए गए। वहीं दूसरी तरफ झंडे में बड़ी संख्या में भीड़ उमड़ी। अकीदतमंदों ने फातिहा कराने के बाद मन्नतें मांगी। बुधवार को मुहल्ला बारादरी में जश्न-ए-गौस-ए-आजम जोश-खरोश से मनाया गया। अल मुश्किल कुशा खानकाह में ग्यारहवी शरीफ के प्रोग्राम में हाफिज कासिम अख्तर वारसी ने नात व मनकबत सुनाई। मौलाना कारी कासिम रजा ने गौस पाक की जिंदगी के बारे में बताया। शेख मौलाना शाही ने कहा कि हम जिस तरह से वलियों से निसबत रखते हैं। मजार शरीफ पर चादरपोशी, उर्स व लंगर करते हैं। वलियों ने पूरी जिंदगी रब की इबादत में गुजार दी और कौम की खिदमात के लिए मेहनत मशक्कत करते रहे। वलियों ने हमेशा कौम को जोड़ने का काम किया। उन्होंने कहा कि हम नमाज और इबादत से दूर हो गए हैं। जिसने नमाज छोडी़, वह मुसलमान ईमान वाले नहीं हो सकते हैं, और न आका को राजी कर सकते हैं और न ही रब राजी हो सकता है। यही वजह है कि आज मुसलमानों की हालत खराब है। हर तरफ लाचारी, बेबसी, मोहताजी नजर आ रही है। हमें चाहिए है कि वलियों के किरदार को अपनी जिंदगी में उतार लें। इसी से हमारा ईमान और हमारी कौम मजबूत होगी। इंतजाम में कदीर खान, एहसन रजा, मौलाना शमशुल हक, मौलाना तौसीफ रजा, हाफिज कासिम अख्तर वारसी,डा.मोहम्मद जावेद,मोईन मियां, मुबारक अली,माेहम्मद सिकंदर,