H3n2 symptoms in hindi

  1. H3N2 Virus: Symptoms, Treatment and Prevention Tips
  2. H3N2 Flu Virus: एच3एन2 इन्फ्लूएंजा के लक्षण, कारण, इलाज और बचने के उपाय। BabyChakra
  3. कोरोना और H3N2 के लक्षणों में अंतर
  4. H3N2 इन्फ्लूएंजा वायरस कैसे फैलता है और इसका इलाज क्या है?


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H3N2 Virus: Symptoms, Treatment and Prevention Tips

• Fever • Cough • Sore throat • Runny or stuffy nose • Muscle or body aches • Headache • Fatigue • Sometimes, vomiting and diarrhea (more common in children than adults) The symptoms of H3N2 infection can last for a week or longer and they can be severe, especially in older adults and younger children. Some people may develop complications from H3N2 infection such as pneumonia, bronchitis, sinus infections, ear infections, or worsening of chronic medical conditions. In rare cases, H3N2 infection can lead to death. Diagnosis and Treatment of H3N2 Infection Diagnosis If you have symptoms of the flu you should see your doctor as soon as possible. Your doctor may perform a rapid flu test to confirm if you have H3N2 or another flu strain. The test involves swabbing your nose or throat and getting the results within minutes. Treatment The treatment of H3N2 infection depends on your age, health status, and severity of symptoms. Most people with mild symptoms can recover at home by resting, drinking plenty of fluids, and taking over-the-counter pain relievers and fever reducers. However, some people may benefit from antiviral medications, which can shorten the duration and severity of symptoms and reduce the risk of complications. Antiviral medications are most effective when taken within 48 hours of symptom onset. Antiviral medications for H3N2 infection include These medications are available by prescription only and may have side effects such as nausea, vomiting, headache, or a...

H3N2 Flu Virus: एच3एन2 इन्फ्लूएंजा के लक्षण, कारण, इलाज और बचने के उपाय। BabyChakra

Mousumi Dutta Author | 387 Articles Follow कोविड-19 के बाद एच3एन2 इन्फ्लूएंजा के लक्षण ने फिर से सबकी नींद उड़ा दी है। एच3एन2 इन्फ्लूएंजा बच्चों और वयस्कों को सबसे ज्यादा अपने चपेत में ले रही हैं, विशेष रूप से जिनकी इम्यूनिटी कमजोर है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि एच3एन2 इन्फ्लूएंजा ए का ही एक सबटाइप है। मौसम में अचानक बदलाव इस बीमारी के ज्यादा बढ़ने की मूल वजह है। जैसा कि पहले की बताया गया है कि एच3एन2 इन्फ्लूएंजा के लक्षण से 12 साल से छोटे बच्चे ज्यादा प्रभावित हो रहे हैं तो सबसे पहले ये जान लेने की जरूरत है कि एच3एन2 फ्लू का स्रोत क्या है और क्या इसका इलाज संभव है? एच3एन2 इन्फ्लूएंजा क्या है?। What is H3N2 Influenza Flu in Hindi एच3एन2 इन्फ्लूएंजा या फ्लू, एक प्रकार का रेस्पिरेटरी डिजीज है, जिसके चपेत में 65 साल या उससे वयस्क लोगों से लेकर 12 साल से छोटे बच्चे ज्यादा संक्रमित हो रहे हैं। यह दूसरे इन्फ्लूएंजा वायरस की तरह नाक, गला और लंग्स को सबसे पहले प्रभावित करता है। बच्चों में एच3एन2 इन्फ्लूएंजा के लक्षण और उपचार/चित्र स्रोत:फ्रीपिक बच्चों में एच3एन2 इन्फ्लूएंजा के लक्षण। H3N2 Symptoms in Hindi आपके जानकारी के लिए बता दें कि 2010 में यूनाइटेड स्टेट्स ऑफ अमेरिका में सबसे पहले इस रोग की पहचान सुअरों में की गई थी। इस बारे में डॉ. संजय अग्रवाल, लीडिंग फार्मास्युटिकल्स कंसल्टेंट एंड इन्वेंटर, अहमदाबाद का कहना है कि एच3एन2 इन्फ्लूएंजा के लक्षण एक बच्चे से दूसरे बच्चे में भिन्न हो सकते हैं, लेकिन आम तौर पर सिरदर्द से बीमारी का आगाज होता है और फिर धीरे-धीरे सर्दी-जुकाम, गले में खराश के लक्षण नजर आने लगते हैं। बीमारी की अवस्था और भी गंभीर हो जाने पर और भी लक्षण जुड़ने लगते ...

कोरोना और H3N2 के लक्षणों में अंतर

Covid and H3N2 Symptoms: कोरोना संक्रमण के बाद देश में H3N2 इन्फ्लूएंजा का कहर देखा जा रहा है। देश के कई राज्यों में H3N2 वायरस के बढ़ते मामले रिपोर्ट किये गए हैं। इस वायरस से संक्रमित होने वाले लोगों को लंबे समय तक खांसी और शरीर में दर्द जैसी परेशानियां होती हैं। H3N2 वायरस से बचने और इसे कंट्रोल करने के लिए सरकार की तरफ से गाइडलाइन भी जारी की गयी है। इस गाइडलाइन में सरकार ने इलाज और बचाव के लिए जरूरी निर्देश दिए हैं। H3N2 वायरस के मामले कमजोर इम्यूनिटी वाले लोगों में ज्यादा देखे जा रहे हैं। H3N2 के बढ़ते मामलों के बीच देश में कोरोना के मामले भी बढ़ने लगे हैं। आमतौर पर H3N2 में दिखने वाले लक्षण लगभग कोरोना के लक्षणों जैसे ही हैं। ऐसे में आप कैसे पहचानें कि आप कोरोना वायरस से संक्रमित हैं या H3N2 वायरस से? आइये विस्तार से जानते हैं इनके लक्षणों में अंतर। Covid 19 या H3N2 के लक्षणों में अंतर- Difference Between Covid and H3N2 Symptoms कोरोना और H3N2 वायरस के लक्षणों में अंतर कर पाना बेहद मुश्किल है। इन दोनों संक्रमण में मरीज को खांसी, जुकाम, सर्दी, बुखार और मांसपेशियों में दर्द की समस्या होती है। ऐसे लोग जो पहले से किसी वायरल संक्रमण से ग्रसित हैं, उनमें भी इन्फ्लूएंजा के संक्रमण का खतरा ज्यादा रहता है। इसे भी पढ़ें: देश में H3N2 इन्फ्लुएंजा के तेजी से बढ़ रहे मामले, डॉक्टर से जानें कैसे करें बचाव H3N2 के लक्षण- H3N2 Symptoms in Hindi H3N2 वायरस से संक्रमित होने पर मरीजों में दिखने वाले लक्षण लगभग सामान्य इन्फ्लूएंजा जैसे ही हैं। ये लक्षण कोरोना संक्रमण के समय दिखने वाले लक्षणों से काफी मिलते-जुलते हैं। इन्फ्लूएंजा के मरीजों में खांसी की समस्या कोरोना की तुलना में बहुत ज्यादा दे...

H3N2 इन्फ्लूएंजा वायरस कैसे फैलता है और इसका इलाज क्या है?

इन्फ्लूएंजा को फ्लू भी कहते हैं। यह एक वायरल संक्रामक श्वसन रोग है, जो नाक, गले और फेफड़ों को प्रभावित करता है। इन्फ्लूएंजा वायरस पक्षियों, जानवरों और इंसानों के श्वसन तंत्र को संक्रमित करता है। यह वायरस एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में आसानी से फैल सकता है। ज्यादातर मामलों में इंफ्लुएंजा अपने आप ठीक हो जाता है लेकिन कुछ मामलों में यह गंभीर रूप भी ले सकता है, और प्रभावित व्यक्ति की स्थिति गंभीर हो सकती है। इंफ्लुएंजा वायरस क्या होता है? इन्फ्लूएंजा एक वायरल श्वसन संक्रामक रोग है। जो इंसानों के श्वसन तंत्र को प्रभावित करता है, जिसमें नाक, गला, फेफड़े इत्यादि शामिल होते हैं। यह बीमारी किसी के छींकने, खांसने या श्वसन बूंदों द्वारा आसानी से फैल सकती है। इन्फ्लूएंजा (फ्लू) छोटे बच्चों, बुजुर्ग, गर्भवती महिलाओं और कमजोर इम्यूनिटी वाले लोगों को ज्यादा प्रभावित करती है। इन्फ्लूएंजा वायरस कितने प्रकार के होते हैं? इंफ्लुएंजा (फ्लू) का नाम उस वायरस के नाम पर पड़ता है, जिसके कारण वह होता है। इन्फ्लुएंजा वायरस लगातार बदल रहे हैं, समयानुसार ये भी अपने नए स्ट्रेन में सामने आ रहे हैं। इन्फ्लूएंजा वायरस 4 प्रकार के होते हैं- इन्फ्लूएंजा ए (A), बी (B), सी (C) और डी (D)। इनमें से इन्फ्लूएंजा डी (D) को छोड़ कर ए (A), बी (B) और सी (C) तीनों इंसानों में फैल सकते हैं। आपको यह पता होना चाहिए कि, हर साल मौसमी फ्लू इन्फ्लूएंजा ए (A) और बी (B) कि वजह से होता है, और उन्हें भी कई सबटाइप्स में बांटा जाता है। यह बंटवारा उनके सतह पर मिलने वाले प्रोटीन के आधार पर किया जाता है। यह सबटाइप होते हैं, हेमाग्लूटिनिन यानी HA, और न्यूरोमिनाइडेस यानी NA। फिर इसके बाद एचए (HA) के भी 18 प्रकार होते हैं, जिनका नाम H1 ...