गुटनिरपेक्षता क्या है

  1. गुटनिरपेक्ष आंदोलन क्या है ?
  2. गुटनिरपेक्षता MA HISTORY NOTES IN HINDI AND ENGLISH
  3. धर्मनिरपेक्षता
  4. गुटनिरपेक्षता का मूल रूप से क्या अभिप्राय है?
  5. गुटनिरपेक्ष आंदोलन के प्रमुख नेता कौन थे? – ElegantAnswer.com
  6. गुट निरपेक्ष का क्या अर्थ है? – ElegantAnswer.com
  7. गुटनिरपेक्षता का अर्थ, विशेषताएं एवं ऐतिहासिक विकास


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गुटनिरपेक्ष आंदोलन क्या है ?

“गुटनिरपेक्ष आंदोलन” का नाम 1961 में शीतयुद्ध काल में हुआ था। शीतयुद्ध से बचने के लिए ऐसे देशों ने एक संगठन बनाया, जो न तो अमरीका के साथ रहना चाहते थे और न ही तत्कालीन सोवियत संघ के साथ। सन् 1961 में बेलग्रेड में 25 विकासशील देशों की शुरूआती सदस्यता के साथ इस संगठन का गठन किया गया। भारत इसका संस्थापक सदस्य रहा है। यूगोस्लाविया के राष्ट्रपति जोसिप टीटो, तात्कालिन भारतीय प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरु, मिस्त्र के तत्कालीन राष्ट्रपति गमाल अब्दूर नासिर, इण्डोनेसिया के तत्कालीन राष्ट्रपति, सुकर्णों, एवं घाना के तात्कालीन राष्ट्रपति क्वामी कुमाह ने अपनी अग्रणी भूमिका निभाई थी। सन् 1945 में, केवल 51 देशों के साथ अस्तित्व में आए। द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद दो महाशक्तियों के अलावा एक नई शक्ति का प्रादुर्भाव हुआ, जिसे तीसरी दुनिया के नाम से जाना जाने लगा। तीसरी दुनिया का अर्थ है एशिया, लैटिन अमरीका व अफ्रीका महाद्वीप के नवोदित राष्ट्रों के राष्ट्रीय हितों की रक्षा करना। विश्व शांति, स्वतंत्रता और सामाजिक न्याय, सुरक्षा के लिए निरंतर प्रयासरत् रहना एवं अंतर्राष्ट्रीय राजनीति में शीतयुद्ध की भूमिका पर नियंत्रण करना भी इस संगठन का उद्देश्य है। स्वतंत्र विदेश नीति को अपनाना, जिससे गुटनिरपेक्ष राजनीति से दूर रहा जा सके। इसके अलावा, शांतिपूर्व सह-अस्तित्व और सहयोग को बढ़ावा देना। सभी देशों गैर साम्यवाद एवं साम्यवादी, के साथ मित्रता का भाव रखते हुए विकास के लिए सहयोग करना। इस संगठन के माध्यम से साम्राज्यवाद एवं उपनिवेशवाद का विरोध करना तथा स्वतंत्रता के लिए प्रयासरत् देशों का समर्थन देना। तीसरी दुनिया के नवोदित राष्ट्रों को अंतर्राष्ट्रीय राजनीति में स्वतंत्रता रीति-नीति पर चलने के लिए प्रेरित...

गुटनिरपेक्षता MA HISTORY NOTES IN HINDI AND ENGLISH

गुटनिरपेक्षता से अभिप्राय है किसी भी गुट के साथ शामिल ना होना और अपनी स्वतंत्र नीति का निर्माण करना । गुटनिरपेक्षता आंदोलन के उदय के पीछे मूल धारणा यह थी कि साम्राज्य और उपनिवेशवाद से मुक्ति पाने वाले देशों को शक्तिशाली गुटों से अलग रखकर उनकी स्वतंत्रता को सुरक्षित रखा जाए। द्वितीय विश्व युद्ध के बाद में संसार दो विरोधी गुटों में बटां हुआ था सोवियत गुट और अमेरिकी गुट। यह दोनों शक्तिशाली गुटों के बीच शीत युद्ध का दौर चल रहा था। 6 Related शीत युद्ध का मतलब क्या है यह एक ऐसा युद्ध नहीं है जिसमें गोली बंदूक तलवार से लड़ा जाए। यह युद्ध पत्र पत्रिका radio तथा प्रचार साधनों से लड़ा गया। भारत किसी एक गुट के साथ संबंध होकर उचित अनुचित का विचार के बिना उसका समर्थन करने के पक्ष में नहीं था। गुटनिरपेक्षता का प्रमुख का उद्देश्य अंतरराष्ट्रीय स्तर पर शांति बनाए रखना व मैत्री सहयोग, निष्तिकरण गुटनिरपेक्षता का प्रमुख का उद्देश्य है। Non-alignment means not joining any group and making its own independent policy. The basic concept behind the rise of the Non-Aligned Movement was to protect the independence of the countries that had been liberated from imperialism and colonialism by keeping them separate from powerful factions. After World War II, the world was divided into two opposing factions, the Soviet faction and the American faction. It was a period of cold war going on between the two powerful factions. What is meant by the Cold War? It is not a war fought with a bullet and a sword. This war was fought with magazines, radio and propaganda tools. India was not in favor of supporting any...

धर्मनिरपेक्षता

मुख्य लेख: धर्मनिरपेक्ष देशों में धर्मनिरपेक्षता को बनाए रखने के लिए तमाम तरह के संविधानिक क़ायदे कानून हैं। परंतु प्रायः राष्ट्रों के ये क़ायदे क़ानून समय-समय पर अपना स्वरूप बहुसंख्य जनता के धार्मिक विश्वासों से प्रेरित हो बदलते रहते हैं, या उचित स्तर पर इन कानूनों का पालन नहीं होता, या प्रत्यक्ष अप्रत्यक्ष स्तर पर इनमें ढील दी जाती रहती हैं। यह छद्म धर्मनिरपेक्षता है। इन्हें भी देखें [ ] • सन्दर्भ [ ] • Afrikaans • العربية • الدارجة • مصرى • Asturianu • Azərbaycanca • تۆرکجه • Беларуская • Беларуская (тарашкевіца) • Български • भोजपुरी • বাংলা • Brezhoneg • Bosanski • Català • کوردی • Čeština • Cymraeg • Dansk • Deutsch • Zazaki • Ελληνικά • English • Esperanto • Español • Eesti • Euskara • فارسی • Suomi • Français • Gaeilge • Galego • עברית • Hrvatski • Հայերեն • Bahasa Indonesia • Íslenska • Italiano • 日本語 • ქართული • ಕನ್ನಡ • 한국어 • Kurdî • Latina • Ladino • Lingua Franca Nova • Limburgs • ລາວ • Latviešu • Македонски • മലയാളം • मराठी • Bahasa Melayu • مازِرونی • नेपाली • नेपाल भाषा • Nederlands • ਪੰਜਾਬੀ • Polski • پنجابی • پښتو • Português • Română • Русский • سنڌي • Srpskohrvatski / српскохрватски • Simple English • Slovenčina • Shqip • Српски / srpski • Sunda • Svenska • தமிழ் • తెలుగు • Тоҷикӣ • ไทย • Türkçe • Татарча / tatarça • Українська • اردو • Oʻzbekcha / ўзбекча • Tiếng Việt • 吴语 • მარგალური • ייִדיש • 中文 • 粵語

गुटनिरपेक्षता का मूल रूप से क्या अभिप्राय है?

Explanation : गुटनिरपेक्षता का मूल रूप से अभिप्राय है शक्ति के गुटों के प्रति तटस्थता। 20 सितंबर, 1961 को भारत के प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरु, मिस्त्र के राष्ट्रपति कर्नल नासिर तथा यूगोस्लाविया के राष्ट्रपति मार्शल टीटो के सहयोग से विश्व की तीसरी शक्ति के रूप में यूगोस्लाविया की राजधानी में गुट निरपेक्ष आंदोलन का गठन किया गया। इसका पहला सम्मेलन सितंबर 1961 में बेलग्रेड में हुआ था। राष्ट्रपति टीटो के सुझाव से इस सम्मेलन में 20 देशों को आमंत्रित किया गया, जिसमें 25 देशों ने अपने प्रतिनिधि भेजकर और तीन देशों ने अपने पर्यवेक्षक भेजकर इस सम्मेलन में भाग लिया। Tags : Explanation : बुलंदीबाग पाटलिपुत्र का प्राचीन स्थान था। बुलंदीबाग नामक प्राचीन स्थल मगध के समीप स्थित पाटलिपुत्र के लिए किया जाता है। यहां पर हुए उत्खनन में कुम्हार एवं बुलंदीाग से पाटलिपुत्र से संबंधित अभिलेखीय साक्ष्य मिले हैं। यहाँ की खुदाई • अमेरिका के स्वतंत्रता संग्राम के दौरान ब्रिटिश सेना का कमांडर कौन था?

गुटनिरपेक्ष आंदोलन के प्रमुख नेता कौन थे? – ElegantAnswer.com

गुटनिरपेक्ष आंदोलन के प्रमुख नेता कौन थे? इसे सुनेंरोकेंयह आन्दोलन भारत के प्रधानमन्त्री पण्डित जवाहर लाल नेहरू, मिस्र के पूर्व राष्ट्रपति गमाल अब्दुल नासिर व युगोस्लाविया के राष्ट्रपति टीटो, इंडोनेशिया के राष्ट्रपति डाॅ सुक्रणों एवं घाना – क्वामें एन्क्रूमा का आरभ्भ किया हुआ है। इसकी स्थापना अप्रैल,1961में हुई थी। गुटनिरपेक्षता का क्या अर्थ है? इसे सुनेंरोकेंगुटनिरपेक्षता का सरल अर्थ है कि विभिन्न शक्ति गुटों से तटस्थ या दूर रहते हुए अपनी स्वतन्त्र निर्णय नीति और राष्ट्रीय हित के अनुसार सही या न्याय का साथ देना। आंख बंद करके गुटों से अलग रहना गुटनिरपेक्षता नहीं हो सकती। गुटनिरपेक्षता का अर्थ है – सही और गलत में अन्तर करके सदा सही नीति का समर्थन करना। प्रथम गुट निरपेक्ष आंदोलन के अध्यक्ष कौन थे? इसे सुनेंरोकेंAnswer – प्रथम गुटनिरपेक्ष सम्मेलन के अध्यक्ष युगोस्लाविया के राष्ट्रपति जोसिप बरोज टीटो थे। पहला गुटनिरपेक्ष सम्मेलन कब हुआ? इसे सुनेंरोकेंगुटनिरपेक्ष आंदोलन का पहला सम्मेलन वर्ष 1961 में बेलग्रेड (यूगोस्लाविया) में आयोजित किया गया था, इस सम्मेलन में दुनिया के 25 देशों ने भाग लिया था। वर्तमान में दुनिया के 120 देश इस समूह के सक्रिय सदस्य हैं। गुट का क्या मतलब होता है? इसे सुनेंरोकें- 1. समूह; यूथ; दल 2. किसी उद्देश्य, मत या सिद्धांत विशेष के लिए कुछ लोगों का समूह। भारत की गुटनिरपेक्ष नीति क्या है? इसे सुनेंरोकेंभारत की गुटनिरपेक्ष नीति के प्रमुख लक्ष्यः समानता पर आधारित विश्व समुदाय की स्थापना तथा रंगभेद का विरोध। आण्विक निरस्त्रीकरण तथा नवीन आर्थिक व्यवस्था की स्थापना । अन्तर्राष्ट्रीय विवादों एवं संघर्षों के शांतिपूर्ण निपटारे का समर्थन। अफ्रीका व एशिया के देशों की...

गुट निरपेक्ष का क्या अर्थ है? – ElegantAnswer.com

गुट निरपेक्ष का क्या अर्थ है? इसे सुनेंरोकेंगुटनिरपेक्षता का सरल अर्थ है कि विभिन्न शक्ति गुटों से तटस्थ या दूर रहते हुए अपनी स्वतन्त्र निर्णय नीति और राष्ट्रीय हित के अनुसार सही या न्याय का साथ देना। आंख बंद करके गुटों से अलग रहना गुटनिरपेक्षता नहीं हो सकती। गुटनिरपेक्षता का अर्थ है – सही और गलत में अन्तर करके सदा सही नीति का समर्थन करना। गुटनिरपेक्ष आंदोलन का मुख्य उद्देश्य क्या था? इसे सुनेंरोकेंगुटनिरपेक्ष आंदोलन के उद्देश्य सार्वभौमिक परमाणु निरस्त्रीकरण (Universal Nuclear Disarmament) को बढ़ावा देना। वैश्विक स्तर पर सैन्य संघर्षों को हतोत्साहित करना तथा इससे दूरी भी बनाये रखना। रंगभेद की नीति का विरोध करना। गौरतलब है कि उस समय दक्षिण अफ्रीका जैसे देशों में रंगभेद की नीति काफी तीव्र थी। गुट निरपेक्षता का अर्थ तटस्थता या बराबर दूरी नहीं है इस कथन का क्या अभिप्राय है? इसे सुनेंरोकेंतटस्थता से आशय एकाकीपन की अवस्था से है, जबकि गुट-निरपेक्षता विकासशील देशों की जनता को अपना भविष्य निर्मित करने में सहायता देती है। न तो वह स्विट्जरलैण्ड या स्वीडन की स्थायी तटस्थता है और न अमेरिका का सकारात्मक एकाकीपन है। गुट-निरपेक्षता तटस्थता नहीं है, क्योंकि वह अपने दृष्टिकोणों तथा विचारों में सकारात्मक है। गुटनिरपेक्षता के उदय के कारण कितने हैं? इसे सुनेंरोकेंशीतयुद्ध का होना। अब हम जानते हैं गुटनिरपेक्षता के उदय के कारण जिसमें सबसे पहला कारण था शीत युद्ध । दूसरे विश्व युद्ध के बाद अमेरिका और सोवियत संघ के बीच गंभीर मतभेद पैदा हो गया । अंतर्राष्ट्रीय राजनीति में इसी को शीत युद्ध के नाम से जाना जाता है । कोई दो तर्क देकर स्पष्ट कीजिए कि गुटनिरपेक्षता की नीति का भारत को सीधा लाभ कैसे हुआ? इ...

गुटनिरपेक्षता का अर्थ, विशेषताएं एवं ऐतिहासिक विकास

जवाहर लाल नेहरू ने गुटनिरपेक्षता को परिभाषित करते हुए कहा है - “गुटनिरपेक्षता का अर्थ है अपने आप को सैनिक गुटों से दूर रखना तथा जहां तक सम्भव हो तथ्यों को सैनिक दृष्टि से न देखना। यदि ऐसी आवश्यकता पड़े तो स्वतन्त्र दृष्टिकोण रखना तथा दूसरे देशों से मैत्रीपूर्ण सम्बन्ध बनाए रखना गुटनिरपेक्षता के लिए आवश्यक है।” इससे स्पष्ट होता है कि केवल आंख बंद करके विश्व घटनाक्रम को देखते रहना गुटनिरपेक्षता नहीं है। यह सही और गलत में अन्तर करते हुए सही का पक्ष लेने की भी नीति है। लेकिन गुटनिरपेक्ष देश वही हो सकता है जो गुटों से दूर रहकर ही अंतर्राष्ट्रीय सम्बन्धों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाए। गुटनिरपेक्षता का सरल अर्थ है कि विभिन्न शक्ति गुटों से तटस्थ या दूर रहते हुए अपनी स्वतन्त्र निर्णय नीति और राष्ट्रीय हित के अनुसार सही या न्याय का साथ देना। आंख बंद करके गुटों से अलग रहना गुटनिरपेक्षता नहीं हो सकती। गुटनिरपेक्षता का अर्थ है - सही और गलत में अन्तर करके सदा सही नीति का समर्थन करना। जार्ज लिस्का ने इसका सही अर्थ स्पष्ट करते हुए कहा कि सबसे पहले यह बताना जरूरी है कि गुटनिरपेक्षता तटस्थता नहीं है। इसका अर्थ है - उचित और अनुचित का भेद जानकर उचित का साथ देना। गुटनिरपेक्षता का सही अर्थ स्पष्ट करने के लिए यह बताना जरूरी है कि गुटनिरपेक्षता क्या नहीं है? गुटनिरपेक्षता शान्तिपूर्ण सहअस्तित्व की भावना को विकसित करने, अंतर्राष्ट्रीय संघर्षों का विरोध करने व उनके समाधान का प्रयास करके विश्व में स्थायी शान्ति की स्थापना के प्रयास की नीति है। गुटनिरपेक्षता किसी समस्या के प्रति आंख बंद करके बैठ जाने या अलग रहकर जीने की नीति नहीं है बल्कि अंतर्राष्ट्रीय समस्याओं के प्रति जागरूक रहने की नीति है। यह एक...