गणतंत्र दिवस

  1. गणतंत्र दिवस पर निबंध 100,150,200,400,1000 शब्दों मे (Republic Day 2023 Essay)
  2. Republic Day 2023 Speech Bhashan important point and easy tips in hindi for 26 january competition
  3. गणतंत्र दिवस के महत्व पर निबंध
  4. गणतंत्र दिवस (भारत)
  5. मंच संचालन स्क्रिप्ट
  6. गणतंत्र दिवस


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गणतंत्र दिवस पर निबंध 100,150,200,400,1000 शब्दों मे (Republic Day 2023 Essay)

गणतंत्र दिवस पर निबंध : हमारे देश में 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के रूप में मनाया जाता है। आज ही के दिन 1950 में हमारे देश के संविधान को औपचारिक रूप से अपनाया गया था और भारत पूर्ण रूप से संप्रभु राज्य बन गया था। देश का मौलिक कानून, संविधान, महात्मा गांधी जैसे महापुरुषों और हमारे देश की स्वतंत्रता के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले असंख्य स्वतंत्रता सेनानियों के परिश्रम और परिश्रम से बनाया गया था। इसलिए, 26 जनवरी को राष्ट्रीय अवकाश घोषित किया गया था और तब से इसे भारत के गणतंत्र दिवस के रूप में पहचाना और मनाया जाता है। इतिहास (History) स्वतंत्रता के बाद, देश में कोई स्व-निर्मित आधिकारिक संविधान नहीं था, इसके बजाय, इसके कानून संशोधित औपनिवेशिक कृत्यों पर आधारित थे। इसलिए, हमारे अपने देश के लिए एक आधिकारिक संविधान की स्थापना भारत सरकार के सामने सबसे बड़ा काम था। हमारा संविधान डॉ. राजेंद्र प्रसाद की अध्यक्षता में संविधान सभा के सम्मानित सदस्यों की कड़ी मेहनत और संघर्ष का परिणाम है। डॉ. अम्बेडकर हमारे संविधान के जनक थे। अन्य देशों के विभिन्न संविधानों का गहराई से अध्ययन करने के बाद, हमारे संस्थापकों ने हमारा संविधान बनाया और यह दुनिया का सबसे लंबा संविधान है। यह इन महापुरुषों के समर्पण और दूरदर्शिता को दर्शाता है। इस तरह संविधान अस्तित्व में आया। संविधान को पूरा करने में दो साल, ग्यारह महीने और अठारह दिन लगे।नवंबर 1949 , यह 26 जनवरी, 1950 को लागू हुआ। गणतंत्र दिवस निबंध 10 पंक्तियाँ (Republic Day Essay 10 Lines in Hindi) • 26 जनवरी को हम भारत में लगातार हर साल गणतंत्र दिवस मनाते हैं। • 1950 में हमारे स्वतंत्रता सेनानियों द्वारा संविधान की शुरुआत की गई थी। • भारत इस दिन एक धर्म...

Republic Day 2023 Speech Bhashan important point and easy tips in hindi for 26 january competition

Republic Day 2023 Speech Bhashan: गणतंत्र दिवस पर ऐसे करें भाषण की तैयारी, 26 जनवरी की प्रतियोगिता में लूटेंगे वाहवाही! Republic Day 2023 Speech Bhashan: भारत 26 जनवरी 2023 को अपना 74वां गणतंत्र दिवस (74th Republic Day 2023) मनाएगा. गणतंत्र दिवस पर स्कूल, कॉलेज समेत शिक्षण संस्थानों, सरकारी दफ्तरों, संस्थाओं आदि में कार्यक्रम का आयोजन होता है. कई लोग इन कार्यक्रमों में भाषण देना पसंद करते हैं, ऐसे में जानिए गणतंत्र दिवस के हिंदी भाषण के महत्वपूर्ण टिप्सः भारत में संविधान लागू हुए 74 साल हो गए हैं इसकी याद में हम आज गणतंत्र दिवस मनाने के लिए उपस्थित हुए हैं. मैं भारत की 74 वर्षों की इस शानदार यात्रा के बारे में कुछ विचार प्रकट करना चाहता हूं... गणतंत्र दिवस भाषण में किन तथ्यों को करें शामिल? भाषण के दौरान यह बताएं कि भारत के संविधान निर्माण में स्वतंत्रता सेनानी डॉ. भीमराव आंबेडकर का बड़ा योगदान रहा था. भारत का संविधान दुनिया का सबसे बड़ा लिखित संविधान है, जिसे बनाने में 2 साल 11 महीने और 18 दिन लगे थे. अंग्रेजों से आजाद मिल गई थी, लेकिन देश को चलाने के लिए एक संविधान की जरूरत थी. इसके मद्देनजर संविधान बनाया गया. भाषण के दौरान आप देश के आर्थिक विकास, शिक्षा, स्वास्थ्य, अंतरिक्ष, रक्षा क्षेत्र, खेल आदि में हासिल की गईं उपलब्धियों का भी जिक्र कर सकते हैं. गणतंत्र दिवस भाषण देते हुए किन बातों को रखें याद ? 1. अपने भाषण को सहज और सरल भाषा में देने की कोशिश करें. 2. भाषण में ऐतिहासिक तथ्यों को शामिल करना न भूलें. 3. भाषण देते समय अगर अटक जाएं तो घबराएं नहीं. उसे दोबारा से कहने की कोशिश करें. 4. भाषण देते समय अगर तथ्य भूल जाते हैं तो भी हड़बड़ाएं नहीं, बल्कि आपको विषय से संबंधित ...

गणतंत्र दिवस के महत्व पर निबंध

गणतंत्र दिवस पर पूरे देश में खुशी का माहौल रहता है। भारतीय इतिहास में उल्लिखित दो सबसे महत्वपूर्ण घटनाएं यथा, स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस है। जितना देश की आजादी का दिन प्रमुख है, उतना ही खास लोकतंत्र के स्थापना का दिन भी है। 1857 से शुरू हुआ आजादी का सफऱ 1947 में पूरा हुआ। किन्तु यह आजादी अधूरी थी, यह 1950 में हमारे देश के गणतंत्र राज्य बनने के बाद फलीभूत हुआ। गणतंत्र दिवस के महत्व पर छोटे-बड़े निबंध (Short and Long Essay on Importance of Republic Day of India in Hindi, Gantantra Divas par Nibandh Hindi mein) निबंध – 1 (250 शब्द) प्रस्तावना परतंत्रता ऐसी चीज है, जो किसी को पसंद नहीं होती। जानवरों को भी गुलामी अच्छी नहीं लगती, हम तो फिर भी इंसान है। अगर पंछी को सोने के पिंजरे में भी रखे, फिर भी वो खुले आकाश में ही रहना चाहती है। कहने का तात्पर्य यह है कि, आजादी सबसे बहुमूल्य होती है। आजादी पाना ही काफी नहीं होता, उसे सम्भाल कर और सहेज कर रखना भी कम चुनौतीपूर्ण नहीं है। भारतीय गणतंत्र दिवस का तात्पर्य गण अर्थात जनता, और तंत्र मतलब होता है – शासन। गणतंत्र या लोकतंत्र का शाब्दिक अर्थ हुआ, जनता का शासन। ऐसा देश या राज्य जहाँ जनता अपना प्रतिनिधि चुनती है। ऐसे राष्ट्र को लोकतांत्रिक गणराज्य की संज्ञा दी गयी है। ऐसी व्यवस्था हमारे देश में है। इसीलिए हमारा देश एक लोकतांत्रिक गणराज्य कहलाता है। गणतंत्र अर्थात ऐसा देश जहां सत्ताधारी सरकार को चुनने और हटाने का अधिकार आम जनता के पास होता है। ऐसी सरकार कभी निरंकुश नहीं होती, क्योंकि किसी एक के हाथ में शक्ति नहीं होती। हमारी सरकार का स्वरूप संसदीय है। सरकार कुछ लोगों का ग्रुप होता है। जो कि निर्धारित कार्य-प्रणाली पर काम करते हैं। इस...

गणतंत्र दिवस (भारत)

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मंच संचालन स्क्रिप्ट

है लिए हथियार दुश्मन ताक में बैठा उधर, और हम तैयार हैं सीना लिए अपना इधर. ख़ून से खेलेंगे होली गर वतन मुश्क़िल में है सरफ़रोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है एंकर मेल– आज के इस निज़ता एवम आज़ादी के जश्न में, मैं………………….हमारे इस (स्कूल/कॉलेज/संस्थान का नाम) में पधारे हमारे हर खासो-ओ-आम का बहुत बहुत स्वागत करता हूँ-जय हिंद कहता हूँ। मैं हमारे सभी विशिष्ट अतिथियों, समाजसेवियों, हमारे गुरुजनों, सभी पधारे हुए आज़ादी के दीवानों और हमारे साथियों को हमारे (स्कूल/कॉलेज/संस्थान का नाम) की तरफ से गणतंत्र दिवस की शुभकामनायें प्रेषित करता हूँ-बधाइयाँ देता हूँ। एंकर फीमेल– जी हां साथियों, बधाई इस बात के लिये कि हम खुली हवा में सांस ले रहे हैं, बधाई इस बात की, कि हम किसी को अपनी निज़ता का हिसाब नहीं दे रहे हैं। बधाई इस बात की इस देश की रज-रज, कण-कण हमें आशीर्वाद दे रहे हैं। • • • • • शुभकामनाएं इसलिये कि हमने लगभग 200 साल की परतंत्रता सहन करने के बाद यह अनमोल आज़ादी की फ़िज़ा पाई है। और यह आज़ादी, यह अपनी पसंद से जीने का अधिकार हमें सदा प्राप्त हो ऐसी शुभकामनाओं के साथ मैं…………………..हमारे (स्कूल/कॉलेज/संस्थान का नाम) की तरफ से आप सब देशभक्तों का इस आज़ादी के जश्न में स्वागत करती हूँ-वंदे मातरम कहती हूँ। वतन पर मर-मिटने के ज़माने गुज़र गए, मज़ा तो अब इसके लिए जीने में है। अपनी आज़ादी अपनी संप्रुभता के लिए एक बार जोरदार तालियों बजा दीजिये। धन्यवाद। एंकर मेल-जी हाँ साथियो, ये जो हमारे अमर शहीदों ने बलिदानों के बीज इस मातृभूमि पर रोपे थे, आज उनकी टहनियों पर मदमदाते फूल खिल आये हैं। इन फूलों की महक इस देश में ही नहीं सारे संसार में फैले, इस कामना के साथ आइये आज के इस महोत्सव का शुभारंभ करते हैं। इक चमक ता...

गणतंत्र दिवस

विवरण प्रत्येक उद्देश्य यह आयोजन हमें देश के सभी शहीदों के नि:स्‍वार्थ बलिदान की याद दिलाता है, जिन्‍होंने आज़ादी के संघर्ष में अपने जीवन बलिदान कर दिए और विदेशी आक्रमणों के विरुद्ध अनेक लड़ाइयाँ जीती। इतिहास 26 जनवरी, विशेष संबंधित लेख अन्य जानकारी पहली बार 21 तोपों की सलामी के बाद गणतंत्र दिवस ( Republic Day) इतिहास जिसमें प्रस्ताव पारित कर इस बात की घोषणा की ग‌ई कि यदि 26 जनवरी, 1930 तक जब अंग्रेज़ सरकार ने कुछ नहीं किया तब कांग्रेस ने उस दिन भारत की पूर्ण स्वतंत्रता के निश्चय की घोषणा की और अपना सक्रिय आंदोलन आरंभ किया। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के इस लाहौर अधिवेशन में पहली बार पूर्ण स्वराज दिवस के रूप में मनाया जाएगा। इस दिन सभी स्वतंत्रता सेनानी पूर्ण स्वराज का प्रचार करेंगे। इस तरह 26 जनवरी अघोषित रूप से भारत का भारतीय संविधान सभा उसी समय आज़ादी मिलने के बाद तत्कालीन सरकार ने देश के संविधान को फिर से परिभाषित करने की ज़रूरत महसूस की और संविधान सभा का गठन किया जिसकी अध्यक्षता अंग्रेजों के शासनकाल से छुटकारा पाने के 894 दिन बाद हमारा देश स्‍वतंत्र राष्ट्र बना। तब से आज तक हर वर्ष राष्‍ट्रभर में बड़े गर्व और हर्षोल्लास के साथ गणतंत्र दिवस मनाया जाता है। तदनंतर स्वतंत्रता प्राप्ति के वास्तविक दिन यही वह दिन था जब गणतंत्र की यात्रा सबसे पहली बार 21 तोपों की सलामी के बाद भारतीय सांस्‍कृतिक कार्यक्रम और आयोजन गणतंत्र दिवस के आयोजन गणतंत्र दिवस की परेड, गणतंत्र दिवस मनाते बच्चे एन.सी.सी. छात्र गणतंत्र दिवस रैली लोकनृत्य करते कलाकार गणतंत्र दिवस की परेड गणतंत्र दिवस मनाती लड़कियाँ गणतंत्र दिवस • असली मायनों में भारत की जनता को राज्य • • इसके शीघ्र बाद 21 तोपों की सलामी दी जा...